उदयपुर। राजसमंद के भीम कस्बे के राउमावि में बुधवार शाम मैदान समतलीकरण करने के दौरान एक जेसीबी में शार्ट सर्किट होने से आग लग गई। सूचना मिलते ही उपखण्ड अधिकारी नरेन्द्र कुमार जैन, तहसीलदार हरि सिंह शेखावत, सहायक थानाधिकारी लच्छीराम मय जाप्ता मौके पर पहुंचे तथा लोगों की मदद से पानी छिड़ककर आग बुझाई गई। जेसीबी चालक लालपुरा निवासी रमेश सिंह पुत्र करण सिंह ने बताया कि बुधवार अपरान्ह सवा तीन बजे मैदान समतलीकरण करने के दौरान वायरिंग में अचानक फॉल्ट होने से आग लग गई। गनीमत रही कि चालक सकुशल बच गया एवं डीजल टैंक नहीं फटा, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
जेसीबी में शॉर्ट सर्किट से आग, चालक बचा
बंद बोरे में मिला युवती का शव
धरियावद। यहां चार किमी दूर जाखम नदी पुलिया के नीचे बंद बोरे में एक अज्ञात महिला का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। दोपहर साढे तीन बजे राहगीर की सूचना पर धरियावद थानाधिकारी भैरू सिंह मय जाब्ते मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की की कड़ी मशक्कत के बाद शव पुलिया से बाहर निकाला। शव की शिनाख्ता के लिए धरियावद पुलिस ने आधुनिक तकनीकी का सहारा लेते हुए फोटो मोबाइल वॉटशप पर डाला।
धरियावद थानाधिकारी के अनुसार लाश से बदबू आ रही थी। बोरे से एक पैर बाहर निकला हुआ था। शव को जंगली जानवराें ने बूरी तरह से नोच दिया था। लाश आठ से दस दिन पुरानी है। तथा 22 से 24 साल के बीच एक महिला की उम्र है। देर शाम पुलिस ने शव धरियावद सामुदायिक केन्द्र के मार्चरी में रखवाया है।
मेरी आशिकी तुम से है में एक साल आगे की कहानी
पिछले कुछ महीनों में एकता कपूर के टेलीविज़न शो मेरी आशिकी तुम से है बहुत कम समय में दर्शकों के बीच उनका पसंदीदा शो बन गया है। एक-तरफा प्यार और रणवीर (शक्ति अरोड़ा) और इशानी (राधिका मदान) के बीच की दोेस्ती पर आधारित इसकी कहानी ने अपनी शुरूआत से ही अपनी सरलता से दर्शकों को अपने सम्मोहन में बांध कर रखा हुआ है। और अब यह शो एक साल आगे जाकर उस बदलते समय को दिखाने जा रहा है, जिसमें दो विरक्त दोस्तों की आर्थिक स्थितियां एक दम से उलट जाती हैं।
आमतौर पर शांत दिखाई देने वाले रणवीर अब एंग्री यंग मैन की भूमिका में नजर आएंगे, वे एक ऐसे बिजनस टाइकून का रोल कर रहे हैं, जिसने पूरी इंडस्ट्री का सम्मान हासिल किया है। दूसरी और इशानी और उसके परिवार का समय भी बदल जाता है। कहानी एक साल आगे बढ़ती है और इसकी शुरूआत में रणवीर न केवल उस घर को खरीद लेता है, जिसमें उसने एक बार काम किया था, बल्कि उस कंपनी को भी खरीद लेता है, जिसमें इशानी काम करती है। अपनी नई पर्सनल्टी के अनुरूप शक्ति अरोड़ा एक सौम्य लुक में नजर आएंगे और उनकी लुक को फाइनल टच देने वाले और कोई नहीं बल्कि मनोरंजन की रानी एकता कपूर है जो इसे जादुई शक्ति प्रदान कर रही थी। यकीनन एकता कपूर ने यह सुनिश्चित करने के लिए इसमें अपने कुछ हफ्ते लगाए हैं ताकि इसके प्रत्येक क्षण को बारीकी से गढ़ा जा सकें।
संदीप बसवाना उड़ान में आईएएस अधिकारी के किरदार में
उड़ान, जो छोटी-सी आजाद ख्यालों की एक ऐसी बच्ची, चकोर (स्पंदन चतुर्वेदी) की दास्तान है जिसकी जिंदगी उसके असहाय और अभावग्रस्त परिवार द्वारा गिरवी रख दी जाती है, ने अब धीरे-धीरे अपने दर्षकों के दिलों में अपने लिए जगह बनाना शुरू कर दिया है। उड़ान में ऐसे मुद़दों और रिवाजों को सामने लाया गया है जो आज भी हमारे देश को अपनी चपेट में लिए हुए है। धरती पर अपनी पहचान कायम करने के लिए पंख फड़फड़ाती चकोर की जिंदगी के प्रति अदम्य उत्साह को अत्यन्त कम समय अंतराल में सराहना मिली है। जिंदगी के प्रति चकोर के अदम्य उत्साह की कहानी को आगे ले जाते हुए, उड़ान में अब आईएएस आफिसर, ईश्वर रावत की इंट्री होगी जिसका किरदार जाने-माने टेलीविज़न एक्टर, संदीप बसवाना द्वारा अदा किया जाएगा।
खूब चल रहा है तीन रुपए का नोट !
रेस्टोरेंट, किराणा व्यापारी चला रहे हैं बाजार में
उदयपुर। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भले ही कभी तीन रुपए का सिक्का या नोट नहीं निकाला हो लेकिन आजकल दुकानदारों ने अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार प्रतीकस्वरूप नोट निकाल लिए हैं।
खुले, चिल्लर के संकट के साथ ग्राहक को वापस अपनी दुकान पर बुलाने की मंशा के साथ आजकल रेस्टोरेंट, किराणा दुकानदारों ने तीन-तीन रुपए के प्रतीकस्वरूप नोट निकाल लिए हैं। किसी के यहां सात रुपए का समोसा, कचोरी मिलता है और दस रुपए का नोट देने पर खुले नहीं देकर वे उक्त तीन रुपए का नोट पकड़ा देते हैं। इसी प्रकार किराणा व्यापारी भी एक, दो, तीन रुपए के उक्त नोट पकड़ा रहे हैं।
3 साल की लव स्टोरी, पलभर में प्रेमी समेत 64 लोगों की मौत
Udaipur . एक युवा जोड़ा तीन साल पहले एक दूसरे से मिला था, मेल-मुलाकात प्यार में तब्दील हो गई और फिर दोनों एक दूसरे के प्यार को एक मंजिल देना चाहते थे।
ईश्वर उन पर मेहरबान था और दोनों की मोहब्बत सात जन्मों के रिश्ते की ओर बढ़ चली। दोनों के घरवालों ने शादी तय कर दी। 4 सितंबर को बारात हंसी-खुशी घर से निकली लेकिन अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाई।
युवक जिस बस मेे सवार था, वह पानी के तेज धार में समा गई। दुल्हे समेत 64 लोग मौत के मुंह में चले गए। उस युवती के हाथों पर सजी मेहदी का रंग चटख है लेकिन चेहरा मायूस है, रो-रोकर बुरा हाल है। इस प्रेम कहानी का ऎसा अंजाम किसी ने नहीं सोचा था। यह घटना बाढ़ प्रभावित जम्मू-कश्मीर की है।
ऎसे शुरू हुई थी प्रेम कहानी
सुखविंदर डाक विभाग में दहाड़ी पर काम करता था जबकि 18 साल की जतिंदर कॉलेज में पढ़ती है। उन दोनों की मुलाकात 3 साल पहले हुई थी। वे दोनों रोज नौशेरा जाते थे और दोनों की मुलाकात बस में होती थी।
एक साल पहले दोनों ने नौशेरा के एक कंप्यूटर कोचिंग सेंटर में एडमिशन लिया। फिर दोनों के बीच अक्सर होने वाली मुलाकात मोहब्बत में बदल गई। दोनों के घरवाले एक दूसरे को पहले से ही जानते थे। उन लोगों ने दोनों की शादी तय कर दी।
शादी तय होने से दोनों खुश थे। सुखविंदर अपने लिए एक अलग घर बनवा रहा था। उसके पिता भगत सिंह ने बताया कि दोनों ने उस घर की जगह को लेकर क ई बातें की थी। दीवारों के रंग, मकान की डिजाइन से लेकर उसमें लगने वाले पर्दे तक का चयन दोनों ने किया था। जतिंदर को एक दूसरा पर्दा पसंद था उसके लिए सुखविंदर 45 किमी दूर रजौरी से पर्दा खरीद कर लाया था। सुखविंदर ने उस घर में लगाने के लिए इंवर्टर खरीदा था।
शादी के दिन टूटा कहर, पसरा मातम
राजपुर भट्टा गांव में 4 सितंबर को सुखविंदर के घर पर बारात तैयारी को लेकर चहल-पहल थी। वहीं जतिंदर के गांव लाम मेे बारात के स्वागत के लिए तैयारियां हो रही थीं। लेकिन उस दिन बारिश रूकने का नाम नहीं ले रही थी।
बाराती 3 घंटे से बारिश बंद होने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन सुबह 11 बजे उन बारातियों में से लगभग 200 लोग 3 बसों और अन्य छोटे वाहनों से लाम जाने को तैयार हो गए। सुखविंदर भी एक कार में अपने दोस्तों के साथ शादी का कुछ सामान लेकर बैठ गया।
झमीर के पास पुल के ऊपर से पानी की तेज धार बह रही थी। सुखविंदर कार से निकल कर बस में बैठ गया। वह बस अभी आधा पुल ही पार की थी, कि चालक की तरफ वाला पहिया एक गड्ढे में गिरा और बस नाले में पलट गई। उस बस में 70 से अधिक लोग सवार थे। 6 लोगों को तत्काल बाहर निकाल लिया गया लेकिन और लोग उस तेज धार में बह गए।
दो दिन बाद मिली लाश
घटना के दो दिन बाद के्रन से बस को निकाला गया। उसमें 13 लोगों के शव मिले, उसमें सुखविंदर का भी शव था। 31 लोगों के शव अलग-अलग जगहों पर पाए गए।
पुलिस ने बताया कि 64 लोगों की मौत हुई है लेकिन गांव वालों का कहना है कि 70 से 80 लोग मरे हैं। घटना के पांच दिन बाद भी लापता 20 लोगों की तलाश जारी थी। गांव के हर घर मेे मातम पसरा है।
फतह सागर से पहले उदयसागर छलका ( photo )
उदयपुर। आज से पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि फतहसागर से पहले उदयसागर के गेट खोले हो, लेकिन इस बार यह भी हो गया। मदार छोटा, बड़ा तालाब और स्वरूप सागर से आ रही अथाह जल राशि आयड़ के जरिये उदयसागर में पहुंच रही है, जिससे झील का जलस्तर २३ फीट हो गया है। इस झील का बैक वॉटर गांवों में घुसे, इससे पहले ही उदयसागर के गेट खोल दिए गए हैं। कल कैचमेंट एरिया में हुई बरसात के बाद आज सुबह सूरज निकल आया, लेकिन साढ़े 11 बजे से फिर मूसलधार बरसात शुरू हो गई, जिससे हालात बिगडऩे के आसार हैं। जिला प्रशासन ने हाईअलर्ट जारी कर दिया है। नेशनल डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स भी आ चुकी है और सेना को भी सतर्क कर दिया गया है। इधर, फतहसागर का जल स्तर 11 फीट पहुंच गया है।
उदयसागर के गेट खोले : आयड़ नदी से लगातार जा रहे पानी से कल उदयसागर झील में छह फीट पानी की आवक हुई। उदयसागर का जल स्तर 23 फीट होते ही आज उदयसागर के गेट खोल दिए गए। इधर, फतहसागर छलकने से अभी 2 फीट दूर है। मदार नहर से पानी लगातार आ रहा है। साथ ही आसपास के सभी जलाशय भी लबालब हो गए हंै।
जग मंदिर, लेक पैलेस में पानी घुसा : पीछोला का जल स्तर 11 फीट हो गया है और सीसारमा से लगातार पानी की आवक हो रही है। इस वजह से झील में बनी होटल लेक पैलेस के रिसेप्शन के बाहर और जग मंदिर में अंदर तक पानी घुस गया है। झील किनारे बनी होटल अमराई में भी पानी भर चुका है। पीछोला स्थित गणगौर घाट पर बने मकानों में भी पानी भरा हुआ है।
लगातार बढ़ते पानी को देख प्रशासन ने किया उदयपुर में हाई अलर्ट
भारी बारिश को देखते हुए बुलाया एनडीआरएफ का दल
आज पहुंचेगा ३५ सदस्यीय दल
हर आपात स्थिति से निपटने के निर्देश
उदयपुर। उदयपुर में भारी बारिश को देखते हुए जिला कलेक्टर ने गुजरात एवं अजमेर से नेशनल डीजास्टर रेस्क्यू फ़ोर्स का दल सहायता के लिए बुलवा लिया है जो किसी भी जल प्लावन से किभी प्रकार की आपात स्थिति का मुकाबला करने में सहायता करेगा।
उदयपुर जिले में अतिवृष्टि की स्थिति देखते हुए जिला कलेक्टर ने गांधीनगर गुजरात एवं अजमेर से ३५ सदस्यीय राष्ट्रीय आपदा दल को बुलवा लिया है जो कि इस प्रकार की स्थितियों से निपटने में सक्षम है। यह दल बुधवार पा्रत: उदयपुर पहुंच जायेगा। इस बीच जिला कलेक्टर ने देर शाम पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की आपात बैठक लेकर किसी भी स्थिति से निपटने के निर्देश दिए। उन्होंने जल स्त्रोतों के समीप जुटने वाली भीड और जोखिम से बचाव के लिए जलाशयों एवं एनिकटों पर पुलिस प्रशासन की संयुक्त सख्त निगरानी के निर्देश भी दिए है।
उन्होंने बताया कि उदयपुर शहर में नगर निगम एवं नगर विकास प्रन्यास द्वारा निर्मित 16 सामुदायिक केन्द्रों को चिन्हित कर लिया तथा इन केन्द्रों को दिन रात खुला रखने तथा आपात स्थिति में किसी को भी वहां ठहरने के लिए स्थान दिलाने के भी निर्देश दिए है।
जिला कलेक्टर ने उपखण्ड अधिकारियों को भी पंचायत केन्द्रों को रात दिन खुला रखने तथा आपात स्थिति में पीड़ितों को मुहैया कराने के निर्देश दिए है। इसी के साथ उन्होंने सरकार राशन डीलर्स को खाद्य सामग्री का पर्याप्त स्टॉक रखने के भी निर्देश दिए है।
जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने भारी वर्षा को देखते हुए किसी भी सूचना के आदान-प्रदान एवं सहायता के लिए मोबाइल नम्बर 9530322239 पर सम्पर्क की व्यवस्था की है। यह नम्बर २४ घण्टे क्रियाशील रहेगा।
संभागभर में लागू होंगे ‘‘उत्कर्ष‘‘ और ‘‘हरित धारा‘‘
जिला कलक्टर अपने-अपने जिलों की कार्ययोजना तैयार करें-संभागीय आयुक्त
उदयपुर, उदयपुर जिले की तर्ज पर उदयपुर संभाग के सभी जिले और झालावाड व बारां में भी प्रोजेक्ट उत्कर्ष और हरित धारा योजनाओं के अभिनव प्रयोग होंगे। संभागीय आयुक्त श्री वैभव गालरिया की अध्यक्षता में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में संभागीय आयुक्त ने सभी कलक्टर्स, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं शिक्षाधिकारियों की बैठक लेकर इन योजनाओं को अपने जिले में लागू करने को लेकर आवश्यक निर्देश दिये।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि मनरेगा से जुडी इस महती योजना को अन्य जिलों में लागू करने के लिए सभी कलक्टर्स तैयारी करें जहॉ वित्तीय प्रावधानों की आवश्यकता होगी उसे जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग पूरा करेगा। संभागीय आयुक्त ने बताया कि सब्जी उत्पादकों को बीज के साथ-साथ कीटनाशक उपलब्ध कराने का भी प्रावधान किया जायेगा।
उदयपुर जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने बताया कि ‘‘हरित धारा‘‘ को जिले के पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मनरेगा के तहत लागू किया गया है जिसमें जिले के 5000 कृषकों को उन्नत बीज प्रदान किये गये हैं जो राष्ट्रीय बीज निगम हैदराबाद से मंगवाये गये है। इससे किसानों को आर्थिक तौर पर सशक्तिकरण का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि जिले में प्रोजेक्ट के तहत सिंचाई स्रोतों, नहरों का सुदृढीकरण, भूमि समतलीकरण सहित सब्जी बीज वितरण आदि कार्य करवाये जा रहे हंै। जिले में करीब 60 करोड के सिंचाई कार्य हाथ में लिए गए है।
इसी प्रकार जिले के 12 विद्यालयों में आरंभ हुए प्रोजेक्ट उत्कर्ष की सफलता को देखते हुए इसे संभाग एवं बारां व झालावाड आदि जिलों में लागू करने का निर्णय किया गया। संभागीय आयुक्त ने कहा कि उत्कर्ष में ‘‘डाइट सेट अप‘‘ को महत्वपूर्ण केन्द्र बनाते हुए कहा कि कलक्टर्स आरंभिक तौर पर कम संख्या में स्कूलों का चयन करें तथा कम्प्यूटर बेस्ट लर्निंग सिस्टम को वृहद् स्तर पर लागू करने के लिए जिलाधिकारियों से मिलकर प्रभावी कार्ययोजना तैयार करें।
जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने बताया कि जिले में वर्तमान में जिले के 80 विद्यालयों को ऑनलाइन/ ऑफलाइन आधारित क्विज बेस्ट लर्निंग सिस्टम से जोडा जा चुका है। उन्होंने बताया कि कम्प्यूटर लेब को स्मार्ट क्लास में बदलकर यह पद्घति छात्र-छात्राएं खूब पसन्द कर रहे हंै और नवीनतम ज्ञान की ओर अग्रसर हो रहे हंै। इससे सबसे महत्वपूर्ण बात पाठ्यक्रम अनुसार एक्सरसाइज से बच्चे में निपुणता का संचार होना है।
बैठक में सभी कलक्टर्स ने दोनो नवाचारों की क्रियान्विति बाबत विस्तार से जानकारी ली। बैठक में जिला कलक्टर के.सी.वर्मा (राजसमन्द), के.बी.गुप्ता (बांसवाडा), वेद प्रकाश (चित्तौडगढ), रतन लाहोटी (प्रतापगढ), इन्द्रजीत सिंह (डूंगरपुर), बिष्णु चरण मलिक (झालावा$ड), अति. संभागीय आयुक्त सुश्री प्रज्ञा केवलरमानी, सभी जिलों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, अधिशाषी अभियंता (नरेगा), उद्यान विभाग, कृषि विभाग के अधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
नामान्तरण के बकाया प्रकरण एक माह में निस्तारित हो – संभागीय आयुक्त
उदयपुर, संभागीय आयुक्त वैभव गालरिया ने कलक्टर्स को निर्देश दिये कि वे नामान्तरण के बकाया आवेदनों को एक माह में निस्तारित करें। वे मंगलवार मध्याह्न संभागीय आयुक्त कार्यालय सभागार में संभाग के जिला कलक्टर्स, जिला परिषद सीईओ एवं टीएडी अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में ‘सरकार आपके द्वार‘ अभियान के तहत प्राप्त अभियोगों के प्रभावी निस्तारण के लिए अधिकारी प्राथमिकता निर्धारित करें। साथ ही जिन प्रकरणों में कार्रवाई की जा चुकी है उन्हें पोर्टल पर अपडेट किया जाये। उन्होंने कलक्टर्स से कहा कि वे सभी विभागों से समन्वय बिठाएं, समयबद्घ बैठके लेकर कार्यो की समीक्षा करें। उन्होंने मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान की गई घोषणाओं की क्रियान्विति को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के साथ ही चल रहे कार्यों की निरंतर समीक्षा करने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त ने जिलेवार प्रकरणों की समीक्षा की और कहा कि लोक राहत एवं वृद्घजन से संबंधित कार्यों को तत्काल पूरा करने का मानस बनाएं। उन्होंने श्रेणीक्रम तय करते हुए कार्य निस्तारण करने की बात कही। उन्होंने जिले के बारे में कलक्टर्स से विस्तार से विभागवार फीडबेक लिया और संबंधित विभागों से प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने निर्मल भारत अभियान को पूर्ण गति के साथ संचालित करने तथा श्रमभाग का समयबद्घ भुगतान के निर्देश दिये। उन्होंने पेयजल, विद्युत व निर्माण विभाग से संबंधित कार्यो की समीक्षा में वरिष्ठ अधिकारियों को पूर्ण गति के साथ स्वीकत कार्यो को पूरा करने के निर्देश दिये।
उन्होंने जिलों में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था, बीपीएल को योजनाओं का लाभ, खाद्यान्न सुुरक्षा अधिनियम की पालना, नवीन राशनकार्डो का वितरण, टीएडी की योजनाओं के तहत स्वीकृत राशि का समयबद्घ उपयोग आदि पर चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलक्टर के.सी.वर्मा (राजसमन्द), के.बी.गुप्ता (बांसवाडा), वेद प्रकाश (चित्तौडगढ), रतन लाहोटी (प्रतापगढ), इन्द्रजीत सिंह (डूंगरपुर), अति. संभागीय आयुक्त सुश्री प्रज्ञा केवलरमानी, सभी जिलों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आईएएस (प्रशिक्षु) अरविन्द पोसवाल, टीएडी के अति. आयुक्त जमील अहमद कुरैशी, जगमोहन सिंह, उपनिदेशक एम.,4-चौहान, संभाग के मुख्य अभियंता के.वी.एस.राणावत (जलदाय), आर.पी.सुखवाल (एवीवीएनएल) अधीक्षण अभियंता (निर्माण) अनिल नेपालिया सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।