उदयपुर.कुख्यात अपराधी मोहम्मद आजम ने एनकाउंटर के डर से बुधवार को मुंबई पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस का दावा है कि राजस्थान के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), मुंबई पुलिस और उदयपुर पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन के बाद आजम को मुंबई के बोरिवली इलाके से गिरफ्तार किया गया है। आजम सोहराबुद्दीन व तुलसी एनकाउंटर का मुख्य गवाह है और उसके खिलाफ उदयपुर में अवैध वसूली के लिए व्यापारियों को धमकी देने, अपहरण, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट सहित कई मामले दर्ज हैं।
राजस्थान पुलिस ने गत दिनों उसकी सूचना देने वाले को पचास हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की थी। उदयपुर पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि आजम की गिरफ्तारी के लिए मुंबई पुलिस और एसओजी का सहयोग लिया गया। तीनों टीमों के संयुक्त ऑपरेशन के बाद उसकी गिरफ्तारी संभव हो सकी। आजम को उदयपुर लाने के लिए उदयपुर पुलिस टीम मुंबई पहुंच गई है।
कॉल डिटेल से पकड़ा
पुलिस आजम के दोस्तों, परिवार वालों के मोबाइल कॉल डिटेल पर नजर रखे हुए थी। इसी आधार पर बोरिवली इलाके में उसकी लोकेशन का पता लग पाया।
मुंबई पुलिस को इस पर नजर रखने के लिए कहा गया था।22 प्रकरण दर्ज हैं गौरतलब है कि आजम द्वारा किए जा रहे अपराधों को देखते हुए गत महीने पुलिस मुख्यालय की ओर से उसके खिलाफ 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस के अनुसार चूड़ीघरों का मोहल्ला, मुखर्जी चौक निवासी मोहम्मद आजम पुत्र सईद मोहम्मद अपहरण, फिरोती, लूट, मारपीट एवं आर्म्स एक्ट के तहत 22 प्रकरण में विभिन्न थानों में वांछित है।
अब होगी रशीद की गिरफ्तारी
आजम के बाद कुख्यात अपराधी रशीद को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए चुनौती है। उसके लिए भी पचास हजार रुपए का इनाम घोषित है। सिलावटवाड़ी निवासी रशीद पुत्र मुन्ना खान के विरुद्ध हत्या, अपहरण, लूट, मारपीट, जानलेवा हमला, अवैध रूप से हथियार रखने जैसे 36 मामले दर्ज हैं।
उदयपुर. हिरणमगरी सेक्टर तीन स्थित मधु नर्सरी में मंगलवार शाम शादी समारोह था, लेकिन खुशियां नहीं थीं। मेहमान थे मगर उनके चेहरे उदास थे। शहनाई और म्यूजिक सिस्टम खामोश था।
सजे हुए स्टेज और कुर्सियां जैसे मेहमानों के आने का इंतजार कर रहे थे। फूलों से मानो खुशबू उड़ चुकी थी। यहां मुर्शीद नगर निवासी जफरुल्ला खान की बड़ी बेटी सायमा का निकाह होना था। बारात कोटा से उदयपुर आ रही थी, तभी चित्तौड़गढ़ के पास बारातियों की एक कार पलटने से दूल्हे की बहन व भतीजे की मृत्यु हो गई।
इस घटना से दोनों परिवारों की खुशियां गम में तब्दील हो गईं। शादी में आने वाले मेहमानों को भी नर्सरी में आधा अंधेरा और खामोशी देखी तो अनहोनी का अंदेशा हुआ। थोड़ी देर में इस हादसे का पता चला। यह देख और सुनकर उनके चेहरे भी उदास हो गए।
हादसे के बाद दूल्हे व उनके परिजनों के देर रात तक निकाह के लिए यहां पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन दोनों परिवारों में बातचीत के बाद शादी टाल दी गई। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार संभवत: निकाह बुधवार को होगा।
ऐसे हुआ हादसा
मृतक आतिफ
कोटा से उदयपुर जा रही बारात की कार चित्तौड़गढ़-कोटा फोरलेन पर स्थित तेजपुर गांव के पास टायर फटने से बेकाबू होकर पलट गई। कार में सवार दूल्हे की बहन तरन्नुम व भतीजे आतिफ की मौत हो गई, जबकि भाभी कहकशां तथा भांजा समर घायल हो गए। कार में बैठा डेढ़ साल का छोटा भतीजा आरिज कार से निकल कर नाले में जा गिरा। उसके चोट नहीं लगी।
उदयपुर जाने वाली बारात बिना निकाह के कोटा लौट आई। घायलों को तलवंडी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के अनुसार सीएफसीएल में इंजीनियर शाहीक पठान का उदयपुर में मंगलवार को निकाह होना था। एक बस व 7 कारों से बाराती निकाह में जा रहे थे। घायलों को कोटा लाकर तलवंडी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
एक कार में दूल्हे का बड़ा भाई तारीक पठान, भाभी कहकशां, बहन तरन्नुम, जीजा डॉ. रियाज मोहम्मद, भतीजे आतिफ, आदिल और भांजा समर सवार थे। पारसोली थाना क्षेत्र के तेजपुर गांव के पास नेशनल हाईवे पर अचानक उनकी कार का अगला टायर पंचर हुआ और अनियंत्रित हो गई।
कार की स्पीड तेज होने से हवा में लहराती हुई खेत में कूदी और वहां खड़े ट्रैक्टर पर गिरकर एक मकान में जा घुसी। कार में सवार तरन्नुम (30) तथा आतिफ (4) के गंभीर चोट लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। कहकशां के गर्दन की हड्डी टूट गई और समर के हाथ में चोट लगी। तारीक व डॉ. रियाज के मामूली चोटें आईं। आतिफ का छोटा भाई डेढ़ वर्षीय आरिज कार से निकलकर दूर नाले में जा गिरा, जिसे ग्रामीणों ने उठाया। हादसे के समय बारात के अन्य वाहन भी आगे पीछे ही थे। वे सब घटनास्थल पर आ गए। घायलों को कोटा लाकर तलवंडी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां कहकशां की हालत गंभीर बनी हुई है।
बहू के आने की खुशी में बज रही शहनाई खामोश हो गई
मृतका तरन्नुम
चंद घंटों पहले तक घर में शहनाई बज रही थी। परिवार घर में बहू के आने का इंतजार कर रहा था। अचानक हुए हादसे से परिवार की सभी खुशियां काफूर हो गई। घर में मातम पसर गया। किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि हादसे ने परिवार का मासूम आतिफ और बेटी तरन्नुम को छीन लिया था। परिवार की बहू कहकशां जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है।
सुबह साढ़े 6 बजे विज्ञाननगर से बारात रवाना हुई थी। दूल्हे के चाचा शिक्षक नेता अजीम पठान ने बताया कि पहले रात को ही बारात को जाने का कार्यक्रम था, लेकिन कोहरे व अंधेरे की वजह से सुबह बारात को रवाना किया गया था। दो घंटे के बाद ही यह हादसा हो गया। पूरा परिवार हादसे से सदमे में है। हादसे के कारण पूरी बारात वापस कोटा आ गई। तरन्नुम का शव उसके ससुराल वाले मोड़क ले गए। जिनसे भी हादसे के बारे में सुना वह विज्ञाननगर घर पर पहुंचा। आतिफ को कोटा में ही सुपुर्दे खाक किया गया। उसके बाद अधिकतर परिवार वाले मोड़क तरन्नुम की गमी में पहुंचे।
मासूम को नहीं मालूम मां दुनिया में नहीं रही
तरन्नुम का बेटा समर हाथ में फ्रेक्चर होने से अस्पताल में है। उसे यह पता नहीं है कि उसकी मां अब दुनिया में नहीं रही। वहीं हादसे में घायल हुई कहकशां को भी नहीं पता कि बेटे आतिफ की मौत हो गई। हादसे के बाद से वह बेहोश है।
हवा में उछलकर गिरी कार
तेजपुर के पास हुए हादसे में कार जिस तरह से हवा में उछली और गिरी, उसे देख लोग हैरान रह गए। फोरलेन सड़क तेजपुर गांव से करीब 10 फीट ऊपर से गुजर रही है। तेज गति से आ रही कार सबसे पहले फोरलेन किनारे खंभे से टकराई। इसके बाद हवा में करीब डेढ़ सौ फीट उछलती हुई कार फोरलेन सड़क से नीचे खड़े ट्रैक्टर के बोनट पर गिरी और एक बार फिर उछलकर सामने स्थित मकान के बाहर लगे लोहे के चद्दरों से टकराकर नीचे जा गिरी। ट्रैक्टर व चद्दरों से टकराने के कारण बोनट व चद्दर भी टूट गए। इस हादसे को देखकर लोग आश्चर्य प्रकट कर रहे थे। कई लोग तो एक बार हवा में आती हुई कार का माजरा भी नहीं समझ पाए।
खुदा के करम से बची मासूम की जान
टायर फटने के बाद कार जैसे ही फोरलेन से नीचे हवा में उछली। उस समय कार के ट्रैक्टर के बोनट पर गिरने
से पहले करीब डेढ़-दो वर्षीय मासूम बालक समर नीचे जा गिरा, मगर वह सुरक्षित बच गया। उसे मामूली खरोंच ही आई। रिश्तेदार बार-बार एक ही बात कह रहे थे कि मौत आई, मगर मासूम खुदा के रहमोकरम ने उसे बचा लिया।
उदयपुर, लेकसिटी में पिछले तीन दिनों से चल रही शीत लहर से सर्दी के प्रकोप कोबढा दिया है। शहर को तापमान पिछले तीन दिनों से ६ डिग्री के ईद-गिर्द है। सर्दी के प्रकोप एवं कोहरे के कारण सुबह आने वाले दिल्ली की प*लाइटें भी देरी से पहुंच रही है। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।
मौसम विभाग डबोक से मिली जानकारी के अनुसार शहर को अधिकतम तापमान मंगलवार को २५.८ डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान ६.४ डिग्री दर्ज किया गया है। हालांकि कल के न्यूनतम तापमान में वृद्घि हुई है। सोमवार को शहर को तापमान ५.८ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था इससे पूर्व रविवार को तापमान ६ डिग्री सेल्सियस था। लगातार तीन दिनों से तापमान में कमी एवं सर्द हवाओं से ठंड का प्रकोप बढ गया है। सर्दी के तेज प्रकोप के कारण रात्रि आठ बजते ही स$डके सुनी हो जाती है एवं गली मौहल्लों में लोग अलाव के पास बैठे हुए नजर आते है।
महाराणा प्रताप हवाई अड्डे से मिली जानकारी के अनुसार उदयपुर से उडने वाले विमानों की फलाइटें हालांकि अभी तक निरस्त नहीं की गई है परन्तु सुबह के समय अत्यधिक कोहरा छा जाने से दिल्ली आने-जाने वाली फलाइटों में देरी हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान में वृद्घि होने की संभावना जताई जा रही है। लेकसिटी में सर्दी के प्रकोप के बढ जाने से प्रात: शहर में चारों ओर कोहरा छा जाता है। अलसुबह कार्यवश घर से निकलने वाले लोगों को अपने गाडियों की लाइट्स जलाकर चलना पडता है। तेज सर्दी के प्रकोप को देखते हुए कई स्कूलों एवं विद्यालयों में सर्दी के अवकाश की घोषणा कर दी गई है।
शहर में हर वर्ष लगने वाले नेपालियन मार्केट समोर बाग में बीते कुछ दिनों में ऊनी वस्त्रों की अधिकाधिक बिक्री हुई है। सर्दी के तेज होने के साथ ही शहरवासी अलसुबह से ही जैकेट, मफलर व शॉल से ढके रहते है।
बांसवाडा, युवतियों के छेड़ने के मामले ने शांत बांसवाडा शहर की फिजा बिगाड़ दी हालात को नियंत्रण में रखने लिए प्रशाशन को धरा १४४ का इस्तमाल करना पडा है ।
मकरानी वाड़ा निवासी श्रीमती शबनम की तिन पुत्रियों को भोईवड़ा के असामाजिक युवक कपिल, राहुल व ३ अन्य ने छेडकानी करते हुए आधे घण्टे में उठा ले जाने की धमकी दी जिस पर युवतियों के परिजनों ने उन युवकों की पिटाई करदी और फिर शुरू होगया शांत बाँसवाड़ा में आशांति का राजनैतिक खेल ।
प्रकरण के अनुसार शहर के उपला भोईवाडा क्षेत्र मे कुछ नकाबपोश लोगों ने बीती रात समुह बनाकर एक व्यक्ति के घर मे घूसकर मारपीट की, बाद में इन लोगों ने बाहर खडे वाहनो को क्षतिग्रस्त कर दिया ओर दुकान को भी नुकसान पहुंचाया। सुचना मिलते ही थानाधिकारी गोपीचन्द मीणा जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और पीडित व आक्रोशित भोई समाज के लोंगो से समझाइश की। मीणा इसके बाद जैसे ही भोईवाडा की गली से निकलकर मुख्य सडक पर आए कि मकरानी वाडा क्षैत्र से गोलिया दागी गई और पथराव किया गया। गोलियां बंद दुकान के शटर में लगी। लगभग घंटे भर बाद पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा तब जाकर स्थितियां नियंत्रण में आई। घटना के बाद जिला कलेक्टर कुंज बिहारी गुप्ता, पुलिस अधिक्षक डीएस चुण्डावत, अतिरिक्त जिला कलक्टर वीसी गर्ग, एएसपी महेश मीणा सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। देर रात को मामला शांत हुआ लेकिन सुबह लोंगो ने रैली निकाली और प्रमुख चौराहों पर टायर फुं के गए। शहर के डेगली माता चौक पर पूर्व राज्य मंत्री भवानी जोशी पहुंचे तो लोगो ने नारेबाजी की। इस दौरान बांसवाडा बंद पर चर्चा चली इस बीच कलेक्टर गुप्ता, एसपी चुण्डावत, एएसपी महेश मीणा, उपखण्ड अधिकारी वारसिंह आदि मौके पर पहुंचे और दो घंटो की मोहलत मांगी। जिस पर राजीनामा हुआ और लोग बिखरने लगे। इसी बिच पाला रोड कुछ युवको ने सब्जियों के थैले पलट दिए जवाब में दुसरे पक्ष के लोगो ने रास्ता जाम करने का प्रयास करते हुए जब पुलिस कर्मियो कि मौजूदगी मे राह चलते एक युवक पर हमला किया गया तो लोगो के सब्र का पैमाना टुट गया और लोग एक बार फिर सडको पर आने लगे। स्थितिया बिगडते देख पुलिस ने शहर के अंदुरनी भागों में धारा १४४ लागु कर दी। बताया जाता है कि एक पक्ष विशेष के लोगों ने दुसरे पक्ष के घरो मे घुसकर महिलाओ से अभद्र व्यवहार भी किया। जिसके चलते शहर के अंदुरनी भागों मे धारा १४४ लगानी पडी। आक्रोश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदर्शन करने में बडी संख्या में महिलाएं भी सम्मिलित थी।
पुलिस ने किया ७ जनों को गिरफतार : इस घटना के बाद पुलिस ने ७ जनों को शांति भंग के आरोप में गिरफतार किया है। इनमें शरीफ, असांर, फिरोज, अर्शफ, जावेद, सलीम व आसीफ शामिल है। इधर इस घटना को लेकर श्रीमती शबनम ने कपिल, राहुल व ३ अन्य के विरूद्घ मुकदमा दर्ज कराया है। उसने बताया कि उसकी तीन लडकिया बाजार गई तो इन लोगों ने छेडकानी करते हुए आधे घण्टे में उठा ले जाने की धमकी दी। इधर कैलाश पिता हीरजी भोई ने बिलाद, मुजफफर, अबरार सहित ५. जनों के विरूद्घ घर में घुसकर तोड फोड, मारपीट और देशी कट्टों से डराने का मामला दर्ज कराया है।
संभाग के ५३ सर्जन्स ने किया कैंसर चिकित्सा पर मंथन
उदयपुर, जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल तथा उदयपुर सर्जिकल सोसयाटी के साझे में शनिवार को जीबीएच सभागार में आयोजित कैंसर विषयक कार्यशाला में संभाग के विभिन्न हॉस्पीट्ल्स से आए सर्जन ने भाग लिया। इस कार्यशाला में अत्याधुनिक कैंसर चिकित्सा विज्ञान तथा उपचार की आधुनिक तकनीक पर चर्चा की गई।
कार्यशाला की आयोजन सचिव डॉ. गरिमा मेहता ने बताया कि इस कार्यशाला में संभाग भर से करीब ५३ सर्जन ने भाग लिया तथा साथ ही उन्होने बताया कि उत्तरी भारत की इस प्रकार की यह पहली कार्यशाला है जिसमें ब्रेस्ट के कैंसर के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई तथा इसके जागरूकता की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाने की रणनीति पर मंथन किया गया। डॉ. मेहता ने बताया कि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर मौत का सबसे बडा कारण है।
डॉ. एस.पी. गुप्ता, अध्यक्ष उदयपुर सर्जिकल सोसायटी तथा विभागाध्यक्ष-सर्जरी, एम.बी. हॉस्पीटल ने इस दिशा में सरकारी प्रयासों पर चर्चा की तथा इस संबंधी जागरूकता कार्यक्रम ओर अधिक प्रभावी बनाने के लिए हर डॉक्टर को इससे जो$डने की आवश्यकता पर जोर दिया।
डॉ. एफ.एस. मेहता, विभागाध्यक्ष- सर्जरी विभाग, गीतांजली हॉस्पीटल ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम के जरिए लोगों में खासी जागरूकता आएगी जिसका सीधा परिणाम कैंसर के बढते ग्राफ में पर पडेगा तथा उसमें गिरावट आएगी।
जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के मेडिकल डायरेक्टर तथा सीईओ डॉ. वल्लभ पारिख ने बताया कि अगामी २-३ फरवरी को जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल तथा एसोसिएशन ऑफ ब्रेस्ट सर्जन ऑफ इण्डिया के साझे में अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसमें दुनिया भर के कैंसर सर्जन भाग लेंगे।
उदयपुर, पत्नी के पीहर चले जाने के बाद पति ने फांसी लगा खुदकुशी कर ली।
गोवर्धन विलास थानान्तर्गत चणावदा गांव निवासी धर्मा (३०)पुत्र धन्ना मीणा ने सोमवार को सायं अपने मकान में फांसी लगा खुदकुशी कर ली। धर्मा ऋषभदेव धागा मिल में काम करता था। मानसिक तनाव के चलते गत ४ दिन से डयूटी पर नहीं जा रहा था सोमवार सायं पत्नी गंगा से कहासुनी होने से नाराज होकर वह अपने पीहर चली गई पिछे से उसने कमरे में फांसी लगा ली। सूचना मिलने पर पुलिस ने मृतक के शव को उतार कर तलाशी मे सुसाइड नोट मिला जिसमें उसने अपने स्वयं की इच्छा से फांसी लगाने की बात कही। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सुपूर्द किया।
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की बहन अलका भाटिया ने कंस्ट्रक्शन की दुनिया में मशहूर सुरेंद्र हीरानंदानी से हाल ही में शादी कर ली। यह शादी मुंबई के चार बंगला गुरूद्वारे में रविवार को संपन्न हुई।गुलाबी रंग की साड़ी में अक्की की पत्नी ट्विंकल बहुत ही सुंदर लग रही थीं।ट्विंकल खन्ना अपनी मां डिंपल कपाडिया के साथ आईं।अपने नाती आरव के साथ डिंपल कपाडिया।शादी में शरीक हुए सोनाक्षी और प्रभु देवा
हम में से ज्यादातर लोग जानते हैं कि सेब काटने पर रंग बदलता है और उसमें भूरापन आ जाता है। कटने के बाद सेब के रंग बदलने के पीछे एक पूरी वैज्ञानिक प्रक्रिया काम करती है। दरअसल, भूरेपन का यह रिएक्शन फल में शामिल फेनोलिक कम्पाउंड के ऑक्सीडेशन की वजह से सामने आता है।
यह प्रक्रिया पॉलीफेनोल ऑक्सीडेज नामक एन्जाइम के एक्शन की वजह से होती है, जो आम तौर पर कई प्लांट टिश्यू में पाया जाता है। जब आप सेब काटते हैं, तो कुछ सेल भी खुल जाते हैं। इसके बाद यह एन्जाइम हवा में मौजूद ऑक्सीजन तक पहुंच पाता है और सेब के भूरा होने की प्रक्रिया शुरू होती है।
पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित मिक्रोनिसिया द्वीप मलबों की गोताखोरी के लिए जाना जाता है. 1944 में यहां दो खूनी जंग हुईं जिनमें जापानी युद्धपोत नष्ट हो गए. आज भी जापानी यहां हर साल श्रृद्धांजलि अर्पित करने आते हैं. लेकिन chrisjackson/swellimages.com नाम की वेबसाइट इस जीवित इतिहास को खंगालने का मौका देती है.केंट मारू एक लेजेंड के तौर पर जाने जाते हैं. मारू ने 25 सालों में करीब 10 हज़ार बार ‘ट्रक लैगून’ का गोता लगाया है. इन्होंने समंदर के अंदर फैले ट्रक लैगून युद्धपोत के 60 टुकड़ों का जायज़ा लिया.जापान के युद्धपोत ‘यमागिरी मारू’ में जब आग लगी थी तो चालक दल के बारह सदस्यों की एक मिनट के भीतर मौत हो गई थी.समंदर के भीतर का एक खूबसूरत दृश्य. जहाज के कई टुकड़े अब मूंगे की तरह चमकते दिखाई देते हैं. गोताखोर इसके बहुत करीब पहुंचे. यहां एक गोताखोर जहाज पर पड़ी शीशे की बोतलों और मिट्टी के बरतनों को देख रहा है.तस्वीर में दिख रहे हैं रंगीन और खूबसूरत मूंगे जिसपर हल्का नीला रंग चढ़ा है. आस पास इन टूटे-फूटे टुकड़ों के साथ मस्ती करती मछलियां.बेहद खूबसूरत दृश्य लेकिन हज़ारों दर्दनाक कहानियों को अपने भीतर छिपाए हुए.‘ट्रक लैगून’ को भूत बेड़े के रूप में जाना जाता है. इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कैसे जहाज के मलबे का एक हिस्सा नीले रंग में झांक रहा है.एक जहाज जो वर्षों पहले इतिहास बन गया लेकिन उसका वजूद आज भी गहरे समंदर में उतर कर देखा जा सकता है.
उदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजित शिल्पग्राम उत्सव-2012 में कलात्मक वस्तुओं की खरीददारी का दौर सोमवार को जारी रहा वहीं सुबल महाराणा की सण्ड आर्ट लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है।
सोमवार को हाट बाजार के चर्म शिल्प में जरी की जूती, मोजड़ियां, लैदर बैग्स, तिल्ला जुत्ती, जैकेट्स, पर्स, बैल्ट की दूकानों पर युवाओं की भीड़ रही वहीं जूट शिल्प क्षेत्र में जूट के बने झूले, बोटल बैग, जूट की चप्पल, मोबाइल कवर आदि की बिक्री हुई। शिल्पग्राम के हाट बाजार में ही खुर्जा की कलात्मक व रंगबिरंगी पॉटरी के फूलदान, चाय के प्याले, टी सैट, मसाले दानी आदि उल्लेखनीय है। अलंकरण में विभिन्न प्रकार के आभूषण मोती के हार, पीतल के नैकलेस, उ़डीसा की पीतल की सजावटी नक्कशीदार मूर्तियाँ, जयपुर की तारकशी, लाख की चूड़ी, वूलन कारपेट, नमदे के बनी वॉल पीस की स्टॉल पर लोगों की खासी रौनक देखी गई। हाट बाजार में लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को रिझाया इनमें बहुरूपिया, महाराष्ट्र का शब्द भेद, विशाल पुतलियां प्रमुख हैं।