करीब 30 हजार बच्चों ने देखी फिल्में
उदयपुर, राष्ट्रीय बाल चलचित्र समिति एवं जिला प्रशासन साझा प्रयासों के आयोजित राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव 27 फिल्मों की सुनहरी यादों के साथ मंगलवार को सम्पन्न हुआ। फिल्मोत्सव में विभिन्न विद्यालयों के करीब 30 हजार विद्यार्थियों-बच्चों ने मनोरंजन का लुत्फ उठाया।
सेलिब्रेशन मॉल के पीवीआर सिनेमाज़ परिसर में समापन समारोह के मौके पर स्वच्छता का प्रेरक संदेश देने के लिए उदयपुर के स्थानीय बाल कलाकारों द्वारा निर्देशित फिल्म ‘पहल‘ का प्रदर्शन रोचक एवं समसामयिक बन पड़ा। सभी ने बाल कलाकारों के प्रयास की करतल ध्वनि से सराहना की। इस मौके पर स्कॉलर्स एरेना स्कूल के बालक-बालिकाओं ने देश प्रेम आधारित आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी। वहीं रविप्रकाश मैजिक शो में हैरतअंगेज करिश्मों ने बच्चों को गुदगदाया।
समारोह में मुख्य अतिथि के उद्बोधन में मेयर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में फिल्में बच्चों में प्रेरणा एवं संस्कार देने वाली बनें। इसमें सेंसर बोर्ड को महती भूमिका निभाने की जरूरत है। इस मौके पर संभागीय आयुक्त भवानी सिंह देथा ने बताया कि बाल मनोरंजन एवं नई पीढ़ी को फिल्म निर्माण तकनीक से रूबरू कराने में ऐसे समारोह के निरंतर आयोजन होने चाहिए जिससे भावी पीढ़ी इसे सीख सके। जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने इस आयोजन के लिए पीवीआर, आइनॉक्स, पिक्चर पैलेस व अशोका सिनेमा हॉल्स की निःशुल्क आयोजन के लिए उपलब्धता के लिए तथा अन्य सभी सरकारी संस्थाओं के सहयोग के लिए आभार जताया। उन्होंने बाल कलाकारों एवं फिल्म निर्माण से जुड़े कलाकारों निर्देशक एवं समन्वयकों की तारीफ की।
समारोह में प्रथम पुरस्कार ‘पहल‘ फिल्म निर्माण के लिए बाल निर्देशक प्रियांशु सुवालका एवं प्रद्युम्न मेनारिया को, द्वितीय पुरस्कार ‘काल करे सो अब‘ निर्देशक महेश सोनी एवं सलोनी तथा तृतीय पुरस्कार ‘मोबाइल पडे़गा महंगा‘ के लिए अभयराज पंवार एवं चेल्सी को दिया गया।
इस अवसर पर अति.जिला कलक्टर सी.आर.देवासी, विशिष्ट अतिथि उपनिदेशक (महिला एवं बाल विकास विभाग) अरविन्द पोसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी भरत मेहता, अति. जिला शिक्षा अधिकारी शिवजी गौड़, जिला परिवहन अधिकारी कानसिंह परिहार सहित बड़ी संख्या में अधिकारी व विद्यार्थीगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संयोजन श्रीमती बृजबाला ने किया। राष्ट्रीय बाल चित्र समिति की वितरण प्रभारी श्रुति श्रीवास्तव ने अतिथियों का आभार जताया।
बाल चलचित्र की सुहानी यादों के साथ बाल फिल्मोत्सव का समापन
हिट एंड रनः सलमान के ड्राइवर ने कबूला जुर्म
मुंबई. हिट एंड रन मामले में एक नाटकीय मोड़ आ गया है। बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की कार के चालक अशोक सिंह ने कहा कि हादसे के वक्त गाड़ी सलमान नहीं, बल्कि वह चला रहा था।
सरकारी वकील प्रदीप घारत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि चालक अशोक सिंह ने कहा है कि जिस वक्त दुर्घटना हुई, गाड़ी वह चला रहा था।
इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि चार अन्य घायल हो गए थे। घारत ने कहा कि अशोक सिंह के बयान से केवल सलमान खान ने सहमति जताई है।
उन्होंने कहा, ‘मैंने अशोक सिंह (एक चालक के रूप में) के खिलाफ न तो कोई शिकायत और न ही कोई रिकॉर्ड देखा है और किसी अन्य गवाह ने भी उसकी चर्चा नहीं की है।’
चालक ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डी.डब्ल्यू.देशपांडे से कहा कि जिस समय कार का टायर फटा, उस वक्त कार वह चला रहा था। टायर फटने से गाड़ी अनियंत्रित हो गई, नतीजतन फुटपाथ पर सो रहा एक व्यक्ति मारा गया।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के बांद्रा स्थित अमरीकन एक्सप्रेस बेकरी के बाहर 28 सितंबर, 2002 को हुए इस हादसे में चार अन्य लोग घायल हो गए थे। बांद्रा में ही सलमान का आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट है।
मुंबई सत्र अदालत में हिट एंड रन मामले की पुनः सुनवाई चल रही है। सलमान पर गैर इरादतन हत्या सहित कई मामले चल रहे हैं। उन्हें 10 वर्षों तक जेल की सजा हो सकती है।
दुर्घटना के तुरंत बाद सलमान को गिरफ्तार कर लिया गया था और खतरनाक तथा लापरवाही से गाड़ी चलाने के मामले में बांद्रा स्थित दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया था। इस मामले में दो साल की सजा का प्रावधान है।
बाद में, आरोपों की संख्या बढ़ाकर मामले को सत्र अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया। दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 313 के मुताबिक, शुक्रवार को दर्ज किए गए बयान में सलमान ने कहा कि दुर्घटना के वक्त न तो उन्होंने शराब पी रखी थी, न ही वह गाड़ी चला रहे थे और न ही घटनास्थल से फरार हुए थे।
अब ATM देगा दूध
उदयपुर। झीलों की नगरी अब एटीएम से दूध उगलेगी। एटीएम मशीन से दूध देने वाला राज्य का पहला शहर होगा। पांच अप्रेल को सरस डेयरी परिसर में पहला एटीएम लगेगा उसके बाद शहर के अन्य हिस्सों और कॉपरेटिव स्टोरों पर बाकी के एटीएम लगाये जायेगें।
सरस दूध अब एटीएम बूथ मशीन से मिलेगा। राजस्थान का पहला ऐसा शहर होगा जहां पर यह सुविधा उपलब्ध होगी। यहां पर प्रयास सफल होने के बाद अन्य शहरों में भी सरस एटीएम बूथ लगाए जाएंगे। बूथ का उद्घाटन गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया पांच अप्रेल को सुबह 11 बजे करेंगे। बूथ उदयपुर दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की ओर से लगाया जा रहा है। संघ की अध्यक्ष गीता पटेल ने बताया कि प्रदेश में पहला सरस एटीएम बूथ होगा। मिल्क पाउच वेडिंग मशीन से दूध एटीएम की तरह मिलेगा। जैसे ही रुपए डालेंगे दूध की थैलियां निकलकर जाएंगी। सबसे पहले एटीएम गोवर्धन विलास स्थित सरस डेयरी परिसर में लगाया जाएगा। बाद में शहर के अन्य विभिन्न स्थानों पर व् सहकारी उपभोक्ता भण्डार पर भी लगाया जाएगा। इस एटीएम मशीन में एक समय में १८० लीटर दूध डाला जा सकेगा। एटीएम मशीन के माध्यम से उपभोक्ता अपनी मनचाही क्वालिटी का दूध का पाउच निकाल सकेगा। डबल टोन्ड, टोन्ड और गोल्ड दूध के पाउच उपलब्ध होंगे।
देश में अभी तक ऐसी एटीएम मशीन बेंगलूर और गुजरात में लगी हुई है ।
२४ घंटे मिलेगा ताज़ा दूध :
एटीएम बूथ में उपभोक्ता को ताज़ा और ठंडा दूध मिलेगा। इसके लिए नियुक्त नोडल अधिकारी दिन में चार से पांच बार एटीएम की जांच करेगा। दूध ख़त्म होने पर तुरंत इसमे और दूध डाला जाएगा और यदि दूध बच जाता है, तो इसको अगले दिन बदल दिया जाएगा। एटीएम मशीन के साथ रेफ़िज़रेटर भी लगा हुआ रहेगा जिससे दूध हमेशा ठंडा और ताज़ा रहेगा।
वर्जन। ………
राज्य का पहला दूध एटीएम उदयपुर में पांच अप्रेल से शुरू होगा । इसका उद्घाटन गृहमंत्री गुलाब चाँद कटारिया करेगें । अभी डेयरी परिसर में लगाया जारहा है , बाद में शहर के अन्य हिस्सों में भी लगाये जायेगें । गीता पटेल , अध्यक्ष सहकारी संघ, दुग्ध उत्पादक
एक अप्रेल से कुछ घटेगा तो कुछ बढ़ेगा
उदयपुर। नया वित्तीय वर्ष नए समय, नयी सुविधाओं, और नए नियमों के साथ शुरू होगा । रेलवे में जहां एक अप्रेल से नए नियम लागू होंगे व् नियमों का विस्तार होगा, वहीं प्लेटफार्म टिकिट के लिए ज्यादा दाम भी चुकाने होंगे। स्कूलों में और अस्पतालों में नई समय सारणी के अनुसार काम होगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत मिलाने वाला गेंहूं और केरोसिन नए राशन कार्ड पर ही मिलेगा। घरेलु गैस सिलेंडर पर अगर डीबीटीएल नहीं करवाई तो सब्सिडी नहीं मिलेगी ।
दस रुपये का होगा प्लेटफार्म टिकिट :
एक अप्रेल से रेलवे प्लेटफार्म का टिकिट पांच रुपये प्रति टिकिट के बजाय दस रुपये का हो जायेगा। नए टिकिट जब तक छप कर आयेगें तब तक पुराने टिकिट पर स्टेम्प लगाकर संशोधित टिकिट बेचे जायेगें।
एक लोगइन पर एक ही टिकिट :
रेलवे के नए निर्देशों के अनुसार अब यूजर्स सुबह आठ बजे से दोपहर १२ बजे के दौरान, ऑनलाइन टिकिट बनाते समय वेब साइट पर एक बार लोगिन कर एक ही टिकिट बना सकेगें। इसके बाद सिस्टम यूजर्स को लॉगआउट कर देगा। अतिरिक्त टिकिट बनाने के लिए यूजर्स को वेबसाइट पर दोबारा लोगिन करना पडेगा।
अग्रिम आरक्षण १२० दिन पहले :
आरक्षित ट्रेन टिकटों की बुकिंग के लिए अग्रिम आरक्षण अवधी ६० दिन से बढ़ा कर १२० दिन हो जायेगी। इसमे यात्रा की तिथि शामिल नहीं है। विदेशी पर्यटकों के लिए ३६० दिनों की समय सीमा में कोई परिवर्तन नहीं होगा ।
डीबीटीएल नहीं तो सुनसीडी नहीं :
घरेलु गैस सिलेंडर एक अप्रेल से सब्सिडी सहित एक ही मूल्य पर उपलब्ध होगा। वर्त्तमान में इसकी कीमत ६१२ रुपये है । जिसमे एक अप्रेल से मामूली बदलाव हो सकता है। सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिड़ी सीधे उपभोक्ता के बैंक अकाउंट में जायेगी। उपभोक्ता ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांफफर स्कीम (डीबीटीएल) के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है तो उनको सब्सिडी नहीं मिलेगी।
स्कूलों का समय बदलेगा :
एक अप्रेल से स्कूलों का समय बदल जाएगा । एक पारी में चलने वाले स्कूल सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक हो जायेगे। दो पारी में चलने वाले स्कूल सुबह ७ बजे से शाम छह बजे तक संचालित होंगे।
अस्पतालों का समय बदलेगा :
एक अप्रेल से आरएनटी मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत चलने वाले अस्पतालों ऑउटडोर का समय सुबह आठ बजे से २ बजे तक हो जाएगा। जो तीस सितम्बर तक रहेगा। शहर की डिस्पेंसरियों और सेटेलाइट अस्पताल के ऑउटडोर का समय भी सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक रहेगा ।
नए राशन कार्ड से मिलेगा गेंहू तेल :
एक अप्रेल से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत मिलने वाला गेहूं केरोसिन नए राशन कार्ड पर ही मिलेगा। जिसके पास नए राशन कार्ड नहीं है उनके लिए वैकल्पिक इंतज़ाम किये जायेगें। नए राशन कार्ड में घर में घरेलु गैस सिलेंडर रखने वालों को केरोसिन नहीं दिया जाएगा।
ट्रेनों में महिला कोच :
लम्बी दूरी की मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों के शयनान श्रेणी कोच में महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों व् गर्भवती महिलाओं के लिए छह बर्थ के आरक्षण कोटा की सुविधा मिलेगी। स्लीपर, थर्ड ऐसी सेकेण्ड ऐसी में यदि महिला वरिष्ठ नागरी, गर्भ वटी महिला सफर कर रहे है तो उन्हें निचली बर्थ का कोटा भी उपलब्ध हो सकेगा।
राजस्थान दिवस पर 981 विद्यार्थियों ने देखा सिटी पैलेस म्यूजियम
उदयपुर । राजस्थान दिवस के उपलक्ष में सोमवार को महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर द्वारा विद्यार्थियों के लिए सिटी पैलेस में नि:शुल्क प्रवेश रखा गया।
सिटी पैलेस म्यूजियम की ऐतिहासिक धरोहर, वास्तुकला, गौरवमयी इतिहास आदि अनेक विषयों की जानकारी विद्यार्थियों को मिले, इसलिए राजस्थान दिवस के उपलक्ष में उन्हें म्यूजियम नि:शुल्क दिखाया गया। इस अवसर पर शहर एवं आसपास के क्षेत्रों के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूल-कॉलेजों के 981 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने सिटी पैलेस का भ्रमण किया।
शहीद अभिनव को आखरी सलाम
उदयपुर । गोवा में हुए विमान हादसे में जान गंवा चुके उदयपुर के लाड़ले लेफ्टिनेंट पायलट अभिनव नागौरी का शव आज नौसेना के विशेष एयरक्राफ्ट से उदयपुर लाया गया। डबोक एयर पोर्ट से पुरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ भुवाणा स्थित मकान में ले जाया गया । रविवार सुबह अशोक नगर स्थित शमशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद अभिनव का शव तिरंगे में लिपटा दोपहर डेड बजे यहां डबोक एयरपोर्ट पर पहुंचा, जहाँ पर सैनिकों ने गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया उसके बाद सैन्य सम्मान के साथ भुवाणा स्थित उसके घर ले जाया गया। शहीद के स्वागत के लिए सैंकड़ों लोग भुवाणा स्थित उसके निवास पर पहुंचे। डबोक एयर पोर्ट पर भी शहीद के स्वागत में महापौर चन्दर सिंह कोठारी, ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा सहित कई सेना और पुलिस के आलाधिकारी भी मौजूद थे। भुवाणा स्थित मकान में भी शोक में डूबे परिजनों को सभी ढाढस बंधाते रहे । शहीद के सम्मान में मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे ने भी संवेदना सन्देश भेजा ।
रविवार को सुबह शहीद की अंतिम यात्रा भुवाणा स्थित उसके घर से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई अशोक नगर स्थित मोक्ष धाम में अंतिम संस्कार पुरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ किया जाएगा ।
गर्व है की अभिनव हमारा बेटा है :
शहीद अभिनव के पिता धर्मचंद नागौरी और मां सुशीला नगौरी ने आज सुबह अपने निवास पर बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें गर्व है कि अभिनव उनका बेटा है। अभिनव के पिता आज सुबह ही गोवा से यहां लौटे हैं। अभिनव की मां और डाइट की प्राचार्य सुशीला ने सूर्यमल मिश्रण की रचना सुनाते हुए कहा कि उस क्षत्राणी के सात बेटे थे। उसने सातों को युद्ध में खेत दिया। मेरा तो एक ही बेटा था, जिसे मैंने सेना में भेज दिया। अभिनव के पिता ने कहा कि पिछले तीन दिन पहाड़ से गुजरे। हर पल इस उम्मीद मे गोवा तट पर बैठा था कि कहीं से कोई अच्छी खबर आ जाए, लेकिन अंततोगत्वा जिसका डर था, वहीं खबर आई। उन्होंने कहा कि अभिनव वहां पर सबको बहुत प्रिय था। नौ सेना के सीनियर ऑफिसर मिस्टर बेदी अभिनव का शव आने के बाद उनके पास आकर करीब आधे घंटे तक रोते रहें। अभिनव की मां सुशीला ने बताया कि हम उसकी शादी की तैयारियां कर रहे थे, लेकिन भगवान को ये मंजूर नहीं था। अपने घर को देखते हुए सुशीला ने कहा कि इस घर को अभिनव ने अपने हिसाब से सजाया है। पूरा ट्रेडिशनल लुक दिया है। उन्होंने कहा कि जब भी उसका कॉल आता था, तो वह बस यह कहता था कि माते क्या हाल है आपके। अब मुझे ऐसा कोई कॉल नहीं आने वाला है।
राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव उदयपुर में
बाल दर्शकों को लुभायेंगी 27 फिल्में व किड्स मेला
उदयपुर । भारतीय बाल फिल्म समिति और जिलाप्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में रविवार से तीन दिवसीय राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जारहा है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वछता अभियान को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इस बाल फिल्मोत्सव की थीम स्वच्छता राखी गयी है । फेस्टिवल में २७ फिल्मे दिखाई जायेगीं ।
पत्रकार वार्ता के दौरान जिला कलेक्टर आशुतोष पेढणेकर ने बताया की २९ मार्च से ३१ मार्च तक आयोजित किये जाने वाले राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का शुभारंभ सेलिब्रेशन मॉल में होगा साथ ही शहर के पीवीआर, लेकसिटी मॉल स्थित आईनॉक्स, अशोका सिनेमा व पिक्चर पैलेस में भी बच्चों के लिए 29 से 31 मार्च तक रोज़ तीन शो (10 बजे, 1बजे व 4 बजे) निःशुल्क चलाये जायेंगे। जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य न केवल मनोरंजन अपितु बाल दर्शकों का ज्ञानवर्धन करना भी है। महोत्सव के माध्यम से फिल्म निर्माण के क्षेत्र में करियर की संभावनाओं की तलाश करना व देश की योग्य व बाल प्रतिभाओं को विदेश में भी सराहना मिलने की पूरी संभावना है।
जिला प्रशासन प्रतिभावान बच्चों को वीडियो कैमरे उपलब्ध करायेगा ताकि बच्चे ‘‘स्वच्छता थीम‘‘ पर आधारित लघु फिल्मे स्वयं बना सकें। बाद में जूरी पैनल द्वारा तीन बेहतरीन फिल्मों को चुना जायेगा। बाल दर्शकों को लुभाने व बच्चों को फिल्म निर्माण की तकनीक से परिचित कराने के उद्देश्य से किड्स मेला व अन्य विविध आयोजन भी किये जायेंगे। सीएफएसआई ‘‘फिल्म वर्कशॉप‘‘ भी आयोजित करेगा। इस कार्याशाला में 5 से 16 वर्ष की आयु के प्रतिभावान बच्चों के लिए फिल्म जगत से जुड़े विशेषज्ञ फिल्म निर्माण के विविध पहलुओं पर जानकारी साझा करेंगे। भारतीय बाल फिल्म समिति की मार्केटिंग हेड श्रुति श्रीवास्तव एवं वितरण अधिकारी डी.एस.नेगी ने बताया कि महोत्सव के दौरान सीएफएसआई की चुनिन्दा एवं पुरस्कार विजेता 27 फिल्में जिनमें नवनिर्मित ‘‘एक था भुजंग‘‘ भी दिखाई जायेंगी।
महाराणा प्रताप का किरदार निभा चुके कलाकार फैसल खान इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि होंगे। वे 29 मार्च को फिल्म कार्यशाला में बच्चों को एक्टिंग के गुर सिखायेंगे। राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के लिए सुप्रसिद्ध फिल्म कलाकार अमिताभ बच्चन, अजय देवगन, सोनाक्षी सिन्हा ने भी अपनी शुभकामनाएं भेजी हैं। सीएफएसआई के सीईओ श्रवण कुमार ने बताया कि पूर्व में दिल्ली में आयोजित फिल्म समारोह की अपार सफलता को देखते हुए हमने उत्साह के साथ उदयपुर में यह समारोह आयोजित करने का निर्णय किया है। इससे निश्चय ही बच्चों में फिल्म निर्माण के प्रति रूचि जागृत होगी। इसी के मद्देनजर हम बच्चों के लिए विशेष कार्यशालाएं भी आयोजित कर रहे है।
मार्निंग वॉक पर निकली वृद्धा का अपहरण
जेवरात छीन कर बड़ी गांव में कार से उतारकर भाग गए बदमाश
उदयपुर। अब तक शहर में चेन स्नेचिंग की वारदातें होती आई है, जिसमें बदमाश महिलाओं के गले पर झपट्टा मारकर चेन छीनकर भाग जाते थे, लेकिन आज सुबह कृष्णपुरा में जेवरात छीनने के लिए एक ७० वर्षीय वृद्धा का अपहरण कर लिया गया। कार में आए तीन बदमाश वृद्धा को कार में डालकर बड़ी हॉस्पीटल की तरफ ले गए, जहां उसके जेवरात उतारकर उसे कार से उतार दिया। बाद में ग्रामीणों की मदद से वृद्धा उसके घर पहुंची, जहां से परिजनों के साथ भूपालपुरा थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। इस वारदात के बाद हरकत में आई पुलिस ने पांच थानाधिकारियों की अलग-अलग टीमें बनाई है, जो बड़ी व आसपास के इलाकों में दबिश दे रहे हैं। बदमाशों की तलाश जारी है और पूरे इलाके मेंं नाकाबंदी कर रखी है। पुलिस के अनुसार कृष्णपुरा में सेंटपॉल स्कूल के पास रहने वाली मोहनी देवी (७०) पत्नी अंबालाल माली आज सुबह साढ़े पांच बजे मॉर्निंग वॉक पर निकली। वह घूमते हुए जैसे ही चपलोत हॉस्पीटल के पास पहुंची, जहां एक कार आकर रूकी, जिसमें से तीन बदमाश बाहर निकले। वह वृद्धा को कार मे डालकर ले गए। इस दौरान मोहनीदेवी काफी चिल्लाई लेकिन सुबह का समय होने से सडक़ सुनसान थी। इसलिए मोहनीदेवी की आवाज किसी ने नहीं सुनी।
बाद में मोहनीदेवी को बदमाश बड़ी हॉस्पीटल की तरफ ले गए। इससे पहले कार में बदमाशों ने मोहनी देवी को डरा धमकाकर कान के सोने के टॉप्स, हाथों की सोने की चूडियां, गले की सोने की चेन और चांदी के पायजेब उतार लिए। बाद में सुनसान स्थान पर मोहनीदेवी को कार से नीचे उतारकर बदमाश भाग गए। सुबह करीब साढ़े आठ बजे मोहनीदेवी ने बड़ी गांव में ग्रामीणों को उसके साथ हुई घटना के बारे में बताया। इस पर ग्रामीणों ने मोहनीदेवी के बेटे मदन को फोन करके बुलाया। मदन बड़ी पहुंचा और उसकी मां को लेकर घर लौटा। मदन के साथ मोहनी देवी ने भूपालपुरा थाने जाकर अपहरण और लूट का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पांच थानाधिकारियों की टीमें बनाई है, जो बड़ी और आसपास के इलाकों में दबिश दे रहे हैं। मोहनीदेवी की वृद्धावस्था के कारण वह बदमाशों का हुलिया और कार का रंग भी बता नहीं पा रही है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
खत्म हुई आस : लेटिनेंट अभिनव नागोरी का शव भी मिला
समंदर में तीन सौ फीट गहराई में पड़े विमान के मलबे में ही था लेफ्टिनेंट पायलट अभिनव का शव, कल मिला था पर्यवेक्षक किरण का शव
मंगलवार को गोवा के तट पर उड़ान भरने के दौरान यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे के बाद से ही लेफ्टिनेंट नागौरी लापता थे और उन्हें खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चल रहा था। सर्च टीम ने डोर्नियर का फ्लाइट रिकॉर्डर भी बरामद किया है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं। अभिनव के पिता धर्मचंद नागौरी गोवा में ही है, जो संभवतया अभिनव के शव के साथ ही उदयपुर लौटेंगे। सेना की तरफ से शव को उदयपुर भेजे जाने के इंतजाम किए जा रहे हैं। अभिनव के परिजनों के साथ ही पूरा शहर इस मेवाड़ी सपूत के वापस लौटने की कामना पिछले तीन दिनों से कर रहा था, लेकिन होनी को शायद ये ही मंजूर था। इस अनहोनी से नागौरी परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस घर का इकलौता चिराग अपनी जिद्द से सेना में भर्ती हुआ था। समंद्री सीमा पर गश्त के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान हादसे में मारा गया।
नौसेना का विमान अरब सागर में डूबा, उदयपुर के सहायक लेटिनेंट लापता |
उदयपुर । भारतीय नौ सेना में उदयपुर के सहायक लेटिनेंट अभिनव नागौरी अपने चार साथी अफसर के साथ बीती रात अरब सागर पर गश्ती विमान क्रेश होने के बाद से लापता है। अभिनव रिटायर्ड जिला शिक्षाधिकारी धर्मचंद नागौरी और डाइट की प्राचार्य सुशीला नगौरी के इकलौते सपूत है। लापता अभिनव और उनके साथियों के लिए नौसेना के 9 विमान द्वारा जबरदस्त अभियान चलाया जा रहा है।
सहायक लेटिनेंट अभिनव के इस विमान हादसे में लापता होने के बाद से पूरा शहर उनके सही-सलामत लौटने की दुआ कर रहा है। अभिनव के घर पर नाते-रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है। इस बीच अभिनव के पिता धर्मचंद नागौरी आज सुबह मुंबई पहुंच गए हैं, जो दोपहर बाद गोवा पहुंच जाएंगे।
बीती रात भारतीय नौसेना का डोर्नियर सर्विलेंस विमान गोवा तट से 20 मील दूर अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें चार ऑफिसर सवार थे। दुर्घटना मंगलवार रात हुई। नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि चार विमान सवारों में से एक को बचा लिया गया, जबकि दो लापता हैं, जिनमें से एक महिला भी शामिल है। एक ऑफिसर का शव मिल चुका है। दुर्घटनाग्रस्त विमान गोवा के डाबोलिम के पास आईएनएस हंस पर भारतीय नौसेना के अड्डे के स्क्वोड्रन 301 का हिस्सा था। अधिकारी ने बताया कि यह एक प्रशिक्षण उड़ान थी।
नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि कंमाडर निखिल जोशी को उस क्षेत्र में मछली पकड़ रहे मछुआरों ने बचाया। चालक सहित अन्य लापता लोगों के लिए तलाशी अभियान जारी है। नौसेना के छह जहाज और चार विमान उन्हें बचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। नौ सेना के प्रवक्ता ने बताया कि गोवा स्टेशन का दुर्घटनाग्रस्त विमान के साथ संपर्क मंगलवार रात 10.02 बजे टूट गया था। घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की गई है।
पिता से कहा आधे घंटे बाद बात करता हूं : नौ सेना के विमान हादसे में सहायक लेटिनेंट अभिनव के लापता होने की सूचना मिलने के बाद भुवाणा में नील कमल होटल के पीछे स्थित उनके निवास स्थान पर लोगों का तांता लगा है। परिजनों ने बताया कि कल शाम छह से सात बजे के बीच अभिनव का फोन उसके पिता धर्मचंद नागौरी के पास आया था, तब अभिनव ने उनसे कहा था कि रोजाना उसकी चार घंटे की लाइट होती है, लेकिन आज सिर्फ आधे घंटे की ही लाइट है। अभिनव ने कल शाम हुई आखिरी बातचीत के दौरान अपने पिता धर्मचंद से कहा था कि वह आधे घंटे बाद उनसे बात करेगा।
दो बहनों में सबसे छोटा है अभिनव : लेटिनेंट अभिनव धर्मचंद नागौरी की तीस सबसे छोटी संतान है। अभिनव से दो बड़ी बहनें हैं, जिनमें से एक की शादी जोधपुर करवा रखी है और दूसरी बहन किन्या में रहती है। नौ सेना में २५ वर्ष की आयु के बाद ही शादी करने की प्रमिशन मिलती है। अभी-अभी अभिनव ने २५ बरस पूरे किए थे। इसके बाद से उसके परिजन उसके लिए लडक़ी तलाश कर रहे थे। अभिनव ने १२वीं तक की स्कूली पढ़ाई विद्याभवन स्कूल से की थी। उसके बाद इंजीनियर करके भारतीय नौ सेना में भर्ती हो गया था। २०१३ में अभिनव को गोवा में सहायक लेटिनेंट के पद पर नियुक्ति मिली थी, तब से अभिनव गोवा में ही पोस्टेड था।
देश सेवा मे तो ऐसा ही होता है :
अभिनव के चाचा विनोद नागौरी ने बताया कि भारतीय नौ सेना में सहायक लेटिनेंट बनने के बाद अभिनव को छह-छह माह में घर आने के लिए छुट्टियां मिलती थी। जब भी वह घर आता था, तो पिता धर्मचंद और मां सुशीला उससे कहती थी कि तुम इतने दिनों के बाद घर लौटते हो, तो अभिनव का एक ही जवाब होता था क्रदेशसेवा में तो ऐसा ही होता है।ञ्ज अभिनव में शुरू से ही देश की सेवा को लेकर जज्बा था और अपने जज्बे और जुनून के कारण ही वह नौ सेना में भर्ती हुआ था।