हत्यारा शम्भू मानो जेल से चुनाव प्रचार कर रहा है – बहन बता कर अवैध सम्बन्ध रखने वाला हत्यारा राजनितिक और नैतिकता का ज्ञान बाँट रहा है।

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उदयपुर। जिस हत्यारे शम्भू ने राजसमन्द में बंगाली श्रमिक अफ्राजुल को सिर्फ अपने शौक़ और अपने अवैध सम्बन्ध छिपाने के लिए गेंती से मार कर ज़िंदा जला दिया वह हत्यारा अब जेल से वीडियो वायरल कर रहा है। इजराइल की तरह मुस्लिमों से लड़ने और प्रधानमंत्री मोदी का साथ देने जैसा ज्ञान दे रहा है। मानो एक महान कार्य कर वह जेल गया हो और जेल से अपने प्रवचन का वीडियो बना रहा हो। हालाँकि वीडियो देखने पर लगता है कि पुरे वीडियो में उसने जो कुछ भी कहा है वह उसको किसी ने पहले से लिख कर दिया है। जोधपुर जेल से इस आतंकी हत्यारे ने वीडियो वायरल कर सिर्फ जेल प्रशासन ही नहीं पूरी राज्य की सुरक्षा की धज्जियां उड़ा कर रख दी है।
आतंकी हत्यारे शम्भू नाथ ने जेल से जो वीडियो जारी किया है वह वीडियो कई सवाल खड़े कर रहा है। जेल और राज्य की सुरक्षा पर तो सवाल खड़े कर ही रहा है लेकिन जेल में उसने वीडियो में जो बातें कही दरअसल वह किसी कागज़ पर लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ी है जिसका राइटर कोई और है। वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि या आतंकी हत्यारा किसी और कि लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ रहा है क्यूँ कि जो बातें उसने वीडियो में कही वह उसकी बुद्धि और समझ के सो कोस दूर है। एक बार तो मानो एसा लग रहा है जैसे वह भाजपा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का प्रचार और हिंदुत्व के लिए उनका साथ देने की बात कर रहा है। देश और देशभक्ति की बातें करते हुए उसको अपने किये हुए पर कोई पछतावा भी नहीं जबकि पुलिस की चार्ज शिट में साबित हो गया है कि जिस लव जिहाद की बात कर उसने बंगाली श्रमिक को जलाया था दरअसल उस लड़की से खुद उसके अवैध सम्बन्ध थे और उसी के उजागर होने के डर से उसने बंगाली श्रमिक की ह्त्या करदी और अपने अवैध संबंधों को लव जिहाद का रूप देकर विडियो वायरल कर दिया।
अब जेल में बजाय पाबंदी के मानो वो चुनाव प्रचारक और महात्मा की भूमिका में आगया हो वीडियों में हत्यारा राजनैतिक और नैतिकता की बातें कर ज्ञान बाँट रहा है।
हत्यारे शंभूनाथ के एक वीडियो ने राजस्थान जेल प्रशासन की बीस करोड़ रुपए की पोल खोलकर रख दी है। दरअसल, शंभूनाथ का यह वीडियो जोधपुर जेल से वायरल होने की बात कही जा रही है। उसमें जेल की सलाखें भी साफ नजर आ रही हैं। एेसे में जेल प्रशासन और यहां लगे जैमर्स पर सवाल खड़े हो गए हैं।
ताजुब की बात तो यहाँ है कि जेल प्रशासन ने सेन्ट्रल जेलों में मोबाइल फोन के इस्तमाल को रोकने के लिए जैमर लगाए है और इसलिए इन्होने बीस करोड़ रूपये खर्च कर दिए है इसके बावजूद जेल से संचालित होने वाले ना तो अपराधियों के कॉल को रोक पा रहे है ना ही सोशल मीडिया की पोस्ट को।
हत्यारे शम्भू ने जो विडियो वायरल किया वह जोशपूर जेल से किया और एसा माना जाता है कि जोधपुर जेल दिल्ली की तिहाड़ जेल के बाद देश की दूसरी सबसे सुरक्षित जेल मानी जाती है।

चेटक ट्रेन के सामने बड़ा हादसा होने से टला।

उदयपुर। हर शाम चलने वाली चेटक ट्रेन के ड्राइवर की वजह से शुक्रवार शाम हादसा होता होता टल गया। राणा प्रताप नगर स्टेशन के कुछ ही दूरी पर ट्रेन के सामने एक वृद्ध अचानक आकर लेट गया। इंजन के ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन के ब्रेक मार दिए और वृद्ध की जान बचा ली बाद में वृद्ध के परिजन उसको समझा बुझा कर घर ले गए। झटके से अचानक ट्रेन रुकने से यात्रियों में एक बार अफरा तफरी मच गयी।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम को चेटक एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से उदयपुर सिटी स्टेशन से रवाना हुई थी । राणा प्रताप नगर स्टेशन पर रुकने के बाद ट्रेन सुंदरवास तक ही पहुंची थी की एक वृद्ध अचानक आत्महत्या करने का सोच ट्रेन की पटरियों पर आकर लेट गया। चेतक ट्रेन के ड्राइवर ने वृद्ध को इस पटरियों पर सोते हुए देख लिया था। ड्राइवर ने अपनी सूझ बुझ से तुरंत ट्रेन का ब्रेक जोर से लगा दिया और वृद्ध के ठीक आगे आकर ट्रेन रुक गयी। झटके से ट्रेन का रुकना यात्रियों में चिंता का विषय बन गया और एक बार यात्री परेशान हो गए और निचे उतर कर देखने लग गए। मोके पर वृद्ध के परिजन भी पीछे पीछे आगये और उन्होंने वृद्ध को समझा बुझा कर ले गए मोके पर जीआरपी के जवान भी आगये उन्होंने भी वृद्ध को समझा कर घर भेज दिया। इस सारी घटना में ट्रेन १० मीनट लेट हो गयी। इस सारे मामले में रेलवे प्रशासन का कहना है कि कोई वृद्ध परिजनों से झगड़ा कर ट्रेन के आगे आने की कोशिश कर रहा था लेकिन एक टाइम पर ट्रेन रोक दी। इधर राणा जीआरपी थाने में कोई रिपोर्ट तो दर्ज नहीं की गयी लेकिन वृद्ध को समझा कर उसके परिजनों के साथ रवाना कर दिया। घटना का पता भी आज सुबह चला जब ट्रेन के यात्रियों ने घटना का वीडियो कुछ वाह्टसप ग्रुप में शेयर किया।

नगर निगम में सफाईकर्मी की भर्ती को लेकर प्रदर्शन गृहमंत्री महापौर का पुतला फूंका

उदयपुर । नगर निगम में सफाई कर्मियों की भारती को लेकर विरोध बढ़ता जारहा है . आज वाल्मीकि युवा मंच ने भर्ती नहीं करने को लेकर गृहमंत्री और महापौर का पुतला फूंका वही कांग्रेसियों ने जिला कलेक्टर को सफाईकर्मी की भर्ती प्रक्रिया में मुख्यमंत्री की दखल की मांग की है .
सफाई कर्मियों की 738 भर्तियों को लेकर वाल्मीकि युवा मंच के प्रदर्शनकारियों ने नगर विधायक एवं गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया और निगम महापौर चन्द्र सिंह कोठारी का पुतला फूंका।
मंच के महामंत्री अर्जुन सोनवाल ने बताया कि आक्रोशित प्रदर्शनकारियों द्वारा दोनों नेताओं के पुतलों को बापू बाजार, सूरजपोल सर्कल होते हुए सूरजपोल पुलिस चौकी के पास गरमजोशी के साथ नारेबाजी करते हुए पुतला दहन किया गया। इससे पूर्व मंच के बाबूलाल घावरी ने नगरवासियों को बताया कि निगम प्रशासन द्वारा गृहमंत्री के इशारे पर गत साढे पांच वर्ष से स्वीकृत 738 कर्मचारियों की भर्ती जानबूझ कर अटकाई जा रही है। उन्होंने आम जन से अपील करते हुए प्रदर्शनकारियों की मांगे शीघ्र पूरी करने का आग्रह किया।
इस दौरान बाबूलाल घावरी, रेशमा हेला, शबाना, नितेश तरवाडी, सीता बाई खोखर, धीरज घावरी, ललित सोलंकी, बिरजू सोलंकी, दुर्गा बाई, अर्जुन कण्डारा, रवि घुसर आदि सैंकड़ों महिला पुरूष मौजूद थे।
दूसरी तरफ नगर निगम के पूर्व प्रतिपक्ष के नेता रहे दिनेश श्रीमाली के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया .श्रीमाली ने कहा की शहर में चारो और गंदगी का वातावरण है स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त सिटी अभी तक सफाई कर्मचारियों की भर्ती नही कर पायी शहर को स्वच्छ,सुन्दर एवं साफ कैसे रखेगी शहर को स्मार्ट बनाने का दावा खोखला ही साबित हो रहा है। ज्ञापन के माध्यम से बताया की पिछली अशोक गहलोत सरकार द्धारा राजस्थान के विभिन्न जिलों में 20 हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती के आदेश दिए थे । कुछ भर्तिया हो गयी परन्तु दुर्भाग्य से अधिकांश भर्तिया होने से रह गयी । उदयपुर में भी 1054 पद स्वीकृत होने के बावजूद मात्र 316 महिला सफाई कर्मचारियों की भर्ती हुयी शेष 738 पदों पर आज दिन तक भर्ती नहीं हुयी । श्रीमाली एवं प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाते हुये कहा ठेका प्रथा द्धारा सफाई कराकर लाखो का भ्रष्टाचार किया जाता है । श्रीमाली ने इस संबंध में ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री को वाल्मीकि समाज के रोष और धरने प्रदर्शन से अवगत कराते हुए समाज हित में हस्तक्षेप कर रिक्त पदों पर जल्द से जल्द भर्ती करने की मांग करी ।

चलती ट्रेन में 19 साल की युवती से गैंगरेप

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दिल्ली से रांची आ रही 19 वर्षीय युवती के साथ झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में दो युवकों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है। घटना से आहत युवती ने दो जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की है। पीड़िता फिलहाल अस्पताल में भर्ती है। शुक्रवार को जीआरपी थाने में इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है। सीएम रघुवर दास ने भी दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सीएम बोले- दरिंदे बख्शे नहीं जाएंगे: झारखंड के सीएम रघुवर दास ने अपने ट्विटर पर लिखा है कि दिल्ली से रांची आ रही ट्रेन में एक बिटिया के साथ दरिंदगी की खबर से मन द्रवित है। बिटिया को हर मुमकिन मेडिकल सुविधा सरकार उपलब्ध कराएगी। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
दिल्ली से रांची आ रही ट्रेन में एक बिटिया के साथ दरिंदगी की खबर से मन द्रवित है। बिटिया को हर मुमकिन मेडिकल सुविधा सरकार उपलब्ध कराएगी। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
युवती ने बताया कि 6 फरवरी को दिल्ली के आनंद विहार से रांची जा रही थी। झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में एस-3 कोच के 17 नंबर बर्थ पर वो बैठी थी। ट्रेन में काफी कम यात्री थे और उसकी बर्थ के पास अंधेरा भी था। ट्रेन मुरी रेलवे स्टेशन से रात करीब 12 बजे चली थी। उसी दौरान दो युवक आए और उसके मुंह पर कपड़ा रखकर चलती ट्रेन में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। किसी स्टेशन पर ट्रेन रुकते ही दोनों आरोपी फरार हो गए।
शर्म की वजह से की खुदकुशी की कोशिश
युवती ने बताया कि उसके कोच में न तो टीटीई था और न ही पुलिस। रांची स्टेशन पर जब ट्रेन रुकी तो वो वॉर्डन के साथ हॉस्टल चली गई। शर्म की वजह से उसने किसी को कुछ नहीं बताया। दो दिनों तक उसने इस वारदात का जिक्र किसी से नहीं किया और आठ फरवरी को जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उसके पिता और भाई 10 फरवरी को उससे मिलने आए लेकिन उनसे कुछ नहीं कहा। खुदकुशी की कोशिश की जानकारी मिलने पर जब पुलिस जब अस्ताल पहुंची तो युवती ने अपनी आपबीती बताई।

राज्य सरकार ने दिया जनता को जोर का झटका गुप चुप तरीके से – गरीब की जेब से निकाला जाएगा रुपया .

पोस्ट न्यूज़। ना तो केंद्र सरकार ना ही राज्य सरकार आम जनता पर कोई रहम खाती है। मंहगाई से गरीबों की कमर पहले से टूटी हुई है अब उस पर और ज्यादा भार डाला चुका है जिसकी किसी को कानो कान कोई खबर नहीं। जी हाँ बिलकुल ठीक सूना आपने, ज्यादातर गरीब लोग रसोई गैस नहीं और केरोसिन इस्तेमाल करते है और राज्य की सरकार ने गुपचुप तरीके से १५ दिन के अंदर ही तीन बार कैरोसिन के दाम बढ़ा दिए है।
केरोसिन के दाम बढ़ाने के इस कदम का विरोध विपक्षी दाल कांग्रेस ही नहीं आम आदमी भी कर रहा है। पूर्व प्रदेश कांग्रेस सचिव वेदप्रकाश सोलंकी ने बताया कि केंद्र सरकार रोजाना पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाकर लोगों की कमर तोड़ रही है, वहीं अब प्रदेश में विगत 15 दिन के अंदर 3 बार केरोसिन के दाम बढ़ाकर गरीबों पर बोझ डाल दिया है। प्रदेश में गरीब लोग जिनके पास गैस नहीं है वो ईंधन के रूप केरोसिन का उपयोग करते हैं इसलिए सरकार को सोच-विचार कर तेल की कीमतों में कमी करना चाहिए। गौरतलब है कि जून 2017 में जनता को केरोसिन 20 रुपए लीटर मिलता था जो अक्टूबर 2017 में 25 रुपए 20 पैसे मिलने लगा। वहीं 23 जनवरी 2018 में इसके दामों में 50 पैसे की बढ़ोतरी की और अब सरकार 8 फ रवरी 2018 को 30 पैसे लीटर की बढ़ोतरी की है और 16 फ रवरी को 20 पैसे लीटर दाम बढ़ा दिए हैं। अब जनता को यह फरवरी से 26 रुपए लीटर की बढ़ी हुई दर से मिलेगा।
मालूम हाे कि देश के सभी जिलों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत फरवरी के लिए कुल 13,260 किलो लीटर केरोसीन का आवंटन किया गया है। इसके तहत बिना घरेलू गैस कनेक्शन वाले राशनकार्डधारी उपभोक्ता को प्रति राशनकार्ड 2.50 लीटर केरोसीन का वितरण करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की शासन सचिव मुग्धा सिन्हा ने इस संबंध में निर्देश जारी करते हुए सभी जिला रसद अधिकारियों को यह निर्देशित किया है कि संबंधित जिले के रसद अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जिले को आवंटित केरोसीन तेल की संपूर्ण मात्रा का उठाव उनकी तरफ से कर लिया गया है। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करें कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पात्र उपभोक्ताओं को प्रति राशन कार्ड बराबर मात्रा में केरोसीन प्राप्त हो।
शासन सचिव ने दिए निर्देश दिए कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत जिलों को आवंटित हुए केरोसीन में से औद्योगिक इकाइयों को कोई आवंटन नहीं दिया जाए। साथ ही, व्यापक प्रचार-प्रसार करके यह भी सुनिश्चित किया जाए कि नीले केरोसीन का उपयोग खाना पकाने व प्रकाश व्यवस्था के अलावा अन्य कार्यों में नहीं लिया जाए और यदि नीले केरोसीन का दुरुपयोग करते हुए कोई पकड़ा जाए तो उसके विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।

पुलिस ने दिया महेंद्र सिंह मेवाड़ को लेटर मांगी उनकी अपराधिक गतिविधि – बाद में मांगी माफ़ी

उदयपुर। पद्मावत का विरोध, विरोध के बाद सत्ता पक्ष को उप चुनाव में मिली करारी हार से साड़ी गणित बिगड़ गयी और लगता है उसी के चलते अब राज्य सरकार पद्मावत का विरोध करने वालों से बदला लेने के मूड में आगयी है। इस बदले की कार्रवाई की शुरुआत की उदयपुर में मेवाड़ के पूर्व राजघराने के महेंद्र सिंह मेवाड़ से जिनके खिलाफ राज्य सरकार अब पुलिस के माध्यम से क्रिमिनल डोजियर तैयार करवा रही है।
हाल ही में उदयपुर एसपी राजेंद्र प्रसाद गोयल के हस्ताक्षरयुक्त पत्र में उनको कांग्रेस पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता बताते हुए आपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी मांगी है। और यहाँ मामला सामने तब आया जब घंटाघर थाने का एक कांस्टेबल यह लेटर लेकर महेंद्र सिंह मेवाड़ के पास पहुंच गया। हालाँकि पात्र गोपनीय था लेकिन फिर भी फेसबुक और व्हाट्सअप पर वायरल हो गया। पत्र को लेकर महेंद्र सिंह मेवाड़ ने खासी नाराज़गी जताई मामले को टूल पकड़ता देख एडिशनल एसपी ने पत्र को लेकर माफ़ी भी मांगी और गृहमंत्री गुलाब चाँद कटारिया ने भी खेद जताते हुए कांस्टेबल को लाइन हाज़िर कर दिया।

आइये जानते है आखिर क्या है पूरा मामला :

दरअसल, पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल ने 5 फरवरी को यह गोपनीय पत्र जारी कर सूरजपोल थाने पहुंचाया था। जबकि, महेंद्र सिंह मेवाड़ का निवास स्थान समोर बाग घंटाघर थाना क्षेत्र में होने के कारण 7 फरवरी को सूरजपोल ने घंटाघर थाने में देने के लिए भिजवाया। बताया गया कि घंटाघर थानाधिकारी उमेश ने पत्र जांच के लिए रखा, लेकिन कॉन्स्टेबल सूरजमल पत्र लेकर मेवाड़ के सामने पेश हो गए, जिससे पूरा मामला खुल गया।

मेवाड़ ने पत्र पर गहरी नाराजगी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सहित सरकार के कई प्रतिनिधियों को पत्र लिखा है। महेंद्र सिंह सिर्फ मेवाड़ ही नहीं देशभर के राजपूत समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति होने के कारण समाज के नेताओं ने इस अशोभनीय भाषा में लिखे पत्र पर गहरा आक्रोश जताते हुए कहा है कि सरकार उन पर शिकंजा कस रही है

क्या कहना है पुलिस अधिकारियों का :
पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल का कहना है कि यह गोपनीय पत्र है। वीआईपी पर्सन की सुरक्षा के लिए जिला विशेष शाखा में जानकारी रखी जाती है। विशेष रूप से मेवाड़ के लिए अगल से कोई आदेश नहीं दिया है। गोयल ने साफ़ किया कि इस पात्र को लेकर ना तो कही पद्मावत मुद्दा है और यह पत्र राजनीतिक भी कतई नहीं है। पत्र की भाषा जरूर कई साल से ऐसी ही चली आ रही है। इसमें संशोधन करेंगे।
इसमामले में आईजी को कुछ नहीं पता ना ही घंटाघर थाना अधिकारी को पता है।
होम मिनिस्टर गुलाबचंद कटारिया ने मामले पर कहा कि यह मामला ध्यान में आया है और इस बारे में कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर भी कर दिया है। पुलिस रुटीन में राजनेताओं की जानकारी रखती है। ऐसे पत्र में मेरा नाम भी होगा। जैसे ही महेंद्र सिंह मेवाड़ के यहां से जानकारी मिली तो एएसपी ने उनसे माफी भी मांग ली है। -,

इस मामले को लेकर समाज के संगठों में गुस्सा :
राजपूत समाज मेवाड़ क्षत्रीय महासभा के संरक्षक रावत मनोहर सिंह कृष्णावत ने कहा है कि पूर्व महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ राजपूतों के ही नहीं, बल्कि मेवाड़ के मानबिंदु हैं। यह पत्र व्यवहार अशोभनीय है। हालांकि उन्होंने कहा कि वे इस प्रकरण को लेकर जब एसपी से मिले तो उन्होंने कहा कि उनके अवकाश पर होने से यह गफलत हो गई। एएसपी ने उनके माफी भी मांग ली है। सकल राजपूत महासभा के संरक्षक तनवीर सिंह कृष्णावत ने कहा है कि पद्मावत प्रकरण को लेकर सरकार राजपूत समाज के नेताओं पर शिकंजा कसने की कोशिश कर ही है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पीएम की उज्ज्वला योजना गरीबों के लिए फ्री थी लेकिन यहाँ तो गरीबों को लूटा जा रहा है – उठा सवाल तो जागे जिम्मेदार

विधानसभा में सभा में गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान वल्लभनगर विधायक रणधीर सिंह भींडर ने उज्ज्वला गैस योजना का मामला उठाया और कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में तो बहुत सी जगह एक-एक हजार रुपए तक वसूले जा रहे हैं। इसकी जांच हो। विधायक के सवाल का जवाब देते हुए खाद्य आपूर्ति मंत्री बाबूलाल वर्मा ने बताया कि वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में 10938 गैस कनेक्शन बांटे गए हैं। योजना में प्रावधान है कि 1600 रुपए तक का अनुदान दिया जाता है। 1250 रुपए तो गैस सिलेंडर की सिक्योरिटी राशि ली जाती है। इसके अलावा रेगुलेटर के 150 रुपए, रबर की पाइप के 100 रुपए, डायरी के 25 रुपए लिए जाते हैं, 75 रुपए प्रशासनिक शुल्क है। इसके लिए भी सरकार ने प्रावधान किया है कि यह शुल्क लोन के रूप में उपलब्ध होगा। जब भी सब्सिडी मिलेगी तो उससे वह एडजस्ट हो जाएगा। उसको इसमें किसी भी प्रकार का पैसा देने की आवश्यकता नहीं है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि शिकायत लिखित में दे दें। जांच दल बनाकर आपके विधानसभा क्षेत्र में भेजेंगे और पूरी जांच कराएंगे। कोई दोषी मिला तो कार्रवाई करेंगे।

शिक्षित बेरोजगारों को कृषि ऋण उपलब्ध कराओ : अमृत मीणा

सलूंबर विधायक अमृत मीणा ने लिखित सवाल के माध्यम से कृषि कार्यों के लिए शिक्षित बेरोजगारों को ऋण देने का मामला उठाया। कृषि मंत्री ने लिखित जवाब में बताया कि सलूंबर क्षेत्र के शिक्षित बेरोजगार कृषक परिवार के युवाओं को अनुदान और बैंक से ऋण उपलब्ध कराने की अलग से कोई योजना नहीं है। सहकारिता विभाग के अन्तर्गत केन्द्रीय सहकारी बैंक सहकार किसान कल्याण योजना एवं डेयरी विकास योजना के अन्तर्गत ऋण देते हैं।

1 हजार कराेड़ की अनास परियोजना में हो सकता बदलाव : 12 फरवरी को राज्य बजट में हुई थी घोषणा

राज्य बजट में उदयपुर संभाग के बांसवाड़ा क्षेत्र के लिए हुई अनास परियोजना की घोषणा को लेकर गतिरोध बनने के बाद गुरुवार को राज्य विधानसभा में कुशलगढ़ विधायक एवं संसदीय सचिव भीमा भाई ने पोइंट ऑफ इंफॉर्मेशन के माध्यम से मुद्दा उठाया। भीमा भाई ने बिखरी बसावट को ध्यान में रखते हुए बड़े बांध की जगह दूसरे विकल्प का तर्क दिया। उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने जवाब देते हुए कहा कि आज भीमा भाई, धनसिंह रावत सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि उनसे मिले। इन्होंने आग्रह किया कि बांसवाड़ा की भौगोलिक स्थिति अलग है। आबादी की बसावट का पैटर्न भी अलग है। ऐसे में वहां एक स्ट्रक्चर की बजाय मल्टीपल स्ट्रक्चर्स बनाकर जलसंरक्षण होना चाहिए। शेखावत ने कहा कि इसके बाद उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। उन्होंने इस बात काे स्वीकार किया है कि बांसवाड़ा में अनास बांध बनाने की बजाय 35 हैक्टेयर जमीन को किस प्रकार से सिंचित किया जाए और बांसवाड़ा के लोगों को किस प्रकार से पेयजल दिया जाए। इसके लिए मल्टीपल स्ट्रक्चर्स बनाएंगे। शेखावत ने कहा कि अनास बांध बनाने की योजना के बजाय वैकल्पिक रास्ते अख्तियार किए जाएंगे।

मावली में पेयजल की क्या योजना है : दलीचंद

मावली विधायक दलीचंद डांगी ने पेयजल योजना का मामला उठाया। इस पर जलदाय मंत्री ने लिखित जवाब में बताया कि मावली क्षेत्र में वर्ष 2017-18 में 3 जल योजनाओं में राइजिंग एवं वितरण पाइपलाइन जोड़ने-बिछाने के कार्य, टंकी निर्माण और टंकियों का सुदृढ़ीकरण कार्य, जल स्रोतों के निर्माण, पंपिंग मशीनरी कार्य का प्रावधान किया गया है। 2 जल योजनाओं का क्रियान्वयन प्रारंभ करने के लिए टेंडर प्रक्रिया और शेष एक योजना के लिए तकनीकी स्वीकृति की कार्रवाई प्रक्रिया में है।

भीम क्षेत्र में नए आंगनबाड़ी केंद्र खाेलें : रावत

भीम विधायक हरिसिंह रावत ने क्षेत्र में नए आंगनबाड़ी केंद्र खोलने का मामला उठाया। इसके लिखित जवाब में महिला एवं बाल विकास मंत्री ने बताया कि भीम में 157 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। वर्तमान में भारत सरकार ने नवीन आंगनबाड़ी केंद्र खोलने पर रोक लगाई हुई है।

महिला की दिल दहला देने वाली हुई मौत – पहले मोबाइल के इयर फोन से दबाया गया और फिर ,..

पोस्ट न्यूज़. सलुम्बर के पूर्बिया मोहल्ले में दिनदहाड़े एक महिला की अज्ञात हमलावर ने हत्या कर दी । मौके पर पड़े शव के अनुसार पुलिस ने बताया कि महिला की हत्या के लिए हमलावर ने मोबाइल के ईयर फोन का इस्तेमाल उसका गला दबाने में किया और उसके पश्चात मकान की फर्श पर जोर से सिर पटक कर हत्या कर दी। घटना के दौरान महिला अपने घर में अकेली थी। हत्या के कारणों का फिलहाल कुछ भी पता नहीं चल पाया है मगर यह माना जा रहा है कि किसी रंजिश के चलते यह हत्या की गई है ।
घटना के अनुसार, मृतका राजू देवी 45 धर्मपत्नी मुकेश मेवाड़ी जाति गांछा का पुत्र चयन मेवाड़ी जो कि सलूंबर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संविदा पर कार्यरत है वह दोपहर 3:00 बजे अपने घर पहुंचा तो घर का दरवाजा बाहर से बंद था। जब वह अपने घर के प्रथम मंजिल के कमरे पर गया तो वहां फर्श पर अपनी मां का खून से लथपथ शव पड़ा हुआ था। घटना की पुलिस को सूचना दी गई जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायण सिंह व्रत निरीक्षक शैलेंद्र सिंह जलारा थाना अधिकारी कपिल पाटीदार व अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना क‍िया । पुलिस के अनुसार किसी रंजिश के चलते अज्ञात हमलावर उनके घर में प्रवेश कर गया और महिला की हत्या कर दी । नगर के व्यस्ततम इलाके में इस प्रकार की घटना से पूरे बाजार में सनसनी फैल गई। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। मृतका का पति भी राजकीय एमबी हॉस्पिटल में रेडियोग्राफर के रूप में कार्यरत है।

राजसमन्द फिर सुर्ख़ियों में युवक के पेट में मारा चाक़ू -आंते आगई बाहर

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उदयपुर . लगता है राजसमन्द हमेशा अमानवीय घटनाओं के कारण देश भर में हमेशा चर्चित बना रहेगा . चाकू बाजी के घटनाओं में अब तक की सबसे खोफ्नाक घटना आज घटी जिसमे एक युवक को कुछ युवकों ने मिल कर चाक़ू से एसा वार कर दिया की घायल युवक की आंते पेट से बाहर आगई . घायल युवको उदयपुर के अस्पताल में रेफर किया गया है.

शहर के कमल तलाई में दो युवकों में तनातनी के बाद एक युवक ने दूसरे युवक के पेट में चाकू घोंप दिया। चाकू से ऐसा वार किया कि उस युवक के पेट से आंतें बाहर निकल आई, जिसे तत्काल आरके जिला अस्पताल ले गए, जहां से गंभीर हालत में उदयपुर रेफर कर दिया गया। दूसरी ओर चाकूवार करने वाले कतिपय युवकों की क्षेत्रीय लोगों ने पकड़ कर धुनाई कर डाली। बाद में पुलिस पकडक़र उसे कांकरोली थाने ले गई। घटना के बाद कमल तलाई क्षेत्र में भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया, लेकिन चाकूबाजी के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। जानकारी के अनुसार देवली निवासी उदयलाल (20) पुत्र सोहनलाल गमेती की कमत तलाई पचास फीट रोड पर किसी ने पेट में चाकू घोंप दिया। जिससे उसके पेट की आंते बाहर निकल आई। इसके बाद आस पास के कई लोग एकत्रित हो गए और चाकूवार करने वाले आरोपित की पकड़ कर धुनाई शुरू कर दी। साथ ही गंभीर घायल उदयलाल को आरके जिला अस्पताल पहुंचा दिया, जहां प्राथमिक उपचार कर उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
कमल तलाई के 50 फीट रोड पर बाइक सवार तीन युवकों ने आकर उदयलाल गमेती के पेट में चाकू घोंप दिया। चाकू घोंपने के बाद तीनों युवक फिर बाइक से भागने लगे, मगर एकत्रित लोगों ने एक युवक को पकड़ लिया। साथ ही उसकी धुनाई करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया। अन्य दोनों युवकों की तलाश के लिए अलग अलग पुलिस दल गठित कर दिए और तलाश शुरू कर दी।
युवक के पेट में चाकूवार की घटना के बाद तनाव के हालात उत्पन्न हो गए। हालात बिगडऩे से पहले ही घटना स्थल के साथ ही राजसमंद शहर के विभिन्न चौराहों व गली मोहल्ले तक पुलिस बल तैनात कर दिया गया। राजसमंद शहर में अब तक जितनी भी चाकूबाजी की घटनाएं हुई, उनमें सबसे ज्यादा खौफनाक घटना थी ।

बचाया नहीं, तमाशा देखते रहे लोग : चाकू से युवक का पेट काटने से आंतें बाहर निकल आई और युवक रोता, बिलतखता व तड़पता रहा, मगर लोग तत्काल अस्पताल पहुंचाने की बजाय सिर्फ तमाशा देखते रहे। खौफनाक घटना के बावजूद कुछ लोग फोटो, वीडियो बनाने में व्यस्त रहे। हालांकि बाद में एक युवक ने मानवता दिखाते हुए अकेले ही तड़पते युवक को ऑटो से जिला अस्पताल पहुंचाया। मददगार युवक भी पूरी तरह खून से लथपथ हो गया।

Zinc can protect your children’s eyesight…

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Children have especially high Zinc needs because they are growing rapidly. Fatigue, insufficient appetite, delayed development, poor attention spans, and increased susceptibility to infection are sometimes quite visible. Even among adults, with long working hours and chronic stress, computer vision syndrome & digital eye strain are common issues. Headache, blurred vision, irritation, extra tearing, excessive blinking and even neck pain could also be symptoms of Zinc deficiency.

 In the last decade, excessive use of computers, smartphones, laptops and video games have become common with children. Numerous studies have linked increased time spent by children indoors with greatly reduced outdoor activity time, as the key factor contributing to the rapid deterioration in children’s eyesight.

Studies indicate that intense blue light of electronic devices may cause damage to the retina of the eye. This heavy exposure in children could possibly lead to early onset macular degeneration which is a leading cause of blindness in future.

As children’s eyes are still developing, the blue light is able to penetrate efficiently & directly into the retina.Though blue wavelengths are crucial during daylight as they boost attention, reaction and mood, but they are disastrous at night as they interfere with circadian rhythms and disrupt sleep.

It is very sad to note that in India over 25% of childhood blindness is due to nutrient (primarily Vitamin-A) deficiency.

Many dietary supplements can improve vision, protect the retina and the eye lens, like Vitamin-E, Vitamin-C, and the trace minerals – Selenium & Zinc.

Zinc, the essential trace mineral, or ‘helper molecule’, is vital for eye health. Zinc is highly concentrated in the eye, mostly in the retina and choroid, the vascular tissue layer under the retina. It plays a crucial role in bringing vitamin-A from the liver to the retina in order to produce melanin, a protective pigment in the eyes.

At the cellular level, Zinc regulates the communication between retinal cells and controlling channels that allow ions to flow in and flow out of cells. The retinal pigment epithelium is a barrier that transports nutrients into the retina. It can only function when Zinc-dependent proteins are present.

Children have especially high Zinc needs because they are growing rapidly. Fatigue, insufficient appetite, delayed development, poor attention spans, and increased susceptibility to infection are sometimes quite visible.

Even among adults, with long working hours and chronic stress, computer vision syndrome & digital eye strain are common issues. Headache, blurred vision, irritation, extra tearing, excessive blinking and even neck pain could also be symptoms of Zinc deficiency.

In fact research has shown that over 285 million people in the world suffer from visual disorders, including visual impairment thus making crucial to focus on vision health.

Zinc has been shown to protect against age-related macular degeneration, night blindness, damage to optic nerve, impaired vision, poor night vision and cloudy cataracts. A person with Zinc deficiency in the body is also at risk for alopecia (loss of hair from eyebrows and eyelashes), mental sluggishness and increased susceptibility to infection.

Because Zinc is found in high concentrations in the eye, it is known to play a large part in eye health. Researchers have discovered that taking Zinc, along with various other antioxidants, could lower the risk of developing age-related macular degeneration by about 25%.

Studies published in the African Journal of Food, Agricultural, Nutrition and Development, have found that Zinc deficiency may be implicated in the high prevalence of cataract formation. The incidence of cataract development is more common in tropical countries due to the pronounced exposure to sunlight, and Zinc has the ability to protect the lens of the eye from oxidative damage. Cataract is in fact responsible for around 60% cases of visual impairment in India.

Zinc deficiency not only affects vision but has been ranked amongst the leading risk factors towards causing diseases worldwide. The underdeveloped nations regularly suffer from high mortality rates since Zinc deficiency causes childhood diarrhoea and pneumonia.

Experts recommend daily Zinc consumption of 8 milligrams (mg) for women and 11 mg for men. Good food sources of Zinc include nuts, seafood, spinach, mushroom, milk, yoghurt, eggs, cocoa, black-eyed peas, tofu and wheat germ.

Hindustan Zinc is India’s only and the world’s second largest integrated Zinc producer, proudly known as Zinc of India…

Pavan Kaushik

Article by- Pavan Kaushik, Head – Corporate Communication, Hindustan Zinc