बेटी का सिर काटने वाला दोषी करार, सजा का ऎलान आज

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Udaipur।जिला एवं सेशन न्यायाधीश बीएस कुमावत ने बेटी का सिर धड़ से काट उसकी हत्या करने के आरोपित बाप को दोष्ाी माना है। न्यायाधीश सजा के मामले में शनिवार को फैसला सुनाएंगे।

अभियोजन पक्ष के अनुसार 17 जून 2012 को चारभुजा तहसील के डूंगरजी का गुड़ा गांव निवासी आरोपित ओगड़सिंह सोलंकी पुत्र दौलतसिंह ने अपनी बेटी मंजू देवी की ( 20) तलवार से सिर काट कर नृशंस हत्या कर दी थी।

गुस्से में पागल ओगड़सिंह मुण्ड चोटी से पकड़कर गांव में घूमता रहा था। तत्कालीन चारभुजा थानाप्रभारी लालसिंह ने आरोपित को गिरफ्तार कर हत्या का मामला दर्ज किया था। जांच मेें पता चला कि आरोपित बेटी के चाल चलन से नाराज था। कई बार उसने मंजू को समझाया था, लेकिन जब वह नहीं मानी तो ओगड़ सिंह ने उसकी हत्या कर दी।

लोक अभियोजक प्रदीप सांचीहर ने बताया कि मामले में 18 गवाह पेश किए गए, लेकिन सुनवाई के दौरान अधिकांश गवाह अपने बयानों से मुकर गए, लेकिन पुलिस द्वारा बरामद तलवार पर लगा खून, ओगड़सिंह के कपड़ों के खून के धब्बों के डीएनए को जब मृतका के डीएनए से मिलान किया गया तो यह एक पाया गया। डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट व पुलिस तफ्तीश के आधार पर न्यायाधीश ने मामले में ओगड़सिंह को दोषी पाया। सजा के बिन्दु पर शनिवार को विचार कर अंतिमरूप से फैसला सुनाया जाएगा।

चर्चित रहा मामला

बेटी की इस तरह नृशंस हत्या करने का यह मामला खासा चर्चित रहा था। जिला मुख्यालय, उदयपुर व जयपुर स्थित कई महिला संगठनों की खूब भत्र्सना की थी। महिला मंच व पीयूसीएल जयपुर की महिला संगठनों ने गांव में जाकर विरोध प्रदर्शन किया था। राज्य मानवाधिकारी के दल ने भी घटनास्थल का दौरा किया था। इधर, आरोपित ओगड़सिंह के लिए भी काफी लोगों में सहानुभूति दिखीा।

“लव जेहाद” और करीना से शादी पर खुलकर बोले सैफ

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saifRPJHONL023151020141Z17Z42 PMबॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान ने “लव जेहाद” पर मचे बवाल पर खुलकर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा है कि हिंदू और मुस्लिम के बीच शादी होना जेहाद नहीं है।

उन्होंने लिखा है, “मैं एक खिलाड़ी का बेटा हूं, इंग्लैंड, भोपाल, पटौदी, दिल्ली और मुंबई में पला बढ़ा हूं। मैं हिंदू या मुसलमान होने से ज्यादा एक भारतीय हूं क्योंकि मुझे पता है कि मैं दोनों ही हूं। मैं लोगों पर या देश और गांव में सांप्रदायिकता पर टिप्पणी के लिए नहीं लिख रहा हूं, इसके पीछे कारण वह एक मुद्दा है जो मेरे दोस्तों और उनके परिवार से जुड़ा है।”

मां-बाप की शादी का जिक्र
उन्होंने लिखा है, “जब मेरे मां-बाप ने शादी करने का फैसला किया था तो यह किसी के लिए आसानी से मानने वाली बात नहीं थी। राजशाही परिवार के अपने मसले थे और ब्राह्मण परिवार के अपने। वास्तव में दोनों तरफ के अतिवादी लोगों से जान का खतरा था। लेकिन तब भी शादी हुई। हम लोग असल जिंदगी की प्रेम कहानी के बीच बडे हुए, हमारे अपने बड़ों ने प्यार के लिए शादी की, परंपराओं के बारे में ज्यादा चिंतित नहीं हुए। हमलोगों को इस बात में विश्वास है कि ईश्वर एक है पर उसके नाम कई हैं।”

करीना कपूर से शादी
“जब मैं और करीना ने शादी की तब भी वैसे ही जान के खतरे थे। इंटरनेट पर लोग लव जेहाद को लेकर बेतुकी बातें कर रहे हैं। हम लोग उस धर्म या आध्यात्मिक बातों को मानते हैं, जिसमें हमारा विश्वास है। हम दोनों उनके बारे में बातें करते हैं और एक दूसरे के विचारों का सम्मान करते हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरे बच्चे भी ऎसा ही करेंगे।”

“मैंने चर्च में प्रार्थना की है और करीना के साथ समारोह में शामिल हुआ हूं, जबकि वह दरगाह पर माथा टेकती हैं और मस्जिद में इबादत करती हैं। जब हमलोगों ने अपने नए घर में प्रवेश किया तो हमने हवन भी कराया और कुरान का पाठ भी हुआ। एक पंडित ने पवित्र जल में छिड़के।”

मुस्लिमों से शादी करने से क्यों डरते हैं लोग
“मुझे पता है कि अच्छे लोग अपनी बेटियों की शादी मुस्लिमों से करने से डरते हैं। वे बेटी के धर्मातरण, जल्द तलाक और अनेक विवाह जैसी बातों से डरते हैं क्योंकि यह लड़कियों से ज्यादे लड़कों के फेवर में है। नि:संदेह ये बातें पुरानी हो चुकी हैं। इस्लाम को सबसे ज्यादा आधुनिक होने की जरूरत है और स्वयं को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए बदलाव जरूरी है। हमें अच्छाई औरी बुराई के बीच फासले के लिए आवाज उठाने की भी जरूरत है।”
“”लव जेहाद” क्या होता है”
“सबसे अच्छी खबर तो यह है कि किसी को शादी करने के लिए अपना धर्म बदलने की जरूरत नहीं होती है। भारत तो हिंदू, मुस्लिम और कई धर्म से मिलकर बना है। आधुनिक भारत में सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि हम अपने इतिहास को भूलते जा रहे हैं। मुझे नहीं पता कि “लव जेहाद” क्या होता है। देश में यह एक जटिल समस्या पैदा कर दी गई है।”

आदाब और नमस्ते करना एक साथ सीखा
“मुझे अंतरजातीय विवाहों के बारे में पता है क्योंकि मैं भी उनमें से ही एक का बेटा हूं और मेरे बच्चे भी वैसे ही होंगे। अंतरजातीय विवाह जेहाद नहीं है। अ ंतरजातीय विवाह भारत है, भारत मिले जुले समाज का एक रूप है। अंबेडकर ने भी कहा है कि जातीवाद को अंतरजातीय विवाह से खत्म किया जा सकता है। इन विवाहों से ही भविष्य के सच्चे भारतीय देश को सही दिशा में आगे ले जा सकते हैं। मैं भी अंतरजातीय विवाह का ही प्रमाण हूं। मेरे पूरी जिंदगी में ईद, होली, दीवाली के रंग भरे पडे हैं। हमे एक ही साथ आदाब और नमस्ते करना सिखाया गया है।”

एक दूसरे से प्यार करने की जरूरत
सैफ आगे लिखते हैं, “यह दुख की बात है कि धर्म को मानवता और प्यार से ज्यादा अहमियत दी जाने लगी है। मेरे बच्चे जन्म से मुस्लिम हैं लेकिन उनका रहन सहन एक हिंदू की तरह है। अगर वह बौद्ध धर्म अपनाना चाहें तो मेरा आर्शीवाद उनके साथ है। हम लोग मिश्रित हैं, यह महान देश हमारा है। ये तो हमारी अपनी दूरियां हैं जिससे हमे यह एहसास दिलाता है कि हम क्या हैं। हमे इससे आगे बढ़कर सोचने की जरूरत है, हमें दूसरों को स्वीकार करने, उसका सम्मान करने और एक दूसरे से प्यार करने की जरूरत है।”

“मुझे लगता है कि पूरे देश के लोगों के लिए एक ही कानून होना चाहिए, सबसे लिए एक ही नागरिक आचार संहिता होनी चाहिए। हम सबको एक राष्ट्र के तौर पर सोचना चाहिए। सभी धर्म उसके बाद आने चाहिए। हम अपने बच्चों को ईश्वर और उसके हजारों नामों के बारे में बताएं लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी ये है कि उनको यह भी बताएं कि वह अपने साथ वाले शख्स को सम्मान दे और प्यार करें। यह काफी महत्वपूर्ण है।”

‘सखी’ व ‘मर्यादा’ अभियान, हिन्दुस्तान जिंक की एक अदभुत पहल

‘सखी’ अभियान के तहत ग्रामीण महिलाओं का सामाजिक व आर्थिक सषक्तिकरण
एवं
‘मर्यादा’ अभियान के तहत गांवों के घरों में शौचालयों का निर्माण
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उदयपुर | राजस्थान राज्य में प्रगति की मुख्य धारा गांवों से होकर गुजरती है। गांवों का विकास पर्याय है राज्य के विकास का। ग्रामीण घरों में विकास की डोर महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक सषक्तिकरण से जुड़ी हुई है। महिलाओं का सषक्तिकरण एक पूरे group image 1परिवार को सषक्त बनाता है तथा परिवार के साथ पूरा गांव व अन्ततः पूरा देष सषक्त होने के मार्ग पर चल पड़ता है।
हिन्दुस्तान जिंक राजस्थान में पांच जिलों के लगभग 200 गांवों में अपने सामाजिक सेवा के विभिन्न कार्य कर रहा है। एक सम्पूर्ण सोच से हिन्दुस्तान जिंक के सामाजिक कार्य एक नवजात षिषु से लेकर गांव के बढ़े बुजर्गों तक पहुंच रहे हैं।
इसी कड़ी में हिन्दुस्तान जिंक ने राजस्थान की ग्रामीण महिलाओं के लिए दो अद्भुत अभियान की शुरुआत की है। पहला अभियान ‘सखी’ जिसके अंतर्गत हिन्दुस्तान जिंक ने 6000 ग्रामीण व आदिवासी महिलाओं को जोड़ा है तथा उनकों उद्यमी बनाने की पहल की है। व्यवस्थित कार्यषालाओं द्वारा इन महिलाओं को कृषि, पशुपालन, साज-सज्जा, वस्त्र, घर के सामान, टेरीकोटा से बना सामान, जूट से बना सामान आदि का प्रषिक्षण दिया गया है। जिसके उपरान्त इन महिलाओं की मासिक आमदनी में प्रषंसनीय बढ़ोतरी हुई है।
हिन्दुस्तान जिंक ने ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए वर्ष 2005-06 में स्वयं सहायता समूहों का गठन शुरू किया था। प्रत्येक समूह में 12 से 15 ग्रामीण एवं आदिवासी महिलाओं को शामिल किया जाता है। स्वयं सहायता समूह की इन महिलाओं को बचत करने, उन्हें बैंकों से जोड़ने एवं उनकी इच्छानुसार प्रशिक्षण दिया जाता है। वर्तमान में हिन्दुस्तान ज़िंक के पास पांच जिलों-उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा और अजमेर में 450 से अधिक ‘सखी’ स्वयं सहायता समूह कार्यरत है जिनसे 6000 से अधिक ग्रामीण व आदिवासी महिलाएं जुड़ी हुई हैं।
व्यावसायिक प्रषिक्षण मिलने के उपरान्त इन महिलाओं को विभिन्न कस्बों के साथ बड़े शहरों से भी ऑर्डर मिलने लगते हैं। हिन्दुस्तान जिं़क की ओर से एक क्लस्टर के प्रबंध के लिए एक समन्वयक रखा जाता है जो आर्डर लाने में इनकी मदद करता है।
हर महिला कपड़े, सामान, घर की सामग्री या अन्य उत्पादों में प्रशिक्षित नहीं होना चाहती बल्कि अपने परंपरागत कृषि और पशुधन विकास में प्रशिक्षण चाहती हैं। ऐसी महिलाओं के लिए विशेष प्रोजेक्ट्स एवं प्रशिक्षण शिविर लगाए जाते हैं। इनमें नकदी फसल की खेती, जल संचयन, ग्रीन-हाउस डवलपमेंट, बीज चयन जैसे आयोजन प्रषिक्षण प्रजनन और कृत्रिम गर्भाधान के प्रबंध प्षुधन एवं टीकाकरण पर प्रषिक्षण दिया जाता है।
हिन्दुस्तान जिं़क का दूसरा अभियान है ‘मर्यादा’, जिसके अंतर्गत तीन जिलों के दूरदराज गांवों में शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है तथा साफ-सफाई व स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाई जा रही है।
गांवों के घरों में शौचालयों न होने का कुरूप्रभाव महिलाओं पर अधिक पड़ता है। महिलाओं का ख्ुाले में शौच जाना, सुरक्षा, लज्जा एवं मर्यादा का प्रष्न है। अधिकतर ग्रामीण महिलाएं जो खुले में शौच जाती या तो सूर्योदय से पहले जाती है, या सूर्यास्त के बाद। गर्भवती महिलाओं के लिए कठिनाइयां और भी बढ़ जाती है। खुले में शौच जाने से एवं स्वच्छता के अभाव से इन महिलाओं में डायरिया, कोलरा, टायफायड आदि व स्वच्छता से संबंधित अनेकों बीमारियां होने का खतरा लगा रहता है।
राजस्थान सरकार की पहल पर हिंदुस्तान जिंक ने 30 हजार शौचालय बनाने के एमओयू पर हस्ताखर किये हैं। अब तक हिंदुस्तान जिं़क 30,000 में से 10,000 शौचालयों का निर्माण पूरा कर चुका है।

Sakhi
खुले में शौच करने वाले देशों में भारत की एक बड़ी आबादी शामिल है। यूनिसेफ की रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय ग्रामीण आबादी के केवल 48 प्रतिषत क्षेत्र में स्वच्छ शौचालयों की सुविधा हैं। भारतीय आबादी के 50 प्रतिशत से अधिक खुले में शौच करते हैं। भारत की ग्रामीण आबादी का केवल 21 प्रतिशत हिस्सा स्वच्छ
शौचालय की सुविधा का उपयोग करता हैं।
बांग्लादेश और ब्राजील जैसे देशों में भी उनकी जनसंख्या का केवल 7 प्रतिशत खुले में शौच करता है। चीन में जनसंख्या का केवल 4 प्रतिशत हिस्सा खुले में शौच करता है।
हिन्दुस्तान जिं़क के हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेषन पवन कौषिक ने बताया कि भारत में विशेष रूप से राजस्थान की आबादी का 60 प्रतिशत हिस्सा खुले में शौच करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार देश में 50 करोड़ से अधिक लोग गटर, नालों एवं झाड़ियों के पीछे खुले में शौच जाते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण जागरूकता की कमी एवं आधारभूत ढांचे का अभाव है। इसमें कोई दो राय नहीं कि ग्रामीण भारत के लिए ये आंकड़े काफी अधिक हैं। परन्तु बड़े शहर और महानगर भी पीछे नहीं हैं।

उदयपुर में दस दिनों में मिले 27 एड्स रोगी, 532 यौन रोगी

20 गांवों के 4,322 लोगों को मिला निःशुल्क जांच का लाभ
शिविर के अंतिम दिन पडावली व वास में पाए गए 8 एड्स रोगी

AIDSउदयपुर, 16 अक्टूबर का.स.) । पिछले दस दिनों से उदयपुर जिले में नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (नाको) व राजस्थान स्टेट एड्स नियंत्रण सोसायटी के निर्देश पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जिला एड्स नियंत्रण इकाई द्वारा चलाये जारहे चिकित्सा जांच शिविरों में अब तक २७ एच आई वी संक्रमित व्यक्ति पायेगये सबसे अधिक गुरूवार गोगुन्दा में पढ़ावली में हुए जाँच शिविर में पायेगये |
नोडल अधिकारी मनु मोदी ने जाकारी देते हुए बताया कि जिले में शुरू हुए सघन चिकित्सा जांच शिविरों के दसवें दिन आज गोगुन्दा उपखंड के पडावली व वास में सर्वाधिक आठ व्यक्ति एचआईवी संक्रमित पाए गए, इनमें दो महिलाएं और छ: पुरुष हैं। इन्हें मिलाकर दस दिनों से चल रहे शिविरों में अब तक 27 एचआईवी संक्रमित लोगों का पता लगाने में सफलता मिली है, इनमें से 13 महिलाएं और 14 पुरुष हैं। आज एचआईवी संक्रमित लोगों की इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए सबके दुबारा टेस्ट किए गए, लेकिन सारी रिपोर्ट्स कन्फर्म निकली। भविष्य के उपचार एवं निःशुल्क दवाओं के लिए इन्हें उदयपुर में एम बी होस्पिटल स्थित एआरटी सेन्टर रेफर कर दिया गया है। डॉ मनु मोदी ने बताया कि जिले के दस उपखण्डों के बीस गांवों में इन शिविरों का आज दसवां दिन था। इन दस दिनों में कुल 4,322 लोगों को उपचार व परामर्श का लाभ मिला है, इनमें से 3,731 लोगों का एचआईवी टेस्ट किया गया, इनमें से 532 लोग यौन रोगों से पीड़ित थे व शेष अन्य बीमारियों से ग्रस्त पाए गए।
आज अभियान के आखरी केम्प में गोगुन्दा क्षेत्र के पडावली व वास में आज कुल 581 रोगियों की निःशुल्क जांच की गई तथा 524 लोगों का एचआईवी टेस्ट किया गया, इनमें से 72 लोग यौन रोगों से पीड़ित थे व शेष अन्य बीमारियों से ग्रस्त पाए गए, जिन्हें उपचार व परामर्श मुहैया कराया गया।
इन शिविरों में डॉक्टरों की टीम डॉ. ओमप्रकाश रायपुरिया, डॉ. शर्मीला रायपुरिया, डॉ. अजित सिंह वाघेला, डॉ. वैभव भटनागर व चल चिकित्सा इकाई ने रोगियों की जांच की। यहां शिक्षा प्रचार समिति के बी.पी. आमेटा और एल. आहारी का पूरा सहयोग रहा और उन्होंने अधिकाधिक रोगियों को शिविर में लाने में मदद की। स्वास्थ्य केन्द्र के नर्सिंग स्टाफ व अन्य कर्मचारियों का भी पूरा सहयोग रहा।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राघवेन्द्र राय भी शिविर का जायजा लेने के लिए उपखण्डों पर उपस्थित होते रहे राय ने शिविरों में संक्रमित लोगों की संख्या को देखते हुए चिंता जताई और कहा कि जिस प्रकार यौन रोगों व एचआईवी संक्रमण के मामले सामने आए हैं, उनके मद्धेनजर क्षेत्र में कार्यरत एएनएम के माध्यम से वृहद् स्तर पर पूरा अभियान चलाया जाएगा।
राज्य के डॉ. मनु मोदी ने बताया कि दस दिन के इन शिविरों का सारा प्रबंधन डेप्क्यु के देवेन्द्र पाल, शूरवीरसिंह राणा, अजय गहलोत ने मिलकर संभाला, इनके सहयोग के बिना शिविरों को इतनी सफलता नहीं मिल सकती थी। कई जगह आशाओं, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के प्रचार के बावजूद जब लोग जांच के लिए नहीं आ रहे थे तो यही टीम माईक लेकर अलग-अलग मगरों व फलों में पहुंची और लोगों से समझाईश की, जिससे लोग अपने घरों से बाहर निकलकर जांच के लिए पहुंचे।
नोडल अधिकारी रूपक मोहंती ने बताया कि नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (नाको) व राजस्थान स्टेट एड्स नियंत्रण सोसायटी के निर्देश पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जिला एड्स नियंत्रण इकाई द्वारा हिन्दुस्तान जिंक लि. के वेदांता समूह के सहयोग से शिविर में मीरा संस्थान, मानव सेवा संस्थान, त्रिमूर्ति शिक्षा प्रसार समिति की चल चिकित्सा इकाई व प्रचार में जादूगर एम. लाल का सहयोग रहा। शिविरों में क्षेत्र में कार्यरत काउंसलर्स, एएनएम, आशाओं और आंगनवाडी कार्यकर्ताओं की विशेष ड्यूटी लगाई गई थी।

उदयपुर नगर निगम में ये हो सकते हैं 1-10 तक वार्डों के संभावित दावेदार

nagar-nigam-udaipurउदयपुर। निकाय चुनाव को लेकर दोनों पार्टियों में गहमागहमी जारी है। महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव में प्रचार के लिए गए नेता व कार्यकर्ता वापस आ चुके हैं। भाजपा का प्रत्येक वार्ड मेें अंदरुनी सर्वे चल रहा है, वहीं कांग्रेस वांछित दावेदारों से आवेदन ले रही है। पार्टी एवं पदाधिकारियों के स्तर पर दावेदारी जताने के बाद गुप्त मंत्रणाएं चल रही हैं, वहीं दावेदार एक-दूसरे का मन लेने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। पहली नजर में उभरकर आए वार्ड एक से दस तक में दमदार संभावित तीन-तीन दावेदारों की सूची प्रकाशित की जा रही है। जहाँ भाजपा ने दावेदारों के नाम के लिए मंडल के हिसाब से वार्डों को बाँट रखा है और शहर के छह मंडलों के अध्यक्ष सहित दो दो प्रभारी बना रखे है जिन्होंने लगभग सभी वार्ड के दौरे कर के संभावितों की सूचि लेकर आगे सौंप दी है | उसी के साथ कांग्रेस में भी पर्यवेक्षकों ने १९ अक्टूबर तक ब्लॉक अध्यक्षों को तीन हिस्सों में वार्ड बाँट रखे थे जिनके पास वार्ड के हिसाब से दावेदारों को फार्म भर कर भेजने है जिन पर आला कमान द्वारा विचार किया जाएगा | जानकारी के अनुसार कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टी में जनरल वार्डों में दावेदारों की संख्या की भरमार है जबकि बाकी में तीन से पांच दावेदार है | महापौर इस बार सामान्य होने से महापौर के लिए भी दोनों पार्टयों में दावेदारी सामान्य कार्यकर्ताओं की अधिक है
एक से दस नंबर वार्ड में संभावित दावेदारों की सूचि :
एक नंबर से दस वार्ड में जिन दावेदारों ने अपना दवा प्रभारियों को दिया है उनमे मुख्य नाम यह है |
भाजपा
वार्ड एक (सामान्य पुरुष) : अतुल चंडालिया, गिरीश श्रीमाली, भगवान खारोल
वार्ड दो (अजा पुरुष) : कैलाश हरिजन, बाबूलाल पहाडिय़ा, नंदलाल पहाडिय़ा
वार्ड तीन (सामान्य पुरुष) : गजेंद्र जैन, अजेश सेठी, केसरसिंह
वार्ड चार (सामान्य पुरुष) : चंद्र्रसिंह कोठारी, रवि नाहर, अनिल अग्रवाल
वार्ड पांच (अपिव पुरुष) : कमलेश कुमावत, गणपत सोनी, बलवीर दिग्पाल
वार्ड छह (सामान्य) : मो. साबिर, श्याम चरणोत, कमलेश जावरिया
वार्ड सात (अजजा पुरुष) : बाबूलाल कटारा, महेंद्र भगोरा, विष्णु कसौदा
वार्ड आठ (सामान्य महिला) : प्रेमदेवी मोदी, सुमन कोठारी, चांदनी गौड़, आभा आमेटा
वार्ड नौ (सामान्य महिला) : गायत्री दवे, राखी पालीवाल, वंदना वैष्णव
वार्ड दस (सामान्य पुरुष) : देवेंद्र जावलिया, कुलदीप (गोपाल) जोशी, दिग्विजय श्रीमाली

कांग्रेस
वार्ड एक : हर्षवर्धन सिंह, कमलेन्द्रसिंह, अमरसिंह
वार्ड दो : किशन मेघवाल, शंकर चंदेल, सुनील नखवाल
वार्ड तीन : प्रशांत/सुरेश श्रीमाली, धर्मेश मालवीय, कमल चौधरी
वार्ड चार : अजय पोरवाल, अली कौसर, मुजीबुद्दीन
वार्ड पांच : योगेश धाबाई, सिद्धार्थ सोनी
वार्ड छह : मोहसिन, सद्दाम हुसैन, जाकिर भाई, कमर हुसैन, फारूख भाई
वार्ड सात : सोमेश्वर मीणा, जीवन गमेती, कमला मीणा
वार्ड आठ : नूर बानो, कविता जैन, ज्योति पुरोहित
वार्ड नौ : सुमन कुंवर, सरिता शर्मा, कविता जोशी
वार्ड दस : गीतादेवी पालीवाल, पंकज पालीवाल, नरेन्द्र जोशी

नगर निगम चुनाव में भाजपा के दिग्गजों की परेशानी बढ़ी

downloadउदयपुर | भाजपा आलाकमान की और से नगर निकाय के चुनाव के लिए रननीति तय की गयी की किसी भी कार्य कर्ता को वार्ड बदल कर चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जायेगी अब ऐसे में उदयपुर नगर निगम के चुनाव में कई दिग्गजों के महापौर बनाने के मंसूबों पर पानी फिरता नज़र आरहा है | और राजस्थान में भाजपा नगर निकायों के चुनाव अब मेवाड़ के कद्दावर नेता ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में लड़ेगी। और इसकी चर्चा आज सुबह से शहर के भाजपा हलके में गर्म है |
कल २६ जिलों के प्रभारी जिलाध्यक्ष और प्रदेश पदाधिकारियों की प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राजस्थान में होने वाले निकायों के चुनाव अब ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में लड़ेगी। और एक और मुख्य बात तय की गयी की किसी भी कार्यकर्ता को वार्ड बदल कर चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जायेगी | किन्ही विशेष परिस्थितियों में अगर वार्ड बदलना पड़े तो यह निर्णय प्रदेश स्तरीय समिति ही तय करेगी | ऐसे में शहर में मुख्य रूप से पारस सिंघवी और प्रमोद सामर द्वारा महापौर की दावेदारी जताई जा रही थी | कल के निर्णय के बाद उनके मंसूबों पर पानी फिरता नज़र आ रहा है | पारस सिंघवी अभी हाल में वार्ड ५० के पार्षद है | जहाँ इनका पैतृक निवास है, पिछले तीन साल से वे सर्व ऋतुविलास वार्ड ४१ ने रह रहे है और इस बार इन्होने महापौर के लिए इसी वार्ड से दावेदारी राखी है | क्यों कि वार्ड ५० आरक्षित होचुका है जब कि वार्ड ४१ जनरल श्रेणी में आया है | वार्ड ४१ से ही अनिल सिंघल की दावेदारी और अधिक मजबूत हो जाती है क्यों कि वार्ड ४१ से वह पहले भी चुनाव लड़ कर भारी मतों से जीत हासिल कर चुके है | और वार्ड ४१ से उन्होंने महापौर के लिए अपनी दावेदारी भी रखी है |
यही हाल एक और मुख्य महापौर के दावेदार प्रमोद सामर के भी है | प्रमोद सामर को भी महापौर के लिए प्रमुख दावेदार माना जा रहा था लेकिन आला कमान के निर्णय के बाद वे वार्ड नहीं बदल सकते और उनका वार्ड ३९ है, जो कि ओबीसी के लिए आरक्षित है | इधर पिछले दो बार से चुप बैठे मांगी लाल जोशी भी अपने वार्ड 36 से जोर शोर से अपनी दावेदारी रख रहे है इस बार उनका वार्ड जनरल है और उनके अनुसार उस वार्ड से और महापौर की दावेरी मजबूत होती है | महापौर के दावेदार चन्र्द सिंह कोठारी वार्ड चार से अपनी दावेदारी रखेगें | लोकेश द्विवेदी और कुन्तीलाल जैन भी महापौर की दौड़ में शामिल है जो कि वार्ड ४२ से अपनी दावेदारी रखेंगे |
भाईसाहब तय करेगें : अब उदयपुर ही नहीं राजस्थान के निकाय चुनाव में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में लड़े जायेगे | यह तो पहले से तय था कि उदयपुर नगर निगम में भेजा की और से महापौर के लिए उम्मीदवार कोण होगा यह भाईसाहब ही तय करेंगे और इसीलिए पिछले कुछ दिनों से महापौर के दावेदार भाईसाहब की नज़रों में आने के लिए कई जातां कर रहे है | शहर में अभी यह सस्पेंस पूरी तरह कायम है कि इस बार भाईसाहब की मेहर किस पर होगी | अभी सिर्फ कयास ही लगाये जा सकते है | लेकिन अपनी विशेष रणनीति के लिए मशहूर भाईसाहब अपने पत्ते आखिर में ही खोलेंगे कि कौन बनेका महापौर |

मेरा वार्ड जनरल है और महापौर के लिए मेरे वार्ड से मेरी दावेदारी मजबूत है, मेरे वार्ड से और कोई दावेदार भी नहीं होगा | आखरी निर्णय पार्टी को करना है महापौर का उम्मेदवार बनाये चाहे ना बनाये काम पार्टी का हमेशा से करते आये है और आगे भी करेंगे | मांगीलाल जोशी | वरिष्ठ भाजपा नेता

संगठन कहेगा पार्टी कहेगी तो अपनी दावेदारी रखेंगे अन्यथा पार्टी के कार्यकर्ता है और हमेशा संगठन के लिए कार्य करते आये है | पार्टी के हाल में निर्देश है कि वार्ड से बाहर के कारकर्ता को टिकिट नहीं दिया जाएगा लेकिन विषम परिस्थितियों में एक प्रतिशत नियम बदले भी जा सकते है | लोकेश द्विवेदी | शहर जिला महामंत्री, भाजपा |

संगठन का निर्णय हुआ तो महापौर बनेगें अन्यथा पार्षद ही बन कर बैठेंगे | और किसी भी भाजपा पदाधिकारी को अगर दावेदारी रखनी है तो पहले पार्टी के पद से इस्तीफा दे उसके बाद चुनाव लड़े अगर में चुनाव लडुंगा तो में भी पहले अपने पद से इस्तीफा दूंगा | कुंतीलाल जैन शहर जिला उपाध्यक्ष भाजपा

संगठन का निर्णय सर्वोपरि है जैसा संगठन चाहेगा वो होगा अगर संगठन के निर्देश हुए तो चुनाव लड़ेंगे वरना हमेशा से पार्टी का काम करते आये है और आगे भी करते रहेंगे – अनिल सिंघल , सरदार पटेल मंडल अध्यक्ष भाजपा

सिटी स्टेशन पर १०० यात्रियों को अपराधियों की तरह निचे बैठाया और किया अपमानित

udaipur-railway-stationउदयपुर | नगर निगम चुनाव को एक माह ही बाकी है और इधर कांग्रेस की गुट बाजी समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है | जहाँ अभी हाल ही में आये पर्यवेक्षकों के सामने शहर के बड़े कांग्रेस पदाधिकारियों सहित आम कार्यकर्ता ने भी इस बात का पर समर्थन किया था की शहर में बढ़ रही कांग्रेस की गुट बाजी ख़त्म होनी चाहिए अब ऐसे में बजाय ख़त्म होने के बात हाथापाई तक पहुंच गयी | एक छोटी सी बात पर शहर जिला कांग्रेस ऑफिस में पदाधिकारी और कार्यकर्त्ता के बीच हाथापाई हो गयी जिसके बाद भूपाल पुलिस थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया |
जानकारी के अनुसार शहर युवा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल हेमनानी अपने कुछ समर्थकों के साथ दुर्गा नर्सरी रोड स्थित कांग्रेस ऑफिस में पार्षद की दावेदारी रखने के लिए फ़ार्म लेने के लिए आये थे जिन्हे शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाड़िया दे रही थी नीलिमा सुखाड़िया कुछ देर के लिए अपनी कुर्सी से उठी इतनी देर में राहुल उस कुर्सी पर बैठ गए जिस पर वहां मौजूद एक कार्यकर्ता जगदीश जेलनिया वो भी दावेदारी का फार्म लेने आये थे ने राहुल हेमनानी को टोका की उन्हें अध्यक्ष के पद की गरिमा रखनी चाहिए और कुर्सी पर नहीं बैठना चाहिए राहुल इस बात पर भड़क गए और राहुल व् उसके साथियों ने जगदीश के साथ हाथापाई की जिसमे उसके चोटे आई और उनके कपडे भी फट गए इन सब के बीच नीलिमा सुखाड़िया भी वही मौजूद थी | मामला बीच बचाव के बाद निपटा जिसके बाद जगदीश जेलनिया ने भूपाल पूरा थाने में राहुल हेमनानी व् अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करवाया |
बताया जाता है कि राहुल वीरेंद्र वैष्णव गुट के है जो नीलिमा सुखाड़िया के विरोधी है और पिछले दो दिन पहले भी ब्लॉक अध्यक्ष से भी नीलिमा सुखाड़िया कि तू तू मै मै हो गयी थी एक तरफ निकाय के चुनाव और दूसरी तरफ इस तरह के झगड़े | कई कांग्रेस के पदाधिकारियों का भी कहना है कि कुछ लोगों ने मिल कर शहर में कांग्रेस की छवि बिगाड़ राखी है और आला कमान इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है | १९ अक्टूबर तक सभी वार्डों के दावेदारों के फ़ार्म जमा करने है | यह भी बताया जा रहा है कि कार्य कर्ता जब फार्म लेने जाते है तो उन्हें अध्यक्ष व् अन्य वहां बैठे पदाधिकारियों द्वारा कई सवाल किय जाते है | दावेदारों का कहना है कि पार्षद का टिकिट नहीं देना है नहीं देवे लेकिन इस तरह सवाल जवाब कर बदतमीजी या अपमानित नहीं करना चाहिए इस तरह से कार्यकर्ता पार्टी से विमुख हो जाता है |

कांग्रेसियों की आपस में हाथापाई

IMG-20141017-WA0020उदयपुर | नगर निगम चुनाव को एक माह ही बाकी है और इधर कांग्रेस की गुट बाजी समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है | जहाँ अभी हाल ही में आये पर्यवेक्षकों के सामने शहर के बड़े कांग्रेस पदाधिकारियों सहित आम कार्यकर्ता ने भी इस बात का पर समर्थन किया था की शहर में बढ़ रही कांग्रेस की गुट बाजी ख़त्म होनी चाहिए अब ऐसे में बजाय ख़त्म होने के बात हाथापाई तक पहुंच गयी | एक छोटी सी बात पर शहर जिला कांग्रेस ऑफिस में पदाधिकारी और कार्यकर्त्ता के बीच हाथापाई हो गयी जिसके बाद भूपाल पुलिस थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया |
जानकारी के अनुसार शहर युवा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल हेमनानी अपने कुछ समर्थकों के साथ दुर्गा नर्सरी रोड स्थित कांग्रेस ऑफिस में पार्षद की दावेदारी रखने के लिए फ़ार्म लेने के लिए आये थे जिन्हे शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाड़िया दे रही थी नीलिमा सुखाड़िया कुछ देर के लिए अपनी कुर्सी से उठी इतनी देर में राहुल उस कुर्सी पर बैठ गए जिस पर वहां मौजूद एक कार्यकर्ता जगदीश जेलनिया वो भी दावेदारी का फार्म लेने आये थे ने राहुल हेमनानी को टोका की उन्हें अध्यक्ष के पद की गरिमा रखनी चाहिए और कुर्सी पर नहीं बैठना चाहिए राहुल इस बात पर भड़क गए और राहुल व् उसके साथियों ने जगदीश के साथ हाथापाई की जिसमे उसके चोटे आई और उनके कपडे भी फट गए इन सब के बीच नीलिमा सुखाड़िया भी वही मौजूद थी | मामला बीच बचाव के बाद निपटा जिसके बाद जगदीश जेलनिया ने भूपाल पूरा थाने में राहुल हेमनानी व् अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करवाया |
बताया जाता है कि राहुल वीरेंद्र वैष्णव गुट के है जो नीलिमा सुखाड़िया के विरोधी है और पिछले दो दिन पहले भी ब्लॉक अध्यक्ष से भी नीलिमा सुखाड़िया कि तू तू मै मै हो गयी थी एक तरफ निकाय के चुनाव और दूसरी तरफ इस तरह के झगड़े | कई कांग्रेस के पदाधिकारियों का भी कहना है कि कुछ लोगों ने मिल कर शहर में कांग्रेस की छवि बिगाड़ राखी है और आला कमान इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है | १९ अक्टूबर तक सभी वार्डों के दावेदारों के फ़ार्म जमा करने है | यह भी बताया जा रहा है कि कार्य कर्ता जब फार्म लेने जाते है तो उन्हें अध्यक्ष व् अन्य वहां बैठे पदाधिकारियों द्वारा कई सवाल किय जाते है | दावेदारों का कहना है कि पार्षद का टिकिट नहीं देना है नहीं देवे लेकिन इस तरह सवाल जवाब कर बदतमीजी या अपमानित नहीं करना चाहिए इस तरह से कार्यकर्ता पार्टी से विमुख हो जाता है |

माईग्रेन रोगी शोरगुल, धूप, अत्यधिक जागने से बचें-डॉ.औदिच्य

Migraineउदयपुर | राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार में धन्वन्तरि सप्ताह के अन्तर्गत आज दूसरे दिन एक दिवसीय माइग्रेन रोग निवारण हेतु आयुर्वेद चिकित्सा शिविर का आयोजन प्रात: 9 से 12 बजे तक किया गया।
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया अत्यधिक चिन्तनशील प$ढी लिखी महिलाओं में माइग्रेन ज्यादा पाया जा रहा है। समय पर इलाज नही कराने से नैत्र ज्योति नष्ट हो सकती है एवं बधिरता हो सकती है। माईग्रेन होने का मुख्य कारण आज के आधुनिक युग में अत्यधिक तनाव, अनियमित खान-पान, देर रात जागना है। वेगो का धारण करना, अत्यधिक धूप में रहना। अत: माईगे्रन से बचने के लिए माईग्रेन रोगी अत्यधिक खट्टे पदार्थ दही, अचार, अमचूर, इमली, बेसन एवं गरिष्ठ भोजन का उपयोग नही करे एवं शोरगुल से बचते हुए नियमित योग, समय पर खान पान के साथ ही समय व शान्त स्थान पर सोना चाहिए।
शिविर में डॉ. औदीच्य के साथ रूकमणी कलासुआ, रूकमणी परमार, शंकरलाल मीणा, रामसिंह ठाकुर, गजेन्द्र कुमार आमेटा ने अपनी सेवाएं दी। धन्वन्तरि सप्ताह के अन्तर्गत गुरुवार को आरोग्य दिवस की वार्षिक समीक्षा एवं उपलब्धियों पर चर्चा की जायेगी।

उदयपुर का आईटीआई होगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप मेें विकसित

उदयपुर । मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने अपने सिंगापुर यात्रा के दूसरे दिन मंगलवार को सिंगापुर के अग्रणी संस्थान इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन (आईटीई) का दौरा किया। इस दौरान आईटीआई, उदयपुर में तकनीकी प्रशिक्षण में सहयोग के लिए मुख्यमंत्री की उपस्थिति में राजस्थान की प्रमुख शासन सचिव उद्योग श्रीमती वीनू गुप्ता ने इस संस्थान के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
श्रीमती राजे ने व्यावसायिक, तकनीकी शिक्षा तथा कौशल विकास के क्षेत्र में सिंगापुर के इस अग्रणी संस्थान (आईटीई) के अधिकारियों के साथ राज्य के युवाओं में वर्तमान की आवश्यकता के अनुरूप कौशल विकास पर विस्तार से चर्चा की। वर्ष 1992 में स्थापित आईटीई ने रोजगार प्रशिक्षण के क्षेत्र में रिकार्ड कायम किया है। यहां से प्रशिक्षण प्राप्त 96 प्रतिशत युवा औसतन 2400 डॉलर प्रतिमाह वेतन पर नौकरी कर रहे हैं। बडी संख्या में युवा तकनीकी क्षेत्र में उद्यमी बने हैं। आईटीई की शिक्षा सेवा शाखा विशेष प्रशिक्षण परीक्षा सेवाएं भी देती है। अब राजस्थान सरकार आईटीई के साथ मिलकर आईटीआई उदयपुर को उत्कृष्ट प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में विकसित करेगी। इसके लिए जल्द ही आईटीई, सिंगापुर से एक टीम उदयपुर का दौरा करेगी और बिन्दुओं को चिन्हित कर-सहयोग कार्यक्रम का खाका तैयार करेगी।
श्रीमती राजे और राज्य सरकार के प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों ने आईटीई सिंगापुर के अधिकारियों के साथ प्रदेश के अन्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में भी आधारभूत ढांचे व सॉफ्टवेयर विकास में सहयोग पर भी विचार किया। उन्होंने इन संस्थानों में विश्व-स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाएं विकसित करने, वहां कार्यरत प्रशिक्षकों को ट्रेनिंग देने, उनके प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों को अलग-अलग सेक्टर्स की आवश्यकताओं के अनुरूप अद्यतन बनाने तथा आईटीआई में पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप की सम्भावनाओं पर चर्चा की ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को आईटीआई में प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार से जोडा जा सके।