वैष्णोदेवी ट्रेन हुई लेट, 2 बजे की जगह आज रात 10 बजे बाद आएगी

4132_40उदयपुर। वैष्णोदेवी की यात्रा पर गए उदयपुर के यात्री गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे पहुंचने वाले थे, लेकिन अब रात 10 बजे बाद पहुंचेंगे। आईआरसीटीसी द्वारा ट्रेन का शिड्यूल आठ घंटे लेट कर दिया जाने के कारण यह स्थिति बन रही है। उदयपुर वापसी के लिए ट्रेन बुधवार रात 10 बजे जम्मूतवी स्टेशन से रवाना हुई।

ट्रेन प्रभारी धनपत सिंह ने बताया कि ट्रेन जम्मूतवी से दोपहर एक बजे निकलने वाली थी, लेकिन आईआरसीटीसी के अधिकारियों से जानकारी मिली कि जम्मू से दिल्ली के बीच सिंगल लाइन होने से ट्रेन को निकलने में समय लगा। ऐसे में कटरा से बसों द्वारा देरी से निकले यात्री शाम 4 बजे जम्मू में पहुंचे।

लेकसिटी में आए सन्नी देओल

2719_34उदयपुर. भैयाजी सुपरहिट फिल्म में लीड रोल कर रहे अभिनेता सन्नी देओल बुधवार अपराह्न साढ़े तीन बजे उदयपुर पहुंचे। वे डबोक एयरपोर्ट से सीधे सितारा होटल पहुंचे। गुरुवार को शहर के समीप कलड़वास में सन्नी देओल के एक्शन सीन फिल्माए जाएंगे। इससे पहले सन्नी देओल को देखने बड़ी संख्या में लोग कलड़वास पहुंच गए।

बच्चे और युवा तो पेड़ पर चढ़ गए। सन्नी देओल, प्रीति जिंटा, अमीषा पटेल, अरशद वारसी की भूमिकाओं वाली फिल्म के निर्देशक नीरज पाठक हैं। जाने माने निर्माता महेंद्र धारीवाल के बेटे चिराग इस फिल्म के प्रो्रड्यूसर हैं। मंगलवार को शहर के गणगौर घाट पर शूटिंग हुई थी

मन-मरीचिका ने दिखाई प्रोफेसर की विरह वेदना

IMG-20130903-WA0013उदयपुर , विद्याभवन सभागार में बुधवार को मंचित नाटक ‘मन-मरीचिका’ में पत्नि के बिछोह की टीस को सालों तक मन में लिये जीवन व्यतीत करने वाले प्रोफेसर की कथा का मार्मिक और ह्रदय-स्पर्शी चित्रण किया गया। उदयपुर की सांस्कृतिक संस्था नाद्ब्रहम एवं डॉ. मोहन सिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में रंगकर्मी हेमंत पंड्या ‘दादू’ की स्मृति में आयोजित दो दिवसीय नाट्य समारोह ‘‘रंगाजलि’’ की पहली प्रस्तुति ‘‘मन-मरीचिका’’ द्वारा शहर के रंगकर्मी राकेश नायक को श्रद्धांजलि दी गयी।

स्वर्गीय हेमंत पंड्या द्वारा निर्देशित एवं परिकल्पित इस प्रस्तुति का लेखन स्वर्गीय राकेश नायक की कविताओं पर आधारित था। यह जानकारी संस्था के हेमंत मेनारिया ने दी। पाँच पात्रों वाले इस नाटक में प्रोफेसर पूरे समय मंच पर उपस्थित रहता है। जबकि उसकी प्रेयसी मुक्ता ख्वाबों में आती है। इस प्रस्तुति की खूबसूरती है कि प्रोफेसर के पुत्र, पुत्रवधू और पौत्र पार्श्व में रहकर भी प्रोफेसर से सीधा संवाद करते है। प्रोफेसर के जीवन में पत्नि मुक्ता उसे छोड़ जाती है। और प्रोफेसर इस संदर्भ को भुला नहीं पाता व बार- बार ख्वाब में उसे देखता है। उसके साथ कल्पनाओं में जीवन के पलों को बांटता है। प्रोफेसर की इस स्थिति से द्रवित उनका पुत्र समझाता है कि वो अब नहीं आयेगी। यहाँ तक कि प्रोफेसर अपने पोते को भी मुक्ता के लौटने का विश्वास दिलाता है। आखिरकार एक दिन ख्यालों में मुक्ता के साथ कविता पढ़ते प्रोफेसर की मृत्यु हो जाती है।

ये दुखांत नाटक पात्रों के सटीक अभिनय निर्देशकीय कसावट के चलते दर्शकों को बांधे रखने में सफल हो सका। नाटक में प्रयुक्त संगीत प्रभाव एवं प्रकाश की छाप प्रभावी रही।

मुक्ता की भूमिका में नेहा काबरा, प्रोफेसर की कल्पानाओं में आकर प्रेम की प्रगाढ़ता का अहसास कराती है। वहीं प्रोफेसर की वेदना को नीलाभ शर्मा ने सशक्त अभिनय से अभिव्यक्त किया। पुत्र के रूप में शिवराज सोनवाल के संवादों ने जीवंत उपस्थिति का अहसास कराया। रेखा सिसोदिया ने पुत्रवधू एवं पोते का अभिनय विभांगी आमेटा ने किया। इस प्रस्तुति की विशेषता थी पं. हरिप्रसाद चौरसिया के शिष्य पं. कुसुमाकर पंड्या द्वारा दिया गया संगीत। इस प्रस्तुति के क्रिएटिव डायरेक्टर श्री शिवराज सोनवाल थे। हेमंत मेनारिया द्वारा प्रकाश व्यवस्था व महेश आमेटा की मंच सज्जा एवं रूप-सज्जा महत्वपूर्ण रही। निर्माण प्रबन्धक अनिल दाधीच थे।

नाटक के आरम्भ में अथितियो का स्वागत ट्रस्ट सचिव नन्द किशोर शर्मा ने किया।धन्यवाद नाद्ब्रहम के अध्यक्ष विश्वजीत पानेरी ने ज्ञापित किया।

 

नितेश सिंह

 

 

तोगड़िया हो या आसाराम क़ानून सबके लिए बराबर है

तोगड़िया हो या आसाराम क़ानून सबके लिए बराबर है
DSC_1511उदयपुर ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आसाराम बापू को कोई वीआईपी सुरक्षा नहीं दी गई है। पुलिस जाब्ता इसलिए लगाया गया, ताकि आसाराम के समर्थक कानून व्यवस्था को न बिगाड़े। आसाराम बापू के साथ कानून के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। पहले डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा ने भी कहा था कि अगर राजस्थान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया, तो राजस्थान में आग लग जाएगी, लेकिन उन्हें भी गिरफ्तार किया गया और १२ दिन जेल में रखा गया। तोगडिया हो या आसाराम कानून सबके लिए बराबर है । जिसने अपराध किया है वह सजा भुगतेगा
कांग्रेस में मनभेद नहीं
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस पार्टी में मतभेद के सवाल पर कहा कि पार्टी में किसी के भी बीच में कोई मनभेद नहीं है। हां मतभेद तो होना ही चाहिए, ताकि चर्चाएं हो और ज्यादा से ज्यादा विचार-विमर्श हो, ताकि जनता के लिए श्रेष्ठ काम किया जा सके। उन्होंने डॉॅ. सीपी जोशी की तरफ देखते हुए कहा कि हम सब एक है।

उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच, गणेश जी के दूध पिने जैसा भ्रम – मुख्यमंत्री

DSC_1443

उदयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना, मात्र वैसी ही अफवाह है, जैसी गणेशजी की मूर्तियों के दूध पीने की उड़ी थी। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले यह अफवाह उड़ाई गई है। यह जांच का विषय है कि ऐसी अफवाह किसने और क्यों उड़ाई। मुख्यमंत्री गहलोत ने आज सुबह डबोक एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि निकट भविष्य में उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना संभव नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच को लेकर न तो सरकार की तरफ से कोई प्रस्ताव भेजा गया, न ही कानून मंत्री और चीफ जस्टिस के पास कोई प्रस्ताव भेजा गया। उन्होंने कहा कि ये अफवाहें क्यों उड़ी? किसने वकीलों को गुमराह किया? ये कोरा एक षडयंत्र है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि वकील बार-बार हड़ताल करते हैं, जिससे जनता को परेशानी होती है। वकील हर बात पर हड़ताल का रास्ता अपनाते हैं, जो गलत है। वकीलों को हड़ताल की बजाए बातचीत का तरीका अपनाना चाहिए, जिससे समस्या का समाधान हो सके। उनको चाहिए कि वे अपनी बात तरीके से रखे।

DSC_1548
आज सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीपी जोशी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुरुदास कामत, महेंद्रजीतसिंह मालवीया, खेलमंत्री मांगीलाल गरासिया डबोक के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां से ये सभी नेता सलूंबर के लिए रवाना हो गए। ये सभी नेता कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के 11 सितंबर को सलूंबर में होने वाले आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करने के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने यहां पहुंचे।
मुख्यमंत्री से मिलने उमड़ी भीड़
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सीपी जोशी से मिलने के लिए एयरपोर्ट पर काफी संख्या में कांग्रेसी नेता, कार्यकर्ता और शहरवासी पहुंचे। श्री गहलोत के एयरपोर्ट के बाहर आते ही अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगने शुरू हो गए और लालसिंह झाला के समर्थकों ने लाल सिंह झाला के जिंदाबाद के नारे लगाए, तो सीपी जोशी जिंदाबाद के नारे भी लगे। शहर से केके शर्मा के नेतृत्व में जो प्रतिनिधि मंडल आया, उसमें रियाज मोहम्मद, रसीद खान आदि ने आने वाले विधानसभा चुनाव में केके शर्मा को टिकिट देने की मांग की। उधर लालसिंह झाला के समर्थकों ने भरपूर शक्ति प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री के स्वागत में एयरपोर्ट आने वालों में वीरेंद्र वैष्णव, त्रिलोक पूर्बिया, रूपकुमार खुराना, मधु मेहता, चंदा सुहालका, देवकीनंदन काका, दरियावसिंह चूंडावत, गोपाल नागर, पंकज शर्मा, केके शर्मा, अजय पोरवाल, मोहम्मद अयूब आदि थे।

मैडम क्या नहाने के बाद कपड़े नहीं पहनती हो

महिला रेजिडेंट डॉक्टर को अपमानित करने का मामला दबाने का प्रयास

राष्ट्रीय महिला आयोग के निर्देश पर जांच कमेटी गठित

 

doctor

उदयपुर। आज महिलाओं  के मान सम्मान की बात और गरिमा की बात हर कोई करता है। सरकार हो या आम आदमी महिलाओं के साथ ज्यादती होते ही सब एक कतार में खड़े होकर महिला के प्रति सहानुभूति पेश करते है। सब उस महिला के साथ होने का दावा करते है। लेकिन हकीकत इससे कही कोसों दूर है। महिला को अपनी गरिमा की लड़ाई खुद अकेले ही लड़नी पड़ती है। और यहाँ संभाग के सबसे बड़े हॉस्पिटल महाराणा भूपाल चिकित्सालय में पिछले 10 दिन से ऐसा ही हो रहा है। एक रेजिडेंट महिला डॉक्टर अपने एच ओ डी द्वारा सबके सामने अभद्र और अश्लील टिपण्णी करने के खिलाफ अकेले ही लड़ रही है।

यहां सरकारी एमबी अस्पताल में एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर से अभद्रता करके उसे अपमानित करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। हालांकि इसे दबाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग के निर्देश पर प्रशासन ने मजबूरी में क्रवूमन्स हरेशमेंट जांच कमेटीञ्ज का गठन किया है। इस कमेटी में डॉ. चंद्रा माथुर, डॉ. मेघश्याम शर्मा, डॉ. मधुबाला चौहान और मधु सरीन को मनोनीत किया गया है। कमेटी ने अभी जांच शुरू नहीं की है। मामले की गंभीरता यह है कि आरोप साबित होने के आरोपी को धारा ३५४ (ए) के तहत पांच साल की सजा हो सकती है। महिला रेजिडेंट डॉक्टर पिछले दस दिन से अपने आत्म-सम्मान के लिए लड़ रही है, लेकिन सभी अधिकारी उसको दबाने में लगे हैं। यहां तक की एचओडी और प्राचार्य के दबाव के कारण सहयोगी डॉक्टरों ने भी उसका साथ छोड़ दिया है। इस बीच महिला रेजिडेंट डॉक्टर ने इस संबंध में राज्य महिला आयोग, एसपी उदयपुर और हाथीपोल थाने में एचओडी के खिलाÈ शिकायत दर्ज कराई है।
मोबाइल कॉल की रिकार्डिंग, Èिर भी कार्रवाई नहीं
डॉ. विभा चौधरी ने इस घटना के बाद उस पर बनाए जा रहे दबाव के चलते उसे किए जा रहे कॉल की रिकार्डिंग कर रखी है, जिसकी उसने सीडी भी बनाई है। इतने साक्ष्य उपलब्ध कराने के बाद भी जांच कमेटी अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। सीडी में स्वयं डॉ. गोयल का कॉल भी रिकार्ड है, जिसमें वे डॉ. विभा से कह रहे हैं कि उन्होने अभद्र भाषा का प्रयोग किया था, जो उन्हें नहीं करना चाहिए था। सीडी में बाल चिकित्सालय के एक और सीनियर डॉक्टर लाखन पोसवाल ने भी पीडि़ता को कॉल कर समझाने और मामले को शांत करने की बात कहीं है।
क्या है मामला
बाल अस्पताल के एचओडी डॉ. सुरेश गोयल 24 अगस्त को आईसीयू के राउंड पर थे, तब उसके साथ उनके करीब सात रेजिडेंट छात्र-छात्राएं भी थी। इस दौरान डॉ. गोयल ने रेजिडेंट डॉक्टर विभा चौधरी से वेंटिलेटर के रखरखाव और मरीज की ब्रीथिंग सर्किट के बारे में पूछताछ की। हालांकि उक्त मरीज चौधरी के देखरेख में नहीं था, Èिर भी एचओडी का सम्मान करते हुए उन्होंने कहा कि शायद स्ट्रेलाइजेशन के लिए गई होगी। इस पर डॉ. गोयल ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा की क्रक्रमैडम जब नहाने जाती हो, तो कपड़े लेकर नहीं जाती क्या?, नहाने के बाद कपड़े नहीं पहनती हो क्या?, बिना कपड़ों के ही दो दिन तक घूमती रहती हो।ञ्जञ्ज ये बात उन्होंने सभी साथी रेजिडेंट और मरीजों के सामने कही। डॉ. गोयल के जाने के बाद साथी रेजिडेंट डॉ. विभा चौधरी का मजाक उड़ाने लग गए कि क्रक्रक्या बाथरूम के बाहर बिना कपड़ों के आती हो?ञ्जञ्ज
महिला आयोग से शिकायत
डॉ. विभा चौधरी ने इस संबंध में आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके कौशिक, महिला आयोग, एसपी उदयपुर और हाथीपोल थाने में शिकायत की है। दूसरी तरÈ सीनियर डॉक्टर, रेजिडेंट डॉक्टर व अन्य अस्पताल स्टॉÈ डॉ. विभा का साथ देने के बजाय मामला दबाने के प्रयास कर रहे हैं। प्राचार्य डॉ. कौशिक ने आठ दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की, तो जांच कमेटी की अध्यक्ष अभी तक जांच ही कर रही है। बाकी विभाग के सीनियर डॉक्टर पीडि़ता पर लगातार दबाव बनाने में लगे हुए है कि वह इस मामले को उठा ले। यहां तक की घटना के वक्त मौजूद साथी रेजिडेंट ने भी एचओडी के दबाव में आकर अपनी साथी से पल्ला झाड़ लिया और ऐसी किसी घटना के होने से इनकार कर दिया है।
: हमने जांच कमेटी बैठा दी है। इस मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई के बारे में सोचा जाएगा।
-डॉ. एसके कौशिक, प्राचार्य आरएनटी मेडिकल कॉलेज
: मुझ पर लगाए गए आरोप झूठे हंै। मैंने अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया, जो सीडी बनाई गई है, वो बिलकुल झूठी है और उसको एडिट किया गया है।
-डॉ. सुरेश गोयल, एचओडी, बाल अस्पताल
: डॉ. विभा ने सारे काम अकेले ही कर लिए हैं। उन्हें पहले रेजिडेंट बोर्ड के सामने अपनी शिकायत रखनी थी, वे सलाह मशविरा करती, तो Èिर जो उचित होता, वो एक्शन लिया जाता। अब तो इन सबकी जांच रिपोर्ट आने पर ही कुछ कहा जा सकता है।
-डॉ कप्तानसिंह, अध्यक्ष, रेजिडेंट डॉक्टर एसोशियेशन

MB अस्पताल में इलाज के लिए आया कैदी फरार

1978_prisonउदयपुर। एमबी अस्पताल में आज सुबह केन्द्रीय कारागृह से उपचार के लिए लाए गए पांच कैदियों में से एक कैदी चालानी गार्ड को गच्चा देकर फरार हो गया। फरार कैदी की काफी तलाश की गई, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। कैदी को पकडऩे के लिए नाकाबंदी कराई गई है।

पुलिस के अनुसार केंद्रीय कारागृह से पांच कैदियों को आज सुबह एमबी अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया, जहां चालानी गार्ड कैदियों के लिए पर्ची बनाने गए, तभी हत्या के अभियुक्त सवालिया (मावली) निवासी भैरूलाल पुत्र सुंदरलाल बंजारा वहां से भाग गया।

चालानी गार्ड ने उसे पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन वह हाथ नहीं आया। इस संबंध में तत्काल कंट्रोल रूम पर सूचना दी गई और नाकाबंदी की गई, लेकिन समाचार लिखे जाने तक उसका कहीं पता नहीं चला।

बताया जा रहा है कि भैरूलाल को कैंसर की आशंका पर यहां बड़े अस्पताल में चेकअप के लिए लाया गया था। भैरूलाल को २९ जून, २००८ को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और मावली जेल में रखा गया था। बाद में आरोप सिद्ध होने पर उसे आजीवन कारावास की सजा हो गई। तीन जनवरी, २०१२ से वह यहां केंद्रीय कारागृह में सजा काट रहा था।

बैंक में रुपए पार हुए , थाने जाते वक़्त बस ने कुचला

bobउदयपुर। सुंदरवास स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में आज सुबह पचास हजार रुपए पार होने के बाद प्रतापनगर थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए जाते समय फरियादी को रोडवेज बस ने कुचल दिया। उसे गंभीर हालत में एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नगदी पार करने की वारदात को दो बदमाशों ने बैंक में अंजाम दिया था।

सूत्रों के अनुसार सुंदरवास स्थित मामा किराणा स्टोर के मालिक कुंदनलाल जैन ने उसके नौकर कालूदास वैरागी को पचास हजार रुपए देकर बैंक ऑफ बड़ौदा में जमा कराने भेजा, जहां पर दो बदमाश आए, जिन्होंने कालूदास को झांसे में लिया और उससे बैंक की पर्ची भरना नहीं आने का बहाना बनाकर पर्ची भरने के लिए कहा। इस पर बालूदास का मोबाइल भी दोनों बदमाशों ने ले लिया। बालूदास उसका नकदी से भरा बैग पास रखकर दोनों बदमाशों की पर्ची भर रहा था, तभी दोनों बदमाश उसका बैग लेकर भाग गए। बताया जा रहा है कि बदमाश काले रंग की बाइक पर आए थे, जिसका नंबर एमएच एबी ५७७५ था। इस पर कालूदास ने वहां हल्ला किया और उसके मालिक कुंदनलाल जैन को बुलाया। सूचना मिलने पर प्रतापनगर पुलिस भी वहां पहुंची। पुलिस ने सीसी टीवी फुटेज देखे और फरियादी कालूदास को रिपोर्ट लिखवाने के लिए थाने बुलाया।

…और हो गया हादसा

कालूदास बैंक से प्रतापनगर थाने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए मोटरसाइकिल लेकर आ रहा था, तभी थाने के सामने कट पर उदयपुर से नीमच जा रही रोडवेज बस ने उसे चपेट में ले लिया। इससे उसके सिर में गंभीर चोट आई। उसे एम्बुलेंस से एमबी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों उसकी हालत चिंताजनक बताई है। पुलिस ने दोनों बदमाशों की तलाश में नाकाबंदी कराई है।

इंटरनेशनल आर्ट सिम्पोजिया की कला को श्रीजी ने सराही

Photo1 (1)
उदयपुर, महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर, कला मित्र संगम एवं अरण्यावास द्वारा आयोजित इंटरनेशनल आर्ट सिम्पोजिया-2013 की प्रदर्शनी कलाकारों के निवेदन पर मंगलवार को एक दिन और बढ़ा दी गई। स्थानीय सिटी पैलेस स्थित जनाना महल की कला दीर्घा में लगी इस प्रदर्शनी को देखने मंगलवार को भी अनेक कलाप्रेमी पहुंचे।
फाउण्डेशन के उपसचिव प्रशासन भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि प्रदर्शनी में 40 से अधिक कृतियों को लगाया गया। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा कलाकारों को प्रोत्साहित भी किया। उन्होंने कहा कि उदयपुर जैसे पर्यटन नगरी में इतनी तादाद में कलाकारों का आना एवं यहां की शांत वादियों में समय गुजारना कला के संरक्षण, संवद्र्धन का ही परिणाम है।
प्रदर्शनी में ख्यातनाम चित्रकार ज्योति भट्ट, बड़ौदा, प्रो. परमजीत सिंह, नई दिल्ली, प्रो. सुरेश शर्मा, उदयपुर, महेन्द्र कडिया, अहमदाबाद, जय जरोटिया, दिल्ली, शब्बीर हसन काजी, जयपुर, विद्या सागर उपाध्याय, जयपुर, पी.डी. धुमल, बड़ौदा, एम.एल. वर्मा, उदयपुर, युसुफ, भोपाल, विलास शिन्दे व जीवनसुख शिंदे, मुंबई, जमाल अहमद, बांग्लादेश, मोना राय, दिल्ली, क्रिस्टीना टानीगुची, फिलीपींस, दिनेश कोठारी, उदयपुर, इनग्रिड पिटजर, जर्मनी, ईब्राहिम गजाला मिश्र, नसीम अहमद, उदयपुर, के.डी. लक्ष्मण, श्रीलंका, संतोष मोरे, मुंबई ने अपनी विशिष्ट शैली में चित्रण किया।

माइंस ढहने से एक महिला श्रमिक की मौत, दो घायल

20130903_114240-225x300 (1)उदयपुर। गोगुंदा थाना क्षेत्र के कालोड़ा में गुरप्रीत मिनरल्स की सोप स्टोन माइंस में मलबा ढहने से आज सुबह एक महिला श्रमिक की मौत हो गई, जबकि दो महिला श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गई। इन्हें यहां एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि उक्त माइंस पर सेफ्टी के कोई इंतजाम नहीं है और माइंस सेफ्टी नियमों की भी पालना नहीं की जा रही है। उक्त माइंस भाजपा नेता गुरप्रीत सोनी की है।

पुलिस के अनुसार कालोड़ा स्थित गुरप्रीत मिनरल्स की सोप स्टोन माइंस में आज सुबह साढ़े दस बजे श्रमिक खुदाई कर रहे थे, तभी माइंस का एक हिस्सा ढह गया। मलबे के नीचे दबने से कालोड़ा निवासी मोहनी (२५) पत्नी भूरा गमेती की मौत हो गई। समाचार लिखे जाने तक उसे मलबे के नीचे से निकाला भी नहीं जा सका है।

इधर इस मलबे में दबने के कारण कालोड़ा निवासी चंदा (३०) पत्नी तवका गमेती और सकुड़ी (३२) पत्नी प्रभु गमेती गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर गोगुंदा पुलिस मौके पर पहुंची और १०८ एम्बुलेंस बुलाकर घायल महिला श्रमिकों को एमबी अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों श्रमिक महिलाओं की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।

मजदूरों की गलती : सोनी

: जिस जगह पर मजदूर को काम करने के लिए मना किया गया था। उसी जगह पर वह काम करने के लिए चले गए थे। हालांकि उस स्थान पर लम्बे समय ने काम बन्द कर रखा था। मृतक व घायलों के परिवार को कानून के अनुसार जो भी मुआवजे कि राशि होगी वह अदा की जाएगी।

-गुरप्रीतसिंह सोनी, माइंस मालिक

अफवाहों का दौर रहा

आज सुबह कालोड़ा स्थित सोप स्टोन माइंस में सात श्रमिकों के दबकर मरने की अफवाह उड़ गई। सूचना मिलते ही गोगुंदा पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि जिस जगह माइंस ढही थी, वहां भी किसी को पता नहीं था कि कितने श्रमिक मलबे में दबे हैं, लेकिन बाद में जब घायल महिला श्रमिकों को बाहर निकाला गया, तब पता चला कि उस स्थान पर तीन महिला श्रमिक खुदाई कर रही थी। उसके बाद स्पष्ट हुआ कि एक महिला श्रमिक की मौत हुई है।