जिला निर्वाचन अधिकारी ने लिया मतगणना की तैयारियों का जायजा

मतगणना स्थल पर कड़ी सुरक्षा से गुजरना होगा, पासधारी ही कर सकेंगे प्रवेश
IMG_1080

IMG_1079
उदयपुर। लोकसभा आमचुनाव के तहत उदयपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की मतगणना का कार्य राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय में 16 मई को सुबह आठ बजे से शुरू होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार को मतगणना स्थल का निरीक्षण किया और तैयारियों को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। ताजा परिणामों एवं रूझानों की जानकारी देने के लिए मतगणना स्थल एवं सूचना केंद्र में व्यवस्था की गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी आशुतोष पेडणेकर ने बुधवार को मीरा कन्या महाविद्यालय में मतगणना की तैयारियों का पूर्ण जायजा लिया। उन्होंने मतगणना स्थल के विभिन्न कक्षों का निरीक्षण किया व संबंधित अधिकारियों को मतगणना का कार्य शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जिले की आठों विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना के लिए अलग-अलग टेबलों पर राउंडवार होगी। खेरवाड़ा विधानसभा के लिए अधिकतम 14 टेबल लगाए गए है, जबकि सलूंबर क्षेत्र की मतगणना 17 राउंड में पूरी होगी। उदयपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की आठों विधानसभा क्षेत्र की मतगणना अलग-अलग कक्षों में होगी। गोगुंदा एवं झाड़ोल विधानसभा क्षेत्र की मतगणना 12 टेबल्स पर 22 राउंड में पूर्ण होगी, जबकि खेरवाड़ा क्षेत्र की मतगणना के लिए 14 टेबल्स लगाए गए है, यहां मतगणना का कार्य 21 राउंड में पूर्ण होगा। इसी तरह से उदयपुर ग्रामीण क्षेत्र के लिए 12 टेबल्स पर 21 राउंड, उदयपुर क्षेत्र के लिए 12 टेबल्स पर 20 राउंड, सलूंबर क्षेत्र के लिए 10 टेबल्स पर 27 राउंड, धरियावद क्षेत्र के लिए 10 टेबल्स पर 26 राउंड तथा आसपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए 10 टेबल्स लगाए गए है, यहां 25 राउंड में मतगणना का कार्य पूर्ण होगा।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
मतगणना स्थल पर मीडिया कर्मियों, अन्य व्यवस्थाओं में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को विशेष पास जारी किए गए हैं।
मतगणना स्थल पर केवल पासधारियों को ही प्रवेश दिया जाएगा। सभी पासधारियों को मेटल डिटेक्टर से गुजरना होगा, उन्हें जारी सुरक्षा प्रवेश पत्र आवश्यक रूप से प्रदर्शित करना होगा। इस दौरान मोबाइल फोन, बीड़ी, गुटखा, माचिस आदि मतगणना स्थल पर ले जाना पूर्णतया वर्जित रहेगा।
ताजा परिणामों की जानकारी दी जाएगी
मतगणना स्थल मीरा कन्या महाविद्यालय में 16 मई को होने वाली मतगणना के ताजा रूझानों एवं परिणामों की जानकारी भी माइक एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से दी जाएगी। इसके लिए मतगणना स्थल के मीडिया कक्ष से माइक के माध्यम से प्रसारण किया जाएगा। सूचना केंद्र में भी माइक के माध्यम से रूझानों एवं परिणामों की जानकारी राउंडवार दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा भी राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर ताजा परिणाम प्रदर्शित किए जाएंगे।
कड़ी चौकसी में ईवीएम
मीरा कन्या महाविद्यालय में सभी ईवीएम क्षेत्रवार अलग-अलग कमरों में 24 घंटे के सशस्त्र बलों के तीहरे सुरक्षा पहरें में सुरक्षित रखी गई हैं।
प्रवेश व्यवस्था
राजकीय मीरां कन्या महाविद्यालय के सामने मुख्य मार्ग, हनुमान मंदिर, पंचवटी तिराहा आदि क्षेत्र आवागमन के लिए निषिद्ध रहेगा। मतगणना में लगे गणना सुपवाइजर, गणना सहायक एवं अतिरिक्त स्टॉफ, अन्य व्यवस्थाओं में लगे अधिकारी/कर्मचारी, निर्वाचन लडऩे वाले उम्मीद्वार एवं उनके द्वारा नियुक्त निर्वाचन अभिकर्ता, गणना अभिकर्ता रेजीडेंसी स्कूल मार्ग से प्रवेश कर सकेंगे।
पर्यवेक्षक एवं मीडिया कक्ष भी स्थापित
मतगणना स्थल पर पर्यवेक्षक कक्ष, जिला निर्वाचन अधिकारी कक्ष, विभिन्न व्यवस्थाओं, लेखा भुगतान तथा मीडिया के लिए भी अलग से कक्ष स्थापित किया जाएगा। पर्यवेक्षक कक्ष प्रथम तल पर कमरा संख्या 101 में निर्धारित किया गया है, जबकि जिला निर्वाचन अधिकारी का कक्ष कमरा संख्या 107 रहेगा। भूतल पर कमरा संख्या चार में नियंत्रण कक्ष एवं मीडियाकर्मियों के लिए मीडिया कक्ष भूतल पर कमरा संख्या 29 व 30 में होगा।

इसलिए गंदा है खूबसूरत उदयपुर

IMG_1049<a
गैर हाजरी में हाजरी का खेल, वेगा-मोड़ाऔर एवजी प्रथा का चलन, सब तरफ भ्रष्टाचार का बोल-बाला
उदयपुर। भ्रष्टाचार यानी गंदगी। लेकिन हमारे शहर की गदंगी साफ करने वाली नगर निगम के सफाई कर्मियों की फौज के काम नहीं करने की एवज में भारी भ्रष्टाचार फैला हुआ है। इसमें नीचे से ऊपर तक बंदरबांट हो रही है और हमारा शहर जो दुनियाभर में प्रसिद्ध है सुंदरता के लिए, वह गदंगी से अटा पड़ा है। …और यह सिर्फ इसलिए हो रहा है कि नगर निगम के चंद जनप्रतिनिधि, अफसर और कर्मचारी अपना काम ईमानदारी से नहीं करके अपने जेबे भरने में लगे हैं। इस क्रगंदीवाड़ेञ्ज का खुलासा हाल ही में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने एक सफाई कर्मचारी की हाजरी नियमित लगाने की एवज में १५ सौ रुपए रिश्वत लेते एक जमादार को पकड़ कर किया है। यह तो मात्र एक उदाहरण है।
हाजरी में भ्रष्टाचार का खेल : नगर निगम में करीब 900 सफाई कर्मचारी है। यह शहर के आधे से ज्यादा वार्डों में अलग-अलग सेक्टर में सफाई का काम देखते हैं, जिनका मानदेय 18 से 22 हजार तक है। इन कर्मियों को शहर में दो शिफ्ट में काम करना होता है। एक शिफ्ट सुबह छह से १० और दूसरी शिफ्ट दोपहर दो से शाम छह बजे तक चलती है। इन पर निगरानी के लिए जमादारों की टीम हैं। साथ ही स्वास्थ्य निरीक्षक, स्वास्थ्य अधिकारी और स्वास्थ समिति अध्यक्ष तक निगरानी करते हैं। कुछ मुख्य मार्गों व वीआईपी एरिया को छोड़कर अधिकतर जगहों पर सात से साढ़े सात के बीच सफाईकर्मी पहुंचते हैं। एक से डेढ़ घंटा देरी से आने पर जमादार इनकी क्रवेगा-मोड़ाञ्ज (देर से आने वाले और जल्दी जाने वाले) व्यवस्था के तहत उनकी समय पर हाजरी लगा देता है। इसकी एवज में हर कर्मचारी जमादार को तीन सौ से चार सौ रुपए तक देता है। इसके अलावा एवजी प्रथा का भी चलन है, जिसमें कर्मचारी अपनी बजाय किसी दूसरे को काम पर भेज देता है। इसकी एवज में उसकी जगह काम करने वाले को वह कर्मचारी १५ सौ से दो हजार तक भुगतान करता है और जमादार को १५०० से दो हजार रुए तक भुगतान करता है। यह खेल सभी की जानकारी में होता है। यह सब कुछ समिति अध्यक्ष की जानकारी में हो रहा है, लेकन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
शाम की शिफ्ट में आधे से ज्यादा गायब : सफाई कर्मियों का समय शाम के वक्त दो से छह बजे तक का होता है, लेकिन अधिकतर वार्ड और सेक्टर में आधे से अधिक कर्मचारी गायब मिलते हैं, लेकिन इनकी हाजरी नियमित लगती रहती है। इसके बदले वह कर्मचारी जमादार को नियमित महीने की राशि दे देते हैं।
सौ से ज्यादा कर्मचारी रोजाना रहते हैं गायब : 900 में से 100 से अधिक कर्मचारी तो ऐसे है, जो महीने में एक बार भी काम पर नहीं आते हैं। फिर भी उनकी उपस्थिति नियमित लगती है। यह सफाई कर्मचारी नगर निगम के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों के घरों में सफाई के नाम पर मौज मार रहे हैं।
॥शहर की सफाई व्यवस्था में भारी भ्रष्टाचार फैला है। अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से ही क्रवेगा-मोड़ाञ्ज व क्रएवजीञ्ज प्रथा का चलन है। इससे शहर की सफाई व्यवस्था का तो भट्टा ही बैठा हुआ है और भ्रष्टाचार को तरक्की मिल रही है।
-दिनेश श्रीमाली,
प्रतिपक्ष नेता, नगर निगम
॥हम पूरी निगरानी रखते हैं। हमेशा निरीक्षक मौके पर हाजरी रजिस्टर चैक करते हैं। क्रवेगा-मोड़ाञ्ज व क्रएवजीञ्ज प्रथा जैसी कोई व्यवस्था नहीं है।
-देवेंद्र सैनी,
स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम

फेसबुक ने बताया “डायन”, पीट-पीटकर हत्या

0

rpjhonl020130520148Z13Z05 PMUdaipur.एक स्थानीय समाचार पत्र द्वारा अपने फेसबुक पेज पर एक ब्राजीलियाई महिला पर “डायन” होने का संदेह जताए जाने के बाद भीड़ द्वारा उसे पीट-पीटकर मार डालने की चौंकाने वाली घटना सामने आई है।

महिला ने पिछले सप्ताह साओ पाउलो के निकट गुआरूजा शहर में दम तोड़ा।

देश के सर्वाधिक बिकने वाले समाचार पत्र फोल्हा डे साओ पाउलो ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि लोगों के एक समूह ने ती मई को गृहणी फैबिअन मारिया डे जीसस (33) से मारपीट की, जिसकी वजह से पांच मई को उसकी मौत हो गई।

रिपोर्ट में कहा गया कि इस बेकायदा मारपीट के लिए उस शंका ने उकसाया जिसके अनुसार, फैबिअन क्षेत्र में होने वाले बच्चों के उन अपहरण से जुड़ी हुई है, जिसका संबंध जादू-टोने के लिए होने वाले कर्म-कांडों से है।

हालांकि, सैन्य पुलिस के मुताबिक, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि महिला ने ऎसे अपराध को अंजाम दिया था।

रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय समाचार पत्र ने अपने फेसबुक पेज पर चेतावनी के साथ एक महिला का स्केच जारी किया था और वह पीडिता से मिलता-जुलता था।

हालांकि, फेसबुक पेज के प्रशासकों ने एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने हमले की जिम्मेदारी लेने से इंकार किया है।

दुष्कर्म कर बनाई अश्लील क्लिपिंग

RPJHONL0021405201410Z11Z07 AMUdaipur. राजसमंद जिले में विवाहिता से बलात्कार का मामला सामने आया है।

अजीतगढ़ इलाके के आसपुरा के पीला जोहड़ा में एक युवक ने विवाहिता से दुष्कर्म कर उसकी अश्लील क्लिपिंग बना ली।

आरोप है कि क्लिपिंग सर्वजनिक करने की धमकी देकर युवक विवाहिता से छह माह से दुष्कर्म कर रहा है।

इस संबंध में विवाहिता ने युवक के खिलाफ अजीतगढ़ थाने में मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस ने मामला दर्ज कर विवाहिता का मेडिकल करवाया है।

थानाधिकारी रणवीर सिंह ने बताया की आसपूरा के पीला जोहड़ा निवासी एक 30 वर्षीय विवाहिता अपने बच्चों के साथ घर पर रहती है। उसका पति ट्रक चलाता है। करीब छह माह पहले गांव का हरलाल उर्फ पप्पू घर पर आया।

आरोप है कि पप्पू विवाहिता को जबरन उठाकर कमरे में ले गया, यहां पर दुष्कर्म कर मोबाइल पर अश्लील क्लिपिंग बना ली। बाद में युवक क्लिीपिंग को सार्वजनिक करने की धकमी देकर विवाहिता से दुष्कर्म करता रहा।

भेड़ ने दिया “इंसान” के बच्चे को जन्म?

0

RPJHONL0021405201410Z42Z41 AMUdaipur. क्या आपने कभी सुना या देखा है कि भेड़ ने इंसान के बच्चे को जन्म दिया है? नहीं सुना होगा। लेकिन हम आपको यहां एक ऎसे ही मामले के बारे में बताने जा रहे है।

मामला तुर्की के इजमीर का है। यहां एक भेड़ ने एक बच्चे को जन्म दिया है जिसे देखकर लगता है कि जैसे वो इंसान हो।

भेड़ का ये बच्चा देखने से गले के नीचे से तो भेड़ जैसा दिख रहा है लेकिन चेहरे से इंसानों जैसा है।

उसे देखने से ऎसा लग रहा है कि उसके शरीर का पूरी तरह से विकास नहीं हो पाया है और जैसे वो मृत हो।

भेड़ के ऎसे बच्चे को देखकर खुद डॉक्टर भी हैरान रह गए। ये भेड़ का बच्चा मरा हुआ नहीं है।

लेकिन उसके चेहरे पर होंठ, नाक और ठोडी ने ऎसे आकार ले रखा है कि जैसे वो किसी इंसान का हो।

मूवीज में हम अक्सर देखते हैं कि कई लोग आधे जानवर और आधे इंसान होते हैं।

लेकिन यहां तो ऎसा हकीकत में है। इस भेड़ के बच्चे को सिजेरियन के जरिए बाहर निकाला गया है।

अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में शक्तावत का प्रतिनिधित्व

Photo of Shaktawatji.2उदयपुर। राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेषन के उप-महामंत्री के.एस. शक्तावत 15-16 मई, 2014 को बैंकाक, थाईलेण्ड में इण्डस्ट्री ऑल ग्लोबल युनियन की एषिय -पेसिफिक रिजनल कॉन्फ्रेन्स में भाग लेने के लिए 14 मई 2014 को उदयपुर से रवाना होंगे। इस सम्मेलन में एशिया एवं पेसिफिक देशों के माइन्स, धातु, केमीकल, इंजीनियर्स, टेक्सटाइल उद्योगों के करीब 300 प्रतिनिधि भाग लेंगे। कॉन्फ्रेन्स में श्रमिक समस्याओं की चर्चा होगी जिसमें असंगठित श्रमिकों पर विषेष चर्चा होगी।
उल्लेखनीय है कि श्री शक्तावत पिछले 35 वर्षों से श्रम आन्दोलन में सक्रिय रूप से कार्यरत है। श्रमिक षिक्षण संस्थान दरीबा में निदेषक पर पर पिछले 30 वर्षों से कार्यरत श्री शक्तावत विभिन्न स्तर के श्रमिक षिक्षण कार्यøम आयोजित करते आ रहे है। इस कार्य में उल्लेखनीय कार्य हेतु 5 विष्व संगठनों के समूहों के सन् 2003 में श्रमिक षिक्षा पर राष्ट्रीय श्रम पुरस्कार प्रदान किया।
श्री शक्तावत पूर्व में भी श्रमिक आन्दोलनों में भाग लेने हेतु अनेक देषों की यात्रा कर चुके है।

‘‘संखी’’ अभियान जोड़ेगा ग्रामीण उद्यमी महिलाओं को

हिन्दुस्तान जिंक ने स्वयं सहायता समूह की ग्रामीण एवं आदिवासी महिलाओं को संगठित करने के लिए चलाया अभियान ‘‘सखी’’

Vedanta Sakhi - Picture 2

उदयपुर। कहा जाता है जब आप गांव में एक महिला को सामाजिक व आर्थिक रूप से सषक्त एवं समृद्ध करते हैं तोे वह महिला ना केवल अपने परिवार, अपने गांव बल्कि अपने देष को सुदृढ़ बनाती है। यही मूल कारण बनता है देष के विकास का।
ग्रामीण व आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर, आत्मविष्वासी एवं सषक्त बनाने के लिए हिन्दुस्तान जिंक ने अभियान ‘‘सखी’’ की शुरूआत की है। यह अभियान हिन्दुस्तान जिंक के लगभग 475 स्वयं सहायता समूहों की 6000 से अधिक ग्रामीण एवं आदिवासी महिलाओं को आपस में विचार-विमर्ष, ज्ञान का आदान प्रदान, सामान बेचने के लिए उपयुक्त बाजार, समय के अनुसार बदलती मांग के अनुरूप उत्पादन तथा एक दूसरे को पूरक करने की दिषा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
हिन्दुस्तान जिंक के हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेषन पवन कौषिक ने बताया कि ग्रामीण एवं आदिवासी महिलाओं को आपस में अपने कार्य को लेकर आगे बढ़ने की प्रेरेणा मिलनी चाहिए। साथ ही विभिन्न महिलाओं से बातचीत कर उन्हे उनके हुनूर एवं कार्य में भी, बदलते समय के अनुरूप, बदलाव लाना चाहिए। हिन्दुस्तान जिंक का ‘सखी’ अभियान इन 6000 महिलइओं को आपस में जोड़ने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। ‘‘सखी’’ अभियान के माध्यम से यह ग्रामीण एवं आदिवासी महिलाएं अनेकों ग्रामणी उद्यमी महिलाओं से जुड़ पाएंगी। ’’
कंपनी ने ‘‘सखी’’ अभियान की शुरूआत एक ब्लॉग www.vedantasakhi.blogspot.in के माध्यम से की है जहां इन महिलाओं की प्ररेणास्पर्ध कहानियां अंकित होगी जो बाकी महिलाओं को प्रेरित करेंगी। तथा फेषबुक पर ‘‘सखी’’ पेज www.facebook.com/vedantasakhi विचार-विमर्ष के लिए उपयोग में लाया जाएगा। हिन्दुस्तान जिंक ने अपने 475 स्वयं सहायता समूह की लगभग 6000 ग्रामीण एवं आदिवासी महिलाओं को अनेकों प्रकार के प्रषिक्षण उपलब्ध कराये है जिसमें कड़ाइर्, बुनाइर्, सिलाई, बैग बनाना, बंटन बनाना, कपडे़ बनाना तथा घर की साज-सज्जा का सामान बनाना शामिल है।

Vedanta Sakhi - Picture 1

 

यह ग्रामीण महिलाएं अब बैंकों से भी जुड़ चुकी है तथा बैंकों की कार्यप्रणाली से पूर्णतः अवगत हैं तथा अपने द्वारा उत्पादित सामान को बेचने के लिए प्रषिक्षित मध्यस्त की सहायता लेती है ताकि सही मूल्य मिल सके।

‘‘सखी’’ अभियान के शुरूआत से ही लगभग 3000 लोग इससे जुड़ चुके हैं तथा इसका ब्लॉग भी 1 लाख पेज व्यूज तक पहुंच चुका है।

राम कपूर ने बताया मानवता का अर्थ

Ram on Mission Sapne(1) कलर्स के धारावाहिक मिशन सपने के लिए, टेलीविजन के अतिप्रिय कलाकार राम कपूर ने किरन शर्मा – चंडीगढ़ में एक टैक्सी ड्राइवर की मदद करने का फैसला किया। अपने आकर्षण और लोकप्रियता को इस्तेमाल करते हुए, राम ने किरन के लिए पर्याप्त धन जुटाया ताकि वह अपनी 6 साल की बेटी को एक आरामदायक जिंदगी और शिक्षा दे सके।
बेशक आज एक सबसे ज्यादा मनोरंजन करने और सबसे व्यस्त अभिनेता, राम कपूर ने अपने व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकाला और एक टैक्सी ड्राइवर के रूप में तपती हुई गर्मी में मुंबई की भीड़-भाड़ वाली सड़कों पर अपने मुसाफिरों के अनेक अनुरोधों को पूरा करते हुए टैक्सी चलायी। मुंबई के यातायात के मुश्किल हालातों में ड्राइविंग करने के एक कठोर दिन के बाद, राम कपूर ने आखिरकार एक अच्छी राशि जुटा ली जो किरन को उसकी बेटी वह भविष्य देने में मदद करेगी जिसका वह सपना देखती है। बहरहाल, आज के कठिन संसार में, खासतौर पर जब अच्छी शिक्षा की बात आए तो किसी भी रकम पर्याप्त नहीं है। इसी कारण, बड़े दिल वाले राम ने एक अतिरिक्त बोनस के साथ किरन को अचंभित करने का निर्णय लिया! स्वयं एक पिता, राम ने निर्णय लिया कि मिशन सपने में उनके द्वारा जुटाई गई रकम में राम ने दी गई अतिरिक्त रकम मिलाकर, किरन को पेश की जायेगी। अपनी जेब से इस अतिरिक्त रकम का भुगतान करके, राम कपूर ना केवल किरन के चेहरे पर एक बड़ी मुस्कान लाने में सफल हुए बल्कि उसकी बेटी को सार्थक शिक्षा प्रदान करने उसका भविष्य बेहतर बनाने की उम्मीद भी उसके मन में जगाई।
मिशन सपने, कलर्स द्वारा शुरु की गई अपनी किस्म की एक नायाब पहल है जिसमें जिंदगी के विभिन्न क्षेत्रों से सितारे एक दिन के लिए आम आदमी की जगह लेते हैं और उनकी दिहाड़ी मजदूी कमाते हैं। सोनाली बेंद्रे की मेजबानी में इस धारावाहिक में 10 सितारे दिखाई देंगे जिनमें सलमान खान, रणबीर कपूर, वरुण धवन, सिद्धार्थ मल्होत्रा, करण जौहर, राम कपूर, रोनित रॉय, मीका सिंह, द्र्रष्टि धामी और हरभजन सिंह शामिल हैं। फिर उस एक दिन के दौरान सितारों द्वारा कमाई गई रकम को 100 से गुणा कर दिया जाता है और वह कुल रकम आम आदमी को उसके सपनों को सच बनाने के लिए भेंट की जाती मुंबई की चिलमिलाती गर्मी में राम कपूर क® टैक्सी चलाते हुए की झलक देखने के लिए, देखना नहीं भूलियेगा मिशन सपने रविवार, 18 मई 2014 क® रात 8.00 कलर्स पर

महेश जयन्ती पर 11 दिवसीय कार्यक्रमों का आगाज 29 से

उदयपुर , नगर माहेश्वरी युवा संगठन के तत्वावधान में 7 जून को महेश जयन्ती धूमधाम से मनायी जाएगी। इस सन्दर्भ में आयोजित किये जाने वाले 11 दिवसीय कार्यक्रमों का आगाज 29 मई से होगा। संगठन की आज श्रीनाथ मार्ग स्थित माहेश्वरी भवन में बैठक आयोजित की गई जिसमें सभी कार्यक्रमों को अतिम रूप देने के साथ ही आयोजन को सफल बनाने हेतु समितियों का भी गठन किया गया।
संगठन अध्यक्ष राजेश तोषनीवाल ने बताया कि 29 मई को वॉलीबॉल प्रतियोगिता, 30 व 31 को तीज का चौक स्थित माहेश्वरी सेवा सदनमें दिन-रात के क्रिकेट मैच व 1 जून को महिला-पुरूष व बालक-बालिकाओं की खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। उन्होनें बताया कि 4 जून को एक शाम महेश के नाम भजन संध्या व 5 को संास्कृतिक संध्या का आयोजन भारतीय लोक कला मण्डल में होगा। सात जून को श्रीनाथ मार्ग स्थित माहेश्वरी भवन से संाय 5 बजे शोभायात्रा निकाली जाएगी जो विभिन्न मार्गो से होती हुई तीज का चौक स्थित माहेश्वरी सेवा सदन पहुंचेगी। वहंा महाआरती के साथ शोभायात्रा का समापन होगा। तीज का चौक स्थित जानकीराय जी का मन्दिर में भी जयन्ती पर कार्यक्रम आयोजित होंगे।

पूर्णाहुति के साथ हुआ गोगला में प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन

उदयपुर, मां आद्यशक्ति शक्तिपीठ गोगला में चल रहे प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत चल रहे प्रतिष्ठा महोत्सव का सोमवार को पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया।
इससे पूर्व रविवार शाम भव्य भजन संध्या का आयोजन हुआ जिसमें प्रख्यात भजन गायक श्याम पालीवाल एवं नीता नायक ने सुंदर कर्णप्रिय भजन सुनाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गणपति वंदना के साथ कार्यक्रम का आगाज़ हुआ। उसके बाद गुरु वंदना व मां की वंदना के बाद श्याम पालीवाल द्वारा रचित मां आद्यशक्ति के भजन प्रस्तुत किये। बीच में नीता नायक ने भी श्रीकृष्ण के भजन प्रस्तुत किये। इस भव्य रात्रि जागरण में आसपास से हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़े। भीड़ को देखते हुए पांडाल को बढ़ाना पड़ा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उद्योगपति घनश्यामसिंह कृष्णावत ने शिरकत की। कार्यक्रम सुबह पांच बजे तक चला।
सुबह मंदिर में स्वर्ण कलश,ध्वजदंड एवं सिंहद्वार पर सिंह की स्थापना की गई। इसी कार्यक्रम में मंदिर में श्रीगणेशजी की प्रतिमा की स्थापना भी की गई। उसके पश्चात यज्ञशाला में चल रहे हवन की पूर्णाहुति हुई, जिसमें मेवाड़ राजघराने से मेवाड राजघराने के महेंद्रसिंह मेवाड एवं उनके परिवार के सदस्यों ने भाग लिया और पूर्णाहुति के साथ प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न हुआ। बाहर से आए हुए यात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई। पांडाल में करीब दस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसाद लिया।