परीक्षा है, गोरख धंधा है या मजाक है !

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exam-551b726641a9e_lजयपुर . देश में होने वाली प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं का मजाक बनना गंभीर बात है। किसी भी राज्य पर नजर डाली जाए तो परीक्षाओं के पर्चों का लीक होना, संगठित गिरोहों द्वारा नकल कराया जाना तथा फर्जी परीक्षार्थियों को बिठाने की घटनाएं आम हो चली हैं।

प्रतियोगी परीक्षाओं में इस तरह के हथकंडों का सीमित व्यवसाय में बदलना उन करोड़ों प्रतिभाशाली छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, जो ईमानदारी और मेहनत के भरोसे कुछ बनना चाहते हैं।

प्रतियोगी परीक्षाएं डॉक्टर के लिए हों, इंजीनियरिंग, सिविल सेवा के लिए अथवा शिक्षक-कर्मचारी वर्ग की, हर जगह धांधली का खुला खेल देखने को मिलता है।

उत्तर प्रदेश प्रांतीय लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा का रद्द होना इस बात की पुष्टि करता है कि उन परीक्षाओं पर भरोसा किया जाए तो कैसे और क्यों? उत्तर प्रदेश में प्रारम्भिक परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले बाजार में आ जाने के पीछे क्या वजहें रहीं, जांच के बाद सामने आएगा। लेकिन माना जा सकता है कि कहीं ना कहीं बड़ी भूल तो हुई ही है।

राजस्थान लोक सेवा आयोग में परीक्षाओं के नाम पर पिछले साल हुआ गोरखधंधा किसी से छिपा नहीं। आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष की विश्वसनीयता पर तमाम सवाल खड़े हुए।

सूचना तकनीक के इस दौर में प्रतियोगी परीक्षाओं का सफलतापूर्वक संचालित होना बड़ी समस्या जरूर हो सकती है लेकिन असंभव नहीं। पेपर लीक होने के अनेक तरीके हैं। प्रिंटिंग प्रेस से लीक हो सकते हैं। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा में लगे कर्मचारी लीक कर सकते हैं अथवा परीक्षा केन्द्रों से भी लीक हो सकते हैं।

सवाल यही अहम है कि आए दिन पेपर लीक होने के बावजूद ऐसा तंत्र क्यों नहीं बन पा रहा जो इसे रोक सके। पेपर लीक का पता चल जाता है तो परीक्षा रद्द हो जाती है लेकिन कारण पता ही नहीं चले तो क्या माना जाए? प्रतिभाशाली लोग बगलें झांकते रह जाएं और पैसे देकर पेपर खरीदने वाले डॉक्टर, इंजीनियर और अफसरों के पदों पर तैनात हो जाएं।

कौन जानता है कि पेपर खरीदने वाले कितने लोग परीक्षाएं पास करके देश की ‘सेवाÓ कर रहे हों। ऐसे नाकाबिल लोगों से देश के उत्थान की उम्मीद कैसे की जा सकती है?

केन्द्र सरकार तमाम मुद्दों पर राज्यों के साथ मिल-बैठकर चर्चा करती है और समाधान निकालने के प्रयास करती है। प्रतियोगी परीक्षाओं के पर्चे लीक होना अथवा संगठित गिरोहों द्वारा नकल कराने की गंभीरता को देखते हुए केन्द्र सरकार को विभिन्न भर्ती परीक्षा बोर्ड के अधिकारियों और पुलिस के साथ मिलकर विचार करना चाहिए।

पेपर लीक करने और नकल कराने जैसे मामलों में पकड़े गए लोगों के खिलाफ कानून और कड़े करने होंगे। यदि नई तकनीक में कोई समाधान नहीं तो आजमाई हुई पुरानी व्यवस्था फिर लागू की जा सकती है लेकिन परीक्षाओं पर लगने वाले कलंक को तो रोकना ही पड़ेगा।

उदयपुर केसरी दंगल तथा अखाड़ा प्रदर्शन में हुए हेरतअंगेज प्रदर्शन

IMG_0142उदयपुर ,बजरंग सेना मेवाड़ की ओर से हनुमान जयंति के अवसर पर सात दिवसीय जनजागरूकता समारोह के तहत चौथे दिन मंगलवार को चांदपोल स्थित उस्ताद कर्णसिंह पहलवान श्रीभीम राष्ट्रीय व्यायामशाला में श्रीउदयपुर केसरी दंगल आयोजित किया गया जिसमें उदयपुर केसरी में प्रथम दिलिप कल्याणा, द्वितीय स्थान पर सचित घारू, तृतीय स्थान पर हिमांशु गावरी रहे। संचालक डॉ. दिलीप सिंह पहलवान ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि समाजसेवी हीरालाल सोनी, अध्यक्षता डॉ. हेमशंकर दाधीच, विशिष्ठअतिथि सरदार हाजी मोहम्मद, एडवोकेट फतेह सिंह व कमलेन्द्र सिंह पंवार ने की।

IMG_0125हेरतअंग्रेज प्रदर्शन व अखाडा प्रदर्शन:-
वीर हनुमान राष्टीय व्यायामशाला के संचालक उस्ताद नरेन्द्र सोनी तथा फतेहसिंह की टीम ने मुखदर, तलवारबाजी, चकरी तथा आंखो पर पट्टी बांध कर अपना प्रदर्शन किया।

कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त

उदयपुर, उदयपुर शहर में महावीर जयंती, गुड फ्राइडे, वैशाखी, परशुराम जयंती पर कानून एवं शांति व्यवस्था के लिए थाना क्षेत्रवार कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किये गये हैं।
जिला मजिस्ट्रेट आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने बताया कि सुरजपोल, भूपालपुरा, प्रतापनगर, हिरणमगरी क्षेत्र के लिए एसीओ (जिला परिषद), हाथीपोल, घंटाघर, धानमंडी, अम्बामाता व सुखेर क्षेत्र के लिए उपखण्ड मजिस्ट्रेट गिर्वा, गोवर्धन विलास, नाई क्षेत्र के लिए जनजाति उदयपुर के परियोजना अधिकारी, उदयपुर शहर व देहलीगेट के लिए तहसीलदार गिर्वा को कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है।

दृष्टि विपन्न बालकों द्वारा नाट्य मंचन

उदयपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से मासिक नाट्य संध्या ‘‘रंगशाला’’ में माह अप्रैल के प्रथम रविवार 5 अप्रैल को मुंशी प्रेमचंद की कालजयी कथा ‘ईदगाह’ पर आधारित नाटक ‘‘जश्न-ए-ईद’’ का मंचन किया जायेगा। लेकिन इस बार यह प्रस्तुति बहुत अलग और अनूठी होगी क्योंकि इस प्रस्तुति में जयपुर के दृष्टि विपन्न बाल कलाकार अपनी कला का जौहर दिखायेंगे।
केन्द्र निदेशक फुरकान खान ने बताया कि रंगशाला में आगामी 5 अप्रेल को स्थानीय रंगकर्मी व फिल्म अभिनेता अशोक बाँठिया व भारत रत्न भार्गव द्वारा निर्देशित यह नाटक, नाटक की विधा में एक अभिनव प्रयोग है। किस प्रकार दृष्टि विपन्न बालक दृश्य संसार की दिल छू लेने वाली इस कहानी को मंच पर प्रस्तुत करते हैं, यह देखना ही दर्शकों के लिये अपने आप में एक हृदयस्पर्शी अनुभव होगा। हिन्दी के प्रसिद्ध कथाकार मुंशी प्रेमचंद की इस कहानी में दादी और पोते की भावनाओं को जिस सादगी और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है उसी प्रभावी ढंग से बालकों द्वारा इसका मंचन किया जायेगा। इनकी प्रस्तुति यह सिद्ध कर देगी कि प्रकृति ने इन बालकों को नेत्र से वंचित रखा लेकिन बालकों ने मन की दृष्टि से इस कमी को पूर्ण कर लिया।
इस मंचन का संगीत एक महत्वपूर्ण पहलू है जिसे उदयपुर के जाने-माने गायक व संगीतकार डॉ. प्रेम भंडारी द्वारा संयोजित किया गया है। मधुर और भावपूर्ण संगीत ने नाटक को त्रिविमीय आयाम प्रदान किया है।
इस नाटक का मंचन नाटक की अनोखी विधा की सराहना के साथ-साथ इन बालकों के हौंसला बढ़ाने का अवसर भी दर्शकों को प्रदान करेगा। दर्शक स्वयं महसूस करेंगे कि इस अनोखे मंचन के पीछे कितना अभ्यास और प्रयास लगा होगा।

2311 राज्य कर्मचारियों को बीमा के अग्रिम अधिकार पत्र जारी

उदयपुर,राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग द्वारा बीमा योजनान्तर्गत राज्य कर्मचारियों की 31 मार्च, 2015 को परिपक्वत हो रही बीमा पॉलिसियों के अग्रिम भुगतान के अधिकार पत्र जारी करने के अभियान के तहत उदयपुर संभाग के अधीनस्थ जिला कार्यालयांे यथा उदयपुर, चित्तौडगढ, बॉसवाडा, डूॅगरपुर, राजसमन्द तथा प्रतापगढ के 2311 प्रकरणों में से अधीनस्थ जिला कार्यालयो को प्राप्त दावा प्रपत्रों के अग्रिम अधिकार पत्र विभाग द्वारा जारी कर दिये गये हैं।
संभागीय वरिष्ठ अतिरिक्त निदेशक दीनबन्धु परमार ने बताया कि संभाग के अधीनस्थ जिला कार्यालय उदयपुर में 785, बॉसवाडा कार्यालय में 528, चित्तौडगढ कार्यालय में 324, राजसमन्द कार्यालय में 226, प्रतापगढ कार्यालय में 85 तथा डूॅगरपुर कार्यालय में 351 दावो का अभियान के दौरान अग्रिम अधिकार पत्र जारी किये गये।
उदयपुर संभाग के कुल 2439 परिपक्वता के प्रकरणों में से 2311 का निस्तारण कर विभाग ने इस अभियान में 95 प्रतिशत सफलता प्राप्त की है। श्री परमार ने यह भी बताया कि जिन कर्मचारियों ने अपने दावा प्रपत्र विभाग को प्रेषित कर दिये हैं वे 1 अप्रेल 2015 को विभाग के जिला कार्यालयों में उपस्थित होकर अपने अधिकार पत्र प्राप्त करें।

बाल चलचित्र की सुहानी यादों के साथ बाल फिल्मोत्सव का समापन

राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के समापन अवसर पर नृत्य की प्रस्तुति देते स्कॉलर्स एरेना स्कूल के विद्यार्थी।
राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के समापन अवसर पर नृत्य की प्रस्तुति देते स्कॉलर्स एरेना स्कूल के विद्यार्थी।
स्वच्छता का प्रेरक संदेश दिया ‘पहल‘ ने
करीब 30 हजार बच्चों ने देखी फिल्में
उदयपुर, राष्ट्रीय बाल चलचित्र समिति एवं जिला प्रशासन साझा प्रयासों के आयोजित राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव 27 फिल्मों की सुनहरी यादों के साथ मंगलवार को सम्पन्न हुआ। फिल्मोत्सव में विभिन्न विद्यालयों के करीब 30 हजार विद्यार्थियों-बच्चों ने मनोरंजन का लुत्फ उठाया।
सेलिब्रेशन मॉल के पीवीआर सिनेमाज़ परिसर में समापन समारोह के मौके पर स्वच्छता का प्रेरक संदेश देने के लिए उदयपुर के स्थानीय बाल कलाकारों द्वारा निर्देशित फिल्म ‘पहल‘ का प्रदर्शन रोचक एवं समसामयिक बन पड़ा। सभी ने बाल कलाकारों के प्रयास की करतल ध्वनि से सराहना की। इस मौके पर स्कॉलर्स एरेना स्कूल के बालक-बालिकाओं ने देश प्रेम आधारित आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी। वहीं रविप्रकाश मैजिक शो में हैरतअंगेज करिश्मों ने बच्चों को गुदगदाया।
समारोह में मुख्य अतिथि के उद्बोधन में मेयर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में फिल्में बच्चों में प्रेरणा एवं संस्कार देने वाली बनें। इसमें सेंसर बोर्ड को महती भूमिका निभाने की जरूरत है। इस मौके पर संभागीय आयुक्त भवानी सिंह देथा ने बताया कि बाल मनोरंजन एवं नई पीढ़ी को फिल्म निर्माण तकनीक से रूबरू कराने में ऐसे समारोह के निरंतर आयोजन होने चाहिए जिससे भावी पीढ़ी इसे सीख सके। जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने इस आयोजन के लिए पीवीआर, आइनॉक्स, पिक्चर पैलेस व अशोका सिनेमा हॉल्स की निःशुल्क आयोजन के लिए उपलब्धता के लिए तथा अन्य सभी सरकारी संस्थाओं के सहयोग के लिए आभार जताया। उन्होंने बाल कलाकारों एवं फिल्म निर्माण से जुड़े कलाकारों निर्देशक एवं समन्वयकों की तारीफ की।
समारोह में प्रथम पुरस्कार ‘पहल‘ फिल्म निर्माण के लिए बाल निर्देशक प्रियांशु सुवालका एवं प्रद्युम्न मेनारिया को, द्वितीय पुरस्कार ‘काल करे सो अब‘ निर्देशक महेश सोनी एवं सलोनी तथा तृतीय पुरस्कार ‘मोबाइल पडे़गा महंगा‘ के लिए अभयराज पंवार एवं चेल्सी को दिया गया।
इस अवसर पर अति.जिला कलक्टर सी.आर.देवासी, विशिष्ट अतिथि उपनिदेशक (महिला एवं बाल विकास विभाग) अरविन्द पोसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी भरत मेहता, अति. जिला शिक्षा अधिकारी शिवजी गौड़, जिला परिवहन अधिकारी कानसिंह परिहार सहित बड़ी संख्या में अधिकारी व विद्यार्थीगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संयोजन श्रीमती बृजबाला ने किया। राष्ट्रीय बाल चित्र समिति की वितरण प्रभारी श्रुति श्रीवास्तव ने अतिथियों का आभार जताया।

हिट एंड रनः सलमान के ड्राइवर ने कबूला जुर्म

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salman-khan-मुंबई. हिट एंड रन मामले में एक नाटकीय मोड़ आ गया है। बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की कार के चालक अशोक सिंह ने कहा कि हादसे के वक्त गाड़ी सलमान नहीं, बल्कि वह चला रहा था।
सरकारी वकील प्रदीप घारत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि चालक अशोक सिंह ने कहा है कि जिस वक्त दुर्घटना हुई, गाड़ी वह चला रहा था।

इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि चार अन्य घायल हो गए थे। घारत ने कहा कि अशोक सिंह के बयान से केवल सलमान खान ने सहमति जताई है।

उन्होंने कहा, ‘मैंने अशोक सिंह (एक चालक के रूप में) के खिलाफ न तो कोई शिकायत और न ही कोई रिकॉर्ड देखा है और किसी अन्य गवाह ने भी उसकी चर्चा नहीं की है।’

चालक ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डी.डब्ल्यू.देशपांडे से कहा कि जिस समय कार का टायर फटा, उस वक्त कार वह चला रहा था। टायर फटने से गाड़ी अनियंत्रित हो गई, नतीजतन फुटपाथ पर सो रहा एक व्यक्ति मारा गया।

उल्लेखनीय है कि मुंबई के बांद्रा स्थित अमरीकन एक्सप्रेस बेकरी के बाहर 28 सितंबर, 2002 को हुए इस हादसे में चार अन्य लोग घायल हो गए थे। बांद्रा में ही सलमान का आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट है।

मुंबई सत्र अदालत में हिट एंड रन मामले की पुनः सुनवाई चल रही है। सलमान पर गैर इरादतन हत्या सहित कई मामले चल रहे हैं। उन्हें 10 वर्षों तक जेल की सजा हो सकती है।

दुर्घटना के तुरंत बाद सलमान को गिरफ्तार कर लिया गया था और खतरनाक तथा लापरवाही से गाड़ी चलाने के मामले में बांद्रा स्थित दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया था। इस मामले में दो साल की सजा का प्रावधान है।

बाद में, आरोपों की संख्या बढ़ाकर मामले को सत्र अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया। दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 313 के मुताबिक, शुक्रवार को दर्ज किए गए बयान में सलमान ने कहा कि दुर्घटना के वक्त न तो उन्होंने शराब पी रखी थी, न ही वह गाड़ी चला रहे थे और न ही घटनास्थल से फरार हुए थे।

अब ATM देगा दूध

BL21_MILKATM_1727393fउदयपुर। झीलों की नगरी अब एटीएम से दूध उगलेगी। एटीएम मशीन से दूध देने वाला राज्य का पहला शहर होगा। पांच अप्रेल को सरस डेयरी परिसर में पहला एटीएम लगेगा उसके बाद शहर के अन्य हिस्सों और कॉपरेटिव स्टोरों पर बाकी के एटीएम लगाये जायेगें।
सरस दूध अब एटीएम बूथ मशीन से मिलेगा। राजस्थान का पहला ऐसा शहर होगा जहां पर यह सुविधा उपलब्ध होगी। यहां पर प्रयास सफल होने के बाद अन्य शहरों में भी सरस एटीएम बूथ लगाए जाएंगे। बूथ का उद्घाटन गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया पांच अप्रेल को सुबह 11 बजे करेंगे। बूथ उदयपुर दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की ओर से लगाया जा रहा है। संघ की अध्यक्ष गीता पटेल ने बताया कि प्रदेश में पहला सरस एटीएम बूथ होगा। मिल्क पाउच वेडिंग मशीन से दूध एटीएम की तरह मिलेगा। जैसे ही रुपए डालेंगे दूध की थैलियां निकलकर जाएंगी। सबसे पहले एटीएम गोवर्धन विलास स्थित सरस डेयरी परिसर में लगाया जाएगा। बाद में शहर के अन्य विभिन्न स्थानों पर व् सहकारी उपभोक्ता भण्डार पर भी लगाया जाएगा। इस एटीएम मशीन में एक समय में १८० लीटर दूध डाला जा सकेगा। एटीएम मशीन के माध्यम से उपभोक्ता अपनी मनचाही क्वालिटी का दूध का पाउच निकाल सकेगा। डबल टोन्ड, टोन्ड और गोल्ड दूध के पाउच उपलब्ध होंगे।
देश में अभी तक ऐसी एटीएम मशीन बेंगलूर और गुजरात में लगी हुई है ।
२४ घंटे मिलेगा ताज़ा दूध :
एटीएम बूथ में उपभोक्ता को ताज़ा और ठंडा दूध मिलेगा। इसके लिए नियुक्त नोडल अधिकारी दिन में चार से पांच बार एटीएम की जांच करेगा। दूध ख़त्म होने पर तुरंत इसमे और दूध डाला जाएगा और यदि दूध बच जाता है, तो इसको अगले दिन बदल दिया जाएगा। एटीएम मशीन के साथ रेफ़िज़रेटर भी लगा हुआ रहेगा जिससे दूध हमेशा ठंडा और ताज़ा रहेगा।

वर्जन। ………
राज्य का पहला दूध एटीएम उदयपुर में पांच अप्रेल से शुरू होगा । इसका उद्घाटन गृहमंत्री गुलाब चाँद कटारिया करेगें । अभी डेयरी परिसर में लगाया जारहा है , बाद में शहर के अन्य हिस्सों में भी लगाये जायेगें । गीता पटेल , अध्यक्ष सहकारी संघ, दुग्ध उत्पादक

एक अप्रेल से कुछ घटेगा तो कुछ बढ़ेगा

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उदयपुर। नया वित्तीय वर्ष नए समय, नयी सुविधाओं, और नए नियमों के साथ शुरू होगा । रेलवे में जहां एक अप्रेल से नए नियम लागू होंगे व् नियमों का विस्तार होगा, वहीं प्लेटफार्म टिकिट के लिए ज्यादा दाम भी चुकाने होंगे। स्कूलों में और अस्पतालों में नई समय सारणी के अनुसार काम होगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत मिलाने वाला गेंहूं और केरोसिन नए राशन कार्ड पर ही मिलेगा। घरेलु गैस सिलेंडर पर अगर डीबीटीएल नहीं करवाई तो सब्सिडी नहीं मिलेगी ।
दस रुपये का होगा प्लेटफार्म टिकिट :
एक अप्रेल से रेलवे प्लेटफार्म का टिकिट पांच रुपये प्रति टिकिट के बजाय दस रुपये का हो जायेगा। नए टिकिट जब तक छप कर आयेगें तब तक पुराने टिकिट पर स्टेम्प लगाकर संशोधित टिकिट बेचे जायेगें।
एक लोगइन पर एक ही टिकिट :
रेलवे के नए निर्देशों के अनुसार अब यूजर्स सुबह आठ बजे से दोपहर १२ बजे के दौरान, ऑनलाइन टिकिट बनाते समय वेब साइट पर एक बार लोगिन कर एक ही टिकिट बना सकेगें। इसके बाद सिस्टम यूजर्स को लॉगआउट कर देगा। अतिरिक्त टिकिट बनाने के लिए यूजर्स को वेबसाइट पर दोबारा लोगिन करना पडेगा।
अग्रिम आरक्षण १२० दिन पहले :
आरक्षित ट्रेन टिकटों की बुकिंग के लिए अग्रिम आरक्षण अवधी ६० दिन से बढ़ा कर १२० दिन हो जायेगी। इसमे यात्रा की तिथि शामिल नहीं है। विदेशी पर्यटकों के लिए ३६० दिनों की समय सीमा में कोई परिवर्तन नहीं होगा ।
डीबीटीएल नहीं तो सुनसीडी नहीं :
घरेलु गैस सिलेंडर एक अप्रेल से सब्सिडी सहित एक ही मूल्य पर उपलब्ध होगा। वर्त्तमान में इसकी कीमत ६१२ रुपये है । जिसमे एक अप्रेल से मामूली बदलाव हो सकता है। सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिड़ी सीधे उपभोक्ता के बैंक अकाउंट में जायेगी। उपभोक्ता ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांफफर स्कीम (डीबीटीएल) के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है तो उनको सब्सिडी नहीं मिलेगी।
स्कूलों का समय बदलेगा :
एक अप्रेल से स्कूलों का समय बदल जाएगा । एक पारी में चलने वाले स्कूल सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक हो जायेगे। दो पारी में चलने वाले स्कूल सुबह ७ बजे से शाम छह बजे तक संचालित होंगे।
अस्पतालों का समय बदलेगा :
एक अप्रेल से आरएनटी मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत चलने वाले अस्पतालों ऑउटडोर का समय सुबह आठ बजे से २ बजे तक हो जाएगा। जो तीस सितम्बर तक रहेगा। शहर की डिस्पेंसरियों और सेटेलाइट अस्पताल के ऑउटडोर का समय भी सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक रहेगा ।
नए राशन कार्ड से मिलेगा गेंहू तेल :
एक अप्रेल से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत मिलने वाला गेहूं केरोसिन नए राशन कार्ड पर ही मिलेगा। जिसके पास नए राशन कार्ड नहीं है उनके लिए वैकल्पिक इंतज़ाम किये जायेगें। नए राशन कार्ड में घर में घरेलु गैस सिलेंडर रखने वालों को केरोसिन नहीं दिया जाएगा।
ट्रेनों में महिला कोच :
लम्बी दूरी की मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों के शयनान श्रेणी कोच में महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों व् गर्भवती महिलाओं के लिए छह बर्थ के आरक्षण कोटा की सुविधा मिलेगी। स्लीपर, थर्ड ऐसी सेकेण्ड ऐसी में यदि महिला वरिष्ठ नागरी, गर्भ वटी महिला सफर कर रहे है तो उन्हें निचली बर्थ का कोटा भी उपलब्ध हो सकेगा।

राजस्थान दिवस पर 981 विद्यार्थियों ने देखा सिटी पैलेस म्यूजियम

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उदयपुर । राजस्थान दिवस के उपलक्ष में सोमवार को महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर द्वारा विद्यार्थियों के लिए सिटी पैलेस में नि:शुल्क प्रवेश रखा गया।
सिटी पैलेस म्यूजियम की ऐतिहासिक धरोहर, वास्तुकला, गौरवमयी इतिहास आदि अनेक विषयों की जानकारी विद्यार्थियों को मिले, इसलिए राजस्थान दिवस के उपलक्ष में उन्हें म्यूजियम नि:शुल्क दिखाया गया। इस अवसर पर शहर एवं आसपास के क्षेत्रों के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूल-कॉलेजों के 981 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने सिटी पैलेस का भ्रमण किया।