एक छत के नीचे उपलब्ध होगी 400 से अधिक सनमाइका, प्लाईवुड वेराईटीयॉ
उदयपुर, महानगरों की तर्ज पर झीलों के “शहर में भी आफिसों और मकानों को अत्याधुनिक तरीके से सजाने संवारने के लिए सनमाईका और प्लाईवुड के वातानुकुलित शोरूम साई लेमी आर्ट का शुभारम्भ जिला प्रमुख मधु मेहता ने किया यह शोरूम शहर के न्यू भुपालपुरा स्थित सीपीएस स्कूल रोड पर सौरभ एनक्लेव के सामने स्थित है।
शुभारम्भ के अवसर पर शोरूम के निदेषक यषवन्त मेहता, कृश्णा मेहता अेर मधु मेहता ने बताया कि राजस्थान में प्रथम बार इस तरह का शोरूम शुरू किया गया है जहां एक ही छत के नीचे चार सौ से अधिक सनमाईका शीटों को एक साथ डिस्प्ले किया गया है। जिससे ग्राहकों को अपनी मन भावन डिजाईन सुगमता से उपलब्ध हो सके । यहॉ पर लेमिनेट, विनियर और प्लाईवुड की एक्सक्लुजिव रेंज के साथ ही केमल, स्टार्क, और वद्र्वमान जैसी नामी कम्पनियों के सनमाईका और प्लाईवुड उपलबध हैं
साई लेमी आर्ट का शुभारम्भ
राष्ट्रीय शिक्षक संघ ने डीईओ माध्यमिक प्रथम को
उदयपुर – राजस्थान षिक्षक संघ राश्ट्रीय का एक प्रतिनिधि मण्डल प्रदेष के पूर्व वरिश्ठ उपाध्यक्ष सुन्दर जैन व जिलाध्यक्ष भोमसिंह चुण्डावत के नेतृत्व में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम कृश्णा चैहान से मिलकर माध्यमिक शिक्षा के षिक्षकों एवं बीईओ कार्यालय कोटड़ा के मंत्रालयिक कर्मचारी विहिन कार्यालय की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराकर ज्ञापन सौंपा।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम उदयपुर श्रीमती चैहान ने प्रतिनिधि मण्डल को आश्वासन दिया कि आपके द्वारा रखी गयी मांगों का अतिशीघ्र निस्तारण करने तथा ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय कोटड़ा में रिक्त कनिश्ठ लिपिक का पद हाल ही में होने वाली पदोन्नति से भरने का आश्वासन दिया।
प्रतिनिधि मण्डल में वाक्पीठ अध्यक्ष करणसिंह झाला, पूर्व जिलाध्यक्ष पुरूशोत्तम दवे, नगर व गिर्वा उपशाखा के अध्यक्ष नरेन्द्र आमेटा, चेनसिंह सौलंकि, मंत्री लालचंद कुम्हार, रमेश तेली, कुन्दन तेली, मांगीलाल सुथार, राकेश मेनारिया, राधेश्याम, करणसिंह आदि कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
उदयपुर से रतलाम एक्सप्रेस ट्रेन 21 से
उदयपुर। चित्तौडग़ढ़-रतलाम के बीच चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन 21 जुलाई से उदयपुर से शुरू होगा। इस ट्रेन के मार्ग विस्तार की घोषणा फरवरी में पारित रेल बजट में की गई थी। उदयपुर-रतलाम एक्सप्रेस आधी रात में यहां आकर रात 1.15 बजे रतलाम के लिए प्रस्थान करेगी। ट्रेन में कुल 12 कोच होंगे, जिनमें से तीन कोच स्लीपर व 9 कोच जनरल होंगे।
पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल से प्राप्त जानकारी के अनुसार रतलाम जंक्शन से ट्रेन संख्या 19327 शाम 4.55 बजे रवाना होकर रात 8.40 बजे चित्तौड़ पहुंचेगी। चित्तौड़ से रात 9 बजे रवाना होगी। कपासन रात 10.05 पर पहुंचेगी व 10.11 बजे रवाना होगी। फतहनगर रात 10.31 पर पहुंचेगी व 10.55 बजे रवाना होगी।
मावली जंक्शन स्टेशन पर रात 11.07 पर पहुंचेगी और 11.09 बजे चलेगी। राणाप्रताप नगर रात 11.47 बजे पहुंच कर रात 11.49 पर चलेगी। रात 12 बजे (रेलवे समयानुसार 24 बजे) उदयपुर सिटी पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन 19328 रात 1.15 बजे उदयपुर सिटी से चलेगी। राणा प्रतापनगर 1.22 पर पहुंच कर 1.24 बजे रवाना होगी।
मावली जंक्शन देर रात 2.08 बजे पहुंचेगी व 2.10 पर प्रस्थान करेगी। फतहनगर रात 2.23 पर पहुंच कर 2.24 पर चलेगी। कपासन 2.44 बजे पहुंचेगी जो 2.55 बजे चित्तौड़ के लिए प्रस्थान करेगी। चित्तौडग़ढ़ जंक्शन पर यह ट्रेन तड़के 3.45 बजे पहुंचेगी। चित्तौड़ से यह ट्रेन तड़के 4 बजकर 5 मिनट पर प्रस्थान कर सुबह 8.20 बजे रतलाम पहुंचेगी।
गोल्ड मेडलिस्ट हुआ तब भी एडमिशन नहीं मिलेगा ….
उदयपुर । शहर के स्कूल गुरु गोविन्द सिंह सीनियर सैकंडरी स्कूल में गरीब व मध्यमवर्गीय बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। गुरु गोविद सिंह स्कूल में पिछले वर्ष कॉमर्स के दो सेक्शन थे, जबकि इस बार स्कूल प्राचार्य न मनमानी करते हुए एक ही सेक्शन कर दिया और स्कूल खुलने के तीन दिन बाद ही एडमिशन लेने आये बच्चों को चलता कर दिया। कॉमर्स में एडमिशन लेने के लिए बच्चे आखरी दिन तक भटकते रहे, लेकिन प्राचार्य ने स्कूल के बाहर हाउस फुल का बोर्ड लगा दिया।और कहते रहे की अब तो कोई गोल्ड मेडिलिस्ट हुआ तब भी एडमिशन नहीं मिलेगा ।
जेक से दिए एडमिशन
ऐसे कई बच्चों के अभिभावक के कॉल आए जो पांच जुलाई से अपने बच्चों के एडमिशन के लिए स्कूल के चक्कर काट रहे हैं। अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि कॉमर्स में दो सेक्शन की जगह एक सेक्शन कर दिया और उसमे भी जेक लेकर आने वाले या फिर परिचितों को ही एडमिशन दिया गया। कई बच्चों के 50 प्रतिशत अंक होने पर भी उनको चलता कर दिया, जबकि 37 और 40 प्रतिशत वाले बच्चों को कॉमर्स में एडमिशन दे दिया गया।
सेक्शन घटाने का जवाब नहीं
जिम्मेदारों से जब सेक्शन घटाने के बारे में पूछा गया, तो कभी तो उन्होंने सीटें फुल होने की बात कहीं और कभी जवाब दिया कि हमारे यहां तो बच्चे आए ही नहीं, आसपास दूसरी स्कूलें ज्यादा हो गई है। इसलिए बच्चें नहीं आए। इसके साथ ही यह जवाब भी दिया गया कि हमारे पास जितना स्टॉफ है। उतने ही एडमिशन दिए गए हैं, जबकि स्कूल में पांच अध्यापक कॉमर्स के हंै और बाकी जरूरत पडऩे पर फैकल्टी पर बुलाया जा सकता है। गौरतलब है कि गुरु गोविन्दसिंह स्कूल शहर की सबसे बड़ी सरकारी स्कूल है। मध्यमवर्गीय और गरीब बच्चे यहां पर पढ़ते हैं, लेकिन प्राचार्य के इस फरमान से इन बच्चों के सपनों पर तुषारापात हो गया है।
॥जितना स्टाफ था, उतने एडमिशन दे दिए गए। मेरिट के आधार पर नहीं, पहले आओ पहले पाओ के आधार पर एडमिशन दिए गए है। अब यदि बाद में गोल्ड मेडलिस्ट भी आए, तो हम क्या कर सकते हैं।
-कैलाशचंद्र पालीवाल
प्राचार्य, गुरुगोविन्द सिंह स्कूल
॥यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है। आप कह रहे हैं, तो में दिखवाती हूं।
-कृष्णा चौहान, डीइओ (प्रथम)
तीर्थयात्रा के लिए निकाली गई लॉटरी, 13 अगस्त को रवाना होगी पहली ट्रेन
उदयपुर.देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना की आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद बुधवार सुबह संभागीय आयुक्त कार्यालय में लॉटरी निकाली गई। उदयपुर संभाग के सभी छह जिलों के लिए यात्रियों की वरीयता तय करने के लिए यह लॉटरी निकाली गई।
संभागीय आयुक्त कार्यालय में दोपहर 12 बजे शुरू हुई लॉटरी प्रक्रिया में रामेश्वरम्, जगन्नाथपुरी, सम्मेद शिखर और वैष्णोदेवी जाने के लिए यात्रियों की वरीयता सूची लॉटरी निकाली गई।
उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौडगढ़़, राजसमंद और प्रतापगढ़ जिलों के लिए अलग-अलग लॉटरी निकाली गई। लॉटरी में तय हुए यात्री वरीयता के अनुसार यात्रा करेंगे।
लॉटरी निकालने की प्रक्रिया में संभागीय आयुक्त सुबोध अग्रवाल, अतिरिक्त आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, देवस्थान सहायक आयुक्त प्रियंका भट्ट सहित वे सभी लोग मौजूद थे, जिनको लॉटरी के लिए कमेटी में शामिल किया गया है।
उदयपुर से पहली ट्रेन 13 अगस्त को
उदयपुर से रामेश्वरम के लिए पहली ट्रेन 13 अगस्त को निकाली जाएगी। इससे पहले यह ट्रेन 11 अगस्त को निकाली जानी थी। आवेदन प्रक्रिया को कंप्यूटराइज करने पर ट्रेनों का भी शिड्यूल तय किया गया। जिसमें उदयपुर की ट्रेन 13 अगस्त को जाना तय हुआ।
झमाझम बारिश से मौसम हुआ मस्ताना, सड़कों पर भरा पानी
उदयपुर, कई दिनों के इंतजार के बाद बुधवार को लेकसिटी में बादल ऐसे बरसे कि बारिश की झड़ी लग गई।बिजली की कडकडाहट के साथ दो घंटे तक बारिश झमाझम बरसी मुख्य बाजारों की सड़कें जल मग्न हो गयी । बादलों के झूम के बरसने से मौसम मन मस्त होने के साथ ही कई दिनों का इंतजार भी खत्म हो गया।
तेज उमस व गर्मी के चलते शहरवासियों को सुबह से ही तेज बारिश की उम्मीद थी। दोपहर होते होते कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश हुई। उसके बाद शाम होते होते शहरभर में बारिश की झड़ी लग गई।
कई दिनों बाद हुई तेज बारिश से शहर की कई सड़कें ताल तलैया बन गई। नालियां उफनती दिखी तो कई दुपहिया वाहन पानी में बीच राह ठप पड़ते नजर आए। बारिश का क्रम इतना तेज था कि वाहन चालकों को आगे बढऩे अपने वाहन की हेड लाइट ऑन करनी पड़ी।शाम को ४ बजे काले घने बादल इतने जोर से बरसे और घटाओं से अँधेरा सा चा गया ।
थोड़ी बहुत परेशानी के बावजूद आमजन को इस बात का सकुन मिला कि आज आखिर बादलों में मेहरबानी बरसा दी। शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी तेज बारिश हुई।
एक दिन पहले हुई रिमझिम बारिश के बाद उमस और गर्मी बढ़ गई थी। लोग परेशान थे। आकाश में छाए बादलों से फिर बरसने की उम्मीद थी, लेकिन दोपहर तक बारिश नहीं हुई।
अचानक आकाश में काली घटाएं उमड़ी। मल्ला तलाई और सज्जनगढ़ क्षेत्र में तेज बारिश हुई। कुछ देर के लिए लोग रुके।
Can You Send Me Back To The School?….
I am currently working in Delhi and generally travel as I look after Business Development in a reputed company at a senior level. My timings are such that I get-up early, leave early and come back late. Thus I am detached to what is happening at the house front and my wife handles it all.
This incident is about 2 months back when I was working in Ahmadabad, and unfortunately I happened to be on sick leave.
I was a little upset to find that my maid servant was bringing her 10 year old daughter for work every day. Initially I thought, might be her daughter had taken a holiday from school. But I could feel that this was getting repeated. On my enquiring my wife informed me that she is a new maid and even she is not happy she bringing her daughter for work and worst is she have been lending a helping hand to her mother in cleaning the utensils and dusting.
On my insisting my maid informed me that her husband drives auto-rickshaw and she works in the houses. Recently, her husband met with an accident and not only his auto-rickshaw has broken but he too received serious injuries and is hospitalized. The expenses of medicines and repairs of auto-rickshaw are very high. She had no money left to pay the Annual Fees of ‘Geeta’, her daughter, and buy books and uniform, thus she dropped her out from the school. She had to also leave 2 houses of work as she was unable to handle with regular visits to the hospital.
My anger turned into sympathy. I asked her which school she was studying. She was going in a small private school and had recently entered into Class-V with good marks. I could see the pain in the eyes of my maid who was visibly unhappy by not sending her daughter to school. Leaving her alone was not advisable as there is no one in the house, she said.
We immediately decided to find some solution. It was already 2 months she had left the school and the classes had started in new session.
The expenses were not much and we could afford it easily. We decided to finance Geeta’s school fees, buy her new books and uniform and look after her studies until her father gets back to work. My wife decided to teach her what she would have probably lost in 2 months.
But before that I decided to ask Geeta, `Do you want to go back to School ?’ Her eyes became wet with tears, ‘Can you send me back to the school ?, she asked’.
I said Yes. We will.
Geeta’s mother cried like a child. She wanted to deduct the expenditure involved from her salary every month, but we never agreed – God has given us enough to take care of such things.
Satisfaction was, Geeta went back to school and she is one of the brightest students in the class.
I got transferred to Delhi and now head Delhi Branch, but our commitment towards Geeta is as strong as ever. My wife has already sent the Quarter fees of Geeta and is in touch for her education.
This episode was limited with-in the walls but now due to “Khushi” campaign, I am sharing it. It is a different feeling to do something different.
Pranay Mudgal, Delhi
मेवाड़ की जीवंत विरासत पर किया शोध
उदयपुर। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन उदयपुर द्वारा जीवंत विरासत संरक्षण एवं संवद्र्धन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के तहत फाउंडेशन शहर की व्याख्याता डॉ. राजेश्वरी नरेंद्रन को अमेरिका के बोस्टन शहर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय विरासत कार्यशाला में उन्हें मेवाड़ की जीवंत विरासत विषय पर व्याख्यान देने भेजा गया है। 21 से 27 जुलाई तक अमेरिका के विभिन्न शहरों में आयोजित इस कार्यशाला में भाग लेने के लिए डॉ. राजेश्वरी नरेंद्रन अमेरिका रवाना हो गई है। मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के व्यापार प्रशासन विभाग की असोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजेश्वरी नरेंद्रन हॉवर्ड बिजनेस स्कूल द्वारा बोस्टन में आयोजित इस कार्यशाला में मेवाड़ की जीवंत विरासत के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए शोध, जिनमें पत्र, स्मारक, इतिहास, फोटोग्राफी, विज्ञान एवं कला आदि अनेक चीजों का उल्लेख है, पर व्याख्यान देगी। डॉ. नरेंद्रन अपने शोध को भावी पीढ़ी के जानकारी के लिए संरक्षित रखने के लिए फाउंडेशन को भेंट करेगी।
प्रेम प्रसंग को लेकर बिग बाजार में मारपीट
उदयपुर। पंचवटी स्थित बिग बाजार में वहीं के एक कर्मचारी के साथ सोमवार शाम को एक अन्य युवक ने मारपीट शुरू की। बताया जा रहा है कि बिग बाजार का कर्मचारी मारपीट करने वाले युवक की बहन को पिछले एक साल से ब्लैकमेल कर रहा था। सूचना पर पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में लिया है।
पुलिस के अनुसार बिग बाजार में काम करने वाले गोविन्दसिंह व वहीं पर काम करने वाली हाथीपोल निवासी एक युवती के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन एक वर्ष पूर्व युवती के परिजनों ने उसकी दूसरी जगह शादी करवा दी। इसके बाद भी गोविंदसिंह ने उस युवती का पीछा नहीं छोड़ा और उसे ब्लैकमेल कर रहा था। बीती शाम युवती का भाई बिग बाजार गया, जहां दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। युवती के भाई ने गोविंदसिंह के साथ मारपीट शुरू कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने
उदयपुर में कश्मीरी युवक की मौत ?, पर कश्मीर में तनाव!
उदयपुर। कश्मीर के एक युवक के कथित रूप से उदयपुर सीमा में मृत पाए जाने पर कश्मीर घाटी में तनाव की स्थिति बनी हुई है। अलगाववादी संगठनों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। जबकि स्थानीय पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा इस क्षेत्र में किसी कश्मीरी के मृत पाए जाने की पुष्टि नहीं किये जाने से रहस्य और गहराता जा रहा है।
अंग्रेजी दैनिक हिन्दुस्तान टाइम्स एवं फ्री प्रेस कश्मीर के अनुसार कश्मीर के गंदरबल जिले के लार्सुन गांव का 21 वर्षीय आबिद अली पिछले आठ माह से अहमदाबाद के एक दारूल उलूम में अध्ययनरत था। आबिद अली का शव रहस्यमय स्थिति में रविवार को उदयपुर जिले की सीमा में पाया गया, जिसकी सूचना मृतक के गांव में राजस्थान पुलिस द्वारा देने के बाद पूरे गंदरबल जिले का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। आबिद अली का शव अभी घाटी में पंहुचा नहीं है, अली के रिश्तेदार शव लेने के लिए राजस्थान के लिए निकल चुके हैं। उधर घाटी में अलगाववादी संगठनों ने इस मामले की जांच की मांग की है, लेकिन इस मामले में उदयपुर पुलिस के आला अधिकारियों ने कोई पुष्टि नहीं की, न ही उदयपुर जिले में किसी कश्मीरी की लाश मिलने की सूचना है।