उदयपुर| शहर के प्रतापनगर खेमपुरा क्षेत्र में विद्युत तार टूट कर अन्य लाईन पर गिरने से हुए शाट सर्किट से क्षेत्र में अधेरा छा गया तथा मकानों के विद्युत उपकरण जल गये।
सूत्रों के अनुसार रविवार को शहर केप्रताप नगर थाना क्षेत्र खेमरापुरा में रोड लाईन का विद्युत तार टूट कर एल टी लाईन पर जा गिरा जिससे बस्ती में अधंरा छा गया। इसको देख मकानों बाहर निकल कर लोगों की भीड रोड पर जमा होने से माहौल गर्मागया। इसकी सूचना मिलने पर प्रतापनगर थानाधिकार लाबू राम, एस आई भरत योगी, ए एस आई डालचंद मय जाप्ता मोके पर पहच कर विद्यतुत विभाग को घटना की जानकारी दी। इस पर विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता गिरीश मारीवाल मय टीम को मोके पर पहुचे तथा लाईन को जोडत्र कर चालू किया गया। इस पर क्षेत्र में अधिकांश मकानों पर लाईट आ गई तथा कुछ मकानों में लाईट नहीं चालू हो पाई तथा उनके माकानों की विद्युत लाई जलने का पता चला साथ ही टीवी, प्रि*ज, वाशिंग मशीन सहित अन्य उपकरण जलने से नुकासान होने का पता चलने पर लोगों की भी$ड पुन: जमा हो गई। इस पर पुलिस ने विभाग के उच्चाधिकारियों को मोके पर बुलवा कर जनता की समस्या समाधान का आश्वासन दिलाने पर महौल शांत हुआ।
शार्ट सर्किट से विद्युत उपकरण नष्ट
कहीं किस, तो कहीं फर्नीचर फेंक कर मनाते हैं न्यू ईयर
Udaipur. नए साल का स्वागत करने का हर किसी का अपना तरीका होता है। ऎसा ही अलग अलग देशों में अलग अलग परम्पराएं हैं। इनमें से कुछ परम्पराएं लीक से हटकर भी हैं। इसी तरह विश्व के “स्टें्रजेस्ट न्यू इयर कस्टम” का खिताब जाता है चीलियन सीटी को जहां लोग न्यू ईयर की शाम कब्रिस्तान में एकत्र होकर अपने मृत रिश्तेदारों के साथ नए साल का स्वागत करते हैं। उनका मानना है कि कब्रिस्तान में उनके मृत रिश्तेदार उनके साथ होते हैं।
सोशल नेटवर्किग साइट बडू डॉट कॉम की ओर से किए गए पोल के मुताबिक इस खिताब के लिए रनरअप रही आयरिश परम्परा जिसमें दीवार पर ब्रेड फेंके जाते हैं और दक्षिण अफ्रीका में ऊंची इमारातों की खिड़कियों से फर्नीचर फेंक कर नए साल का स्वागत किया जाता है।
बडू ने 18 देशों के 7200 यूजर्स से नए साल के लिए विश्व के स्टें्रजेस्ट कस्टम के लिए वोट करने को कहा था। मोस्ट फन कैटेगरी में वेनिस के सेंट मार्क्स स्क्वायर के बाहर वर्ल्ड्स लाजेस्ट मास किस के तहत कपल्स का लिपकिस कर नए वर्ष का स्वागत करना टॉप पर रहा।
मोस्ट अनयूजुआल न्यू ईयर कस्टम्स –
1. कब्रिस्तान में एकत्रित होकर मृत रिश्तेदारों के साथ नव वर्ष का स्वागत (टालका, चील)
2. जानवरों को बातचीत करते हुए सुनने की कोशिश करना, अगर न सुन सके तो माने जाते हैं लकी (रोमानिया)
3. दीवार पर ब्रेड मारना ताकि बुरी आत्माओं को दूर भगाना (आयरलैंड)
4. खिड़की में से फर्नीचर बाहर फेंकना (जोहानेसबर्ग, दक्षिण अफ्रीका)
5. पेड़ लेकर जमी हुई झील में डाइव लगाना (साइबीरिया)
6. पॉसम ड्रॉप : शोर मचाती भीड़ पर पोसम फेंकना। पोसम कैट फेमिली का ही जानवर होता है।(नॉर्थ कैरोलिना, अमरीका)
7. पड़ोसियों को घूंसा मारकर पुराने विवाद सुलटाना (पेरू)
8. सिर के ऊपर से आग के गोले बनाते हुए गलियों में परेड करना (स्कॉटलैंड)
9. अकेले डिनर करते हुए का पुराना ब्रिटिश टीवी कॉमेडी स्केच देखना (जर्मनी)
10. तीन दिन की बड़ी वॉटर फाइट जिसमें पानी के गुब्बारे और बाल्टियों का इस्तेमाल किया जाता है। (थाईलैंड)
मोस्ट फन न्यू ईयर कस्टम्स –
1. मास किस वेनिस पियाजा (इटली)
2. गुडलक के लिए लाल अंडरवियर पहनना (स्पेन, इटली, मैक्सिको)
3. तीन दिवसीय वॉटर फाइट (थाईलैंड)
4. खिड़की से फर्नीचर बाहर फेंकना (जोहानेसबर्ग, दक्षिण अफ्रीका)
5. पड़ोसी को घूंसा मारकर पिछले विवाद सुलटाना (पेरू)
6. गर्म किए गए दूध के जग पर टाइट लिड लगाकर घर पर ही तोप बनाना (नीदरलैंड्स)
अभिनेता फारूख शेख का निधन
Udaipur. मशहूर अभिनेता फारूख शेख का शुक्रवार देर रात को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 65 वर्षीय शेख दुबई में थे जब उनका निधन हुआ। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शनिवार को उनके शरीर को मुंबई लाया जाएगा।
उन्होंने शतरंज के खिलाड़ी, उमराव जान, कथा, चश्में बद्दूर, नूरी समेत कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया। उन्होंने कई टीवी धारावाहिकों में भी काम किया।
उन्होंने इसी साल “क्लब 60” फिल्म में काम किया।
शिल्पग्राम मेले में कलाओं का संगम
उदयपुर। कला एवं शिल्प परंपरा के प्रोत्साहन हेतु उदयपुर के शिल्पग्राम में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित शिल्पग्राम उत्सव में सोमवार को हाट बाजार में कलात्मक वस्तुओं की खरीद-फरोख्त का सिलसिला शुरू हुआ वहीं लोग शिल्प उत्पादों को ले कर पूछ-परछ व दामों के बारे में जानकारी ले रहे हैं।
‘‘कलांगन’’ पर ब्रोजाई व घसियारी ने रंग जमाया, ताल-तरंग में गूंजे कोंकणी वाद्य
शिल्पग्राम उत्सव-2013 के तीसरे दिन शाम को मुक्ताकाशी रंगमंच पर लोक प्रस्तुतियों ने अरूणाचल प्रदेश का ब्रा-जाई व उत्तराखण्ड का घसियारी नृत्य लुभावनी प्रस्तुति रही वहीं ‘‘ताल-तरंग’’ गोवा के वाद्य यंत्रों की टंकार अरावली पर्वतमालिका में गूंजी।
रंगमंच पर कार्यक्रम की शुरूआत गोवा के कला एवं संस्कृति संचालनालय द्वारा प्रेषित ‘‘ताल तरंग से हुई। इस प्रस्तुति में गोवा का लोक वाद्य घुम्मट, समेळ, ताशा, तबला, पखावज, कसालें, वायलिन तबला तरंग आदि वाद्यों के साथ वेस्टन ड्रम का प्रयोग कलात्मक ढंग से किया गया। इस अवसर पर अरूणाचल प्रदेश का ब्रो-जाई नृत्य पूर्वांचल की माटी की मीक लेकर आया। पर्वतों पर छाई हरियाली से उन्मादित हो मिसी जाति की महिलाएं यह नृत्य करती हैं। नृत्य में मिसी जनजाति की बालाओं की भाव भंगिमाएं व अंग विन्यास दर्शकों को रास आया। कार्यक्रम में कर्नाटक का करघा कोलट्टा जहां आकर्षक व जोशपूर्ण पेशकश रही वहीं उत्तराखण्ड का घसियारी नृत्य वहां कृषि समुदाय के लोगों की संस्कृति को दर्शाने वाली प्रस्तुति रही।
तीसरे दिन की शाम कार्यक्रम में कल्पतरू गुहा द्वारा प्रस्तुत माइम को दर्शकों ने रूचि से देखा। गुहा ने क्रिकेट के दृश्यों तथ एक्शन्स को अपनी भाव भंगिमाओं से दर्शाया। छत्तीसगढ़ की मुरिया जनजाति के गौंड माडिया नृत्य की मंथर थिरकन से दर्शकों ने पसं की। इस अवसर पर ही गोवा को गौफ नृत्य में रंगन पट्टिकाओं का लयकारी के साथ गुंथन नवाकर्षण रहा। कार्यक्रम में इसके अलावा ऑडीशा सरकार के सौजन्य से प्राप्त गोटीपुवा नर्तकों ने बंधा प्रस्तुत किया। अन्य प्रस्तुतियों में पुरूलिया छाऊ, डांग, भपंग वादन, लाम्बरा उल्लेखनीय हैं।
शिल्पग्राम मेले में कलाओं का संगम
उदयपुर। कला एवं शिल्प परंपरा के प्रोत्साहन हेतु उदयपुर के शिल्पग्राम में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित शिल्पग्राम उत्सव में सोमवार को हाट बाजार में कलात्मक वस्तुओं की खरीद-फरोख्त का सिलसिला शुरू हुआ वहीं लोग शिल्प उत्पादों को ले कर पूछ-परछ व दामों के बारे में जानकारी ले रहे हैं।
‘‘कलांगन’’ पर ब्रोजाई व घसियारी ने रंग जमाया, ताल-तरंग में गूंजे कोंकणी वाद्य
शिल्पग्राम उत्सव-2013 के तीसरे दिन शाम को मुक्ताकाशी रंगमंच पर लोक प्रस्तुतियों ने अरूणाचल प्रदेश का ब्रा-जाई व उत्तराखण्ड का घसियारी नृत्य लुभावनी प्रस्तुति रही वहीं ‘‘ताल-तरंग’’ गोवा के वाद्य यंत्रों की टंकार अरावली पर्वतमालिका में गूंजी।
रंगमंच पर कार्यक्रम की शुरूआत गोवा के कला एवं संस्कृति संचालनालय द्वारा प्रेषित ‘‘ताल तरंग से हुई। इस प्रस्तुति में गोवा का लोक वाद्य घुम्मट, समेळ, ताशा, तबला, पखावज, कसालें, वायलिन तबला तरंग आदि वाद्यों के साथ वेस्टन ड्रम का प्रयोग कलात्मक ढंग से किया गया। इस अवसर पर अरूणाचल प्रदेश का ब्रो-जाई नृत्य पूर्वांचल की माटी की मीक लेकर आया। पर्वतों पर छाई हरियाली से उन्मादित हो मिसी जाति की महिलाएं यह नृत्य करती हैं। नृत्य में मिसी जनजाति की बालाओं की भाव भंगिमाएं व अंग विन्यास दर्शकों को रास आया। कार्यक्रम में कर्नाटक का करघा कोलट्टा जहां आकर्षक व जोशपूर्ण पेशकश रही वहीं उत्तराखण्ड का घसियारी नृत्य वहां कृषि समुदाय के लोगों की संस्कृति को दर्शाने वाली प्रस्तुति रही।
तीसरे दिन की शाम कार्यक्रम में कल्पतरू गुहा द्वारा प्रस्तुत माइम को दर्शकों ने रूचि से देखा। गुहा ने क्रिकेट के दृश्यों तथ एक्शन्स को अपनी भाव भंगिमाओं से दर्शाया। छत्तीसगढ़ की मुरिया जनजाति के गौंड माडिया नृत्य की मंथर थिरकन से दर्शकों ने पसं की। इस अवसर पर ही गोवा को गौफ नृत्य में रंगन पट्टिकाओं का लयकारी के साथ गुंथन नवाकर्षण रहा। कार्यक्रम में इसके अलावा ऑडीशा सरकार के सौजन्य से प्राप्त गोटीपुवा नर्तकों ने बंधा प्रस्तुत किया। अन्य प्रस्तुतियों में पुरूलिया छाऊ, डांग, भपंग वादन, लाम्बरा उल्लेखनीय हैं।
विधायक ने ली बिजली व जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक
भींडर। वल्लभनगर विधायक रणधीरसिंह भींडर ने गुरुवार को भींडर राजमहल में विधानसभा क्षेत्र के बिजली व जलदाय विभाग के सहायक अभियंता व कनिष्ट अभियंताआें की बैठक ली। इस दौरान भींडर ने अधिकारियों को आम जनता के बिजली व पानी की समस्याआें का तुरन्त निस्तारण करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्हें समस्या समाधान करने में आ रही कठिनाइयों की भी जानकारी ली। बैठक में अधिशाषी अभियंता भींडर लाभचंद्र प्रजापत, सहायक अभियंता भींडर कंवरलाल भाटी, सहायक अभियंता वल्लभनगर भैरूलाल मेघवाल, सहायक अभियंता कुराबड़ मिथिलेश कुमार के अलावा भटेवर, कानोड़, भींडर, कुराबड़ के कनिष्ट अभियंता उपस्थित थे। इन सभी अधिकारियों को विधायक भींडर ने उपभोक्ताआें के कार्य निष्पक्ष व शीघ्र करने का आग्रह किया। किसानों को फसल की सिंचाई करने के दौरान डीपी जलने व चोरी होने की स्थिति में पहले जैसे ज्यादा दिन नहीं लगाकर तीन दिन में उनकी डीपी को बदलने, गांवों में दी जा रही छह घंटे थ्री फेस व 24 घंटे सिंगल फेस बिजली आपूर्ति की निरंतरता बनाए रखने सहित अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वहीं 40 कृषि कनेक्शनों के लिए डिमांड राशि जमा होने के बाद भी अभी तक कनेक्शन चालू नहीं करने पर शीघ्र डीपी लगवा कर उन किसानों के बिजली कनेक्शन देने की बात कहीं।
लोक कलाओं का दस दिवसीय महाकुंभ कल से
उदयपुर। लोक कलाओं एवं लोक शिल्प का महाकुंभ शिल्पग्राम उत्सव आगामी 21 से 30 दिसंबर तक हवाला गांव स्थित ग्रामीण कला परिसर में आयोजित होगा। उत्सव में 450 लोक कलाकारों सहित 1500 से अधिक शिल्पकर्मी भाग लेंगे। इस वर्ष जनजाति संस्कृति थीम पर केंद्रित इस उत्सव का उद्घाटन शनिवार शाम साढ़े छह बजे प्रदेश की राज्यपाल मार्गेट अल्वा करेंगी। यह जानकारी गुरुवार को शिल्पग्राम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केंद्र निदेशक शैलेंद्र दशोरा ने की। उन्होंने बताया कि कला एवं शिल्प के प्रोत्साहन तथा शिल्पकारों तथा शिल्प प्रेमियों के मध्य संवाद स्थापित करने के ध्येय से आयोजित इस उत्सव में देश के 17 राज्यों के कलाकार व शिल्पकार भाग लेंगे। इस उत्सव में विकास आयुक्त हस्तशिल्प नई दिल्ली, विकास आयुक्त हथकरघा, नेशनल वूल डेवलपमेंट बोर्ड, राष्ट्रीय पटसन बोर्ड के शिल्पकारों के साथ-साथ पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा के शिल्पकार तथा देश के अन्य क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के शिल्पकार अपनी कला का प्रदर्शन व उत्पाद विक्रय के लिए लेकर उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा उत्सव में विभिन्न प्रकार के पारंपरिक खाद्य पदार्थों के शिल्पकार भी भाग लेंगे। इसमें गुजराती, राजस्थानी, मराठी व हैदराबादी सम्मिलित हैं।सांस्कृतिक संध्याओं का होगा आयोजन: दस दिवसीय उत्सव में रोजाना दोपहर 12 बजे से हाट बाजार की गतिविधियां प्रारंभ होगी, जिसमें शिल्प प्रदर्शन के साथ-साथ विभिन्न थड़ों आंगन, चौपाल, गुर्जरी आदि पर लोक कलाकारों द्वारा नृत्य व गायन के कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। उत्सव के दौरान रोजाना शाम छह बजे से मुक्ताकाशी रंगमंच क्रकलांगनÓ पर विभिन्न राज्यों के लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। केंद्र निदेशक ने बताया कि उत्सव में कला प्रस्तुतियों के लिए कला दलों को दो चरणों में बुलाया गया है। इनमें 21 से 25 दिसंबर तक कला प्रेमियों को गोवा का घोड़े मोडनी, सिक्किम का सिंगी छम, उत्तराखंड का छपेली, थडिय़ा, चौफला, गुजरात का डांगी नृत्य, ऑडीशा का गोटीपुवा, हिमाचल प्रदेश का नाटी, पश्चिम बंगाल का पुरूलिया छाऊ, छत्तीसगढ़ का गौंड मारिया, अरूणाचल प्रदेश का ब्रोजाई व जू-जू झा-झा, कनाटक का करघा कोलट्टा व मेवाती ध्वनि जैसी कला शैलियों के रसास्वादन का अवसर मिल सकेगा। जबकि 26 से 30 दिसंबर तक शिल्पग्राम उत्सव में राजस्थान से कालबेलिया, लंगा व मांगणियार लोक गायक, भपंग, तमिलनाडु का कावड़ी कडग़म, सिक्किम का तमांग सेलोव व घंटू, मणिपुर का पुंग चोलम, पंजाब का भांगड़ा, लुड्डी, महाराष्ट्र का लावणी, असम का बिहू, गुजरात का सिदी धमाल तथा केंद्र शासित प्रदेश सिलवासा से तारपा व ढोल आदि कलाओं को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा मेला प्रांगण के लिये कच्छी घोड़ी, तेजाजी, जादूगर, नट आदि कलाओं को शामिल किया गया है।
आज धूम-डे
उदयपुर। आमिर खान, अभिषेक बच्चन, उदय चौपड़ा और कटरीना कैफ की यशराज बैनर की फिल्म धूम-३ देशभर के सिनेमाघरों के साथ लेकसिटी में भी धूम मचाने के लिए आज रिलीज हो गई है। लेकसिटी में इस फिल्म के पीवीआर, आइनॉक्स और अशोका में कुल 35 शो चल रहे हंै। यह 35 ही शो लगभग सभी हाउसफुल है। लोगों की इस फिल्म के प्रति दीवानगी को देखते हुए नए रिकॉर्ड बनाने के कयास लगाए जा रहे हैं, वही इस फिल्म को लेकर मल्टीप्लेक्सों के टिकट दर भी नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। शहर में इस फिल्म की टिकट दर दोगुनी से भी ज्यादा कर दी गई है। जहां पीवीआर में जिस टिकिट के 100 रुपए लगते हैं। इस फिल्म के लिए उस टिकट की दर 225 रुपए ली जा रही हैं और आइनॉक्स में जिस क्लास की टिकट की दर 70 रुपए हैं, उसके 170 रुपए वसूले जा रहे है, लेकिन इस फिल्म के लिए लोगों की दीवानगी इस कदर है कि आज के सभी सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स के 35 ही शो कल ही हाउस फुल हो चुके थे और पीवीआर के प्रबंधक गुरजीत के अनुसार आगामी बुधवार तक पीवीआर में सभी शो की एडवांस बुकिंग फुल है।
आइनॉक्स में भी यही हाल है आज के सारे शो हाउस फुल कल ही हो चुके थे और अगले चार दिनों तक की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। अशोका के प्रबंधक शेरआलम के अनुसार उनके सीनेप्लेक्स के सभी शो हाउस फुल है और अगले एक हफ्ते की एडवांस बुकिंग हो रही है, जिसमे कई शो फुल हो चुके हैं।
ब्लैक करने के नए तरीके: सूत्रों के अनुसार कई युवाओं ने इस फिल्म के टिकट तीन दिन पहले ही एडवांस बुकिंग कर लिए थे और अब वही युवा एडवांस बुकिंग के जरिये से ब्लैक कर रहे हैं। अपनी आईडी के जरिये फेसबुक और वाट्सअप के ग्रुप के जरिये 500 से 800 रुपए में टिकट बेच रहे हैं, जिन्हें कई लोग खरीद भी रहे हैं।
बनाएगी नया रिकॉर्ड: जिस तरह से फिल्म के टिकट की कीमतें रखी गई हैं
उसे देख कर यह कहना गलत नहीं होगा की धूम 3 200 करोड़ क्लब को पीछे छोड़ते हुए 300 करोड़ क्लब बनाने में कामयाब हो जाएगी। ट्रेड एनालिस्ट के अनुसार धूम 3 सिर्फ तीन दिनों में 100 करोड़ और एक हफ्ते में 200 करोड़ में शामिल हो सकती है। इससे पहले यह कमाल शाहरूख खान और दीपिका पादुकोण की चैन्नई एक्सप्रेस कर चुकी है।
आईजी की हटी, कलेक्टर की डटी
उदयपुर। क्रलालबत्ती में अटकी जानञ्ज शीर्षक खबर क्रमददगारञ्ज में प्रकाशित होने के बाद कुछ अधिकारियों ने अपने वाहनों से लाल बत्ती हटा दी। आईजी अमृत कलश ने अपने वाहन से लालबत्ती हटवा ली, वही एडीएम प्रशासन ने आईजी की गाड़ी से लालबत्ती हटी देखकर अपने वाहन से भी लाल बत्ती उतरवा दी, जबकि कलेक्टर आशुतोष पेढणेकर ने अभी तक लाल बत्ती नहीं हटाई है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने लाल बत्ती और नीली बत्ती वाहनों पर लगाने के लिए अपना रूख साफकर दिया था कि लाल बत्ती संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्ति ही उपयोग कर सकेंगे और नीली बत्ती पुलिस और आपातकालीन सेवाओं के लिए है, लेकिन अधिकारियों का लाल बत्ती से मोह नहीं छूट रहा है। अभी भी कुछ अधिकारियों ने लाल बत्ती अपने वाहन से नहीं उतारी है, तो कई अधिकारियों की गाडिय़ों पर अभी भी लाल बत्ती लगी हुई है परिवहन विभाग भी इस संबंध में कोई कारवाई नहीं कर रहा है।
पनिहारिन में लोक व पाश्चात्य नृत्यों की धूम
उदयपुर ,गुरू नानक कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय रंगारंग वार्षिकोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन शुक्रवार मिस पनिहारिन के चयन से हुआ। मिस पनिहारिन प्रतियोगिता के विभिन्न चरणों के आयोजन के पश्चात् घोषित परिणामों में विजेता सुश्री अल्काश्री देवड़ा को मिस पनिहारिन का ताज पहनाया गया। प्रथम उपविजेता व द्वितीय उपविजेता का ताज क्रमशः सुश्री दिव्या शर्मा व सुश्री फूल सोनी को पहनाया गया।
प्राचार्य प्रो. एन.एस. राठौड़ ने बताया कि मिस पनिहारिन के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति आई.वी. त्रिवेदी थे। विशिष्ट अतिथि के.एस. गिल, मनोहर सिंह सच्चर, सतनाम सिंह, डी.एस पाहवा व अमरपाल सिंह पाहवा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोहिन्दरपाल सिंह लिखारी ने की। कार्यक्रम में एकल नृत्य, सामूहिक नृत्य व मिस पनिहारिन के लिए विभिन्न प्रतियोगिताए आयोजित हुई। एंगल समूह ने सागर पाणी भरवा जाऊंसा. लोक गीत पर शानदार नृत्य कर समां बांध दिया। युगल नृत्य में वंदना गुर्जर ने कण-कण में गूंजे जय जय राजस्थान. गीत पर मनमोहक नृत्य कर राजस्थानी रंगों की छटा विखेर सभी का मन मोह लिया। विनायक ग्रुप ने जय गणेशा देवा.भक्ति गीत पर शानदार प्रस्तुति देकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। सिमरन डोडेजा ने कजरारे-कजरारे तेरे काले-काले नयना गीत पर जोरदार नृत्य कर पांडाल में दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया। भानूप्रिया ने काल्यो कूद पड़यो मेला में सायकल पंचर कर लायो गीत पर पारम्परिक कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत कर परम्पराओं को जीवंत कर दिया
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपकुलपति आई.वी. त्रिवेदी ने कहा कि वैश्वीकरण के युग में मौलिक प्रतिभा को विकसित करने की आवश्यकता है। शिक्षा व कला के माध्यम से विद्यार्थी जीवन में रचनात्मक प्रवृत्तियों का सूत्रपात होता है। उन्होंने कहा महिला उच्च शिक्षा का लक्ष्य नारी के मान-सम्मान व स्वाभिमान में अभिवृद्धि करना है। नारी शिक्षा के बढ़ावे से महिला में आत्म विश्वास का संचार होता है।
इससे पूर्व मिस पनिहारिन प्रतियोगिता के विभिन्न चरण आयोजित हुए। मिस पनिहारिन प्रतियोगिता में 20 छात्राओं ने भाग लिया। पहला राउण्ड परिचय का रहा जिसमें प्रतिभागियों ने सजेधजे पारम्परिक परिधानों में अपना परिचय दिया। द्वितीय राउण्ड टेलेंट राउण्ड था जिसमें सभी प्रतिभागियों ने अपना मौलिक प्रतिभा का परिचय दिया। तृतीय चरण प्रश्नोत्तरी राउण्ड था जिसमें निर्णायकों न प्रतिभागियों से प्रश्न पूछकर उनकी बौद्धिक क्षमता का आंकलन किया। घोषित परिणामों में विजेता रही सुश्री अल्काश्री देवड़ा को मिस पनिहारिन का ताज अतिथियों ने पहनाया।
प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ. मुक्ता शर्मा, डॉ निशा मूंदड़ा व सीमा अग्रवाल थी। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो. एन.एस. राठौड़, छात्रासंघ अध्यक्ष स्नेहा बागड़ी, के. एस. गिल, अमरपाल सिंह व डी.एस. पाहवा ने अपने विचार व्यक्त किए। सांस्कृतिक प्रभारी अनुराधा मालवीया ने पांच दिवसीय प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। डॉ. मीनल कोठारी, विनिता वर्मा, अल्काश्री देवड़ा आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डॉ. रेखा तिवारी व अनिल चतुर्वेदी ने किया व धन्यवाद उप-प्राचार्य डॉ. अनुज्ञा पोरवाल ने ज्ञापित किया।