पुलिस अब होगी ऑन लाइन

उदयपुर, राजस्थान पुलिस को अब सभी विभागों को जोडने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए विभाग को ऑन लाईन किया जा रहा है ताकि देश के सभी विभागों से अपराधियों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके।

जिला पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा द्वारा शनिवार को ली गई क्राईम मिटिंग में जिले के सभी थानाधिकारियों, डिप्टी और एएसपी स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया। क्राईम मिटिंग में एक लघु फिल्म बताई गई जिसमें विभाग के ऑन लाईन होने पर किस तरह के फायदे विभाग को मिल सकते है। पुलिस विभाग को भी ऑन लाईन किया जाएगा और इसे देश के सभी विभागों से जोडा जाएगा। जिसके तहत किसी भी राज्य के अपराधी द्वारा अपराध करते ही उसके बारे में सारी जानकारी राजस्थान में भी आसानी से उपलब्ध हो पाएगी। जिसमें अपराधी का फोटो, पता और उसके द्वारा किए गए अपराधों के बारे में बताया जाएगा। क्राईम मिटिंग में पुलिस अधीक्षक ने आने वाले त्यौहारों के सम्बन्ध में भी दिशा-निर्देश दिए। जिसमें त्यौहारों तक विशेष रूप से पैट्रोलिंग करना, असामाजिक तत्वों पर विशेष रूप से निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही गत माह के अपराधों की समीक्षा की गर्ई और सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए।

थम नहीं रहा क्रिकेट संघ का विवाद

अब कप्पू ने लगाया विरोधीयों पर आरोप

उदयपुर, उदयपुर क्रिकेट संघ में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है दोनो गुटों से आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है।

जिला क्रिकेट संघ में वर्चस्व ओर पदलोलुपता का घमासान थम नहीं रहा । रविन्द्रपाल ङ्क्षसह कप्पू और जिला क्रिकेट संघ के सचिव व उनके समर्थकों के बीच घमासान जारी है। पिछले दिनों वेटरंस ट्राफी के बीच कप्पू और अन्य के खिलाडियों के बीच हाथापाई तक हो गयी जिसकी दोनो पक्षों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी बाद में कप्पू व उनके समर्थकों ने कलेक्टर को कार्यवाही करने का ज्ञापन दिया व जिला क्रिकेट संघ में धांधली बाजी का आरोप लगाया इसके अगले ही दिन जिला क्रिकेट संघ के कई लोगों ने रविन्द्रपाल ङ्क्षसह कप्पू के विरोध में कलेक्टर को ज्ञापन दिया व उस पर अभद्र व्यवहार, क्रिकेट मैच में पद के लिए ब्लेकमेलिंग व असामाजिक तत्व होने का आरोप लगाया उसी के जवाब में कप्पू ने विज्ञप्ति जारी कर शपथ पत्र दिया कि वे अगले दस साल तक क्रिकेट संघ व किसी क्लब में कोई पद ग्रहण नहीं करेगें साथ ही उन्होंने स्थानिय थाने से चरित्र प्रमाण पत्र बनवा कर बताया कि आजकल उन पर कोई अपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है। तथा उन्होंने जिला क्रिकेट संघ के सचिव महेन्द्र शर्मा कोच मनोज चौधरी पर क्रिकेट संघ में बल्लेबाजी अनियमितताओं और क्रिकेटरों के भविष्य के साथ खिलवाड का आरोप लगाया है।

नासीर खान सदस्य मनोनीत

 

उदयपुर, राजस्थान सरकार ने जिला जन अभियोग एवं सतर्कता समितियों के सदस्यों का मनोनयन करते हुए अल्पसंख्यक श्रेणी से उदयपुर के पूर्व पार्षद मोहम्मद नासीर खान को समिति का सदस्य नियुक्त किया है।

नगर परिषद , यूआईटी ने पहले जनता को आग में झोंका अब मरहम लगाने की बात

निर्माण निषेध क्षेत्र मे निर्माण ध्वस्त का मामला

प्रभावित लोगों ने निकाली रैली

हाईकोर्ट में भी उपलब्ध नहीं अवैध निर्माण की सूची

उदयपुर, कोर्ट के आदेश आ गये निर्माण निषेध क्षेत्र में निर्माण ना हो पूरा दिन जुबां पर यही चर्चा रही अब हजारों मकानों का क्या होगा जो निषेध क्षेत्र में है। आज जनता के हितो की बात करने वाले यूआईटी ओर नगर परिषद इन्होंने ही जनता को इस निषेध क्षेत्र की आग में झोंका है। अम्बामाता क्षेत्र में सैकडो प्रभावितों ने रैली निकाली।

जब से हाईकोर्ट ने निर्माण निषेध क्षेत्र में निर्माण ध्वस्त करने के फैसले दिए थे और ४१ मकानों के आदेश थे तब से शहरवासी उन ४१ नामों की सूची का इंतजार कर रहे थे लेकिन हाईकोर्ट के पास ऐसी कोई सूची है या नहीं। हाईकोर्ट ने राजेन्द्र राजदान की याचिका पर अपना फैसला सुनाया है राजदान ने भी ऐसी कोई सूचि नहीं दी थी उन्होंने होटलों का जो अवेध निर्माण हो रहा है उनको जरूर इंगित किया था। सूचि तो हाईकोर्ट ने नगर परिषद और यूआईटी से मांगी थी कि निर्माण निषेध क्षेत्र में कितने अवैध निर्माण है उसकी सूची भेजी इन दोनो जिम्मेदार ने बिना सोचे समझे जो शिकायत में पेडिंग नाम थे उनकी सूची भेज दी जिससे ऐसे कई नाम है जिनका मकान पिछले २० सालों से बना हुआ है।

निर्माण निषेध क्षेत्र आखिर सीमा और परिभाषा क्या है : निर्माण निषेध क्षेत्र में निर्माण नहीं होना चाहिए आखिर कोई बताएगा कि निर्माण निषेध क्षेत्र कहां तक है। पिछोला, प*तहसागर, आखिर कहां है सीमांकन ना तो कभी नगर परिषद यूआइटी ने आज तक कोई सीमांकन नहीं किया कि निर्माण निषेध क्षेत्र कहां-कहां तक है इसका मापदण्ड कुछ नहीं है। ५०० मीटर का दायरा में निर्माण नहीं होना चाहिए तो फिर उस पांच सौ मीटर के दायरे का सीमांकन क्यों नहीं किया गया। जिस निर्माण निषेध क्षेत्र की बात परिषद ओर यूआईटी करती है वहां एक दर्जन कॉलोनियों में ७ से ९ हजार मकान बने हुए है। अगर यहां निर्माण निषेध क्षेत्र थे तो क्यों यहां कॉलोनियां कर दी इसका जवाब किसी अधिकारी के पास नहीं है। उदयपुर की जनता को यही फिक्र है और इस बात को लेकर जनप्रतिनिधि और अधिकारी जनता के हितों की बात कर रहे है जिन्होने जनता को इस आग में झोंका ओर अब या तो तमाशाबीन बने हुए है या झूठे वादे किये जा रहे है।

प्रभावित सैकडों लोगों ने अम्बामाता क्षेत्र में रैली निकाली जो कि मल्लातलाई, ब्रह्मपोल होते हुए जगदीश चौंक पहुंची। स्थानिय पार्षद कमलेश जावरिया ने कहाकि में जनता के लिए लडूंगा और विधिक राय लेकर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

जिला स्तरीय आयुवर्ग शतरंज प्रतियोगिता आज से

उदयपुर, चेस इन लेकसिटी की मेजबानी में जिला स्तरीय ओपन अण्डर-७, ९, ११, १३, १५, १७, १९ व सीनियर बालक-बालिका वर्ग की २ दिवसीय शतरंज प्रतियोगिता कल रविवार से श्रमजीवी महाविद्यालय लेकसिटी उदयपुर में आयोजित होगी। आयोजन सचिव व प्रशिक्षक विकास साहू ने बताया कि इन प्रतियोगिताओं में जिले के फीडे रेटेड व राष्ट्रीय खिला$डी हिस्सा लेगें। प्रतियोगिता अन्तर्राष्ट्रीय स्वीस पद्घति से ७ चक्रो में आयोजित होगी। प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक रिषि सालवी होंगे।

करोड़ों का ठेका दिलाने के बहाने २५ लाख हडपे

नौकरी और उदयुपर-अहमदाबाद ब्राडगेज में ठेका दिलवाने का मामला

उदयपुर, शहर के नजदीक डबोक थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने एक आरोपी के खिलाफ रेलवे में उसके पुत्र को नौकरी और उसे उदयुपर-अहमदाबाद में ब्राडगेज में ठेका दिलवाने के नाम पर २५ लाख रूपए नकद हडपने का मामला दर्ज हुआ है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार बाबूलाल पुत्र चंदना डांगी निवासी मंदेसर ने मामला दर्ज करवाया कि आरोपी ईस्माईल पुत्र जीवा भाई शेख निवासी पाटन मेहसाणा गुजरात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि आरोपी ईस्माईल कुछ समय पूर्व रामलाल पुत्र देवा डांगी निवासी मंदेसर के घर पर आया था। आरोपी ने अपने आपको अहमदाबाद के कालूपुर में रेलवे में अच्छे पद पर बताया। इसके साथ ही आरोपी ने बताया कि उसकी रेलवे में अधिकारियों से अच्छी जान-पहचान है और वह किसी को भी आसानी से भर्ती करवा सकता है। आरोपी ने बताया कि उदयपुर के रेलवे अधिकारी भी उसे अच्छी तरह से जानते है और उदयपुर-अहमदाबाद ब्रोडगेज में मशीनरी का काम दिलवाने का झांसा दिया।

यह देखकर बाबूलाल ने इस्माईल से अपने पुत्र कैलाश् को रेलवे में नौकरी दिलवाने के लिए कहा तो आरोपी आसानी से मान गया और कहा कि पहले उच्चाधिकारियों को संतुष्ट करना होगा इसके लिए उसने ५० हजार रूपए मांगे। जो उसने गांव के ही जगदीश के सामने आरोपी को दिए। ३ दिन बाद आरोपी फिर से आया और अपने साथ स्टॉम्प व रेलवे विभाग की सरकारी मुहर लेकर आया था। आरोपी ने स्टॉम्प पर उसके पुत्र के हस्ताक्षर करवाए और कहा कि दो माह रेलवे की ओर से लैटर आएगा जिसमें उसके पुत्र कैलाश की नियुक्ति होगी। २२ दिन बाद आरोपी फिर से आया और शीघ्र ही उसके पुत्र कैलाश को नौकरी लगवाने की बात कहता हुआ ५० हजार रूपए ले लिए।

इसी दौरान आरोपी ने उदयपुर-अहमदाबाद ब्रोडगेज में बिना टेंडर किए ठेका दिलवाने का झांसा दिया। आरोपी ने बताया कि यह ठेका करोडों रूपए का है और एक बार काम पूरा होने पर पूरे परिवार को जीवन में कभी काम करने कीह आवश्यकता नहीं पडेगी। इसके एवज में आरोपी ने ३० से ३५ लाख रूपए की व्यवस्था करने के लिए कहा। जिस पर उसने अपने ट्रके, ट्रेक्टर और जमीन को गिरवी रखकर २५ लाख रूपए की व्यवस्था की। ३ जुलाई २०११ को आरोपी आया और बोला कि साहब उदयपुर आ रहे है और उनसे मिलाने के बहाने आरोपी पीडित बाबूलाल को उदयपुर लेकर आ गया। इसके बाद आरोपी ने जगदीश पुत्र गणेशलाल निवासी डबोक, कन्हैयालाल पुत्र नंदा डांगी डबोक, पुष्कर पुत्र चैनराम डांगी निवासी बाठेडा की सराय और राममाल पुत्र देवा गमेती निवासी मंदेसर के सामने आरोपी को २५ लाख रूपए नकद दिए।

आरोपी उसे अपने साथ उदयपुर लेकर आया और उदयपुर में उसे पश्चिमी रेलवे के कार्यालय में कई स्थानों पर घुमाया और जाते समय ५ हजार रूपए भी लेकर चला गया। जाते समय आरोपी ने दो माह में उसके पुत्र का रेलवे की नियुक्त पत्र आने का आश्वासन दिया। इसके बाद आरोपी ने फोन नहीं किया तो उसने एक माह बाद आरोपी को फोन किया तो आरोपी ईस्माईल ने अधिकारियों से वार्ता करने की बात कहते हुए कुछ दिन ठहरने के लिए कहा। कुछ दिनों बाद फिर से फोन किया तो आरोपी ने उसे पहचानने से इंकार कर दिया। इसके बाद से ही उसका फोन बंद आर रहा है। इस बारे में जब उसने उदयपुर आकर रेल्वे में सम्पर्क किया तो रेलवे के अधिकारियों ने उदयपुर-अहमदाबाद ब्रोडगेज का ठेका दिल्ली से होने और किसी ईस्माईल नामक युवक को जानने से इंकार कर दिया। इसके बाद उसने न्यायालय के माध्यम से थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

चरनोट भूमि से कब्जा हटवाया

उदयपुर, शहर के समीप भुवाणा ग्राम पंचायत में चरनोट की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करवा रखी चार लोगों का कब्जा हटवाया गया। इधर क्षेत्रवासियों ने आक्रोश व्यक्त किया कि क्षेत्र में बसी पूरी कॉलोनी ही अवैध है और पंचायत की ओर से सभी को फर्जी पट्टे दिए गए है।

भुवाणा ग्राम पंचायत में भुवाणा क्षेत्र के पास बनी राजेश्वर नंद कॉलोनी में शनिवार को गिर्वा तहसील का अतिक्रमण निरोधी दस्ता पहुंचा और कॉलोनी में सबसे अंत में बने चार प्लोटों की बाउण्ड्रीवॉल तोडनी शुरू कर दी। यह देखकर क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्यक्त कर दिया। एक प्लोट की बाउण्ड्रीवॉल को तोडने के बाद जब दूसरी दूसरी बाउण्ड्री वॉल को तोडने का प्रयास किया तो मौके पर काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। लोगों ने विरोध किया तो दस्ते ने जिला कलेक्टर के आदेश होना बताया। परन्तु क्षेत्रवासियों के मांगे जाने पर दस्ते के पास कोई आदेश नहीं मिला। इसके साथ ही शनिवार को छुट्टी के दिन अतिक्रमण तोडने पर विरोध व्यक्त किया। लोगों के विरोध को देखते हुए एक बार तो दस्ता वहां से चला गया। क्षेत्रिय लोगों ने बताया कि पूरी कॉलोनी को चरनोट की भूमि में बसी हुई है और करीब ५०० मकान बने हुए है। क्षेत्रिय लोगों ने बताया कि सभी को पंचायत की ओर से ही पट्टे दिए गए है। इसके बाद केवल ३ या ४ लोगों के खिलाफ सरपंच अपनी मनमर्जी से कार्यवाही करवा रही है। इधर इस बारे में जब सरपंच पति से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर ने जांच कर इसे तोडने के लिए आदेश दिया था। इसी कारण कब्जों को हटाने के लिए गिर्वा, पंचायत समिति से इस्पेक्टर और दस्ता आया था, अतिक्रमण तोडा गया।

पिता से झगडा कर युवक फांसी पर झूला

उदयपुर, शहर के अंबामाता थाना क्षेत्र में पिता से झगडने के बाद एक युवक ने फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली।

पुलिस सूत्रों के अनुसार संदीप (१९) पुत्र कालूलाल शर्मा निवासी जावद नीमच पिछले कई वर्षों से उदयपुर शहर में रह रहे है। वर्तमान में कालूलाल शर्मा साईफन कॉलोनी में हिम्मतसिंह के निमार्णाधीन मकान में रह रहा है और वहीं पर चौकीदारी करता है। संदीप शहर में ही नौकरी करता है। शुक्रवार शाम को वह अपने घर पर गया जहां पर उसका पिता के साथ किसी बात को लेकर झगडा हो गया था। जिससे आवेश में आकर वह फंदे पर लटक गया। जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी पर रात्रि को ही मौके पर थाने से जाब्ता पहुंचा और मृतक के शव को नीचे उतारकर मोर्चरी में रखवाया। सुबह पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। इधर मृतक के परिजनों की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के परिजनों के मृतकोंका अंतिम संस्कार करवाने वाले राजू भाई से सम्पर्क किया। राजू भाई के सहयोग से मृतक का अंतिम संस्कार करवाया गया।

फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र

उदयपुर। शहर के सूरजपोल थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार चुन्नीलाल पुत्र कन्हैयालाल मेनारिया निवासी पुरोहितों की मादडी ने दुर्गाशंकर पुत्र गंगाराम मेनारिया निवासी पानेरियों की मादडी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया कि आरोपी ने मृतका संतोष और हगामी बाई के का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया था जिसमें मृत्यु की दिनांक गलत लिखवा दी। जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

चैक का दुरूपयोग कर नोटिस भिजवा दिया

उदयपुर, शहर के सूरजपोल थाना क्षेत्र में व्यक्ति ने अपने पार्टनर और एक अन्य युवक के खिलाफ चैक के दुरूपयोग का मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मांगीलाल पुत्र शिवलाल जैन निवासी हिरणमगरी ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी और एक साथी चन्द्रप्रकाश के साथ मिलकर पार्टनर शिप में आदिनाथ फर्म लगाई थी। पार्टनरशिप के दौरान उसने अपने हस्ताक्षर युक्त चैक को अमल का कांटा स्थित अपने कार्यालय में रखे हुए थे। दोनों के बीच मनमुटाव होने के कारण आरोपी चन्द्रप्रकाश् ने उसके हस्ताक्षर युक्त चैक में ८ लाख रूपए की रकम भरकर महेन्द्र पुत्र पुखराज जैन निवासी गोरेगांव मुम्बई को भेजकर माल मंगवा लिया। महेन्द्र ने मुम्बई में इन चैकों को बैंक में डाला और अनादरित करवाकर चैक अनादरण का नोटिस भिजवा दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।