उदयपुर। गुरुनानक कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शुक्रवार को सीनियर छात्राओं का रंगारंग, पारम्परिक सांस्कृतिक विदाई समारोह आयोजित किया गया। जूनियर छात्राओं ने वरिष्ठ छात्राओं के सम्मान में एकल नृत्य समूह, लोक नृत्य व एकल गान प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। प्राचार्य प्रो. एन. एस. राठौड़ ने बताया कि महाविद्यालय के मुक्ताकाशी रंगमंच पर आयोजित विदाई समारोह के मुख्य अतिथि कला महाविद्यालय संकाय अधिष्ठाता डॉ. शरद श्रीवास्तव थे। गेस्ट ऑफ ऑनर डी.एस. पाहवा, मनोहर सिंह सच्चर व के.एस. गिल थे। अध्यक्षता मोहिन्दर पाल सिंह लिखारी ने की। इस अवसर पर संस्थान सचिव अमरपाल सिंह पाहवा, उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह, अजीत सिंह पाहवा, चिरंजीव सिंह ग्रेवाल, कृपालसिंह व अमरजीत सिंह चावला, मौजूद थे।
कार्यक्रम में अतिथियों ने महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयी स्तर पर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभावान 85 छात्राओं का सम्मान किया गया। जूनियर छात्राओं ने सीनियर छात्राओं के हाथों में लच्छा बॉंधकर तिलक लगाकर प्रतीक चिन्ह प्रदान कर मंगलकामनॉए दी। मुख्य अतिथि डॉ. शरद श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षा के शाश्वत मूल्यों को प्राप्त कर्मक्षेत्र में अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे। जीवन के हर क्षेत्र में आत्मविश्वास के साथ अपनी अभिव्यक्ति करने से व्यक्तित्व को एक नवीन आयाम मिलता है। उन्होंने कहा कि एक संकल्प अपने जीवन को परिवर्तित कर देता है इसमें उच्च शिक्षा का बड़ा अवदान होता है। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रभारी डॉ. अनुराधा मालवीया ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। छात्रासंघ अध्यक्ष स्नेहा बागड़ी ने अपने अनुभव बांटे। संचालन डॉ. रेखा तिवारी व अनिल चतुर्वेदी ने किया। धन्यवाद उपाचार्या डॉ. अनुज्ञा पोरवाल ने दिया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोह लिया मन
मंत्रोच्चार के साथ हुआ होलिका रोपण
अगली पूर्णिमा पर होगा होलिका दहन
उदयपुर। होली पर्व से ठीक पहले वाली पूर्णिमा पर होलिका रोपण किया जाता है जो शुक्रवार को हुआ। शहर के बड़ी होली सहित सिटी पैलेस के माणक चौक में होलिका का रोपण किया गया।
बड़ी होली में सागरवंशीय माली समाज के लोगों और श्रद्धालुओं ने विधि विधान से होलिका का रोपण किया वहीं सिटी पैलेस स्थित माणक चौक में शाम को पूजा-अर्चना के साथ होलिका स्थापित की गई। होलिका स्थापना से पूर्व की सारी रस्में धर्मसभा में कार्यरत पुरोहितजी, कर्मान्त्रीजी एवं धर्मसभा स्टाफ द्वारा पूरी की गई।
भारी पड़ा प्रेम का इजहार!
राजीव गांधी उद्यान के बाहर बनाया मुर्गा
उदयपुर। प्रेम के प्रतीक संत वेलेन्टाइन की याद में मनाया जाने वाला वेलेंटाइन डे आज कुछ नवयुगलों के लिए भारी पड़ गया। तथाकथित संगठनों के प्रतिनिधियों ने ऐसे युवाओं की जबरन धरपकड़ की और युवकों को मुर्गा भी बनाया। अफसोस कि वहां पहुंचे पुलिस अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई करने के बजाय दोनों को भगा दिया गया। पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव के चलते वेलेन्टाइन डे को प्रेम के इजहार का दिवस मानकर शहर के युवा भी पार्क, गार्डन आदि जगह पहुंचे। संस्कृति के कथित रक्षक हिंदू महासेना टाइगर फोर्स के श्यााम बाबा के नेतृत्वं में उनके कथित ‘सिपाही’ इन युवाओं के पीछे सुबह से पडे़ रहे। इन्होंने सूरजपोल पर प्रदर्शन कर कार्डों की होली जलाई वहीं दुपहिया वाहनों पर दूधतलाई पार्क पहुंचे। पं. दीनदयाल उपाध्याय पार्क में मौजूद दो-चार युगलों को वहां से भगाया। फिर रानी रोड स्थित राजीव गांधी उद्यान पहुंचे जहां मुंह पर स्कार्फ बांधी युवतियों को पहले तो रोकने की कोशिश की फिर पुलिस को देखकर उन्हें रवाना किया और युवकों को मुर्गा बनाया। उसी दौरान वहां पहुंचे पुलिस अधिकारी भी युवाओं और कथित ‘सिपाहियों’ को रवाना कर किसी तरह की कार्रवाई से बचते नजर आए।
UIT सचिव ने चेताया, अधिकारी तय करें कि सड़कों पर गड्ढे न रहें
उदयपुर. सड़क पर या सड़क किनारे गड्ढे के कारण हादसे होने की आशंका को देखते हुए यूआईटी सचिव ने सभी इंजीनियर को इस मामले में चेता दिया है। गड्ढे के कारण हादसे होने की आशंका की तरफ दैनिक भास्कर ने अधिकारियों का ध्यान दिलाया था। दो दिन पहले ही शोभागपुरा 100 फीट रोड पर बड़ा हादसा हुआ था। इसके बाद यूआईटी सचिव डॉ.आर.पी.शर्मा ने गुरुवार को आदेश जारी कर सभी इंजीनियर को चेता दिया कि वे ऐसे मामले में गंभीरता बरते।
आदेश में कहा गया है कि सभी एक्सईएन, एईएन व जेएन यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके क्षेत्र में कहीं पर सड़क के बीच या सड़क सीमा में गड्ढा नहीं है। भास्कर की खबर के बाद निगम के संबंधित इंजीनियर ने गुरुवार को फतहपुरा,पुला मार्ग का मौका मुआयना कर यह जायजा भी लिया कि केबल डालने वाली कंपनी ने काम होने के बाद कहां कहां पर जगह समतल करने का काम नहीं किया है। गौरतलब है कि दो दिन पहले सुखेर क्षेत्र में सौ फीट रोड पर सड़क हादसे में सीटीएई के छात्र की मोत हो गई थी। हादसा सड़क पर गड्ढे के कारण हुआ था।
अंबावगढ़ में बिंदोली में बारातियों से युवकों ने की मारपीट
उदयपुर अंबामाता थाना क्षेत्र के अंबावगढ़ में गुरुवार रात कुछ युवकों ने कहासुनी पर बिंदोली में शामिल लोगों पर लाठी-सरियों से हमला बोल दिया। बिंदोली में शामिल लोग डर के कारण घर में घुस गए और पुलिस को सूचना दी। माहौल गरमाने की सूचना पर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भारी जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि तब तक हमलावर फरार हो चुके थे। अंबावगढ़ निवासी धर्मेंद्र कुमार देवड़ा के पक्ष की ओर से थाने में रिपोर्ट दी गई है। हमलावर युवक पास में चल रहे किसी अन्य कार्यक्रम के बताए गए। पुलिस ने बताया कि धर्मेंद्र की बिंदोली गुजर रही थी। बारात दरवाजे पर पहुंच चुकी थी। इस दौरान बाराती सड़क पर छितराए हुए थे। तभी दो युवक बाइक पर आए। निकलने की जगह नहीं मिलने पर युवकों ने महिलाओं के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। इस पर बारातियों और युवकों में कहासुनी हो गई। दोनों युवक एकबारगी चले गए लेकिन दस मिनट में 25 से 30 युवक बारातियों पर हमले के लिए लाठी-सरिए लेकर आए। युवकों ने कुछ के साथ मारपीट की और फरार हो गए। इन्हें मामूली चोटें आई हैं।
सूचना पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। माहौल फिर गरमाने की आशंका पर क्षेत्र में देर रात तक भारी जाप्ता तैनात रहा।
आयड़ और गुमानिया नाले की सफाई पर खर्च होंगे 52 लाख
उदयपुर. आयड़ नदी की सफाई पर नगर निगम ने 52 लाख रुपए खर्च का एस्टिमेट तैयार किया है। इसमें गुमानिया नाले की सफाई भी शामिल है। फाइल मंजूरी के लिए निगम आयुक्त को भेजी गई है। स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया कि मंजूरी मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर देंगे।निगम आयड़ नदी व गुमानिया नाले से झाडिय़ां कटवाने, मलबा हटवाने के साथ नदी किनारे पेटे में कच्ची नाली बनाकर पानी के लिए रास्ता भी बनाएगा ताकि गंदा पानी एक जगह भरा न रहे।
इधर यूआईटी ने नदी के दोनों किनारे चिह्नित सरकारी जमीन के डिमार्केशन के लिए नौ लाख का एस्टिमेट तैयार कर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। प्रशासन कुछ जगह प्राइवेट जमीन अवाप्त भी करेगा। गौरतलब है कि आयड़ नदी के विकास के लिए प्रशासन ने 180 करोड़ का प्रोजेक्ट मंजूर किया है। इसे मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भी भेजा जाएगा। इसमें वे काम पहले होंगे, जो निगम व यूआईटी स्तर पर हो सकते हैं।
सात भागों में बांट कर होगी सफाई
कॉम्पलेक्स से पुलां पुलिया, पुलां से सीपीएस पुलिया, सीपीएस से आयड़ पुलिया तथा आयड़ पुलिया से सेवाश्रम पुलिया तक आयड़ नदी के साढ़े सात किमी एरिया व गुमानिया नाले को शामिल करते हुए काम को सात भागों में बांट कर टेंडर करेगा।गुमानिया नाले में पड़ी गंदगी,कचरा। इसकी सफाई का काम नगर निगम जल्द शुरू करने वाला है। इसके साथ ही आयड़ नदी की सफाई भी होगी।
मौत का घर है ये मंदिर यहां जो रुका जिंदगी से गया
udaipur जयपुर। राजस्थान में कई ऐसे मंदिर हैं जिनकी खूबसूरती और रहस्य आज भी लोगों को अपनी ओर खींचते हैं। वहां के सौंदर्य को तो हम अपनी आंखों से देख लेते हैं, लेकिन इन मंदिरों में छिपे उन रहस्यों को नहीं जान पाते जो हमेशा से ही एक राज बना हुआ है। इन मंदिरों का रहस्य-रोमांच हमेशा से ही लोगों के लिए कौतुहल का विषय रहा है, लेकिन यहां की शिल्प व स्थापत्य कला भी कम रोचक नहीं।
बाड़मेर जिले के किराडू में एक ऐसा ही मंदिर है जिसकी हकीकत इसके इतिहास में छिपी हुई है। कोई कहता है कि मुगलों के कई आक्रमण झेलने की वजह से आज यह जगह बदहाल है। तो कोई कहता है कि साधु के श्राप के चलते ये बुरा हाल है। वजह कुछ भी हो लेकिन हकीकत यही है कि ये मंदिर पहले जहां लोगों से गुलजार रहा करता था आज वीरान है।
स्थानीय लोगों की माने तो एक साधू के श्रॉप ने के चलते कभी परमार राजओं की बसाई हुई ये खूबसूरत नगरी पल भर में पत्थरों में बदल गई। ऐसा कहा जाता है कि यहां रात में कोई भी नहीं रुक सकता जिसने यहां रुकने की हिमाकत दिखाई वह पत्थर हो जाता है।
हॉलीवुड फिल्म मेरी गोल्ड की मावली में शूटिंग शुरू, रिचर्ड गेयर आए
उदयपुर. खेमपुर रावला रिसोर्ट में हॉलीवुड मूवी ‘मेरी गोल्ड’ के सीक्वल की शूटिंग गुरुवार को शुरू हुई। शूटिंग 7 मार्च तक चलेगी। हॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस जूडी डेंस, रिचर्ड गेयर, टॉम विल्किंसन और देव पटेल फिल्म की शूटिंग के लिए यहां आए हैं। रिचर्ड गेयर सहित अन्य एक्ट्रेस पर दृश्य फिल्माए। शूटिंग को लेकर खेमपुर रावला होटल के बाहर ग्रामीणों की भीड़ रही। यह पहले बनी फिल्म मेरी गोल्ड की सीक्वल मूवी है। उल्लेखनीय है कि पहली मेरी गोल्ड की शूटिंग भी उदयपुर में हो चुकी है। पहले वाली मूवी में बाजार का दृश्य खेमपुर रावला के बाहर ही फिल्माया गया था। उदयपुर में होटल लीला में इस फिल्म की शूटिंग हुई थी। शिल्पा के साथ चर्चा में रहे रिचर्ड गेयर
बिग ब्रदर जीतने के बाद चर्चा में आई शिल्पा शेट्टी और अमेरिकन एक्टर रिचर्ड गेयर भारत में एड्स जागरूरकता के एक कार्यक्रम में मिले थे। इस कार्यक्रम में एक विवादित सीन के बाद रिचर्ड गियर भारत में चर्चा में रहे थे।
धुआं छोडऩे वाले टेम्पो बंद हों, सीएनजी से चलें वाहन
उदयपुर. शहर को लो कार्बन सिटी बनाने के लिए प्रशासन को अगले कुछ महीनों में बड़े फैसले लेने होंगे। मसलन ज्यादा धुआं छोडऩे वाले वाहनों को बंद करवाना, सीएनजी से वाहनों का संचालन, पाब्लिक ट्रांसपोर्ट को दुरुस्त कर सिटी बसों का संचालन करना होगा ताकि शहर में कार्बन उत्सर्जन कम से कम हो। लो कार्बन मोबिलिटी प्लान लागू करने के लिए ये सभी मानक भारत-4 (यूरो-4) में शामिल हैं। कनाडा तथा भारत सरकार के साझे में देश के तीन शहरों में कार्बन स्तर की मॉडल स्टडी कर रही संस्था यूएमटीसीएल (अरबन मास ट्रांजिट कंपनी लिमिटेड) के स्थानीय संयोजक रंजन दत्ता ने स्टडी ड्राफ्ट गुरुवार को कलेक्ट्री सभागार में मेयर रजनी डांगी, यूआईटी सचिव डॉ. आर.पी. शर्मा व निगम आयुक्त हिम्मत सिंह, सीनियर टाउन प्लानर सतीश श्रीमाली, एनएलसीपी टीम लीडर बी.एल. कोठारी को सौंपा।
15 दिनों में देने है सुझाव : संबंधित विभाग के अफसरों को इस ड्राफ्ट का अध्ययन कर 15 दिन में सुझाव देने का अनुरोध किया। एक माह बाद फाइनल रिपोर्ट तैयार कर दी जाएगी। इस दौरान यूआईटी के अधिशासी अभियंता संजीव शर्मा, ट्रैफिक डीएसपी राजेंद्र त्रिपाठी, रेलवे तथा एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।
चार दिवारी में साइकिल और बैट्री वाले वाहन चलें : चार दिवारी में लोगों को पैदल या साइकिल पर चलने की आदत डालनी चाहिए। परिवहन के लिए बैट्री वाले दो व तीन पहिया वाहन चलाने की जरूरत है।
प्रदूषण कम करने के लिए अधिकारियों ने भी दिए कई सुझाव, पुराने वाहन बंद कर सीएनजी वाले चलाए जाएं
प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी जगदीश सिंह ने बताया कि सरकार व प्रशासन को सीएनजी से वाहन चलाने की सख्ती करनी होगी। मेट्रो शहरों की तरह पुराने टेम्पो, बसें तथा जीप-कारों का संचालन बंद करना होगा। सिंह ने 90 डेसिबल से अधिक आवाज करने वाले वाहनों को भी बंद करने की जरूरत बताई। उन्होंने बताया कि सात-आठ वर्ष पुराने वाहनों को मोडिफाई करके सीएनजी से संचालन योग्य बनाया जा सकता है।
उपनगरीय क्षेत्रों में चला सकते हैं टायर्ड ट्राम
यूआईटी सचिव डॉ. आर.पी. शर्मा ने स्ट्रांसबर्ग में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में चलने वाली टायर्ड ट्राम को उदयपुर की भौगोलिक संरचना के आधार पर बेहतरीन विकल्प बताया। शर्मा के मुताबिक टायर्ड ट्राम बिजली से चलती है, जिससे प्रदूषण नहीं होता। इसे पब्लिक रोड्स पर पांच मीटर के पाथ पर चलाया जा सकता है। इसमें छह कोच होते हैं और प्रत्येक में 25 यात्री बैठ सकते हैं।
भीड़ वाले मार्गों पर टेम्पो परमिट देना बंद करें
मेयर रजनी डांगी ने जिला परिवहन अधिकारी से अनुरोध किया कि वे भीड़ वाले व्यस्त मार्गों पर टेम्पो के परमिट देना बंद करके उन मार्गों के परमिट दें जहां परिवहन के साधनों की कमी है। मसलन ज्यादातर परमिट देहलीगेट, हाथीपोल, सूरजपोल व उदियोपाल के बीच है। सवीना, सेक्टर 14, बडग़ांव मार्ग पर सबसे ज्यादा परमिट है। हकीकत यह है कि 10 साल में बसी नई कॉलोनियों से शहर आने-जाने के लिए ऑटो या टेम्पो नहीं मिलते।
ठोकर चौराहे पर अंडर या ओवरब्रिज बने
ठोकर रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेनों के आने-जाने के समय वाहनों का जमावड़ा लगने से वाहनों की कतारें लगती हैं। वाहनों के इंजन चालू रहने से धुआं व कार्बन का उत्सर्जन होता है। यूआईटी के एसई अनिल नेपालिया ने कहा कि अंडर ब्रिज बनाने की मंजूरी के लिए वे रेल प्रबंधन को कई पत्र लिख चुके हैं।
अलवर की तरह लो कार्बन वैन शुरू करें
यूएमटीसीएल के रंजन दत्ता ने प्रस्तुत किया। उन्होंने लाइव प्रोजेक्टर रिपोर्ट के जरिए बताया कि उदयपुर के मौजूदा कलेक्टर आशुतोष पेडणेकर ने अलवर में इसी पद पर कार्य करते हुए प्रदूषण फैलाने वाले 750 टेम्पो बंद करा कर न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन करने वाली वैन चलवा दी थीं।
कैसे होगा अमल
1 प्रशासनिक अधिकारियों से मिलने वाले प्रस्तावित सुझावों को रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। इसके बाद फाइनल रिपोर्ट बनेगी।
2 रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत सिटी बसों का संचालन उदयपुर में किया जा सकता है। वाहनों को बदलने के लिए भी केंद्र सरकार से राशि मिल सकती है।
3 दो प्रमुख प्रोजेक्ट के लिए कनाडा से भी बड़ी रकम मिल सकती है। इससे परिवहन सुविधाओं को और बेहतर बनाया जा सकेगा।
शराब की दुकानों के लिए अब तक 8768 आवेदन जमा हुए, कल है अंतिम दिन
उदयपुर. आबकारी बंदोबस्त 2014-15 के लिए जिले में देसी और अंग्रेजी शराब की दुकानों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि एक दिन बढ़ाकर 15 फरवरी कर दी गई है। इससे पहले गुरुवार को आबकारी विभाग परिसर में आवेदन जमा कराने वालों की दिनभर भीड़ लगी रही। दफ्तर में सुबह कम आवेदक थे, लेकिन दोपहर बाद कतारें बढ़ती गई। देर शाम तक भीड़ लगी रही। विभाग के बाहर भी वाहनों का जमावड़ा लगा रहा। खेरवाड़ा, सलूंबर, मावली, गोगुंदा, गिर्वा और उदयपुर पूर्व तथा पश्चिम के अलग-अलग आवेदन जमा हुए। जिला आबकारी अधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में 48 अंग्रेजी दुकानों के लिए 3656 और 278 देशी समूह के लिए 5112 आवेदन आ चुके हैं। आवेदन 15 फरवरी को शाम 6 बजे तक जमा होंगे। बताया गया कि लॉटरी प्रक्रिया 20 फरवरी को सुबह 11 बजे सुखाडिय़ा रंगमंच टाउन हॉल में होगी। जरूरत रही तो अगले दिन भी प्रक्रिया जारी रहेगी। प्रक्रिया में भाग लेने के लिए (आवेदन पत्र आवेदन पत्र का भाग-तृतीय) की रसीद साथ लानी होगी।उदयपुर. आबकारी विभाग में आवेदन के लिए लगी कतार।