“टाइगर” में दम है

फिल्म समीक्षा

निर्माता : आदित्य चोपडा

निर्देशक : कबीर खान

कलाकार : सलमान खान, कैटरीना कैफ, रणवीर शौरी, गिरीश कर्नाड

 

अपेक्षाओं से बढकर एक था टाइगर ने ओपनिंग ली है। इस फिल्म के प्रति दर्शकों में किस कदर उत्साह है उसका नजारा सिनेमा घरों पर टूटी भीड को देखकर लगाया जा सकता है। सलमान खान की इस फिल्म ने पहले दिन ऑपनिंग में करीब 30 करोड का व्यवसाय कर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। इसमें टिकट वृद्धि का भी भारी सहयोग रहेगा। कबीर खान ने जिस अंदाज में सलमान खान की फिल्म में एंट्री करवाई है, वह बेमिसाल है। इस दृश्य को देखते ही इस बात का अहसास हो जाता है कि दर्शकों को जबरदस्त एक्शन थ्रिलर देखने को मिलेगा।

 

सलमान खान ने फिल्म में रॉ के जासूस “टाइगर” की भूमिका निभाई है, जिसे एक वैज्ञानिक पर नजर रखने के लिए भेजा जाता है। टाइगर अपने मिशन को सफल बनाने के लिए वैज्ञानिक के घर में नौकरानी का काम करने वाली जोया से इश्क-मोहब्बत का नाटक करते-करते सच में चाहने लगता है लेकिन जब उसे उसकी असलियत पता चलती है तो उसके पैरों तले जमीन खिसक जाती है। आदित्य चोपडा के लिए काबुल एक्सप्रेस और न्यूयार्क जैसी बेहतरीन फिल्में बना चुके निर्देशक कबीर खान की यह इस बैनर के लिए तीसरी फिल्म है। सलमान खान ने कबीर खान की फिल्मों के कुछ दृश्य देखने के बाद ही काम करने की हामी भर दी थी।

 

कबीर खान ने जहां अपने निर्देशन में कसावट रखी है वहीं उन्होंने कथानक में कोई भी पेच ढीला नहीं छोडा, जिसकी वजह से दर्शक एकटक होकर फिल्म को देखता है। उनकी इस सफलता में एक्शन का भारी सहयोग रहा है। हिन्दी फिल्मों में हॉलीवुड स्तर का एक्शन बहुत कम नजर आता है, लेकिन यहाँ कबीर खान ने पूरी तरह से जेम्स बॉण्ड स्टाइल का एक्शन दर्शकों को दिखाया है। क्यूबा और ईराक में फिल्माए गए दृश्यों को देखकर जेम्स बॉण्ड की कई फिल्मों की याद ताजा हो जाती है।

 

पहली बार सलमान खान अपनी टपोरी और बेदिमागी कॉमेडी से बाहर आए हैं। जैसे ही परदे से एक्शन हटता है सलमान खान और कैटरीना कैफ की साफ-सुथरी हास्य स्थिति परदे पर देखकर दर्शक हंसने लगता है। पांच साल के लम्बे इंतजार के बाद सलमान और कैटरीना की जोडी परदे पर नजर आयी है। इन दोनों की लव स्टोरी और केमिस्ट्री में दम है। जब एक्शन नहीं होता, तो सलमान और कैटरीना अपनी कॉमिक टाइमिंग, रोमांस और इमोशनल सीन्स से दिल बहलाते हैं। टाइगर अपने दोस्त से कहता है कि मेरे इतने नाम हैं कि मां-बाप ने क्या नाम रखा था, वह भी भूल गया। वैसे भी टाइगर तो कुत्तों का नाम होता है।

 

कबीर खान ने अपने निर्माता की छवि को आकाश से टूटते हुए तारे के दृश्य में दर्शाया है। यशराज की हर फिल्म में नायक-नायिका आकाश से टूटते हुए तारे को देखते हैं और यहां भीर यही दृश्य फिल्माया गया है। इसके साथ ही कबीर खान ने न चाहते हुए दर्शकों की मांग को ध्यान में रखते हुए सलमान खान से शर्ट उतरवाई है, वैसे फिल्म में इस दृश्य को कतई आवश्यकता नहीं थी। निर्देशकों की नजर में यह भ्रम बैठा हुआ है कि जिस फिल्म में सलमान शर्ट उतार देते हैं वह बॉक्स ऑफिस पर हिट हो जाती है। सलमान, कैटरीना और कबीर खान के बाद इस फिल्म का छायांकन, संगीत (विशेष रूप से पाश्र्व संगीत), विदेशी लोकेशन्स और बेहतरीन और ताजा डांस स्टेप्स फिल्म को दर्शनीय बनाते हैं। एक्शन दृश्यों में गूंजता पाश्र्व संगीत दृश्यों के प्रभावीकरण में सहायक है।

 

गिरीश कनार्ड और रणवीर शौरी ने अपने अभिनय की गहरी छाप छोडी है। सब कुछ होते हुए भी कबीर खान मध्यान्तर के बाद कहानी पर कम और एक्शन पर ज्यादा निर्भर रहे हैं। ऎसा नहीं कि कथानक कमजोर पड जाता है या उसकी आवश्यकता नहीं रहती है लेकिन इस हिस्से में उन्होंने सलमान के एक्शन पर ज्यादा निर्भरता जताई है। सलमान ने उन्हें कहीं निराश नहीं किया है। हॉलीवुड स्टाइल में फिल्माया गया यह देसी बांड दर्शकों को रोमांचित करने के साथ-साथ हैरान भी करता है। इस फिल्म को देखने के बाद एक बात हम जरूर कहना चाहेंगे कि एक था टाइगर सलमान खान की लोकप्रियता का शिखर बिन्दु है। इस देखने के बाद दिमाग में एक प्रश्न कौंधता है कि अब सलमान खान अपने दर्शकों के लिए नया क्या लेकर आएंगे, क्योंकि पिछले पांच वर्ष में उन्होंने अपनी पांच फिल्मों के जरिए अभिनय की हर विद्या को दर्शा दिया है। इस फिल्म की सफलता के बाद निश्चित तौर पर दिसम्बर पर प्रदर्शित होने वाली दबंग की सफलता पर प्रश्न चिह्न खडा होता है। अगर अरबाज कुछ नया नहीं दे पाए तो निश्चित रूप से उन्हें झटका लगेगा।

आखिर जुमे की नमाज में उमडे अकीदतमंद

मुल्क की खुशहाली के लिए मांगी दुआएं

नमाज के बाद पढी गई अलविदा

उदयपुर, रमजान माह के आखरी जुम्मे के दिन शहर की सभी मस्जिदों में खुतबे के साथ जुम्मे की नमाज अदा की गई। नमाजियों की भीड को देखते हुए सभी मस्जिदों में विशेष इंतजाम किये गये थे। विभिन्न मस्जिदों में नमाज के बाद अलविदा पढी गई। जिसमें कल्बे आशिक है अब पारा-पारा, अलविदा अलविदा माहे रमजान प्यारा, तेरे आने से दिल खुश हुआ था और जौके इबादत बढा था, हाए अब दिल में गम का गलबा अलविदा-अलविदा माहे रमजान अलविदा पढने के बाद हुजूर की शान में सलाम पेश कर मुल्क में खुशहाली व अमन चैन की दुआएं मांगी गई।

पाक महीना रमजान के आखरी जुम्मे को बहुत बडी फजीलत मानी जाती है इसलिये हर मुस्लिम इस दिन नमाज अदा करने जाता है। आम जुम्मे के दिन की अपेक्षा इस दिन मस्जिदों में खासी भीड रहती है और इसी के चलते हर मस्जिद कमेटी द्वारा विशेष इंतजाम किये गये। पलटन मस्जिद, धोलीबावडी, मल्लातलाई आदि कई मस्जिदों में नमाजियों की संख्या को देखते हुए छत पर नमाजियों के बैठने की व्यवस्था टेन्ट आदि लगाकर करनी पडी।

जुमे की नमाज की जमात के पहले मस्जिदों में इमामों द्वारा तकरीरें पेश कर रमजान की फजीलत के बारे में बताया गया। तकरीर में इंसान को अपनी रूह को पाक करने के लिए पांच वक्त नमाज अदा करने और जिन पर रोजे फर्ज है उन्हें हर हाल में रोजे रखने की ताकीद की गई। इस मौके पर फीतरा (सदका) और जकात (अपनी आय का ४०वां हिस्सा दान) देने के बारे में बताया कि जकात और फीतरा जरूरतमंद और गरीबों में देना चाहिये तथा यह भी बताया गया कि फीतरा दिये बिना रोज़े पूर्ण नहीं होते है। इसलिये ईद की नमाज अदा करने के पहले हर मुस्लिम को अपना फीतरा दे देना चाहिये।

खुत्बे में विशेष रमजान को अलविदा का खुत्बा पढा गया। जिसमें यह संदेश दिया गया कि रहमतों और दुआओं का महीनों हमसे एक साल के लिये अलविदा हो रहा है। हर मस्जिद में जमात के साथ जुमे की नमाज की अदायगी के बाद दुआएं मांगी गई। इस दौरान लोगों ने अपने गुनाहों की मगफीरत के लिए अल्लाह से दुआ मांगी और एक-दूसरे से पूरे साल में हुई गलतियों की माफी मांगी। इसके पश्चात मस्जिदों में सलातों सलाम के पहले रमजान के रूखसत होने पर अलविदा पढी गई।

चित्तौ$डग$ढ संवाददाता के अनुसार रमजान माह के अन्तिम जुम्मे पर मुस्लिम समुदाय के लोगो ने हजरत काजी चलफीर शाह दरगाह पर नमाज अता कर देश में अमन व खुशहाली की कामना की। शुक्रवार को हजरत काजी चलफीर शाह की दरगाह पर मुसिलम समुदाय के सैकडो लोगो ने पवित्र रमजान माह के अन्तिम जुम्मे पर नमाज अता कर देश में अमन व खुशहाली की कामना की।

सुविवि छात्र संघ चुनाव आज

रात भर चलेगा छात्र मतदाता को रिझाने का दौर

उदयपुर, सुविवि के छात्र संघ चुनाव में शुक्रवार की रात कयामत की रात होगी और हर प्रत्याशी अपना आखरी दांव लगा रहा है जिसकी कवायद शुक्रवार सुबह से शुरू हो गयी। और लिंग दोह कमेटी की धज्जियां उडाते प्रत्याशी दिल खौलकर पानी की तरह पैसा बहा रहे है।

मोहन लाल सुखाडिया विवि केन्द्रीय छात्र संघ अध्यक्ष तथा चारो संघटक कॉलेजों के अध्यक्ष के भाग्य का फैसला आठ हजार छात्र मिलकर कर आज करेंगे। युनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से भी तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है तो इधर छात्र नेता भी अपनी पूरी तैयारी में है। शनिवार को सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक वोटिंग होगी तथा २ बजे से मतगणना शुरू होगी। चारो संघटक कालेज के कुल ८१३० छात्र मतदान करेंगे।

कयामत की रात सारे दांव आजमाये : शुक्रवार की रात मतदान पूर्व आखरी रात है और इसकी तैयारी हर प्रत्याशी ने पहले ही कर ली है अपने समर्थक छात्र मतदाताओं को मोज मस्ती का प्रबंध सुबह से हो गया था सुबह ८ बजते ही दुर्गा नर्सरी रोड से युनिवर्सिटी गेट तक करीब ५०-६० ट्रावेल्स की बसे प्रत्याशियों ने अपने अपने समर्थक छात्रों की बाडाबंदी के लिये लगा दी और हॉस्टल घरों से छात्रों को लकर बसों में भरकर ले गये। कोई रिसोर्ट में तो कोई प*ार्म हाउस पर जहां दिन भर पार्टी और मौजमस्ती का दौर चलता रहा। लिंग दोह कमेटी की धज्जियां उडाते हुए प्रत्याशी पैसा पानी की तरह बहा रहे है। छात्र मतदाताओं को लुभाने के लिए रिसोर्ट फार्म हाउस पर अच्छे से अच्छा पकवान बनाये जा रहे है और उनको हर सुविधा मुहैया करायी जा रही है और शुक्रवार की रात शराब पार्टी का भी विशेष आयोजन रखा गया है। सूत्रों के अनुसार बडी स्थित फार्म हाउस पर एक संगठन के सारे छात्रों को ले जाकर बाडाबंदी कर दी है और वहां उन्हे शाम से ही अनलिमिटेड शराब की पेशकश की जाएगी। जितनी बसों में छात्रो को वहां ले जाया गया है मतदान के समय सीधा उन्हे वहां से लाकर मतदान कराया जाएगा।

लिंग दोह कमेटी की सिफारिशों की खुलेआम धज्जियां उडी : छात्र संघ चुनाव को लेकर लिंग दोह कमेटी ने सख्त निर्देश दिये कि प्रचार के लिए पोस्टर, झण्डे आदि प्रतिबंधित है और पांच हजार से अधिक एक प्रत्याशी खर्च नहीं कर सकेगा लेकिन लिंगदोह कमेटी के इस प्रावधान को ठेंगा दिखाते बडे बडे होर्डिंग्स, पोस्टर, झण्डियों से पूरा शहर पाट दिया और खर्च की बात करें तो लाखों रूपये एक ही प्रत्याशी लगा रहा है। सूत्रों के अनुसार दो मुख्य प्रत्याशियों में तो खर्च करने की होड मची हुई है । और दो प्रत्याशियों ने मिलकर ही करीब ५०-६० लाख रूपये खर्च कर चुके है। चुनाव अधिकारियों की जानकारी में होते हुए भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।

किसमे कितना दम : केन्द्रीय छात्र संघ अध्यक्ष के चार उम्मीदवार मैदान में है एबीवीपी के पंकज बोराणा, सीएसएस के दीपक शर्मा, एनएसयूआई से गजेन्द्र राणा, और डीएसएस से अजितेश मैदान में है। कयास लगाये जा रहे है कि मुख्य दो प्रत्याशी छात्र संघर्ष समिति के दीपक शर्मा और एबीवीपी के पंकज बौराणा मे माना जा रहा है। दोनो प्रत्याशी आमने सामने भी है और एक दुसरे की खींचातानी चलते आये दिन दोनो प्रत्याशिया के बीच झगडे हो रहे है। शहर के कई भजपा के दिग्गज लगे हुए है और हर हाल में दीपक बोराणा को विजयी करने में हर रास्ता अपना रहे है और पैसा पानी की तरह बहा रहे है। छात्र संघर्ष समिति के दीपक शर्मा के परिवार में ही पूर्व तीन छात्र संघ अध्यक्ष है।और तीनो अपने जी तोड कोशिश कर रहे है। दीपक के पिता कैलाश शर्मा अपने पुत्र को छात्र संघ अध्यक्ष देखने के मोह में हर प्रयास कर रहे है।

डीएसएस की भी कोशिश जारी है लेकिन कई समर्थकों का सीएसएस में चले जाने से स्थिति कमजोर है। तथा एनएसयूआई कांग्रेस की अंदरूनी लडाई के चलते पिछडी हुई है।

हजारों लोगों ने व्यवस्था एंव स्थिति पर स्लोगन के जरिए प्रकट की भावनाएं

उदयपुर, फतहसागर की पाल पर एक ऐसा अद्भुद नजारा था कि हजारों लोग एकत्रित हुए किसी जुलूस या झलसे में शामिल होने के लिए नहीं वरन् देश की जातिय एंव अनेक प्रकार की उस व्यवस्था एंव स्थिति के सन्दर्भ में, जिसकों लेकर देश का प्रत्येक नागरिक त्रस्त ही नहीं वरन् उसके साथ जी भी रहा है लेकिन बोल कुछ नहीं पा रहा है। पायोनियर इन्स्टीट्यूट ऑफ मेनेजमेन्ट ने शहर के हजारों लोगों के लिए फतहसागर की पाल पर ऐसा मंच तैयार किया जंहा प्रत्येक व्यक्ति अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत देश की उस व्यवस्था एंव स्थिति को लेकर स्लोगन के जरिए अपनी भावनाएं एंव विचार व्यक्त कर सके।

शहर की करीब ५ हजार जनता ने ‘गरीबी जाति देखकर नहीं आती तो फिर आरक्षण जाति आधार पर क्यों,‘आरक्षण व भ्रष्टाचार दोनों ही देश के लिए खतरनाक है‘, ‘कसाब को मेहमान मत बनाओं‘, ‘हमारा भारत कुदरत ही तरह है जो सिर्फ खुशियाँ देता है तो फिर इंसान क्यों भेदभाव करता है‘, ‘विदेशों से काला धन वापस लाओं‘, ‘अपना सुधार ही संसार की सबसे बडी सेवा है‘, ‘यदि हम भारत माता को माता कहते है तो इस देश में कन्या भ्रूण हत्या क्यों‘, ‘जब तक इस देश में गरीबों को खाना नहीं मिलेगा तब तक सही मायनों में आजादी संभव नहीं‘ सहित विभिन्न प्रकार के स्लोगन के जरिए अपनी भावनाएं एंव आक्रोश प्रकट किया।

पायोनियर इन्स्टीट्यूट के प्रतीक गुप्ता ने बताया कि संस्थान के विद्यार्थियों ने शहर में इस तरह के पहली बार फतहसागर की पाल पर आयोजित किए गए इस कार्यक्रम के लिए पाल पर करीब ९० फीट लम्बा व ५ फीट चौडा बोर्ड बनाया गया जिस पर शहर की जनता और विशेषकर युवाओं ने अपनी भावनाएं व्यक्त की। इस अवसर पर राष्ट्रगान का आयोजन किया गया जिसमें करीब ३०० शहरवासी शामिल हुए। कार्यक्रम पश्चात इस बोर्ड को कॉलेज में डिस्प्ले किया गया। पाल पर जनता ने मोमबत्तियां जला कर देश की जनता को शांति का संदेश दिया। इस कार्यक्रम में महिला,बच्चों एंव युवाओं ने चेहरे पर तिरंगा बनाया। इस अवसर पर कोलाज,फेस पेन्टिग प्रतियोगिता के अलावा सास्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

युवाओं ने ली सद्भावना प्रतिज्ञा

उदयपुर,। भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल विभाग के निर्देशानुसार पूर्व प्रधानमंत्री राजीवगांधी की जयन्ती के उपलक्ष्य में नेहरु युवा केन्द्र उदयपुर द्वारा शुक्रवार को सद्भावना दिवस पर युवाओं को प्रतिज्ञा दिलवाई गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व उपजिला प्रमुख लक्ष्मीनारायण पण्ड्या ने युवाओं को सद्भावना एवं राष्ट्रीय एकता के कार्य में महत्ती भूमिका निभाने का अनुरोध किया। कार्यक्रम की अध्यक्ष सराडा पंचायत समिति की प्रधान श्रीमती रेशमा मीणा ने युवाओं को सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार करने का अनुरोध किया।

’भूमि-भवन से अधिक आत्मा को चमकाने की जरूरत’

उदयपुर १७ अगस्त। आचार्य सुकुमालनन्दी महाराज ने कहा कि आम व्यक्ति अपने भवनों, इमारतों, घरों को तो चमका देते है लेकिन इन सभी के बीच वे अपनी आत्मा को चमकाना भूल जाते है।

वे आज हिरण मगरी से.११ स्थित आदिनाथ भवन में आयोजित धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होनें कहा कि हमनें अब तक अपने पुद्गल को बहुत चमका दिया लेकिन अब आत्मा को चकमाने की बारी है। आत्मा का शुद्घिकरण करना है। हमें अपनी आत्मा को ने केवल चमकाना है वरन् उसे संस्कारित भी करना है। हम जड द्रव्य के लिए लाखों रूपयें खर्च करते है लेकिन चेतन आत्मा की ओर ध्यान ही नहीं दे पाते है। इसलिए उसके लिए अब हमें पुरूषार्थ करना होगा।

भू-व्यवसायी पर फायरिंग करने के दो आरोपी गिरफ्तार

उदयपुर, जमीन विवाद में भूमि व्यवसायी पर फायर करनें के मामले में दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

सूरजपोल थाना पुलिस ने सर्वऋतु विलास निवासी भूमि व्यवसायी भाजपा के पूर्व मण्डल महामंत्री संजय भण्डारी पर फायर करने की सुपारी देने वाले तीन खम्भा थाना धानमण्डी निवासी शकील मट्ठा पुत्र अब्दुल करीम व फायर करने वाले मस्तान बाबा कालोनी निवासी सोमित शेख पुत्र अशरफ शेख को गिरफ्तार किया। प्रकरण के अनुसार जमीन विवाद मे प्रवीण वैष्णव ने शकील को ४० रूपये में संजय भण्डारी की सुपारी दी थी। इस पर १४ अगस्त को दो बाइक पर सवार वसीम खां, सुलेमान सोमिन शेख साथी ने सर्वऋतु विलास स्थित संजय के मकान के समीप उसकी कार पर फायर कर फरार हो गये। मामले मे पुलिस ने आरोपी वसीम व सुलेमान को गिरफ्तार कर पुलिस रिमाण्ड पर लिया। जिनसे की गई पूछताछ के आधार पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तेजराज ङ्क्षसह के नेतृत्व में टीम कैलाशपुरी मंदिर पहुंची जहां पुलिस को देख शकील बाइक छोड पहाडी पर चढ गया। जहां ३ किलोमीटर तक पिछा कर आरोपी को गिरफ्तार कर थाने लेकर पहुंचे जहां उससे पूछताछ की जा रही है।

सुबह बहेगी ज्ञान कि गंगा और शाम को नाचेगी चिकनी चमेली

उदयपुर , भगवान् श्री कृष्ण के सिद्ध धाम नाथद्वारा में मिराज़ ग्रुप द्वारा नाथद्वारा फेस्टिवल मनाया जा रहा है , जिस मंच पर मर्यादा पुर्शोतम राम की कथा के लिए मुरारी बापू जेसे संत को बुलाया जा रहा है , उसी मंच और उसी पांडाल में सारी हिन्दू भावनाओं को अनदेखा करते हुए फ़िल्मी सितारों की रंगीनियाँ और आज के दोर का हुडदंगी संगीत संध्या का कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है और।

ये है रसूख दारों का खेल जिनको कोई रोकने टोकने वाला नहीं वे जो करे वो सही अगर यह कोई आम आदमी करे तो उसके जीवन का सबसे बड़ा अपराध बन जाए ।

मिराज ग्रुप १८ अगस्त से २६ अगस्त तक नाथद्वारा फेस्टिवल रच रहा है । जिसमे संत मुरारी बापू द्वारा लाखों लोगों को राम कथा सुनाई जायेगी । और वहीँ उसी मंच और उसी पंडाल में फ़िल्मी जगत के गायक गायिकाये सुनिधि चोहान , केलाश खेर “चिकनी चमेली” और “किस मी किस मी ” जेसे गाने गायेगे । सुबह जिस मंच से मुरारी बापू अपनी मधुर वाणी में मर्यादा पुर्शोतम राम की ज्ञान की गंगा का गुण गान करेगे वही शाम को उसी मंच से ये फ़िल्मी गायक बेहुदे और कानफोडू संगीत के साथ अपनी प्रस्तुति देगे ।

हमारे संगीतकार पाश्चात्य और क्लासिकल संगीत का फ्यूज़न प्रस्तुत करते है लेकिन मिराज़ ग्रुप के आयोजक न जाने ये केसा फ्यूज़न श्री कृष्ण के सिद्ध धाम में रचना चाहते है कि हिन्दू धर्म की भावनाओं को अनदेखा करके ज्ञान और धर्म की गंगा में चिकनी चमेली जेसे गाने सूना कर उस गंगा को मेला करने की तय्यारी में है । कयास लगाये जा रहे है की एक लाख लोग राम कथा का आनंद लेने आयेगे जिनमे बुज़ुर्ग और महिलाए तथा धर्म में आस्था रखने वाले अधिकाधिक भाग लेगे उन्हें उसी मंच और उसी पंडाल से फ़िल्मी संगीत से गुमराह भी किया जाएगा जहा एक और सुबह शांत बेठ कर राम कथा सुनाई जाएगी वही शाम को हुडदंग और शोरशराबे के बिच फ़िल्मी संगीत का आयोजन होगा ।

भावनाए आहात होगी लेकिन इन रसूख दारों को कोई रोकने टोकने वाला नहीं ।

आश्चर्य है कि इस मामले में सभी हिन्दू संगठन चुप है ।

और इस कार्यक्रम का प्रमोशन एक केंदीय मंत्री कर रहे है

बैंक में बम की अफवाह से हडकम्प

उदयपुर, हाथीपोल स्थित एसबीबीजे बैंक में बम होने की सूचना पर शहर में हडकंप मच गया। दो घंटे की जांच पडताल में कोई विस्फोट बरामद नहीं होने पर पुलिस एवं प्रशासन ने राहत की सांस ली।

पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार अपरान्ह हाथीपोल थाने के सामने स्थित एसबीबीजे बैंक में बम की सूचना मिलने पर पुलिस उपअधीक्षक पश्चिम दयानंद सारण, हाथीपोल थानाधिकारी गोवर्धन लाल मय टीम मौके पर पहुंच कर बैंक के करीब १२५ से अधिक कर्मचारियों को बाहर निकाला एवं हाथीपोल की तरफ जाने वाले मार्ग को अवरूद्घ किया। इस पर मौके पर पहुंची बम निरोधक टीम एवं डॉग स्क्वायड टीम ने बैंक में प्रवेश कर दो घंटे के भीतर तीन मंजिला इमारत में चलने वाले बैंक के ८ विभागों की गहनता से जांच में कोई विस्फोटक नहीं मिलने पर पुलिस एवं प्रशासन ने राहत की सांस ली। अपरान्ह ३.३० बजे अज्ञात व्यक्ति ने मोबाइल से किये फ़ोन पर हाथीपोल थाना पुलिस कर्मी नारू लाल ने उठाया। पूछताछ करने पर उसने एसबीबीजे से बैंक में बम होने की*सूचना दी। नाम पूछने पर धन्यवाद कहते हुए अज्ञात व्यक्ति ने फ़ोन रख दिया। इस पर जांच पडताल की गई। मामले में पुलिस ने मोबाइल नम्बर के आधार पर सूचना देने की वाले की तलाश शुरू की।

विद्या भवन ऑडिटोरियम में हुआ अध्यापकों का सम्मान

उदयपुर, विद्या भवन शिक्षा संदर्भ केन्द्र द्वारा उदयपुर की बस्तियों के सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के अध्यापक एवं प्रधानाध्यापक के सम्मान में समारोह का आयोजन विद्या भवन ऑडिटोरियम में किया गया। ४९ विद्यालयों में क्वेस्ट परियोजना के अंतर्गत बच्चो के गणित व हिन्दी विषयों की उपलब्धि स्तर में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।

समारोह के आंरभ में विद्या भवन के अध्यक्ष रियाज तहसीन ने स्वागत भाषण में बताया कि विद्या भवन का अपने स्थापना काल से उदेश्य रहा है कि शिक्षा का सार्वजनिकरण हो और आमजन को अच्छी शिक्षा उपलब्ध हो। आज से अस्सी वर्ष पूर्व यहां समतामूलक समाज की रचना का विचार सामने रख गया । डेल प*ाउण्डेशन के सहयोग से आस पास की बस्तियों के ५५ स्कूलों में विद्या भवन शिक्षा संदर्भ केन्द्र द्वारा शिक्षा के सार्वजनिकरण की दिशा में प्रयास किए जा रहे जिसे और बडे स्तर पर किए जाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में संभागीय संस्कृत शिखा अधिकारी भगवती लाल सुखवाल, गिर्वा ब्लॉक बीईओ भरत जोशी, बडगांव बीईओ सरदार ङ्क्षसह चौहान, सर्वशिक्षा अभियान के अधिकारी रमेश हरकावत समारोह के अतिथि थे। डेल प*ाउण्डेशन के प्रतिनिधि अंजनी कुमार बंसल भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।