लेकसिटी की आबो हवा में कितना ज़हर है अब पता चलेगा

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उदयपुर . स्मार्ट सिटी की योजना को आगे बढाते हुए शहर की हवा में कितना प्रदुषण फ़ैल रहा है और कोन कोन सी जहरीली गैस हमारी सांसों में जा रही है इसका हिसाब रखने वाली मशीन शहर में स्थापित की जायेगी। शहर की स्थिति प्रदुषण मंडल के उच्च अधिकारी दिल्ली में बैठे हुए ही पता कर सकेगे।
लेकसिटी की वायु कितनी स्मार्ट है इसका पता लगाने के लिए कन्टीन्यूअस एम्बीएंट एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग सिस्टम (सीएएक्यूएमएस) नामक मशीन उदयपुर लाई गई है। प्रदुषण नियंत्रक मंडल की और से लायी गयी यह मशीन कोर्ट चौराहा स्थित खान एवं भूविज्ञान कार्यालय में स्थापित की जायेगी। डेड करोड़ की लागत से आई यह मशीन से २४ घंटे शहर की वायु प्रदुषण की जांच की जा सकेगी। इस मशीन से यह भी पता किया जा सकेगा की शहर की हवा में कोन कोन सी जहरीली गैस है।
मशीन से प्रदूषण के आंकड़े बताने के लिए परिसर में ही 13 गुणा 7 फीट का डिस्प्ले बोर्ड लगेगा। इसे कोर्ट चौराहे से देखा जा सकेगा। डिस्प्ले मशीन 100 मीटर की दूरी पर केबल और रिमोट सिस्टम से भी ऑपरेट हो सकती है। मशीन का संचालन मंडल कार्यालय से ही होगा।
बिजली बंद होने पर मशीन ऑटो पॉवर बैकअप से चलते हुए काम करती रहेगी। मशीन में ये खूबियां भी मशीन में सैटेलाइट सेंसर है। आंकडे ब्रॉडबैंड से सीधे वेबसाइट पर अपलोड होंगे। मशीन के आंकड़ों को जयपुर, दिल्ली में विभागीय अधिकारी ऑनलाइन देख सकेंगे।
अब तक प्रदुषण मंडल पुराने तरीके से वायु प्रदुषण की जांच मैन्युअल तरीके से करता रहा है लेकिन मशीन लगाने के बाद अब रियल टाइम प्रदुषण की जांच हो सकेगी।

बैंक कर्मचारी काले धन को सफ़ेद करने में मदद कर रहे है,

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l_bank-open-on-sunday-1478745586नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आर. बी. आई.) ने मंगलवार को चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ बैंक अधिकारी बंद हुये नोटों को बदलने के लिये तथा बैंक खातों में जमा किये जाने के लिये स्वीकार करके काले धन को सफेद धन में परिवॢतत करने में मदद कर रहे हैं।
आर.बी.आई. ने कहा है कि ’’हमारी जानकारी में लाया गया है कि कुछ स्थानों पर, कुछ बैंक अधिकारी, कुछ बदमाशों को गुप्त सहयोग देकर, बंद हो चुके नोटों (स्पेसिफाइड बैंक नोट्स-एस.बी.एन.) को (नयी) नकदी में बदलकर/उन्हें खातों में जमा करके धोखाधडी के कामों में लगे हुए हैं।’’ आर.बी.आई. ने बैंकों को सलाह दी कि वे ’’सुनिश्चित करें कि इस प्रकार के छल-कपटपूर्ण कार्यों को चौकसी बढाकर अविलम्ब रोक दिये गये हैं तथा इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त बैंक अधिकारियों के विरूद्घ कडी कार्यवाही भी करे। सभी सरकारी, निजी, विदेशी, अरबन को-ऑपरेटिव तथा स्टेट को-ऑपरेटिव बैंकों को जारी निर्देशों में, आर.बी.आई. ने सभी बैंकों की शाखाओं से यह भी कहा है कि वे इन धोखाधडी पूर्ण कार्यों को रोकने के लिये बंद हो चुके नोटों (एस बी एन) का पूरा रिकॉर्ड रखें। (आर.बी.आई. १००० तथा ५०० रूपए के बंद हुए नोटों के लिए एस बी एन शब्द का इस्तेमाल कर रहा है।
आर.बी.आई. ने कहा, ९ नवम्बर से प्रत्येक उपभोत्त*ा द्वारा अपने खाते में जमा कराई गई राशि अथवा ऋण की राशि में, एस बी एन तथा नॉन-एस बी एन नोटों का मूल्य वर्ग अनुसार पूरा रिकॉर्ड होना चाहिए। साथ ही, एस बी एन को बदलवाने के लिए बैंकों में आए उपभोक्ता तथा नियमित उपभोक्ताओं का, उपभोक्ता अनुसार तथा मूल्य वर्ग अनुसार भी पूरा रिकॉर्ड होना चाहिए।
चीफ जनरल मैनेजर, पी. विजय कुमार द्वारा हस्ताक्षरित निर्देशों में यह भी कहा गया है कि ’’बैंकों को बडी ही अल्प अवधि में यह जानकारियाँ उपलब्ध कराने के लिए तैयार रहना चाहिए।’

यूपीएससी टॉपर टीना डाबी का दिल सेकेंड टॉपर अतहर आमिर ने जीता, जल्द होगी शादी

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नई दिल्ली: साल 2015 के केंद्रीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा में अव्वल आकर सुर्खियों में रहीं टीना डाबी एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल डाबी जल्द ही अतहर आमिर ख़ान के साथ परिणय सूत्र में बंधने वाली हैं. कश्मीर के अनंतनाग के रहने वाले अतहर 2015 की यूपीएसपी परीक्षा में दूसरे स्थान पर रहे थे.

डाबी और अतहर के बीच रिश्ते की सूचना 9 नवंबर को फेसबुक पर टीना डाबी के नाम से बने एक फेसबुक प्रोफाइल से मिली थी, जहां एक दोनों की एक तस्वीर के साथ लिखा गया था, ‘इन अ रिलेशिपशिप विथ अतहर आमिर खान’… इसके बाद से ही इस रिश्ते की चर्चा होने लगी थी और अब टीना ने अंग्रेजी अखबार से टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में इस बात की पुष्टि की है कि वह अतहर से शादी करने वाली हैं. उन्होंने बताया कि शादी की तारीख अभी तय नहीं, लेकिन जल्द ही दोनों की सगाई होने वाली

22 साल की टीना यूपीएससी परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त करने वाली पहली दलित महिला हैं. टीना और अतहर इस समय मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे हैं. वे दोनों पहली बार 11 मई को राजधानी दिल्ली स्थित डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनोल एंड ट्रेनिंग (डीओपीटी) के नार्थ ब्लॉक स्थित दफ्तर में मिले थे. रिपोर्ट के मुताबिक 23 साल के अतहर को उनसे पहली नजर में प्यार हो गया था.

टीना ने अखबार को बताया, ‘हम सुबह मिले और शाम को अतहर मेरे दरवाजे पर था. उसके लिए पहली नजर में प्यार हो गया.’ वह बताती हैं कि अगस्त का महीना आते-आते उनपर भी अतहर का जादू चल गया और उन्होंने वह प्रपोजल स्वीकार कर लिया. वह कहती हैं, ‘मैं अतहर को हर रोज उसकी लगन के लिए धन्यवाद देती हूं. वह शानदार इंसान हैं.’

ना और अतहर ने अपने रिश्ते को कभी छुपाया नहीं और फेसबुक पर हमेशा ही दोनों साथ में छुट्टियां मनाने और घूमने फिरने की तस्वीरें पोस्ट करते रहे हैं. दोनों आईएएस टॉपर के रिश्ते को लेकर एक ओर जहां कई लोगों में उत्सुकता है, वहीं कुछ कुछ लोगों ने उन पर आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की. टीना से आहत हैं और कहती हैं, ‘हम एक दूसरे से प्यार करते हैं और बहुत खुश हैं. लेकिन मैं जब हमारे बारे में इस तरह की बातें पढ़ती हूं तो मैं परेशान हो जाती हूं. हमने अपने बारे में खबरें पढ़ना बंद कर दिया है. मुझे लगता है कि पब्लिक के सामने रहने की कीमत चुकानी पड़ रही है.’
अखबार से बातचीत में टीना इस तरह की आलोचनाओं को लेकर कहती हैं, ‘मैं एक आजाद आत्मनिर्भर महिला हूं और मुझे खुद के लिए चुनाव करने का अधिकार है. अतहर और मैं- हम दोनों अपनी पसंद से बहुत खुश हैं. हमारे माता-पिता भी खुश हैं. इन सबके बीच ऐसे लोग हमेशा होते हैं, जो दूसरे धर्म के इंसान के साथ रिश्ते में बंधने पर आपके खिलाफ नकारात्मक बाते करते हैं. ऐसे लोग सिर्फ 5 प्रतिशत ही हैं. ज्यादातर लोग हमारे इस रिश्ते से खुश हैं. आपने मेरे फेसबुक टाइमलाइन पर देखा होगा कि ज्यादातर कमेंट हमें हिम्मत देने वाले हैं. मैं लोगों के समर्थन और बधाई संदेशों से काफी खुश हूं.’

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29 साल में 6260 वीरों ने मातृभूमि पर प्राण न्यौछावर किए, छह साल में इस वर्ष सर्वाधिक सपूत शहीद

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उदयपुर . दुश्मन को रौंदकर मातृभूमि की रक्षा करने वाले वीर सूपतों की शहादत का सिलसिला वर्षों से जारी है। बार-बार दुश्मन हमारे देश की तरफ आंख उठाता है और हमारे वीर उनके हर इराजे को नाकाम कर देते हैं। बीते 29 साल में जहां देश के 6260 सपूतों ने प्राण न्यौछावर किए वहीं चार गुणा ज्यादा दुश्मनों को मौत की नींद सुला दिया।

रक्षा मंत्रालय के आकंड़े

वर्ष          आतंकी घटनाओं की संख्या        शहीद

2013                   170                          53

2014                   222                          47

2015                   208                          39

2016                  500 से अधिक             78

988-2016 तक

6260- सैनिक शहीद

23116- आतंकी मार गिराए

14735- आमजन मारे गए

सोर्स : (साउथ एशिया टेरेरिज्म पोर्टल)

-सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब तक करीब 400 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन (केसफायर) किया गया है।

– इस वर्ष अब तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले व केसरफायर में 78 जवान शहीद हो चुके हैं। जो कि वर्ष 2009 के 78 के आंकड़े के बाद सर्वाधिक हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब तक करीब 9 जवान शहीद हुए हैं।

खबर सोर्स – राजस्थान पत्रिका 

उदयपुर का स्टार्ट-अप रहा एशिया पेसेफिक में सर्वश्रेष्ठ, 1200 से अधिक स्टार्ट- अप के बीच मारी बाजी

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उदयपुर. देश के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी  के गोद लिए गांवों का सपना पूरा करने में भागीदार बने उदयपुर के स्टार्ट-अप का लोहा दुनिया ने भी मान लिया है। शहर के युवा उद्यमी जगदीप गंभीर के  स्टार्ट-अप कर्मा हैल्थकेयर को यूबीएस सोशल इनोवेटर अवार्ड-2016 से नवाजा गया है। पिछले दिनों सिंगापुर में आयोजित सोशल एंटरप्राइज प्रतियोगिता में दुनियाभर के 1200 से अधिक स्टार्ट-अप शामिल हुए।

दो दिवसीय प्रतियोगिता के दौरान अंत में कुल 12 स्टार्ट-अप को अंतिम सूची में चयनित किया गया। इसमें चीन, जापान, थाईलैण्ड, सिंगापुर और एशिया के कई देशों के स्टार्ट-अप शामिल थे। लेकिन सबके बीच लेकसिटी के स्टार्ट-अप ने बाजी मारी और उसे विजेता घोषित किया गया। इस कार्यक्रम की रचना एवं क्रियान्वयन अशोका की ओर से किया गया। अशोका विश्व में कार्य कर रहे सोशल एंटरप्रेन्योर्स का सबसे बड़ा नेटवर्क है। 80 देशों में कार्यरत 3000 से ज्यादा अशोका के सदस्य हैं।

गर्व की अनुभूति, संकल्प मजबूत

इस उपलब्धि पर जगदीप ने बताया कि विश्व स्तर पर लेकसिटी के स्टार्ट-अप को मान्यता मिलना गर्व का क्षण है। यह एक प्रतिष्ठित सम्मान है। यह उपलिब्ध  हमें ग्रामीण क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के संकल्प को और मजबूत बनाएगी।

ई-डॉक्टर देखते हैं गांव के मरीजों को 

कर्मा हैल्थकेयर अपनी तरह का पहला और अनूठा स्टार्ट-अप है जो तकनीक के माध्यम से ग्रामीण भारत में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। संस्थान ने उदयपुर जिले के 8 गांवों में ई-डॉक्टर क्लिनिक संचालित कर रखे हैं। इनके माध्यम से ग्रामीणों को ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श, जांच सेवाएं एवं रेफरल जैसी सेवाएं प्रदान की जाती हैं। एेसा क्लिनिक पिछले दिनों से हरियाणा में राष्ट्रपति के गोद लिए गांवों में से एक में शुरू भी हो चुका है।

उदयपुर में होगी वॉटर स्पोट्र्स एकेडमी, खिलाडिय़ों को आगे आने का मिलेगा मौका, तैयार होंगी प्रतिभाएं

  • l_water-sports-5832b9b9022d2ऑल इंडिया कयाकिंग एसोसिएशन उदयपुर में स्विमिंग एंड वाटर स्पोर्टस एकेडमी लाने की तैयारी में लग गई है।
  • उदयपुर.

    शहर की आबो हवा में वाटर स्पोट्र्स की भरपूर संभावनाए हैं, इसी को लेकर अब प्रयास ऑल इंडिया कयाकिंग एसोसिएशन उदयपुर में स्विमिंग एंड वाटर स्पोर्टस एकेडमी लाने की तैयारी में लग गई है। स्थानीय जनप्रतिनिधि और वाटर स्पोट्र्स से जुड़े लोग भी सरकार के जरिये उदयपुर में एकेडमी संचालित करने के लिए प्रपोजल तैयार करवा चुके हैं।

  • लेक फेस्टिवल के दौरान फतहसागर पर जिस तरह से कयाकिंग, वॉटर पोलो, ड्रेगन रेस जैसी वाटर स्पोट्र्स प्रतियोगिताएं हुईं, उससे यहां के लोगों को रोमांचित कर देने वाले इवेंट दिखे। वाटर स्पोट्र्स से जुड़े खिलाडिय़ों को भी अपना हुनर दिखाने का अवसर मिला। लेक फेस्टिवल के आखिरी दिन ऑल इंडिया कयाकिंग एकेडमी के जनरल सेकेट्री बलवीरसिंह कुशवाह ने कहा कि उदयपुर में खूबसूरत झीलें हैं, यहां पर्यटन है ऐसे में स्पोट्र्स एकेडमी स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
  • कुशवाह ने कहा कि आज खेलों में युद्ध जैसे हालात है। जो देश सक्षम है उसके खिलाड़ी अच्छे प्रदर्शन के जरियं दुनिया मे धाक कायम कर रहे हैं। कयाकिंग केनोइंग में भी 16 गोल्ड मेडल ओलम्पिक के होते हैं। ऐसे में उदयपुर में यह एकेडमी शुरू होगी तो यहां के खिलाडिय़ों को भी आगे आने का मौका मिलेगा।

    इंडियन कयाकिंग एसोसिएशन राजस्थान के सीनियर वाइस प्रसिडेंट चंद्रगुप्त सिंह चौहान ने भी कहा कि उदयपुर में दूसरी बार इस तरह की प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई है। सरकार को प्रपोजल भेजा गया है जिससे यहां एकेडमी शुरू हो और अतंरराष्ट्रीय स्तर के इवेंट करवाए जा सकें।

रविन्द्र श्रीमाली उदयपुर यूआईटी के अध्यक्ष – कटारिया खेमा मायूस

ravindr-shrimaliउदयपुर। पिछले एक साल से अपने अध्यक्ष का इंतज़ार कर रही यूआईटी को आखिर अध्यक्ष मिल ही गया। नगर परिषद् के पूर्व चेयरमेन रविन्द्र श्रीमाली को राज्य सरकार ने यूआईटी का चेयरमेन नियुक्त किया है । पिछले काफी समय से यूआईटी चेयरमेन के लिए अटकले लगाईं जारही थी और कटारिया व् किरण गुट के दावेदारों के नाम सामने आरहे थे। लेकिन सारे नामों पर विराम लगाते हुए राज्य सरकार ने रविन्द्र श्रीमाली के नाम पर मुहर लगा दी।
श्रीमाली की नियुक्ति से इस पद की दाैड़ में शामिल कटारिया गुट के दावेदारों को मायूसी हाथ लगी है। खबर सुनते ही कटारिया समर्थक दंग रह गए और श्रीमाली को बधाई देने में कटारिया गुट से जुड़े स्थानीय भाजपा नेता दूर रहे। यूआईटी चेयरमैन पद की दौड़ में कटारिया गुट से प्रेमसिंह शक्तावत, कुंतीलाल जैन, प्रमोद सामर, दिनेश भट्ट और जीएस टांक को शामिल माना जा रहा था।
रविंद्र श्रीमाली 2004 से 2009 तक नगर परिषद के सभापति रह चुके हैं। श्रीमाली के नगर परिषद् का कार्यकाल सबसे सफल सभापति का कार्यकाल माना जाता है . श्रीमाली विधानसभा चुनाव से पहले संगठन चुनाव में भाजपा शहर जिलाध्यक्ष की दौड़ में भी थे लेकिन अंतिम समय दिनेश भट्ट को शहर जिलाध्यक्ष बना दिया गया था।
रविन्द्र श्रीमाली की नियुक्ति के बाद माना जारहा है कि श्रीमाली को उदयपुर UIT चेयरमेन नियुक्त कर राज्य सरकार ने उदयपुर के हित में अच्छा फैसला लिया, निर्मल स्वभाव, हर छोटे बड़े का हाथ जोड़ कर अभिवादन करना, स्वच्छ और साफ़ छवि वाले रविन्द्र श्रीमाली के UIT चेयरमेन नियुक्त होने के बाद शहर का विकास निश्चित तौर पर नज़र आएगा। श्रीमाली ने अपने नगर परिषद् सभापति कार्यकाल के दौरान निसंदेह इमानदारी और कर्मठता से अपनी जिम्मेदारी निभाई थी। श्रीमाली आम जनता के प्रति जितने निर्मल, शांत और हंसमुख है. उतने ही कड़क और कठोर काम नहीं करने वालों के प्रति भी है। यही वजह थी कि पूर्व में सभापति रहने के दौरान शहर में ठेकेदारों द्वारा किये जारहे कामों का जायजा लेने के लिए वे रोज़ सुबह – सुबह बिना ताम झाम के अकेले ही निकल जाते थे और जहाँ हरामखोरी, भ्रष्टाचार या गड़बड़ नज़र आती मोके पर ही समझाइश और फटकार का बखूबी उपयोग करते हुए निर्णय लेलेते थे. शहरवासियों को उम्मीद है की श्री श्रीमाली अपने इस स्वभाव और कार्य शैली को बनाए रखेगें।

100 के नहीं थे खुल्ले तो बच्चे की गई जान

cvnvnb_1478903100पाली।बांगड़ अस्पताल में गुरुवार को लापोद निवासी प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया, लेकिन बच्चे की धड़कन कम होने से डॉक्टर्स को उसे जोधपुर रैफर करना पड़ा। इधर, नवजात के पिता के पास 500 और 1000 के ही नोट थे, लेकिन एंबुलेंस चालक एडवांस में खुल्ले पैसे देने की जिद पर अड़े रहे।
100 के नहीं थे खुल्ले तो बच्चे की हई मौत
– खुले पैसे के लिए पिता करीब तीन घंटे बाद भी खुले पैसों का इंतजाम नहीं हुआ।
– यह जानकारी जब सामाजिक कार्यकर्ता मनीष राठौड़ को मिली तो वे 100-100 के नोट लेकर अस्पताल पहुंचे।
– मनीष जब तक अस्पताल पहुंचे तो नवजात के पिता ने बताया कि बच्चे की मौत हो गई।
– राठौड़ ने उसका शव ले जाने के लिए एंबुलेंस चालकों से बात की तो 70 किमी की दूरी के लिए भी कोई एंबुलेंस चालक 1500 रुपए से कम राशि में लापोद जाने को तैयार नहीं हुआ। इस बीच राठौड़ ने एक एंबुलेंस चालक को 1100 रुपए में लापोद जाने को
राजी किया।
आखिर तीन घंटे बाद हुई मौत
– मृत नवजात के पिता चंपालाल मेघवाल ने बताया कि बच्चे को जोधपुर रेफर करने की बात हुई तो मेरे पास 500 व 1000 के नोट ही थे।
– एंबुलेंस संचालकों को अपनी पीड़ा भी बताई, मगर उन्होंने साफ मना कर दिया। आखिर तीन घंटे बाद बच्चे की मौत हो गई और मेरे परिवार की खुशियां शोक में बदल गई।
– मेरी जानकारी में ऐसा कोई मामला नहीं अाया है। इसे लेकर पहले भी शिकायत आई थी, जिसके बाद कलेक्टर के आदेश पर एंबुलेंस का शुल्क 8 रुपए प्रतिकिलोमीटर की दर से तय किया गया था। इस आदेश की काॅपी भी एबुलेंस संचालकों को भी दे दी गई थी। यदि वह फिर भी मनमर्जी कर रहे हैं तो फिर से मामले की जांच करवाएंगे।
-डॉ. एमएस राजपुरोहित, पीएमओ, बांगड़ अस्पताल

शरिया कानून में हस्तक्षेप के विरोध में मुस्लिम समाज का मौन जुलूस

img-20161111-wa0054-1उदयपुर , केन्द्र सरकार द्वारा मुस्लिम पर्सनल ला में दखलंदाजी देते हुए तीन तलाक के विरोध सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाए जाने के विरोध में आज उदयपुर शहर के मुस्लिमों ने एक जुट हो कर मौन जुलुस निकाला। मुस्लिम समाज के ओल्माओं ने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर विरोध जताया ज्ञापन में लिखा गया कि मुस्लिम शरिया क़ानून में किसी भी तरह के बदलाव और दखल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
14996507_1770902616503306_1833798532_nतीन तलाक के विरोध में केन्द्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगा शरिया कानून में तीन तलाक के मामले में बदलाव करना चाहती है। केन्द्र सरकार के इस निर्णय का देश भर के मुस्लिमों द्वारा विरोध किया जा रहा रहा है। इसी क्रम में आज उदयपुर का मुस्लिम समाज लामबंद हो गया। जुमा की नमाज के बाद अंजुमन चोक में काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए और मौन जुलुस के रूप में जिला कलेक्ट्री पहुचे। जुमा की नमाज़ के बाद शहर के विभिन्न क्षेत्र मुल्लातलाई, सज्जन नगर, सविना, आयड़, बरकत कोलोनी, रजा नगर, खांजीपीर, धोलिबावादी, सिलावट वाडी आदि कई मुस्लिम मोहल्लों से भारी संख्या में लोग अंजुमन पहुचे वहां से जुलुस के रूप दिन मेंतीन बजे रवाना हुए। जुलुस अंजुमन से झीनी रेत चोक सूरजपोल, बापूबाजार, देहली गेट होते हुए जिला कलेक्ट्री पंहुचा वहां पर एक बार केन्द्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ युवाओं द्वारा नारे बाजी भी की गयी लेकिन बाद में समाज के लोगों के समझाने पर नारे बंद हुए। जिला कलेक्टर को पांच सदस्य ज्ञापन देने पहुचे। राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन में साफ़ लिखा गया कि केन्द्र सरकार तीन तलाक के मुद्दे पर राजनीति करना चाहती है और शरिया क़ानून में बदलाव करना चाहती है। देश का कोई भी मुसलमान शरिया कानून में बदलाव के पक्ष में नहीं है। शरिया कानून में औरतों को पूरा हक़ दिया गया है। कई भ्रमित बाते फैला कर इस्लामी शरिया कानून के खिलाफ भ्रम फैलाया जारहा है जो स्वीकार नहीं किया जायेगा। जुलुस और धरने के दौरान पांच हज़ार से अधिक लोग जिला कलेक्ट्री के बाहर बैठे रहे विरोध प्रदर्शन करते रहे। जुलुस के दौरान समाज के कई नेता और ओलमा ए किराम शामिल हुए थे। इस अवसर पर अंजुमन तालीमुल इस्लाम सैक्रेट्री रिजवान खान, अशरफ जीलानी, अकीलुद्दीन सक्का, नजर मोहम्मद, पूर्व सदर शराफत खान, फारूख हुसैन, मुनव्वर अशरफ, मुजीब सिद्दीकी, पूर्व पार्षद नासिर खान, पार्षद मोहसिन खान, पार्षद राशीद खान, मोहसिन हैदर, पप्पु भाई मेवाफरोश, मकबुल हुसैन मेवाफरोश, इकबाल बाली, जाकिर हुसैन, तबरेज खान, रियाज हुसैन, मुर्तजा हुसैन, मुस्तफा, शोएब खान, गुलाम दस्तगीर, उलमाए दीन में मुफ्ती नईमुल्लाह फैजी, मुफ्ती मुर्तिउर्रेहमान, मुफ्ती बद्रे आलम, मौलाना शरफुद्दीन, मौलाना आस मोहम्मद, मौलाना जुलकरनैन, मौलाना मुसन्ना रजवी सहित कई समाज के मोतबिरान व हजारों मुस्लिम लोग मौजूद थे।

शुक्रवार सुबह एक छात्र ने डीन के कमरे में आत्मदाह का प्रयास किया।

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कॉमर्स कॉलेज में गुरूवार को दो छात्राओं के बीच हुआ विवाद अभी थमा भी नहीं था कि शुक्रवार सुबह एक छात्र ने डीन के कमरे में आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि छात्र को कमरे में मौजूद लोगों ने बचा लिया जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। गौरतलब है कि छात्राओं के विवाद में 7 को सस्पेंड कर दिया गया था जिसमें हिमांशु बागड़ी भी शामिल था।

l_commerce-college-5825987ab6aacजानकारी के अनुसार, शुक्रवार को कॉमर्स कॉलेज छात्र हिमांशु बागड़ी ने अपने निष्कासन से व्यथित हो कर डीन कॉलेज में जाकर अपने खिलाफ झूठे मामले में फंसाए जाने की शिकायत की। इसके बाद जोश में आकर खुद पर केरोसिन छिड़क लिया और आत्मदाह का प्रयास किया लेकिन उसे बचा लिया गया।

सूचना पर भूपालपुरा सीआई चांदमल वहां पहुंचे और छात्र से पूछताछ की। इधर, हिमांशु  ने आरोप लगाया कि उसे दो छात्राओं के बीच हुए विवाद में बेवजह ही फंसाया जा रहा है। जबकि उसका इससे कोई लेना-देना नहीं है।