उदयपुर । कोर्ट परिसर में बीती रात को कांफ्रेंस हॉल के कांच तोड़े जाने के बाद आरोपी बार एसोसिएशन पूर्व सचिव कैलाश भारद्वाज को बार की सदस्यता से निष्काषित करदिया गया। इधर पुलिस ने रात में ही भारद्वाज के खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कर लिया था।
उदयपुर बार एसोसिएशन अध्यक्ष भरत जोशी ने बताया कि रात को शराब पी कर पूर्व सचिव कैलाश भारद्वाज ने कॉन्फ्रेंस हॉल की खिलकियों के कांच तोड़ दिए थी। जो की शर्मनाक घटना है इस पर आज बार एसोसिएशन की बैठक बुलाकर अधिवक्ता कैलाश भारद्वाज को बार एसोसिएशन से निष्काषित करने का निर्णय लिया गया । किसी भी अधिवक्ता द्वारा इस तरह की हरकत मान्य नहीं है। जानकारी के अनुसार कोर्ट परिसर में कॉन्फ्रेंस हॉल के नीचे लिटिगेंट सेल है। इसकी पार्किंग में कुछ अधिवक्ताओं जबरन कब्जा किया हुआ था। इस बात को लेकर कोर्ट और वकीलों में विवाद चल रहा था। बुधवार दोपहर डीजे ने निर्देश जारी कर लिटिगेंट सेल से वकीलों का कब्जा खाली करा दिया और वकीलों को स्थाई लोक अदालत की छत पर बैठने के लिए कहा। बार एसोसिएशन वकीलों के लिए छत पर शेड बनाकर बैठने की व्यवस्था करनी थी। कब्जा खाली करने को लेकर बार एसोसिएशन की पिछली कार्यकारिणी के कुछ सदस्यों में नाराजगी थी। विरोध प्रदर्शित करने के लिए कुछ वकीलों ने रात को कॉन्फ्रेंस हॉल के कांच तोड़ दिए।
कोर्ट में तोड़ फोड़ करने पर अधिवक्ता को किया बार से बाहर
25 सालों में कांग्रेस ने ही कांग्रेस को निपटाया है – अब एक हुए तो निपटेगें कई कटारिया
उदयपुर। शहर जिला कांग्रेस के नए कार्यालय का आज शुभारम्भ हुआ जिसमे पहली बार शहर जिला कांग्रेस के सभी गुट एक ही पंडाल और एक ही मंच पर नज़र आये। एक साथ आने की बात को मंच पर बैठे हर कांग्रेसी नेता ने अपने उद्बोधन में कहा। पिछले तीन सालों से कांग्रेस का कार्यालय पूर्व शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाड़िया के घर में दुर्गा नर्सरी रोड पर ही चल रहा था जिसका कई नेता और कार्यकर्ताओं को नागवार गुजर रहा था।
गोपाल शर्मा के शहर जिलाध्यक्ष चुने जाने के बाद उनका यह पहला कदम सकारात्मक सन्देश दे रहा है । आज ८१ पंचवटी में कांग्रेस कार्यालय का उदघाटन हुआ। जिसमे कांग्रेस के बिखरे अलग अलग धड़े के सभी नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। कांग्रेस के हर छोटे बड़े नेता ने इस बात को नोटिस करते हुए कह दिया कि इस तरह हम एक रहे तो अगली सरकार हमारी है। जहाँ कार्यक्रम में पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का पूर्व सांसद गिरजा व्यास ने माला पगड़ी पाना कर स्वागत सम्मान किया तो युवाओं को भी पूरी तवज्जो दी गयी । कार्यक्रम के दौरान आयोजित सभा में पूर्व सांसद गिरिजा व्यास ने भी अब गुटबाजी पर विराम लगाने के आव्हान के साथ यह भी कहा की अगली सरकार निश्चित हमारी होगी लेकिन अभी इस फेर में नहीं उलझे की मुख्यमंत्री कौन होगा। चुनाव जितने के बाद तय होता है की मुख्य मंत्री कौन होगा। केके शर्मा ने कहा कि आज सबको एक साथ देख कर ख़ुशी हो रही है । पिछले २५ सालों में कांग्रेस ने ही कांग्रेस को निपटाया है। पूर्व प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली का कहना था कि लम्बे समय बाद आज हम सब एक साथ एक मंच पर मौजूद है और ये अच्छे संकेत है । ब्लॉक अध्यक्ष मुजीब सिद्दीकी ने कहा कि इतने सालों में जो नहीं हुआ वो आज हुआ है। आने वाला वक़्त अच्छा होगा। वीरेंद्र वैष्णव ने नीलिमा सुखाड़िया की तरफ से चुटकी लेते हुए कहा कि आज ऐसा लग रहा है जैसे बेटी अपने पिता का से वापस अपने घर में आई है। वैष्णव ने कहा कि जब कांग्रेस एक जुट हो जाती है तो एक नहीं कई कटारिया निपट जाते है और आनेवाला समय अब ऐसा ही होगा। वैष्णव नीलिमा सुखाड़िया के कार्यकाल में हमेशा विरोध में रहे और उन्होंने कांग्रेस कार्यालय के नीलिमा के घर होने का विरोध किया था।
कार्यक्रम में नए कार्यालय के निर्माण के लिए भी चर्चा हुई और सबसे सहयोग की अपील की गयी कई नेताओं ने सहयोग करने की घोषणा भी की गयी । हालाँकि कार्यालय के लिए निर्माण में सहयोग के लिए पहले भी ३० लाख की घोषणा कांग्रेसी नेता करचुके है लेकिन वो केवल घोषणाएं ही साबित हुई किसी ने घोषणा पूरी नहीं की।
कार्यक्रम में नव निर्वाचित अध्यक्ष गोपाल शर्मा , पूर्व सांसद गिरजा व्यास, रघुवीर मीणा, पूर्व विधायक सज्जन कटारा, त्रिलोक पुरविया, गजेन्द्र शक्तावत, पूर्व अध्यक्ष नीलिमा सुखाड़िया, ब्लॉक अध्यक्ष मुजीब सिद्दीकी, पुराण मेनारिया, वीरेंद्र वैषणव, पूर्व प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली , शराफत खान, प्रदेश सचिव पंकज शर्मा सहित कई नेता कार्यकर्ता मौजूद थे ।
हिन्दुस्तान जिंक को सतत् विकास (सस्टेनेब्लिटी) के क्षेत्र में भारत की श्रेष्ठ दस कंपनियों में प्रमाणित
उदयपुर। सीआईआई-आईटीसी द्वारा स्थापित सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर सस्टेनेबल डवलपमेंट ने पर्यावरण, सामाजिक विकास एवं निगमित के क्षेत्र में कार्य कर रही 100 अग्रणीय कंपनियों को परखा। इन 100 कंपनियों को 20 अलग-अलग क्षेत्रों में से चुना गया था। इन सभी कंपनियों के बारें में विभिन्न सूत्रों से जानकारी प्राप्त की गई जिससे इन कंपनियों के कार्यों को पर्यावरण, सुरक्षा, सामाजिक विकास एवं निगमित क्षेत्र में परखा जा सके।
वेदान्ता समूह की कंपनी हिन्दुस्तान जिंक को पर्यावरण, सुरक्षा, सामाजिक विकास एवं निगमित क्षेत्र में अग्रणीय कार्य करने के लिए भारत की श्रेष्ठ दस कंपनियों में प्रमाणित किया गया है।
इस प्रमाण के साथ ही हिन्दुस्तान जिं़क अब सस्टेनेबल प्लस प्लेटिनम का चिह्न अपने विभिन्न प्रकाषनों में लगा पाएगा जिससे कंपनी की मान्यता व गुणवत्ता पर और अधिक सार्थक प्रभाव पडे़गा।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल ने बताया कि सीआईआई-आईटीसी द्वारा स्थापित सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर सस्टेनेबल डवलपमेंट की प्रमाणिक्ता हिन्दुस्तान जिंक के पर्यावरण, सुरक्षा, सामाजिक विकास एवं निगमित के क्षे़त्र में निरन्तर प्रयासों को प्रमाणित करती है। हिन्दुस्तान जिंक का मानना है कि उद्योगों का सार्थक प्रभाव समाज पर पूर्ण रूप से पड़ना चाहिए।
सीआईआई-आईटीसी द्वारा स्थापित सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर सस्टेनेबल डवलपमेंट की एग्जीक्यूटीव डायरेक्टर सीमा अरोड़ा ने कहा कि वेदान्ता पर्यावरण, सुरक्षा, सामाजिक विकास एवं निगमित क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।
ट्राफिक पुलिस से परेशान होकर ऑटो चालक ने पुलिस चोकी में ही खाया जहर
उदयपुर. ट्रैफिक पुलिस से परेशान ऑटो चालक ने मंगलवार दोपहर पुलिस चौकी में आकर जहर खा लिया। आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने चालकों को एमबी अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में ऑटो चालक भी अस्पताल पहुंच गए। जहंा पर ट्रैफिक पुलिस को लेकर चालकों में जबर्दस्त गुस्सा है। थोड़ी देर में आला अधिकारी भी पहुंच गए। जानकारी के अनुसार रेवती स्टैंड आवरी माता निवासी हेमराज सेंगर मंगलवार सुबह ऑटो लेकर घर से निकला। दोपहर करीब 1 बजे देहली गेट से गुजरते समय टै्रफिक पुलिस ने उसे रोका और चालान काट दिया। इसके बाद वहां से चला तो उदयापोल के पास भी टै्रफिक पुलिस ने रोका और चालान काटने लगे। इसका उसने विरोध किया और बोला कि अभी तो देहलीगेट के पास पुलिस ने चालान काटा है। बावजूद पुलिस ने उसकी नहीं सुनी। इस पर वह उदयापोल पुलिस चौकी गया, जहां उसने शिकायत की। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर वह निकला और पास में ही मेडिकल स्टोर से सल्फास खरीदा। पुलिस चौकी पहुंचा, जहां पुलिसकर्मियों के सामने ही उसने जहर खा लिया। यह नजारा देख वहां अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने उसे एमबी अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ऑटो चालक अस्पताल पहुंच गए। जहां पर उन्होंने टै्रफिक पुलिस पर आए दिन बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया। टै्रफिक पुलिस के उत्पीडऩ को लेकर चालकों में आक्रोश है। सूचना मिलने पर एएसपी समेत तमाम आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने चालकों को शांत कराया।
ये है जेल के अंदर का सच – उदयपुर की सेन्ट्रल जेल है अपराधियों की ऐशगाह
जेल प्रबंधन पर रुपए लेकर ऐश उपलब्ध कराने के लगे संगीन आरोप, रुपए नहीं देने पर कर दिया जाता है कैदियों का ट्रांसफर, कैदियों के पास है एड्राइड मोबाइल।

उदयपुर जेल के अंदर अपराधी हाथों में मोबाइल लिए हुए
उदयपुर। उदयपुर केंद्रीय कारागृह हार्डकोर अपराधियों के लिए जेल नहीं, बल्कि ऐशगाह है। इस बात को साबित करती हुई कुछ तस्वीरें मिली है, जिनमें जेल की बैरक में कैदियों की “दारू पार्टियां” चलती दिखाई पड़ रही है। साथ ही हार्डकोर कैदियों के हाथों में एंड्रॉयड मोबाइल फोन हैं, जिससे वे अंदर होते हुए भी बाहर लोगों को धमकियां देने के साथ ही तमाम गैर कानूनी कामों को अंजाम दे रहे हैं।
स्थानीय सांध्य दैनिक एकबार “मददगार” ने अपने पूर्व में उदयपुर केेंद्रीय कारागृह के “सींखचों का सच” उजागर किया था, जिसमें “जेल में चरस पार्टी, शराब पार्टी, सट्टा” सहित अन्य ऐश-अय्याशी को उजागर किया था। इसके बाद जेल प्रशासन ने कुछ सख्ती बरती, लेकिन उसके बाद फिर से जेल में सारे गैर कानूनी काम शुरू हो गए। सूत्रों का कहना है कि कैदियों को जेल के भीतर ऐश-अय्याशी का सारा सामान उपलब्ध हो जाता है और उसके लिए बस कैदियों को मोटी रकम देने पड़ती है और यह रकम वे मोबाइल फोन के जरिये बाहर लोगों को धमका कर मंगाते हैं, जो अंत में जेल अधिकारियों तक पहुंचती है। एक तरह से ये हार्डकोर अपराधी जेल में बैठकर अधिकारियों की जेबें भरने का काम कर रहे हैं और अधिकारियों ने जेल के भीतर ही इन अपराधियों का एक अपराध तंत्र खड़ा कर दिया है, जिसके जरिये अधिकारियों की मोटी कमाई हो रही है।
ऐसे पहुंचता है सामान :
जेल में हार्डकोर अपराधी अपने लिए शराब, चरस, गांजा और मांस-मच्छी तक मंगवा सकते हैं। इसके लिए कुछ कैदी है, जो अधिकारियों से मिले हुए हैं और वे अधिकारियों को मोटी रकम देकर ये सारा सामान जेल के भीतर मंगवा लेते हैं। ये सारा सामान जेल की चाक-चौबंद सुरक्षा बदोबस्त के बीच से गुजरता है। पता चला है कि जेल में अगर शराब की बोतल या मांस-मच्छी चाहिए, तो करीब २५ से तीस हजार रुपए तक रिश्वत के रूप में पहुंचानी पड़ती है। इसी तरह अन्य सारे सामान को अंदर ले जाने और रखने के लिए राशि तय है, जो जेल प्रबंधन तक पहुंचाने पर सभी सुविधाएं भीतर उपलब्ध हो जाती है।
जेल के भीतर भी गेंगवार :
हाल ही जेल में हुआ एक ताजा मामला सामने आया है। जेल में दो गिरोह हैं। एक सज्जाद सराड़ी का और दूसरा दिलीपनाथ का। यहां दो अपराधी है जयपुर निवासी राजवीर, जो कोटा जेल से ट्रांसफर होकर आया है और दूसरा लोकेश पालीवाल, जो चित्तौड़ जेल से आया है। दोनों पहले दोस्त थे और इनके इशारे पर बाहर इनके गुर्गे चोरियां, नकबजनी और अन्य वारदातों को अंजाम रकम इन तक पहुंचाते है, लेकिन बाद में दोनों के बीच रुपयों के लेन-देने को लेकर बात बिगड़ गई। यह मामला था करीब १४ लाख ७५ हजार का। इस विवाद को लेकर राजवीर पहुंचा दिलीपनाथ के पास और लोकेश पालीवाल पहुंचा सज्जाद सराड़ी के पास। दिलीपनाथ ने दोनों के बीच कंप्रोमाइज करवा दिया और आपस में रुपए का लेन-देन हो गया। इसकी भनक जब जेल प्रशासन को लगी, तो अधिकारियों ने उससे दो लाख रुपए की मांग की, लेकिन दिलीपनाथ ने यह राशि देने से इनकार कर दिया। इसलिए उसका कल बांसवाड़ा जेल में ट्रांसफर कर दिया।

रिश्वत लेते महिला पटवारी व साथी गिरफ्तार
उदयपुर. मावली तहसील के लोपड़ा पटवार मंडल की पटवारी कमलेश मीणा व इसके साथी लोकेश मीणा को 8 हजार की रिश्वत लेते एसीबी ने गिरफ्तार किया। आरोपितों ने रिश्वत की ये राशि जमीन के नामांतरण खुलवाने की एवज में ली थी।
पटवारी क पास लोपड़ा के अलावा बडिय़ार व वारणी गांव का भी अतिरिक्त प्रभार था। पटवारी से मिलने पर उसने 15 हजार रुपए रिश्वत मांगी और 3 हजार रुपए उसने हाथोंहाथ दे दिए। सत्यापन पुष्टि के दौरान परिवादी ने 8 हजार रुपए की राशि पटवारी के परिचित लोकेश मीणा को दी। उसी समयय एसीबी ने पटवारी व उसके सहयोगी को पकड़ लिया
मादा पेंथर ने तड़प तड़प कर देदी जान
उदयपुर। राजसमंद जिले के देवगढ़ से लायी गयी घायल मादा पेंथर ने सोमवार को तड़प तड़प कर अपनी जान देदी। सर में लगे घावों की वेदना इतनी थी की पेंथर सह नहीं सकी और गुलाब बाग़ में आज सुबह उसने दम तोड़ दिया। मादा पेंथर का पोस्टमार्टम कर सज्जन गढ़ अभ्यारण में जलाया गया।
पिछले दिनों मादा पेंथर को राजसमन्द जिले के देवगढ़ के जंगलों से घायल अवस्था में गुलाब बाग़ में लाया गया था। वन कर्मियों को पेंथर देवगढ़ के जंगलों में घायल अवस्था में ही मिली थी । उसके सर में चोट के निशान थे। घाव पुराना होने से उसमे कीड़े पड़ गए थे। गुलाब बाग़ में डॉक्टरों द्वारा उसका इलाज लगातार किया जारहा था, लेकिन घाव की वेदना और दर्द इतना था कि पेंथर निढाल ही पड़ी रहती थी। मुह से दहाड़ की जगह बिल्कुल खामोशी थी। ऐसे ही तड़प तड़प कर आज सुबह उसने जान देदी। वन अधिकारियों का कहना है कि घाव पुराना और गहरा था। दो पेंथर की आपसी संघर्ष या गिराने से चोट का कारण भी हो सकता है। मादा पेंथर का पोस्टमार्टम कर सज्जनगढ़ अभ्यारण में वज अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम सस्कार कर दिया गया।
बिजली विभाग ने काटा कनेक्शन तो पूर्व सरपंच बोला “जान से मार दूंगा”
उदयपुर। ऋषभदेव कसबे के किकावत गाँव में सरपंच पति व् पूर्व सरपंच द्वारा बिजली विभाग के कर्मचारी को मोबाइल पर गालिया देने और अपशब्द कह जानसे मारने की धमकी का मामला सामने आया है। बिजली विभाग ने पूर्व सरपंच का हज़ारों रुपये का बिजली का बिल बकाया होने की स्थिति में कनेक्शन काट दिया था ।
ऋषभ देव कसबे के बिलख गाँव के पूर्व सरपंच बालू राम मीणा ने कल बिजली विभाग के लाइन मेन मनोज कुमार को उनके घर व् कृषि का बिजली कनेक्शन काटे जाने पर मोबाइल पर गालिया दी और जान से मारने लिए धमकाया। बाद में ऋषभदेव थाने में बिजली विभाग के एईएन विनोद कुमार ने रिपोर्ट दी है। लाइन मेन को धमकाए जाने की रिकॉर्डिंग भी पुलिस को सोपी है । पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार पूर्व सरपंच बालू राम मीणा ने पिछले कई सालों से बिजली का बिल जमा नहीं करवाया है। बालूराम पर घर के बिल का ५७ हज़ार रुपये बकाया है और पिछला ४३ हज़ार रुपया बाकी है । कई बार नोटिस देने के बावजूद भी इन्होने अपनी दबंगई दिखाते हुए बिजली का बिल जमा नहीं करवाया। बालू राम मीणा पहले खुद सरपंच थे अब उनकी पत्नी सरपंच है और इसी का जोर लगाते हुए हमेशा बिजली विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को धमकाते रहे। कल भी जब लाइन मेन मनोज कुमार कनेक्शन काट गया तो उन्होंने मनोज के मोबाइल पर कॉल कर खूब गालिया दी और जान से मार देने तक की धमकी दे डाली। एईइन विनोद कुमार ने बताया कि पिछले कई वर्षों से ना तो कृषि का बिल जमा करवाया था ना ही घर की बिजली का बिल जमा करवाया था । इधर बिजली विभाग से रिकवरी करने के आदेश है।
ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं ट्रावेल्स और एयर कंपनी वालों की मची ऐ लूट
उदयपुर । होली पर घर जाने वाले लोगों को ट्रेनों में कंफर्म टिकट तो नहीं मिला ऊपर से निजी बस ट्रावेल्स वालों ने भी नियमों को दरकिनार करते हुए किराय में व्यद्धि कर दी है यही नहीं एयरलाइंस ने भी किराये में बढ़ोत्तरी कर दी है। होली के 10 दिन रहे हैं और ट्रेनों में वेटिंग बढ़ती जा रही है।
उदयपुर से जयपुर देहली, इंदौर, मुंबई, कोलकाता, आदि जाने वाले यात्रियों को कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है। ट्रैन के यात्री एजेंटों के चक्कर लगा रहे है और कन्फर्म टिकिट करवाने के लिए डेड गुना पैसे तक देने को तैयार है । इधर निजी बस ट्रावेल्स वालों ने जयपुर अहमदाबाद मुंबई देहली पुणे आदि के टिकिटों में भारी वृद्धि कर दी है । उदयपुर के आसपास गाॉवों के कई ग्रामीण गुजरात और महाराष्ट्र में काम काज के लिए जाते है। ये ग्रामीण अक्सर होली पर अपने घर लौटते है । ऐसे में ट्रावेल्स वाले इन लोगों से वापसी में जम कर लूटते है। जहाँ अहमदाबाद का किराया १५० से २०० रुपये है वही होली के दिनों में ४०० से ६०० रुपये तक वसूले जा रहे है । सूरत मुंबई और पुणे के तो १२०० से १८०० तक टिकिट किराया वसूला जारहा है।
एयरलाइंस भी पीछे नहीं है और इस मौके का फायदा उठाने पर आमादा है। किराये में 50 फीसदी बढ़ोत्तरी कर दी है। उदयपुर से मुंबई, दिल्ली जयपुर सहित अन्य जगह पर जाने वाली फ्लाइटों के किराये में बढ़ोत्तरी हुई है। जहाँ टिकिट ३ से ४ हज़ार के बीच उपलब्ध थी यही टिकिट ६ से ८ हज़ार में मिल रही है ।
गृहमंत्री की मौजूदगी में श्रीश्री रविशंकर ने कहा, ‘जय हिंद-पाकिस्तान जिंदाबाद’!
अध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर की संस्था ‘आर्ट आॅफ लिविंग’ की ओर से दिल्ली में यमुना तट पर आयोजित ‘विश्व संस्कृति महोत्सव’ में शनिवार को कुछ ऐसा हुआ कि हर कोई कुछ देर के लिए आश्चर्य में पड़ गया।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीश्री रविशंकर ने मंच पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में ‘जय हिंद और पाकिस्तान जिंदाबाद’ का उद्घोष किया।
श्रीश्री रविशंकर के इस नारे को सुनकर वहां मौजूद लोग हैरत में पड़ गए, हालांकि श्रीश्री रविशंकर ने इस नारे के पीछे अपनी मंशा को स्पष्ट करते हुए कहा कि ‘जय हिंद और पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा एक साथ क्यों नहीं लग सकता? इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद पाकिस्तान के मुफ्ती मोहम्मद सईद खान ने सहिष्णुता के मुद्दे पर अपने विचार प्रकट किए।
अध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर ने भारत और पाकिस्तान को आतंकवाद से मिलकर लड़ने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्वयं आतंकवा का दंश झेल रहा है, ऐसे में भारत तथा पाकिस्तान एक साथ मिलकर आतंकवाद से लड़ें तो इस दिशा में काफी तरक्की कर सकते हैं, ऐसा होने पर ‘जय हिंद’ और ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ भी एक साथ कहा जा सकता है।
श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि यह दोनों पक्षों की जीत होगी। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा आगे बढने और दूसरों को आगे बढते हुए देखने पर यकीन करना चाहिए।