वकीलों ने कोर्ट में शुरू की सद्बुद्धि यज्ञ की नौटंकी

20130910_123014-300x225उदयपुर। हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर बार एसोसिएशन द्वारा आज कोर्ट परिसर में राजस्थान सरकार के लिए सद्बुद्घि यज्ञ किया गया। इसके साथ ही न्यायिक कार्यों का बहिष्कार आज भी जारी हैं। बार अध्यक्ष भारत जोशी ने बताया कि उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना के लिए चल रहे आंदोलन में आज कोर्ट परिसर में सद्बुद्घि यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और अधिवक्ताओं ने भाग लिया। जोशी ने बताया कि कल राहुल गांधी की सभा के दौरान उनसे मिलने के संबंध में मेवाड़-वागड़ हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के संयोजक रमेश नंदवाना के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्टर से मिला और प्रार्थना पत्र सौंपा। इस दौरान महासचिव शांतिलाल पामेचा, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत कुमार जोशी, उपाध्यक्ष मंजूर हुसैन शेख, सचिव अंकुर टांक, प्रवीण खंडेलवाल, अनुराग शर्मा, हेमंत जोशी आदि मौजूद थे। जोशी ने बताया कि आज अधिवक्ताओं की एक कमेटी शहर में आए जनप्रतिनिधियों से संपर्ककर उन्हें भी मेवाड़ की तरफ से हाईकोर्ट बैंच की मांग को राहुल गांधी तक पहुंचने का आग्रह करेगी। जोशी ने बताया की हम राहुल गांधी की सभा का विरोध नहीं करेंगे। हम सिर्फ उन तक अपनी मांग को पहुंचना चाहते हंै, लेकिन उदयपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सभा का विरोध और काले झंडे बताए जाएंगे।

बार एसोसिएशन से निलंबित: अधिवक्ता राजेंद्रसिंह हिरन और मंजू चौहान द्वारा हड़ताल के दौरान राजसमंद कोर्ट में पैरवी करने पर दोनों अधिवक्ताओं को बार एसोसिएशन की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है।

पति था नामर्द, ससुर और जेठ बेहोश कर करते थे बलात्कार

0309_2यमुनानगर। बेटे का वंश चलाने के लिए विवाहिता को नशीला पदार्थ देकर ससुर व जेठ ने कई दफा दुराचार किया। विरोध करने पर पीड़िता का पति अमानवीय तरीके से सेक्स कर उत्पीड़ित करता था। महिला का उपचार ट्रामा सेंटर में चल रहा है। पुलिस ने महिला के बयान दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

डेढ़ साल पहले हुई थी शादी:

रेलवे कॉलोनी निवासी 23 वर्षीय विवाहिता ने बताया कि 24 अक्टूबर 2011 में उसकी शादी गांधी नगर निवासी रवि के संग हुई थी। वह नशा करने का आदी है। विवाहिता का आरोप है कि वह सेक्स संबंध स्थापित करने के योग्य नहीं है। वह उसको चारपाई से बांध कर उसके शरीर में बोतल व डंडा लेकर सेक्स करता था। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट करता था। वह खुद को एक नेता का करीब बताता था और उसके पिता व भाई को जान से मारने की धमकी देता था। जिस कारण पीड़िता उसकी सभी हरकतों को सहन करती रही।

0316_1 बेहोश कर बनाते थे संबंध:

महिला ने पुलिस को दी बयान में बताया कि रवि का वंश चलाने के लिए ससुर व जेठ उसके साथ संबंध बनाना चाहते थे। जब उसने विरोध किया तो वह उसको नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर देते और उसके बाद उसके साथ संबंध बनाते थे। इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उस पर केरोसिन का तेल छिड़कर आग लगाने का प्रयास भी किया। वह डर कर चुप हो गई। महिला की चुप्पी देख उनके हौसले बढ़ते गए।हालत बिगड़ने पर अस्पताल में छोड़कर भाग गए:यातनाएं सहन कर महिला की हालत ज्यादा बिगड़ गई। यह देखकर उसके पति रवि ने उसको शहर के निजी अस्पताल में दाखिल कराया और फरार हो गया। अस्पताल की ओर से इस बारे में महिला के परिजनों को सूचित किया। तब महिला ने इस बारे में अपने परिजनों को आपबीती सुनायी। यह सुनकर उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। उन्होंने इस बारे में फर्कपुर थाना पुलिस को सूचित किया।

हमें तो गाली देते हैं:

महिला के पिता रेलवे कर्मचारी है। उनका कहना है कि जब भी वह अपनी बेटी के ससुराल गया। तभी उनके दामाद व उसके परिजनों ने उनके साथ गाली गलौच की। जिस कारण उन्होंने बेटी की ससुराल में जाना ही बंद कर दिया। इसका आरोपियों ने फायदा उठाया उन्होंने उसकी बेटी का शरीरिक व मानसिक तौर पर खूब शोषण किया। मगर अब वे अपनी बेटी के साथ ऐसा नहीं होने देंगे।

तीन लोगों के नाम दिए है:

फर्कपुर थाना प्रभारी राजीव मिगलानी का कहना है कि विवाहिता ने अपने पति रवि, ससुर सोहन व जेठ अशोक कुमार के खिलाफ शिकायत दी है। शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि महिला ने पहले मारपीट की शिकायत दी थी। अब उसने दोबारा से शिकायत दी है, जिसमें दुराचार व यातनाएं देने के आरोप भी लगाए गए हैं।

 

 

पुलिस ने की झूठ की हद पार , डंडा फेंक युवक मारा और अब बता रहे है शराबी ।

_DSC0136उदयपुर , झूठ–कोर्ट चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा कारित वारदात की सच्चाई को ही बदल दिया गया है। पुलिस ने ट्रैफिक पुलिस द्वारा डंडे से वार करने की बात को गोल करते हुए इस मामले को दुर्घटना बता दिया है, जिसमें एक फर्जी चश्मदीद गवाह भी तैयार किया गया है। पुलिस रिपोर्ट में मृत मजदूर को शराब के नशे में भी बताया गया है।

कोर्ट चौराहे पर लाल लाइट के दौरान बाइक सवार मजदूर व उसका साथी निकलने का प्रयास कर रहे थे। ट्रैफिक के जवान ने डंडा मारा, जिससे बाइक का संतुलन बिगड़ा और बाइक सीमेंटेड दिशा सूचक से जा टकराई, जिससे मजदूर युवक का लीवर फट गया, और बाद में अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक शराब नहीं पीता था।

उदयपुर। सरेआम शहर के कोर्ट चौराहे पर डंडा चलाकर हादसे को अंजाम देने वाले ट्रेफिक पुलिसकर्मी को कानून की जद से बचाने की कोशिश में तरह-तरह के झूंठ बोले जा रहे हैं। इस हादसे में कल एक मजदूर युवक की मौत हुई थी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिसकर्मी ने बाइक सवार को रोकने के लिए डंडा मारा, जिससे बाइक चालक का संतुलन बिगड़ा और वह सीमेंटेड दिशा सूचक से टकराकर गंभीर रूप से घायल हो गया। अंतत: उपचार के दौरान 18 वर्षीय नौजवान शौकीन की अकाल मौत हो गई। इस हादसे में बाइक पर सवार दूसरा युवक सैफ अली भी मामूली घायल हो गया। इस मामले में पुलिस को डंडा चलाने वाला सुरक्षाकर्मी अभी तक नहीं मिला हैं। इसलिए धारा ३०४ के तहत अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। रविवार रात 8.30 से 9.45 के बीच हुई इस घटना की प्रत्यक्षदर्शी एक महिला हेमाबाई को बताया गया है। इसके बयान में कहा गया है कि एक बाइक पर तीन लड़के सवार थे। बाइक चालक के हाथ में शराब की बोतल थी। आश्चर्य तो यह है कि हादसे में न तो शराब की बोतल बरामद हुई है, न ही उसके टूटने से बिखरे कांच मिले हैं। प्रत्यक्षदर्शी महिला झौंपड़ी बनाकर फुटपाथ पर रहती है और वहां से डंडा मारने का घटनास्थल दिखाई भी नहीं देता है। इस प्रकार पुलिस की कहानी सिरे से खारिज हो जाती है।

पुलिस ने एक और कहानी, बाइक का टायर फटने से दुर्घटना होने की बनाई है, जबकि टायर दुर्घटना होने से फटा है। इसमें हेड कांस्टेबल बिहारीलाल का कहना है कि वह प्रत्यक्षदर्शी है और उसने टायर फटने की आवाज सुनी, बाद में देखा तो युवक दुर्घटनाग्रस्त हो चुका था। बिहारीलाल ने १०८ की एम्बुलेंस को फोन किया, तो फोन नहीं मिला। बाद में भूपालपुरा थाने को सूचित किया। घटना स्थल पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवानों को नामजद नहीं किया जा सका है, क्योंकि बिहारीलाल सलूंबर में ड्यूटी पर चला गया है। उसके आने पर ही बाकी घटनाक्रम का पता चल सकेगा। वैसे रविवार को वहां सुबह से शाम तक एएसआई हिम्मतसिंह, हेड कांस्टेबल बिहारीलाल, कांस्टेबल अनूपसिंह, सोहनसिंह, प्रेमशंकर, बसंत कुमार, महिला कांस्टेबल और होमगार्ड महेंद्रसिंह की ड्यूटी बताई गई है।

: मेरा भतीजा शौकीन शराब नहीं पीता था। उसने कभी शराब चखी तक नहीं। पुलिस झूठ बोल रही है।

-मोहम्मद रफीक (मृतक का चाचा)

: दोनों युवक झरिया सोसायटी की दुकान में वेल्डिंग का काम करते है। ये कभी शराब का सेवन करते नजर नहीं आए। दोनों ही मेहनती और अच्छे लड़के थे।

-मनोहर बापना, अध्यक्ष, झरिया सोसायटी

: शाम पांच बजे दुकान का काम खत्म करके मस्तान बाबा गए। वहां से शाम को आठ बजे वापस दुकान पर लौटे। साढ़े आठ बजे अपने घर बेकनी पुलिया के लिए रवाना हुए। कोर्ट चौराहा पार कर रहे थे, तभी ट्रैफिक पुलिस ने डंडा मारा और एक्सीडेंट हो गया। बाइक पर हम दोनों ही सवार थे। घटना के बाद मैं ही एक ऑटो को रूकवाकर शौकीन को अस्पताल ले गया। -सैफ अली (मृतक का साथी)

: प्रकरण दर्ज कर लिया है। चश्मदीद गवाह के अनुसार बाइक पर तीन युवक सवार थे। ये तीनों ही शराब के नशे में बाइक चला रहे थे। इस कारण हादसा हुआ। प्रकरण की जांच चल रही है।

-मुकेश कुमार, अनुसंधान अधिकारी

बंदिशें नहीं लगाते सैफ: करीना कपूर

बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर का कहना है कि सैफ बहुत ही उदार हैं और उन्हें लेकर कभी पजेसिव नहीं होते। सैफ अली खान और करीना कपूर की जोड़ी को बॉलीवुड की सबसे Finally-saif-n-kareena-Started-a-Married-Life-7रोमांटिक जोड़ियों में गिना जाता है। करीना का कहना है कि वे भले ही किसी और अभिनेता के साथ फिल्म अथवा आइटम नंबर करें, फिर भी सैफ उन्हें लेकर कभी पजेसिव नहीं होते।

 

हालांकि उन्होंने कहा कि वे भी कभी सैफ को पसेसिव होने का मौका नहीं देती। करीना ने बताया कि सैफ बहुत ही जिम्मेदार इंसान हैं। मैं अपनी तरफ से इस बात का पूरा ध्यान रखती हूं कि उन्हें पजेसिव होने का कोई मौका ना हूं। सैफ के विचार बहुत उदार हैं। उन्हें पजेसिव कहना गलत होगा बल्कि उनसे ज्यादा पजेसिव तो मैं हूं।

लगभग पांच सालों के प्रेम संबंधों के बाद करीना ने पिछले वर्ष 16 अक्टूबर को सैफ से शादी की थी। करीना ने कहा कि बहुत से लोग कहते हैं कि शादी के बाद प्यार खत्म हो जाता है। परन्तु वे सब बातें पुरानी हो चुकी हैं। मुझे लगता है कि प्यार कभी नहीं बदलता। मैं अपने आपको भाग्यशाली मानती हूं, क्योंकि सैफ अन्य बॉलीवुड अभिनेताओं से बिलकुल अलग हैं।

 

शादी के बाद जहां बॉलीवुड अभिनेत्रियों के लिए कई बंदिशें लगाई जाती हैं वहीं करीना कहती हैं कि वे वही करेंगी जो उन्हें सही लगेगा। अभिनय छोड़ने का ख्याल भी उनके दिमाग में नहीं है। करीना ने कहा कि मैं एक अभिनेत्री हूं और हमेशा वहीं करूंगी जो किरदार को निभाने के लिए जरूरी होगा। मुझे लगता है बॉलीवुड की सोच अब बदलने लगी है।

 

रेफ्यूजी से अपने करियर की शुरूआत करने वाली करीना, पिछले 13 वर्षों में कभी खुशी कभी गम, 3 इडियट्स, बॉडीगार्ड जैसी फिल्मों के अलावा चमेली, देव, फैशन और ओमकारा जैसी ऑफबीट फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। उनका मानना है कि एक अभिनेत्री होने के नाते अलग – अलग भूमिकाओं को लेकर प्रयोग करते रहना बहुत जरूरी होता है। मैंने हमेशा से विभिन्न प्रकार की फिल्में की हैं और आगे भी करती रहूंगी।

 

इन दिनों अपनी ताजा फिल्म ‘सत्याग्रह’ की सफलता से करीना बहुत खुश हैं। प्रकाश झा की इस फिल्म में उन्होंने पत्रकार की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि लोगों को यह फिल्म पसंद आई। यह सामाजिक और राजनीतिक फिल्म है जो कि मसाला फिल्मों से एकदम अलग है।

दिल्ली गैंगरेप: चारों अभियुक्त दोषी करार, सज़ा कल

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130910031636_gang_rape_afp_624x351_afpपिछले साल दिल्ली में चलती बस में सामूहिक बलात्कार के चार अभियुक्तों को अदालत ने दोषी पाया है. इन चारों पर सामूहिक बलात्कार, हत्या, हत्या के प्रयास, अप्राकृतिक कृत्य, सुबूत मिटाने और डकैती के आरोप थे.

दोषी करार दिए जाने के बाद अब अदालत बुधवार को इन अभियुक्तों को सज़ा सुनाएइस मामले में एक नाबालिग़ दोषी को तीन साल की सज़ा पहले ही सुनाई जा चुकी है. एक अभियुक्त की सुनवाई के दौरान जेल में ही मौत हो चुकी है.

 

अभियुक्तों के वकील ने इस फ़ैसले पर कहा है कि वह इसे हाईकोर्ट में चुनौती देंगे. उनका कहना है, ”शिकायतकर्ता ने कहा था कि उसके साथ दो लोगों ने बलात्कार किया था, मगर सत्ता के दबाव में उनके मुवक्किलों को फंसाया गया.”

 

उनका कहना है कि चारों में एक अभियुक्त बस में ही नहीं था जबकि दूसरा दिल्ली से बाहर था और इसका सुबूत अदालत में जमा कराया गया है.गी. बुधवार को ही सज़ा पर बहस भी होगी.

चचेरी बहन से बलात्कार, आरोपी गिरफ्तार…

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img1130910022_1_1मेरठ। शराब के नशे में एक युवक ने अपनी ही चचेरी बहन के साथ बलात्कार किया। बच्ची के पिता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

 

पुलिस के अनुसार शेरगढ़ी निवासी आठ वर्षीय बच्ची के साथ उसी के चेचेरे भाई रवि (22) ने सोमवार को शराब के नशे में दुष्कर्म किया। घटना के समय पीड़ित बच्ची के माता-पिता कहीं काम पर गए हुए थे। शाम को दोंनो घर लौट कर आए तो पीड़ित बदहवास हालत में चारपाई पर पड़ी मिली।

 

पीड़ित बच्ची की आपबीती सुनने के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना देते हुए आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म की तहरीर दी। पुलिस ने पीड़ित बच्ची का मेडिकल कराया गया है।

दिल्ली गैंगरेप: अभियुक्त अदालत में, फ़ैसला कुछ ही घंटों में

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130910031636_gang_rape_afp_624x351_afp130910060242_delhi_gangrape_verdict_today_624x351_afpपिछले साल दिल्ली में चलती बस में हुए गैंगरेप के मामले में अदालत कुछ घंटे में फ़ैसला सुनाने वाली है. आज चार अभियुक्तों के मामले में अहम फ़ैसला आना है. भारी सुरक्षा के बीच चारों आरोपी कोर्ट परिसर में पहुंच चुके हैं.

अगर आरोप साबित हुए, तो आरोपियों को मौत की सज़ा तक सुनाई जा सकती है.

इस मामले में एक नाबालिग़ दोषी को तीन साल की सज़ा पहले ही सुनाई जा चुकी है. एक अभियुक्त की सुनवाई के दौरान जेल में ही मौत हो चुकी है.

यह मामला पिछले साल 16 दिसंबर का है, जब राजधानी दिल्ली में 23 साल की एक छात्रा और उसके साथी पर चलती बस में हमला किया गया था. युवती से कुछ लोगों ने सामूहिक बलात्कार कर दोनों को सड़क पर फेंक दिया था.

पुलिस ने इसके बाद बस ड्राइवर समेत पांच अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया. इसके अलावा एक नाबालिग़ युवक को भी पकड़ा गया, जिस पर सबसे ज़्यादा क्रूरता बरतने के आरोप थे.

युवती को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया, पर उसकी हालत बिगड़ती गई. लोगों के विरोध के बीच उसे सिंगापुर के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया.

मगर वहां भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और 29 दिसंबर को गैंगरेप की शिकार इस छात्रा की मौत हो गई थी.

फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट

130910062557_delhi_gangrape_verdict_today_people_watching_624x351_apदिल्ली में मंगलवार को साकेत कोर्ट परिसर के बाहर काफ़ी भीड़ थी. लोगों को उत्सुकता थी कि अदालत क्या फ़ैसला करने वाली है.

इस दौरान दिल्ली समेत पूरे देश में जमकर प्रदर्शन हुए और समाज के अलग-अलग तबकों से बलात्कार के ख़िलाफ़ कड़े क़ानून बनाने की मांग उठी थी.

23 दिसंबर को दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद इस मामले की सुनवाई और जल्द निपटारे के लिए फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया गया. इस साल तीन जनवरी को पांच अभियुक्तों के ख़िलाफ़ पुलिस ने 33 पेज की चार्जशीट दायर की. 21 जनवरी 2013 को कैमरे की निगरानी में पांच अभियुक्तों के ख़िलाफ़ केस की सुनवाई शुरू हुई.

नाबालिग़ अभियुक्त की सुनवाई कर रहे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने 28 जनवरी को अपने अहम फ़ैसले में उसे नाबालिग़ घोषित कर दिया. दो फ़रवरी को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट ने पांच अभियुक्तों के ख़िलाफ़ आरोप तय कर दिए.

 

जेल में मौत

केस की कार्यवाही चल ही रही थी कि 11 मार्च को एक अभियुक्त राम सिंह तिहाड़ जेल की बैरक में मृत पाए गए. जेल प्रशासन के मुताबिक़ उन्होंने ख़ुदकुशी की थी जबकि उनके परिवार का आरोप था कि उनकी हत्या की गई थी.

इसके बाद 31 अगस्त को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नाबालिग़ को छात्रा से बलात्कार और हत्या का दोषी पाते हुए उसे तीन साल की सज़ा सुनाई.

130910060706_delhi_gangrape_verdict_today_protests_624x351_apदिल्ली समेत पूरे देश में गैंगरेप के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुए और समाज के अलग-अलग तबकों से बलात्कार के ख़िलाफ़ कड़े क़ानून बनाने की मांग उठी थी. (फ़ाइल फ़ोटो)

उधर, तीन सितंबर को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में भी अभियुक्तों के ख़िलाफ़ सुनवाई ख़त्म हो गई. फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में कुल 130 बैठकों में मामले की सुनवाई पूरी हुई और सौ से ज़्यादा गवाहों की गवाहियां दर्ज की गईं.

 

वर्मा कमेटी

इस बीच सरकार ने लोगों की पुरज़ोर मांग के बाद बलात्कार के क़ानूनों में बदलाव के लिए देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जेएस वर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया. जस्टिस वर्मा कमेटी को देश भर से 80 हज़ार सिफारिशें मिली.

कमेटी ने दुनिया भर के उदाहरणों को ध्यान में रखते हुए इस पर गहराई से विचार किया. जस्टिस वर्मा ने 29 दिनों में सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी.

इस रिपोर्ट में बलात्कार के लिए फ़ांसी की सज़ा की मांग को ठुकरा दिया गया था.

हालांकि कमेटी ने बलात्कार और महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा के दायरे और उसके पैमाने को लेकर कड़े क़ानून बनाने की अनुशंसा की.

इसके बाद संसद ने बलात्कारियों के लिए मृत्यु दंड सहित कड़ी से कड़ी सज़ा के प्रावधान वाले नया विधेयक पास किया.

सो. बी बी सी

 

पिछोला झील में कुदी युवती को लोगो ने बचाया

udaipur_090913_dsc_0248उदयपुर पीछोला झील में सोमवार रात करीब 10.30 बजे एक युवती कूदी। वहां खड़े युवक ने कूदकर उसे निकाला और अन्य लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचाया।

udaipur_090913_dsc_0250क्षेत्रवासियों ने बताया कि केलवाड़ा निवासी भावना पुत्री गोविंद बायती गणगौर घाट के किनारे काफी देर से खड़ी थी। अचानक पानी में कूद जाने से आई आवाज पर लोगों की उसकी तरफ नजर गई। घाट पर ही मौजूद जयेश कोटिया युवती को बचाने के लिए पानी में कूदा। पानी से निकालने के बाद इन्होंने 108 एंबुलेंस को फोन किया। 15 मिनट तक एम्बुलेंस के नहीं आने पर वहां मौजूद जयेश कोटिया, प्रतीक नागर, प्रतीक नागर, शुभम नागर, विक्रम पांडे, चेतन सोनी और गोपाल नागर टेम्पो से बेहोश युवती को अस्पताल लेकर गए।

पुलिस ने बताया कि भावना दो महीने पहले केलवाड़ा के ही अर्जुन सिंह पुत्र शंभू सिंह के साथ अहमदाबाद चली गई थी। इसके बाद भावना की मां ने केलवाड़ा में इसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। रविवार को ही पुलिस युवती को अहमदाबाद से लेकर आई और बयान लेकर मां के सुपुर्द किया। घटना से नाराज भावना सोमवार को मौका देखकर फिर घर से निकल गई। आत्महत्या करने की नीयत से वह झील में कूदी थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवती के साथ एक महिला और एक पुरुष खड़े थे, जो घटना के बाद गायब हो गए। पुलिस इस बात की तफ्तीश कर रही है कि वे महिला-पुरुष थे कौन।

बेटी पैदा होते ही जिन्दा दफ़न करदी

9939_11उदयपुर/प्रतापगढ़. वो बेटी थी। या मां की कोई और मजबूरी थी। 24 घंटे भी नहीं हुए थे दुनिया में आए। लेकिन मानवता के दुश्मनों ने दुधमुंही को जिंदा जमीन में गाड़ दिया। निर्ममता की यह घटना प्रतापगढ़ के अचनेरा क्षेत्र स्थित बडग़ांव कला गांव की है। ग्रामीण सोहनलाल मीणा ने रविवार सुबह 11:30 बजे खेत में बच्ची के रोने की आवाज सुनी। वहां पहुंचे तो देखा उसकी सांसें चल रही थीं। सिर जमीन के बाहर था और धड़ मिट्टी व घास में दबा था। ऊपर कीड़े रेंग रहे थे।

सोहन ने अन्य ग्रामीणों को बुलाया। बच्ची को अचनेरा पीएचसी पहुंचाया। डॉ. विष्णु शर्मा ने आधे घंटे तक मासूम को बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सके। डॉ. शर्मा के मुताबिक बच्ची का जन्म शनिवार रात करीब आठ से नौ बजे के बीच हुआ था। उसे रात में ही गाड़ा गया था। बच्ची किसकी है। यह अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम के बाद शव को दफना दिया है।

दूसरे दिन मामले को स्थानीय पुलिस ने छानबीर तेज कर दी है। एएसपी गोवर्द्धन राम सांकरिया ने बताया कि गांव में सभी लोगों से इस बारे में पूछताछ की जा रही है। बच्ची किसकी है, इसका पता लगाया जा रहा है। इसके साथ ही गांव की सभी नई प्रसुताओं से भी जानकारी ली ली जा रही है।

1540_3एंबुलेंस समय पर आती तो बच सकती थी जान

सोहन लाल और ग्रामीणों ने बच्ची के गड़े होने की सूचना पुलिस को दी। फिर उसे अस्पताल ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस को फोन किया गया। लेकिन एंबुलेंस एक घंटे देरी से पहुंची। बच्ची को अचनेरा पीएचसी ले जाया गया, जहां डॉ. विष्णु शर्मा ने इलाज किया। उपचार शुरू करने के आधे घंटे बाद ही मौत हो गई।

ग्रामीणों ने बताया कि एंबुलेंस समय पर पहुंच जाती तो बच्ची की जान बचाई जा सकती थी। डॉ. शर्मा ने बताया कि अस्पताल लाने तक नवजात जिंदा थी। बिना कटी नाल होने से उसके शरीर में जहर फैल गया था।

 

RNT मेडिकल कोलेज में खेलों का मेडीकोलाम्पिक

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उदयपुर। आरएनटी मेडिकल कोलेज में चार दिवसीय अंतर महाविद्यालय मेडीकोलाम्पिक का आयोजन किया जा रहा है| जिसमे विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं 9 से 12 सितम्बर के बिच आयोजित की जायेगी।
सोमवार को प्रतियोगिताएं का शुभारम्भ लक्ष्य राज सिंह मेवाड़ और आर एन टी मेडिकल कोलेज के प्रिंसिपल डॉ एस के कोशिक ने किया ।
आरएनटी मेडिकल कोलेज के छात्र अध्यक्ष ब्रजेश धाकड़ ने बताया की चार दिन तक चलने वाली खेल प्रतियोगिताएं में फुट बॉल बोली बॉल , बास्केट बॉल , क्रिकेट , और इनडोर में केरम, शतरंज , बेटमिन्टन, टेबल टेनिस, होंगी सुबह 9 से 4 बजे तक प्रतियोगिताएं चलेगी जिसमे आर एन टी मेडिकल कोलेज के छात्र भाग लेगें ।
आज हुए वोली बॉल के मेच में ०९ बेच ने रेंडोम स्पाइक को २५-११, २५-१० से हराया