कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में खराबी की वजह से बिजली के बिल नहीं बंटे

images

उदयपुर। कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में खराबी की वजह से सज्जननगर इलाके में अभी तक बिजली विभाग ने अंतिम तारीख निकल जाने के बाद भी बिल नहीं भेजे हंै। हालांकि अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जहां देर से बिल वितरित हो रहे है, आखिरी तारीख भी उसी हिसाब से दी जाएगी, लेकिन Èिर भी विलंब शुल्क लगाने से लोग आशंकित है।
सज्जन नगर, 80 Èीट पर करीब दो हजार से अधिक घरों में अभी तक बिजली के बिल नहीं आए हैं। हर दो माह में आने वाले बिल 20 से 24 तारीख तक तो आ जाते हैं, जिसको जमा कराने की आखरी तारीख 28 होती है, लेकिन यहां पर किसी भी घरों में बिजली के बिल नहीं आए हैं। लोगों को आशंका हैं कि उन्हें बिजली विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ेगा, क्योंकि विलंब शुल्क 100 रुपए से 500 रुपए तक देना पड़ सकता है, जबकि अधिकारियों ने साÈ कर दिया है कि जब बिल बांटे जाएंगे, आखिरी तारीख भी उसी हिसाब से तय होगी। बिल देर से आने की वजह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में आई खराबी बताई जा रही है, जो अगले दो से तीन दिन में सही कर ली जाएगी।
वर्जन…
कंप्यूटर सॉफ्टवेअर में आई खराबी की वजह से बिजली के बिल अंबामाता के एक्सचेंज के कुछ हिस्सों में नहीं बांट पाए हैं, जहां बिल देरी से बांटे जाएंगे। उनकी जमा कराने की अंतिम तिथि भी उसी हिसाब से तय की जाएगी। किसी को विलंब शुल्क जमा नहीं कराना पडेगा।
-राकेश सोनी, जेईइन अंबामाता

सोशल मीडिया पर फैली हनी सिंह की मौत की खबर, फैन्स में हड़कंप

0

4875_gg

मुंबई. हनी सिंह के प्रशंसकों के लिए यह खबर सदमा दे सकती है। ऑनलाइन रिपोर्ट्स की मानें तो एक रोड एक्सीडेंट में उनकी मौत हो चुकी है। उनके एक्सीडेंट और मौत की खबर ट्विटर पर भी आग की तरह फैल रही है। इतना ही नहीं, ट्विटर पर एक ऐसी तस्वीर भी शेयर की गई है, जिसमें एक युवा गंभीर रूप से घायल नजर आ रहा है और इसे हनी सिंह की तस्वीर बताया जा रहा है।

हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन कई मीडिया हाउस और सोशल मीडिया पर उनकी मौत की खबर सभी को चौंका रही है। हम तो बस यही कामना करते हैं कि करोड़ों दिलों पर राज करने वाला यह युवा रैपर जहां भी हो सुरक्षित हो और ये सारी खबरें गलत साबित हों।

कुछ खबरें हनी सिंह के दुबई में होने का इशारा करती हैं। पिछले दिनों वे यहां ग्लोबल फाइटिंग चैंपियनशिप नाम की एक बॉक्सिंग लीग को लॉन्च करने गए थे। 20 घंटे पहले उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट भी डाली है, जिसमें उन्होंने बॉक्सिंग लीग की सक्सेस के लिए सभी का धन्यवाद दिया है। बता दें कि हनी अब तक ‘लुंगी डांस’ और ‘आज दिन है सनी-सनी’ जैसे कई शानदार गीत गाकर देश ही नहीं दुनियाभर में नाम कमा चुके हैं।

एक हजार अभ्यर्थी ट्रेन से उतरे भी नहीं कि परीक्षा हुई खत्म

3327_60उदयपुर. कांस्टेबल बनने के लिए बड़ी हसरतों के साथ लंबी दूरी पारकर खजुराहो-उदयपुर एक्सप्रेस ट्रेन से आए एक हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों के सपने चूर-चूर हो गए। यह ट्रेन रविवार को छह घंटे देरी से दोपहर एक बजे उदयपुर पहुंची। परीक्षा खत्म होने का समय भी यही था। अभ्यर्थियों ने मावली और उदयपुर स्टेशनों पर प्रदर्शन कर नाराजगी जाहिर की। ये अभ्यर्थी डेढ़ बाद फिर इंटरसिटी पकड़कर लौट गए। स्टेशन पर पहले से पर्याप्त संख्या में मौजूद जीआरपी व पुलिस के जवानों ने युवाओं को काबू कर लिया। हालांकि ट्रेन लेट होने की बड़ी वजह अभ्यर्थियों की भीड़ ही थी।

पुलिस विभाग की ओर से शहर सहित जिले के 134 केंद्रों पर रविवार को हुई कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से कुल 14 हजार 668 अभ्यर्थी वंचित रह गए। सुबह 11 से दोपहर एक बजे के बीच हुई लिखित परीक्षा में 60 प्रतिशत अभ्यर्थी ही हिस्सा ले पाए। एसपी अजयपाल लांबा ने बताया कि जो परीक्षार्थी परीक्षा सेंटर पर समय पर नहीं पहुंचे और वंचित रहे, वे स्वयं जिम्मेदार हैं। एएसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि 36168 अभ्यर्थियों में से 21500 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। रविवार की परीक्षा को लेकर शनिवार दोपहर बाद से जुटना शुरू हुई भीड़ अगले दिन दोपहर तक रही। रेलवे, बस स्टैंड पर दो दिन तक रही भीड़ दोपहर बाद धीरे-धीरे कम हुई।

हर बड़े स्टेशन पर लेट होती रही ट्रेन
भरतपुर, जयपुर और फिर चित्तौडग़ढ़ में ट्रेन लेट होती जाने से खजुराहो ट्रेन उदयपुर स्टेशन पर सात घंटे देरी से पहुंची। ट्रेन के पहुंचने का समय सुबह 6.10 बजे है, जो दोपहर एक बजे सिटी स्टेशन पर पहुंची। इस ट्रेन में अधिकांश अभ्यर्थी भरतपुर, जयपुर जिलों के थे। जयपुर से रात साढ़े दस बजे रवाना होने का समय था और ट्रेन पहुंची ही दो बजे। ढाई बजे तक रवाना हुई। चित्तौडगढ़ में आधा घंटे रुके रहे।

मावली में हंगामा
इसी ट्रेन के आगे रख दी पटरी
अभ्यर्थियों ने मावली जंक्शन पर इसी ट्रेन के आगे पटरी का हिस्सा रख दिया। रेलवे पुलिस ने तत्काल पटरी हटा ली। इससे खजुराहो ट्रेन १० मिनट और लेट हो गई। देरी को लेकर अभ्यर्थियों ने स्टेशन पर हंगामा किा तो जीआरपी ने खदेड़ दिया। यह ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह सवा पांच बजे की बजाय मावली जंक्शन व दोपहर एक बजे उदयपुर सिटी स्टेशन पहुंची। युवाओं स्टेशन मास्टर से देरी का कारण लिखित में देने की मांग की। उदयपुर में जीआरपी और पुलिस अलर्ट थी। राणा प्रतापनगर और सिटी स्टेशन पर भारी जाप्ता तैनात हो चुका था। युवा यहां भी ट्रेन लेट होने का कारण लिखित में मांगने लगे। अधिकारियों ने समझाइश की। इस बीच स्टेशन पर नारेबाजी होती रही।

इंटरसिटी आते ही युवा और यात्री पटरी पर आ गए। इस दौरान मेवाड़ एक्सप्रेस भी खड़ी थी। परीक्षा शुरू होने और खत्म होने के बाद सेंटर्स के बाहर इतनी भीड़ हो गई कि कुछ देर के लिए ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो गया। टेम्पो में भी जगह नहीं मिली।

बहुत तैयारी की थी हमने
भरतपुर से आए यतेन्द्र कुमार ने बताया कि गांव से शहर आकर परीक्षा की एक वर्ष से तैयारी कर रहा था। कोचिंग की। अब अब बैरंग लौटना पड़ रहा है। ऐसी ही पीड़ा नरेश कुमार ने बताई। इधर, पानेरियों की मादड़ी स्थित सीनियर सेकंडरी स्कूल के सेंटर में समय पर पहुंचने के बावजूद करीब 12 अभ्यर्थियों को फोटो पहचान पत्र नहीं होने का हवाला देकर प्रवेश नहीं दिया गया।

इतिहास के सवालों ने उलझाया, राजनीति अच्छी लगी
परीक्षा देकर बाहर आए अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर आसान नहीं था। जिसकी मजबूत तैयारी थी उसी के लिए ठीक रहा। राजस्थान के इतिहास, विरासत के प्रश्न कठिन थे। लोकसभा, विधानसभा और राज्यसभा से संबंधित प्रश्नों को हल करने में दिक्कत नहीं हुई। आईक्यू टेस्ट और गणित के प्रश्नों ने उलझा दिया। प्रश्नपत्र में राजनीति, इतिहास-विरासत, खान, वन विभाग, साइंस, पर्यावरण, जनरल नॉलेज के सवाल भी थे।

वो चेन खींच रहे थे, लोको पायलट को उनकी जान की चिंता थी
खजुराहो ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि अजमेर से उदयपुर के बीच २० से ज्यादा बार चेन पूलिंग हुई। जहां-जहां परीक्षा केंद्र थे वहां अभ्यर्थी ट्रेन रुकवा रहे थे। इससे ट्रेन लगातार लेट होती जा रही थी। लोको पायलट मदन बी. ने कहा कि छतों पर युवा होने से हादसे का खतरा था। जहां ओवरब्रिज थे वहां ट्रेन धीमी करके निकाली। युवाओं को समझाना मुश्किल था। कुछ ने पत्थरबाजी कर हेडलाइट तोड़ दी।

एक घंटे पहले परीक्षा केंद्र से पेपर आएगा
सूरजपोल थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी ओमप्रकाश शनिवार शाम जेल और पुलिस लाइन के बीच टहल रहा था। तब परीक्षा देने के लिए अन्य जिलों से आए सैकड़ों अभ्यर्थी इस क्षेत्र से गुजर रहे थे। ओमप्रकाश उनसे कह रहा था कि परीक्षा केन्द्र से उसके पास एक घंटे पहले प्रश्नपत्र आ जाएगा। यही प्रश्नपत्र वह तत्काल अभ्यर्थियों के वाट्स एप या ईमेल पर फॉरवर्ड कर देगा। अभ्यर्थी से रुपयों की बात कर वह पर्ची पर लिख लेता था।

फोटो- ट्रेन लेट आने के कारण कई युवक कांस्टेबल भर्ती परीक्षा नहीं दे पाए। पुलिस अधिकारियों ने रेलवे के अफसरों से बात कर पर्चियां तैयार करवाईं, जिस पर रेल के लेट होने का जिक्र था। पर्ची लेने के लिए युवाओं में होड़ मच गई।

अमर·कुण्ड में श्रमदान, सडांध मारती गंदगी को बाहर निकाला

DSC08899उदयपुर। पर्यावरण जागरू·ता सप्ताह कार्यकर्म के तहत झील हितैषी नागरि· मंच, विज्ञान समिति, पर्यावरण दल, सजीव सेवा समिति, भारतीय पर्यावरण समिति, वरिष्ठ नागरि· परिषद, मुस्लिम महासभा, नारी उत्थान सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में पिछोला झील के अमर·कुण्ड में श्रमदान ·र जलीय घास व पानी पर तैरती व सडांध मारती गंदगी को बाहर निकाला।
श्रमदान मं डॉ. आर·के गर्ग, डॉ. एलएल शर्मा, शांतिलाल भण्डारी, विनय दवे, हाजी सरदार मोह मद, ·मलेश पुरोहित, सोहनलाल ·ल्याणा, भंवर भारती, बदरीलाल, · कीशोर गहलोत, जुल्फी कार अहमद शेख, सागरानन्द सरस्वती, इब्राहीम खान, स्माईल अली दूर्गा, हाजी नूर मोह मद, भंवरलाल शर्मा, एआए खान, हाजी मोह मद बक्ष, हाफीज शाह, मोह मद आजम खान, अरबाज खान, नसीम खानम आदि ने भाग लिया। इस मौके पर श्रमदान में शामिल लोगों ने ·हा की झीले शहर · पेयजल स्त्रोत हैं, इन्हे स्वच्छ रखना शहर के हर नागरिक दायित्व बनता है। अत: हम आमजन से अपील करते है की झीलों में गंदगी नहीं डालें और इन्हे स्वच्छ रखें। साथ ही जिला प्रशासन से भी अनुरोध ·रते है की झीलों में गंदगी डालने वाले पर प्रशासन सख्त ·कार्रवाई रे। कार्यक्रंम संयोज· शांतिलाल भण्डारी ने बताया की पर्यावरण जागरूता कार्यक्रम के तहत सोमवार को सुबह 11 बजे ·केन्द्रीय जेल में ·केदियों ·के साथ पर्यावरण चेतना पर डॉ. एनएल गुप्ता वार्ता देगें। साथ ही सायं·काल 6 बजे राजीव गांधी पार्क · मेें स्वच्छता अभियान · कार्यक्रम होगा।

महावीर युवा मंच संस्थान-महिला प्रकोष्ठ के ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर का समापन

myms-5मोहक प्रस्तुतियों से झूम उठा सभागार
महावीर युवा मंच संस्थान-महिला प्रकोष्ठ के ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर का समापन
शुभ मंगल गीत पुस्तिका का विमोचन
उदयपुर, जो हाथ घर के कामकाज में लगे रहते थे या कीचन में खाना बनाने में काम आते हैं, जब वे ही हाथ मात्र 15 दिन के प्रशिक्षण के बाद डीजे पर बज रहे राजस्थानी गीतों पर नृत्य के साथ मटकते दिखे तो सभागार में मौजूद प्रतिभागी सहित हर दर्शक झूम उठा। आकर्षक व मोहक प्रस्तुतियों पर बार-बार तालियां बज उठी। मानों कोई शिविर नहीं किसी के घर में वैवाहिक आयोजन हो और रिश्तेदार प्रस्तुतियां दे रहे हों।
मौका था श्री महावीर युवा मंच संस्थान के ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर के समापन का जो रविवार को थोब की बाड़ी में हुआ। मुख्य अतिथि जिला प्रमुख रजनी डांगी तथा विशिष्ट अतिथि उद्योगपति विकास सुराणा, थोब की बाड़ी श्रीसंघ के अध्यक्ष मनोहरसिंह नलवाया थे। अध्यक्षता महापौर रजनी डांगी ने की। इस अवसर पर प्रकोष्ठ की अध्यक्ष विजयलक्ष्मी गलुण्डिया द्वारा संयोजित शुभ मंगल गीत पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। शिविर की विशेषता यह भी रही कि इसमें न सिर्फ जैन समाज बल्कि अन्य समाजों की लड़कियों ने भी भाग लिया।
myms-2

myms-3पन्द्रह दिनों के इस प्रशिक्षण शिविर में नृत्य के विभिन्न ग्रुप बनाए गए थे। क्रमश: ग्रुपों की हर प्रस्तुति में सभागार बार-बार तालियों से गूंज उठा। सर्वप्रथम ब्राह्मी ग्रुप की शहनाई. . गीत पर प्रस्तुति हुई। इसके बाद सुंदरी ग्रुप ने ढोल बाजे. . गीत पर आकर्षक प्रस्तुति दी। कौशल्या ग्रुप की लड़कियों ने जहां पंजाबी गीतों का तडक़ा लगाया वहीं सीता ग्रुप में शामिल महिलाओं ने ओ रे पिया. . के गीत पर सुंदर पारम्परिक वेशभूषा में प्रस्तुति दी। द्रोपदी ग्रुप की लड़कियों ने पाश्चात्य नृत्य प्रस्तुत किया फिर राजमति ग्रुप में 50 वर्ष की आयु से अधिक की महिलाओं ने नृत्य प्रस्तुति दी। मृगावति, कुंती, चंदनबाला, चेलना, प्रभावति और सुभद्रा ग्रुप ने भी अपनी अपनी प्रस्तुति को शानदार बनाया।
शुभ मंगल गीत पुस्तक विमोचन के बाद मुख्य अतिथि मेहता ने कहा कि ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण के साथ इस नारी जागरण शिविर के समापन के बाद यहां मौजूद महिलाओं-बच्चियों को देखकर वाकई में लग रहा है कि नारी जागृत हो चुकी है। नारी ने कम से कम यहां तो अपना स्थान प्राप्त कर लिया है। अध्यक्षता करते हुए डांगी ने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। यहां 50 वर्ष की महिलाओं को जब नृत्य करते देखा तो यही महसूस हुआ। जिन्हें हम हमेशा घर के कामकाज में लगे देखते हैं, आज जब उन्हें यहां इतना सुंदर नृत्य करते देखा तो एकाएक विश्वास ही नहीं हो रहा है।
संस्थान के मुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के बाद प्रकोष्ठ की अध्यक्ष विजयलक्ष्मी गलुण्डिया ने इस वर्ष को नारी जागरण वर्ष के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा और उसी के तहत गत 16 मई से यह शिविर शुरू हुआ। इस शिविर की सफलता तभी है जब इस वर्ष सीखे गए प्रशिक्षणार्थियों में से ही अगले वर्ष शिविर में प्रशिक्षक बनें। अगले वर्ष भी क्या यह शिविर लगाया जाना चाहिए, इस प्रश्न के जवाब में पूरा सभागार सहमति के रूप में तालियों से गूंज उठा। उन्होंने शुभ मंगल गीत पुस्तिका के विमोचन पर कहा कि यह पुस्तिका समाज की धरोहर के रूप में पहचानी जाएगी। उन्होंने कहा कि समाज की सेवा में मेरे करीब 30 वर्षीय कार्यकाल में जैन समाज में अब तक ऐसी कोई पुस्तक नहीं आई है। यह निस्संदेह संग्रहणीय है।
पन्द्रह दिनों में श्रेष्ठ प्रस्तुति देने वालों दिव्या कोठारी, स्नेहा पोरवाल, अर्चना वैष्णव, अंजू लोढ़ा, चंदा राठौड़, उषा दक, प्रशंसा धुपिया, डिम्पल बोहरा, विधि एवं रामू ओर्डिया को पारितोषिक प्रदान कर सम्मानित किया गया।
प्रकोष्ठ की अध्यक्ष विजयलक्ष्मी गलुण्डिया ने शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि 16 मई से शुरू हुए शिविर में मेडिटेशन, विभिन्न प्रकार के नाश्ते, कॉकटेल-मॉकटेल, स्वास्थ्यवर्धक मिठाइयां, टेबल सजावट, नेपकिन फोल्डिंग, साड़ी पहनने के विभिन्न तरीके, सेल्फ मेकअप, सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर पर वार्ता, महिला अधिकारों संबंधी जानकारी, मोटापा कम करने सम्बन्धी व्यायाम, गिफ्ट पैकिंग, बैंक सम्बन्धी जानकारी एवं स्वास्थ्य जांच आदि कार्यक्रम हुए। इनमें विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा कि महिला प्रकोष्ठ की संपूर्ण कार्यकारिणी शिविर की सफलता के लिए बधाई की पात्र है। सभी ने मिल-जुलकर शिविर को सफल बनाया। शुभ मंगल गीत पुस्तिका में जन्म से लेकर मंगलाचरण, तपस्या, विवाह, मांगलिक, देवता सहित सभी शुभ अवसरों पर गाए जाने वाले गीतों का संकलन किया गया है।
कार्यक्रम का संचालन प्रशंसा धुपिया एवं डिम्पल ने किया। मंगलाचरण अंजू लोढ़ा, बेला मुर्डिया, निशा जैन,खुशबू साहू, पूनम लोढ़ा, बीना जैन एवं श्वेता नैनावटी ने किया।

वृहद् वार्षिक अधिवेशन और अग्रज पेंशनर सम्मान समारोह

painsoner samaj- 3स्वास्थ्य की बेहतरी की ओर ध्यान दें वरिष्ठजन : मीणा
पेंशनर भूषण, पेशनर गौरव एवं पेंशनर अग्रज सम्मान से सम्मानित हुए पेंशनर
उदयपुर , सांसद अर्जुनलाल मीणा ने कहा कि युवाओ को वरिष्ठ नागरिक एवं पेंशनरों के अनुभवों का लाभ लेना चाहिए,जिन्होनें अपना पूरा जीवन इसमें गुजार दिया। इस उम्र में स्वास्थ्य की बेहतरी जरूरी है। यदि स्वास्थ्य बेहतर रहेगा तो और अधिक कार्य कर सकेंगे।
वे रविवार को सुखाडिय़ा रंगमंच पर राजस्थान पेंशनर समाज की उदयपुर शाखा के तत्वावधान में आयोजित जिलास्तरीय वृहद् वार्षिक अधिवेशन एवं अग्रज पेंशनर सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस उम्र में पेंशनरों को सिर्फ स्वास्थ्य की ओर ध्यान रखना चाहिए। पूर्ववर्ती सरकारों ने भी चिकित्सा सम्बन्धी काम किए लेकिन कहीं न कहीं, कुछ न कुछ अधूरा रहा। उसे पूरा करने का मेरा हर संभव प्रयास रहेगा। हिरणमगरी सेक्टर 13 स्थित पेंशनर भवन में पेंशनर समाज का प्रस्तावित फिजियोथैरेपी क्लिनिक अगले छ: माह में पूरा करवाने का मेरा प्रयास रहेगा। उन्होंने इसके लिए हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया।
painsoner samaj-2विशिष्ट अतिथि ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने कहा कि 60 वर्षों तक सेवाएं देने के बाद भी आप समस्याओं का सामना करें, यह ठीक नहीं है। यह एक सतत प्रक्रिया है। समस्याएं होंगी तो उनके समाधान भी होंगे।
अध्यक्षता करते हुए महापौर रजनी डांगी ने सभागार में मौजूद पेंशनरों को आश्वस्त किया कि कार्यकाल के बचे हुए 5-6 माह में पेंशनर भवन से सम्बन्धित फिजियोथैरेपी क्लिनिक की यथासंभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। घोषणा करने में मेरा विश्वास नहीं बल्कि काम करने में है। जल्द ही इससे संबंधित वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जाएगा।
विशिष्ठ अतिथि जिला प्रमुख मधु मेहता ने कहा कि वटवृक्ष जितना बड़ा होगा वह उतना ही मजबूत होगा और उसकी छाया उतनी ही फैलेगी। इनके संस्कारों से अनुभव लेकर युवा आगे बढ़ें। जिस तरह आपने अपनी पूरी जवानी समाजसेवा में गुजार दी, अब बाकी का समय भी सेवा में ही गुजारें।
painsoner samaj-1 (1)हेल्पेज इंडिया की जयपुर से आयी वंदना ने कहा कि मेरी जितनी उम्र नहीं, उतना तो आपका सेवाकाल हो चुका है। हेल्पेज इंडिया के माध्यम से हम सीनियर सिटीजंस को हर वो लाभ दिलाना चाहते हैं जिसका वो हकदार है। अगर जनप्रतिनिधि और अधिकारी सब अपने कार्य सही से करें तो किसी एनजीओ को आगे आने की जरूरत ही न पड़े।
इससे पूर्व पेंशनर समाज के जिलाध्यक्ष भंवर सेठ ने पेंशनरों की समस्याएं बताते हुए कहा कि प्रदेश में 4 लाख से अधिक पेंशनर हैं जिनमें उदयपुर जिले में करीब 18 हजार से अधिक पेंशनर हैं। कलक्ट्रेट परिसर में पेंशनर कार्यालय संचालित है वहीं सेक्टर 13 में पेंशनर भवन है। वहां फिलहाल होम्योपैथी के माध्यम से वरिष्ठजनों का उपचार किया जा रहा है। हमारा उद्देश्य है कि आने वाले समय में जगह जगह जाकर शिविर लगाकर वरिष्ठजनों को लाभान्वित करें। वल्लभनगर शाखा ने तो इससे आगे बढक़र काम किया कि वहां आने वाले वरिष्ठजनों को निशुल्क भोजन कराया जाता है। साथ ही मरीज के साथ अटेंडेंट के आवास की व्यवस्था भी निशुल्क की जाती है। मुख्यमंत्री ने भी शाखा के अध्यक्ष को सम्मानित किया है। वहां हम आज के वरिष्ठजनों की सबसे अधिक जरूरतमंद फिजियोथैरेपी क्लिनिक शुरू करना चाहते हैं जिसके लिए सांसद, विधायक, महापौर आदि सभी ने यथासंभव सहयोग का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि आज विडम्बना यह है कि वरिष्ठजनों को हर जगह लाइन में लगना पड़ता है। पहले चिकित्सक के यहां, फिर दवा की दुकान पर, वहां न हो तो एनओसी लेकर दूसरी दुकान से खरीदने और फिर पैसे के पुनर्भरण की लाइन में। लाइनें आज भी वरिष्ठजनों के लिए खत्म नहीं हुई है। इस व्यवस्था की ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए।
कार्यक्रम में एडवोकेट फतहलाल नागौरी, पेंशनर समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष रामकिशोर अग्रवाल, हस्तीमल अरोड़ा आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
ये हुए सम्मानित-समारोह में पेश्ंानर समाज भूषण से बी.आर.अरोड़ा,मदन गोपाल तम्बोली, पी.एल. रूंगटा ,चंादमल जैन, अब्दुल अजीज खान,भंवर सेठ ,अर्जुन मंत्री सेाहनलाल कोठरी,भंवरलाल दक,रणदीपसिंह सोजतिया,ओ.पी.सिंघल, कृष्णचन्द्र श्रीमाली, आदेश्वरलाल फंादोत सहित 15 तथा पेशनर गौरव सम्मान से 6 पेंशनर भैरूलाल कोटिया,सुरेन्द्र सामर,चतुरभुज आमेटा, शांतिलाल कोठारी,लक्ष्मीनारायण भण्डारी , आशिक अली बोहरा का सपत्नीक तथा 70 वर्ष से अधिक आयु वाले 370 पेश्ंनरों का पेंशनर अग्रज सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन संयोजक अर्जुन मंत्री ने किया।

अनुभूति के लिए सतत् जागरूकता जरूरी: साध्वीश्री कनकश्री

p-1उदयपुर , तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण की विदुषी साध्वी श्री कनकश्री ने कहा कि आत्मा की तीन अवस्थाएं होती है। बहि आत्मा,अन्र्तात्मा एंव परमात्मा। जो व्यक्ति कषाय,अज्ञान व मोह के घेरे में जीता है उसे आत्मा की झलक नहीं मिलती है। आत्मा की अनुभूति के लिए सतत़ जागरूकता की अवश्यकता होती है।
वे आज अपनी सहवर्ती साध्वियों के साथ विहार कर हिरणमरी से 4 स्थित तुलसी निकेतन रेजीडेन्शियल स्कूल में आयोजित धर्मसभा को यात्रा बाहर से भीतर की ओर विषय पर व्याख्यान देते हुए संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर साध्वी मधुलेखा ने भी विषय प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में साध्वीश्री मधुलताजी,आध्वीश्री वीणाकुमारी व समिति प्रज्ञा ने ’ करें आराधाना हम, सत्य की साधना’ नामक सुन्दर गीतिका प्रस्तुत की।
प्रारम्भ में स्कूल के चेयरमेन डॅा. यशवन्त कोठारी ने साध्वीश्री एंव पधारें अतिथियों का स्वागत किया एंव संस्था में प्रेक्षा ज्ञान व जीवन विज्ञान संबंधी चल रहे प्रशिक्षण संबंधी जानकारी दी। तेरापंथ मण्डल महिला की अध्यक्षा श्रीमती कंचन सोनी ने क्षेत्रवासियों से साध्वी समुदाय का अधिकाधिक लाभ लेने की अपील की। हिरणमगरी से. 3 से 6 तक के बड़ी संख्या में श्रावक-श्रावकाओं ने भाग लिया।

खेलकूद प्रतियोगिताओं में महिलाओं व बच्चों ने दिखाया उत्साह

maheshwari samaj_khekud_2उदयपुर ,, नगर माहेश्वरी युवा संगठन द्वारा महेश जयन्ती के अवसर पर आयोजित किये जा रहे दस दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृख्ंला में आज श्रीनाथ मार्ग स्थित माहेश्वरी पंचायत भवन में आयोजित विभिन्न प्रकार की खेलकूद स्पर्धाओं में बच्चों, महिला एंव पुरूषों ने बहुत उत्साह के साथ भाग लिया।
maheshwari samaj_khekud_1 संगठन अध्यक्ष राजेश तोषनीवाल ने बताया कि सब जूनियर वर्ग में आयोजित रस्साकस्सी प्रतियोगिता में चंदन अजमेरा,ध्रुव कालानी,हिरांश देवपुरा, दिव्यंश गट्टानी,मधुर लाठी, लक्ष्य मंत्री,वंश लावटी विजयी रहे। जलेबी रेस में सब जूनियर वर्ग बलिका में अंजली माहेश्वरी प्रथम, लविता सोमानी द्वितीय, महिला वर्ग में विजयलक्ष्मी जागेटिया प्रथम,रेखा लावटी द्वितीय,जूनियर वर्ग में जया मुन्दड़ा प्रथम,ईशा माहेश्वरी द्वितीय,जूनियर वर्ग बालक में शुभ समदानी प्रथम, अभिषेक असावा द्वितीय,सीनियर वर्ग बालक में राजीव मून्दडा प्रथम,अक्षय तोषनीवाल द्वितीय रहे।
सचिव लक्ष्मीकान्त मून्दड़ा ने बताया कि महिला वर्ग रस्सा कस्सी में वनिता कालानी,संगीता ताष्ेानीवाल,आशा माहेश्वरी,आरती न्याती,उषा गंगानी,प्रतिभा चेचाणी,सुमित्रा सोमानी,श्वेता तोषनीवाल विजयी रही। महिला वर्ग कुसी रेस में प्रीति तोषनीवाल प्रथम व आरती न्याती द्वितीय रही। जूनियर वर्ग बालक रस्सा-कस्सी में शुभ समदानी,तुषार तोानीवाल,अनिल देवपुरा, खुश धुप्पड़,आयुश मुन्दड़ा,हर्ष मंत्री, हिमांशु न्याती, हर्ष माहेश्वरी विजयी रहे।
खेल सचिव गजेन्द्र मूंदड़ा ने बताया कि बालिका वर्ग रस्सा-कस्सी में मान्या माहेश्वरी,धु्रवी माहेश्वरी, देवांशी तोषनीवाल,शीर्विका माहेश्वरी,जान्हवी लावटी,इवानी मून्दड़ा,श्रेष्ठ माहेश्वरी,खुशी माहेश्वरी,लक्षिता देवपुरा तथा सीनियर वर्ग बालिका रस्सा-कस्सी में ईशा माहेश्वरी,स्वाति मून्दड़ा,सलोनी मून्दड़ा,निराली चेचाणी,अर्पिता मून्दड़ा विजयी रही।

उदयपुर होटल एसोसिएशन की नव गठित कार्यकारिणी का शपथ समारोह

hotle asosition 1उदयपुर। उदयपुर होटल एसोसिएशन की नव गठित कार्यकारिणी का शपथ समारोह कोडियात रोड स्थित उदयबाग में समारोह के साथ सपन्न हुआ आयोजित कार्यक्रम में प्रिंसिपल सेकेट्री पर्यटन राजेश्वर सिह व एकलिंगगढ़ छावनी के कमांडर ब्रिगेडियर हर्षवर्धन सिह ने अध्यक्ष विश्व विजय सिह और पदाधिकारियों को शपथ दिलाई ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजेश्वर सिह ने कहा की उदयपुर प्रदेश और देश और दुनिया के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में एक हे इसके लिए सरकार विविध योजनाओं के माध्यम विकास करेगी , सरकार प्रदेश की टूरिस्ट पॉलिसी में भी बदलाव करेगी और प्रदेश के पर्यटन स्थलों को सड़क , ट्रेन और हवाई से जोड़ने जैसी योजनाओं को क्रियान्वन करेगी धर्मिक , चिकित्सा , शिक्षा आदि क्षेत्रों में भी पर्यटन बढ़े इसके लिए नई योजना बनाई जाएगी।
नव गठित कार्यकारिणी के अध्यक्ष विश्व विजय सिह ने बताया शपथ समारोह में उपाध्यक्ष दीपक शर्मा , सचिव राकेश चौधरी , सहसचिव मोहित मेनारिया , कोषाध्यक्ष वैभव धिंग , सदस्य अम्बालाल बोहरा , कमल भंडारी , मनीष गलूंडिया , अजय सिह शक्तावत , गौरव भंडारी , धीरज दोषी , केपी अग्रवाल , कमलेश जेन , प्रफुल कुमावत , सुदर्शन सिह को शपथ दिलाई गयी निवर्तमान अध्यक्ष सुभास राणावत ने पूर्व में कराए गए कार्यों की रुपरेखा पेश की कार्यक्रम में शहर के विभिन्न संगठनो के पदाधिकरियों ने भी हिस्सा लिया

दर्द और टीस से भरी घटनाओं का सामयिक चित्रण

रंगशाला में नाटक ‘‘ख़राशें’’ का मंचन
दर्द और टीस से भरी घटनाओं का सामयिक चित्रण

Kharashen_photoउदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से मासिक नाट्य संध्या ‘‘रंगशाला’’ में रविवार शाम नाटक ‘‘ख़राशें’’ प्रसिद्ध शायर व गीतकार गुलज़ार की कथाओं का मंन किया गया जिसमें इतिहास में घटित घटनाओं की टीस तथा हालातों को आज के माहौल से जोड़ कर दर्शाने का प्रयास किया गया।
जम्मू के कला दल पंचम की इस प्रस्तुति में एक गाम्भीर्य था जो प्रारम्भ से अंत तक बना रहा। एक-एक कर घटनाएँ दर्शकों के सामने उवाच रूप में आती गई और उसके दर्द को बयां करती रही। भपिन्दर सिंह जामवाल द्वारा निर्देशित इस प्रस्तुति में कलाकारों का अभिनय लाजवाब बन सका वहीं निर्देशकीय कसावट प्रस्तुति का सशक्त पक्ष रहा। प्रस्तुति में कलाकारों ने चार कथाओं हिलसा, खौफ, रावी पार तथा खुदा हाफिज़ का मंचन किया जिसमें बंटवारे का दर्द, मुंबई दंगों में रेल में खौफ से यात्रा करते युवक तथा बलात्कार जैसी घटनाओं के दर्द को प्रस्तुति में बखूबी ढंग से उबारा गया।
नाटक में सुरेश शर्मा, तपेश वार दत्ता, विजय गोस्वामी, जे.आर. सागर, आर्य वीर सिंह जांडरहिया, गुरमीत जामवाल, पूनत सुदन, प्रदीप शर्मा, रिनी शर्मा आदि का अभिनय चरित्रों के अनुकूल सशक्त बन सका। प्रस्तुति में प्रकाश संयोजन विजय कपूर का था तथा संगीत भूपिन्दर सिंह का था। प्रस्तुति के बाद केन्द्र निदेशक शैलेन्द्र दशोरा ने कलाकारों का माल्यार्पण अभिनन्दन किया।