लेपटॉप के लिए पत्रकारों ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

DSC_0296-300x246उदयपुर। सांसद रघुवीरसिंह मीणा ने मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुसार अधिस्वीकृत पत्रकारों को लेपटॉप वितरित किए। मुख्य अतिथि सांसद मीणा ने कहा कि पत्रकार सकारात्मक सोच के साथ कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वितरित किए जा रहे इन लेपटॉप के माध्यम से वे नेक काम कर विकास के साक्षी बनें।

समारोह को संबोधित करते हुए उदयपुर ग्रामीण विधायक सज्जन कटारा एवं सलूंबर विधायक बसंती देवी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की है, जिसका लाभ आम जन को आगे आकर उठाना होगा। जिला कलेक्टर आशुतोष पेढणेकर ने कहा कि स्थापित सर्वसुविधायुक्त केंद्रों से दूरदराज के आमजन को अच्छी सुविधाएं मुहैया होगी। साथ ही उन्होंने पशुधन मोबाइल वैन के लिए कहा कि आपदा एवं बड़ी संख्या में पशु टीकाकरण व पशु चिकित्सा के समय इनका बेहतर उपयोग हो सकेगा। समारोह में मुख्य अतिथि ने उदयपुर जिले के अधिस्वीकृत पत्रकारों को लैपटॉप वितरित किए। प्रारंभ में अतिथियों ने जिला परिषद एवं कलेक्ट्रेट परिसर में नवनिर्मित केंद्रों का विधिवत उद्घाटन किया एवं पट्टिका का लोकार्पण किया।

समारोह में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अबरार अहमद अतिथियों का स्वागत किया। अतिरिक्त जिला कलेक्टर नारायण सिंह ने केन्द्रों में उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी।

समारोह में पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया, पूर्व उपजिला प्रमुख लक्ष्मीनारायण पंड्या, जिला परिषद सदस्य ख्यालीलाल सुहालका, शारदा रोत, जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि, मीडियाकर्मी एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।

क्रिकेट में एमएमपीएस का श्रेष्ठ प्रदर्शन

उदयपुर। गत पांच से आठ सितम्बर तक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, पुलिस लाइन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय अंडर 19 क्रिकेट प्रतियोगिता (ग्रामीण) में उदयपुर संभाग के विभिन्न विद्यालयों की ११ टीमों ने भाग लिया, जिसमें महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल, उदयपुर की टीम ने नवानिया (भींडर) की टीम को पराजित किया और अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से विजेता रही।

टीम को पारितोषिक के रूप में एक ट्रॉफी प्रदान की गई तथा प्रत्येक खिलाड़ी को व्यक्तिगत पुरस्कार भी दिया गया।

कुंवर फैजला रजा, यशवन्त सिंह, विनायक बर्मन, परिक्षित सिंह तथा दर्शन सोलंकी का राज्य स्तर पर भाग लेने के लिए प्रशिक्षण शिविर में चयन हुआ।

हताशा और कुंठा से ग्रस्त है कांग्रेस: किरण माहेश्वरी

563502_637220006312249_59296855_n-300x173उदयपुर। लेकसिटी प्रेस क्लब को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, पूर्व सांसद लोकसभा एवं विधायक राजसमंद किरण माहेश्वरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नरेंद्र मोदी से भयग्रस्त है। पार्टी ने जब से नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री प्रत्याशी घोषित किया है, तब से कांग्रेस में एक बौखलाहट है, जो साफ दिखाई दे रही है। जिस तरह के वक्तव्य कांग्रेसी नेता दे रहे हैं, जो उनकी हताशा और कुंठा को दर्शाती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नरेन्द्र मोदी को फासिस्ट कहा, यह लोकतंत्र का अपमान है। नरेन्द्र मोदी जनता द्वारा निर्वाचित भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता है। वे लोकतांत्रिक प्रकिया से गुजरात के तीन बार मुख्यमंत्री बने हैं। राजस्थान और केंद्र में भारी भ्रष्टाचार कांग्रेस की केंद्र एवं राजस्थान सरकार भ्रष्टाचार का नया इतिहास बना रही है। इन सरकारो नें घोटालों की एक नई श्रेणी महाघोटाला मेगा स्केम रचित कर दी है। एक एक सौदे में लाखों करोड़ों का घोटाला करने वाले देश को पतन की राह पर ले जा रहे हंै। केंद्र सरकार खरबों रुपयों का एवं राजस्थान सरकार अरबों रुपयों का घोटाला कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के परिजन राज्य संसाधनों को खुले रूप से लूट रहे हैं। राजस्थान क्यों पिछड़ा? पडौसी राज्य गुजरात एवं मध्य प्रदेश विकास के नये कीर्तिमान बना रहे हैं। वहां रोज विकास की नई कहानियां लिखी जा रही है। राजस्थान विकास के सभी मानदंडों पर पिछड़ता जा रहा है। इस यक्ष प्रश्न का जवाब कांग्रेस पार्टी को देना है। माहेश्वरी ने कहा कि मेवाड़-वागड़ भारी उपेक्षा की शिकार विगत पांच वर्षों से मेवाड़-वागड़ क्षेत्र की भारी उपेक्षा की जा रही है। मेवाड़-वागड़ का ओद्यौगिक विकास थम गया है। नया निवेश शून्य हो गया है। उदयपुर, अहमदाबाद, और मारवाड़, मावली, बड़ी सादड़ी आमान परिवर्तन का काम रूका हुआ है। सारे नये विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा संस्थान जोधपुर व जयपुर में बनाए गए हैं। जनजाति विश्वविद्यालय की घोषणा को दो वर्ष हो गए हैं, किन्तु प्रगति शून्य है। अहमदाबाद बायपास, ठोकर चौराहा पर ओवरब्रिज, शहर में एलिवेटेड रोड़ की योजनाएं मृत हो गई है। उच्च न्यायालय की खण्डपीठ की मांग को अनसुनी की जा रही है। बनास घाटी का पानी बीसलपुर ले जाने का षडय़ंत्र किया जा रहा है। मेवाड़ में नये बांधों के निर्माण पर रोक लगा दी गई है। पहले से बने हुए बांधों की ऊंचाई घटाई जा रही है। मेवाड़ की धरती को प्यासा रखकर यहं के विकास को रोका जा रहा है। मानसी वाकल का पानी राजसमंद झील में समाहित किया जा सकता है, किन्तु सरकार इसे बीसलपुर ले जाना चाहती है। राजस्थान और देश का विकास कांग्रेस से मुक्ति पाकर ही हो सकता है। कांग्रेस मुक्त राजस्थान विकसित राजस्थान आज जन-जन का नारा बन चुका है।

केदारनाथ में मलबे से निकले 1.90 करोड़

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kedar3216-09-2013-09-22-33Nkedar5316-09-2013-09-22-38Wदेहरादून। केदारनाथ मंदिर में 11 सितंबर को पूजा शुरू होने से पहले सफाई के दौरान मलबे में बैंक का एक लॉकर निकला। लॉकर से 1.90 करोड़ रूपए की नगदी बरामद हुई।

रूद्रप्रयाग के एसपी वरिंदर जीत सिंह ने बताया कि मंदिर में दोबारा पूजा शुरू होने से पहले सफाई के दौरान आठ सितंबर को मलबे से एसबीआई का एक लॉकर निकला था। देहरादून में एसबीआई के अधिकारियों को तुरंत इस बारे में सूचना दी गई। शनिवार को केदारनाथ में पुलिस और एसबीआई के अधिकारियों की मौजूदगी में लॉकर खोला गया।

लॉकर से 1.90 करोड़ रूपए निकले। राशि को एसबीआई के मुख्य प्रबंधक अनूप लांबा के हवाले कर दिया गया। इससे पहले चमोली जिले में भवन निर्माण शाखा के मलबे में एसबीआई का एक लॉकर निकला था। उससे 33 लाख रूपए निकले थे।

हाथी घोडा पालकी जय कनहैया लाल की’

7605_40उदयपुर। जलझूलनी एकादशी के मौके पर शहर के तमाम मंदिरों से राम रेवाडिय़ां निकली। झीलों के सभी घाटों पर बेवाण लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं ने नए जल से ठाकुरजी के स्नान मनोरथ किए। गंगोद्भव कुंड पर राम रेवाड़ी लेकर पहुंचे भक्तों की भारी भीड़।

लवाजमे के साथ निकली रामरेवाडिय़ां, घाट पर श्रद्धा की हिलोरें

जलझूलनी एकादशी, दोपहर बाद शहर भर मंदिरों से सजी-धजी राम रेवाडिय़ां निकली। ढोल-ढमके, झालर-डंके, थाली-मांदल की गूंज उठने लगी। रह-रहकर जयकारे लगे। ज्यादातर राम रेवाडिय़ों का रुख गणगौर घाट की ओर था। शाम 5 बजे से घाट पर श्रद्धा की हिलोरें उठने लगी। शाम ढल रही थी, झील किनारे भक्त श्रद्धा से सराबोर हो रहे थे। मंत्रों की गूंज, घंटियों की आवाज और शंख ध्वनियां श्रद्धा भाव जागृत कर रही थी। गाजे-बाजे और लवाजमे के साथ गणगौर घाट पहुंचे ठाकुरजी को भक्तों ने जल में झुलाया।

7593_33 7598_36गणगौर घाट पर शाम 5 बजे पहली राम रेवाड़ी तीज का चौक स्थित मंदिर की पहुंची। इसके बाद जगदीश मंदिर, बांके बिहारी मंदिर और मां जी की बावड़ी स्थित मंदिर के बेवाण पहुंचे।

करीब 6 बजे तक 50 से अधिक मंदिरों के बेवाण घाट पर पहुंचे। एक समय स्थिति यह बनी कि घाट पर जगह की कमी होने पर राम रेवाडिय़ों को घाट के बाहर ही रोका गया। जगदीश चौक से गणगौर घाट तक हजारों की तादाद में भक्तों की मौजूदगी थी।

घाट पर कभी ‘हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की…’ जयकारे गूंज तो कभी ‘ओम जय जगदीश हरे…’ आरती। आरती के बाद जल के छींटे लेने को हर कोई लालायित दिखा। सेवकों ने बेवाण को कंधों पर उठाने से पहले ठाकुर जी को हिंडोलने दिए

 

अन्य घाटों पर भी रहा माहौल

 

आयड़ स्थित गंगू कुंड पर सुथारवाड़ा स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर, रावतवाड़ी आनंद नगर स्थित मंदिर, दक्षिण आयड़ स्थित चारभुजाजी मंदिर, बंजारा बस्ती स्थित मंदिर, बोहरा गणेश लाली सराय स्थित गोवर्धन नाथ मंदिर, पहाड़ा स्थित हनुमान मंदिर से राम रेवाडिय़ां पहुंचीं। इसी तरह से पीछोला के अन्य घाटों और गोवर्धन सागर पाल पर भी रेवाडिय़ां पहुंची।

घनी काली जुल्फों की चाहत अब पूरी होगी – NICC BEAUTY TIPS

sweeti-chhabaraकवि या शायर द्वारा अक्सर सबसे ज्यादा महिलाओं की काली जुल्फों की तारीफ करते हुए आपने जरूर सुना होगा। लेकिन आजकल यह तारीफ सुनाई नहीं देती है। कारण महिलाओं के छोटे होते बाल। अब वो काली जुल्फें दिखाई नहीं देती जिन्हें देखकर बरबस ही मुंह से निकलता था—न झटकों जुल्फ से पानी, मोती टूट जाएंगें। या तुम्हारी जुल्फ के साये में शाम कर दूंगा, नजर मिलाई तो खाली सलाम कर दूंगा। महिलाओं की जुल्फों में कमी एक तरफ जहां फैशन के कारण हो रही है वहीं इसमें कुछ हद तक बढते प्रदूषण का भी बडा हाथ है। इसके साथ ही अनहेल्दी खाना, बढते तनाव इन सब तो बस ऎसी जुल्फों को बस ख्वाहिश बना दिया है। लेकिन बालों की परेशानी को कम करने के लिए कुछ हेयर केयर टिप्स आजमाएं तो घनी काली जुल्फों की ख्वाहिश पूरी कर सकती है।

 

 

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रोजाना 15 मिनट नारियल या बादाम तेल से हल्के हाथों से मसाज करें।
अंडे की जर्दी और शहद मिलाकर बालों की जडों में मसाज करें।

नीम की पत्तियों को पानी में उबालें, ठंडा करके छान लें और इस पानी से बालों को अच्छे से धो लें।

हफ्ते में एक दिन बादाम व कैस्टर ऑयल को गुनगुना करके बालों की जडों में मालिश करें।

बालों को सावधानीपूर्वक हैंडल करना चाहिए अधिक रगड से वे कमजोर होकर टूटने लगते हैं।

 

 

 

[title type=”h2″]कोहनी, अंडरआर्म्स को सुंदर रखने के टिप्स[/title]

 

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हाथों के रूखेपन या अंडरआम्स व कोहनियों के कालेपन की वजह से क्या आप भी स्लीवलेस डे्रस पहनने से परहेज करती है! अगर हां, तो अब आपको ऎसा करने की जरूरत नहीं, यहां आपके लिए हम लाये हैं ऎसे घरेलू उपाय जिन्हें अपना कर आप अपनी बांहों को नर्म-मुलायम बना सकती हैं।

रूखे हाथों को बनाएं बेबी सॉफ्ट
गुलाबजल व ग्लिसरीन को समान मात्रा में लेकर अच्छी तरह हाथों की मालिश करें। ऎसा करने से हाथों की स्किन दमकने लगेगी। अपने रूखे हाथों को नर्म-मुलायम बनाने के लिए दही का लेप लगाएं। सूख जाने के बाद गुनगुने पानी से हाथ धो लें। शहद व संतरे के जूस को समान मात्रा में मिलाकर हाथों पर लगाने से त्वचा चमकने लगाती है।

ऎसे दूर करें कोहनिया
कोहनियों का कालापन दूर करने के लिए 2 टेबलस्पून नींबू के रस में 2-3 टीस्पून शक्कर और आधा टीस्पून ग्लिसरीन मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसमें नींबू का छिलका डुबोकर कोहनी पर रगडें। ऎसा लगभग 10 मिनट तक करें।

 

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अंडरआम्स का कालापन
अंडरआम्स का कालापन दूर करने के लिए 2 टीस्पून चावल के आटे में थोडा-सा दूध, दरदरा पिसा हुआ बादाम व चंदन पाउडर मिलाकर पेस्ट तैयार करें। इसे अंडरआम्üस पर लगाकर हल्के हाथों से रगडें। कुछ देर तक लेप लगा रहने दें, फिर धो लें।

वैक्सिंग करते समय ध्यान दें
यदि आप पार्लर में वैक्सिंग कराने जा रही हैं, तो पहले चेक कर लें कि पार्लर में हाइजीन का खास ध्यान रखा जाता है या नहीं। घर पर वैक्सिंग करना चाहती हैं तो हेयर रिमूविंग क्रीम का यूज आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। कम समय में सॉफ्ट-स्मूद स्किन पाने का ये सबसे आसान तरीका है।

राष्ट्रीय अस्मिता की प्रतीक हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा आवश्यक

DSC_3066-300x199उदयपुर। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघठक लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में शुक्रवार को हिन्दी सप्ताह के तहत आयोजित परिचर्चा तथा विचार संगोष्ठी में बीएड तथा एसटीसी के छात्रों ने निष्कर्ष निकाला और बताया कि हिन्दी भाषा हमारी राष्ट्रीय अस्मिता स्वाभिमान का प्रतीक है। हिन्दी हमारी प्राण वायु एवं जीवन रस है। भाषा संस्कृति से राष्ट्र ऊर्जावान होता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ$ देवेंंद्र आमेटा और विशिष्ठ अतिथि डॉ$ अमी राठौड़, डॉ सुनीता मोडिय़ा और वृंदा शर्मा थे। अध्यक्षता डॉ बलिदान जैन ने की।

आकाशवाणी में हिन्दी पखवाड़ा शुरू

आकाशवाणी उदयपुर की राजभाषा क्रियान्वयन समिति द्वारा शुक्रवार को कार्यालय सभागार में हिन्दी पखवाड़ा समारोहपूर्वक शुरू हुआ। समारोह की मुख्य अतिथि वद्र्घमान महावीर खुला विश्वविद्यालय उदयपुर की निदेशक डॉ. रश्मि बोहरा थी, विशिष्ट अतिथि निदेशक अभियांत्रिकी सतीश देपाल थे। समारोह की अध्यक्षता माणिक आर्य उप महानिदेशक ने की। समारोह में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए जेपी आमेटा हिन्दी अधिकारी ने कहा कि कार्यालय में प्रतिवर्ष हिन्दी दिवस समारोह पूर्वक मनाया जाता है। समारोह में सहायक निदेशक अभियांत्रिकी आईए काजी, एसोसिएट कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जेपी पंड्या, मदन तंबोली, विजय दुग्गल, मुकेश शर्मा आदि ने राजभाषा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रसारण निष्पादक विनोद शर्मा ने किया।

सूचना केंद्र में हिन्दी दिवस के अवसर पर परिचर्चा

हिन्दी दिवस के अवसर पर सूचना केंद्र एवं नेहरू युवा केंद्र के तत्वावधान में शुक्रवार को परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवि ज्योतिपुंज पंड्या ने कहा कि हिन्दी को सशक्त एवं समृद्घ बनाने के लिए विभिन्न लोकभाषायी शब्दों को मातृभाषा में सम्मिलित करना होगा। उन्होंने कहा कि अंगेजी माध्यम की ओर बढ़ते रूझान के चलते युवा पीढ़ी हिन्दी से दूर होती जा रही है, ऐसे में व्यावहारिक उपयोग के प्रति नई पीढ़ी को जागरूक करने की जरूरत है। इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र के समन्वयक पवन कुमार अमरावत, सहायक जनसंपर्क अधिकारी तुलसीराम कंडारा, पवन शर्मा व एल.आर. शर्मा ने भी संबोधित किया।

रन उदयपुर रन का आयोजन कल

Round-table-india-300x225उदयपुर। राउंड टेबल इंडिया की तरफ से रविवार सुबह सात बजे पहली बार एक मिनी मैराथन प्रतियोगिता ‘रन उदयपुर रन-2013Ó का आयोजन किया जा रहा है। फंड रेजिंग के लिए पंाच वर्गों में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में विजेताओं को करीब डेढ़ लाख रुपए के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इस प्रतियोगिता के आयोजन से हानेे वाली आय से जरूरतमंदों की सेवा के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उदयपुर लेकसिटी राउंड टेबल इंडिया के चेयरमैन दीपक भंसाली ने शुक्रवार केा आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि फतहसागर ओवर फ्लो छोर से प्रतियोगिता प्रारंभ होगी, जो मुंबइयां बाजार, सिंघल चौराहा, महाकालेश्वर चौराहा, रानी रोड होती हुई फिर देवाली छोर पर संपन्न होगी। लगभग साढ़े आठ किलोमीटर की यह मिनी मैराथन प्रतियोगिता 14-18 वर्ष के बालक-बालिकाओं, 19 से 40 वर्ष के युवक-युवतियों तथा 41 वर्ष से अधिक उम्र के महिला-पुरूषों के लिए आयोजित की जा रही है। सचिव प्रशांत न्याति ने बताया कि प्रतियेागिता में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को आयोजकों की ओर से टी-शर्ट प्रदान किए जाएंगे। प्रतियोगिता में प्रवेश नि:शुल्क रहेगा। वरिष्ठ सदस्य एवं पूर्व चेयरमैन गौतम हिंगड़ ने बताया कि क्लब द्वारा पूर्व प्रतिवर्ष टे्रजर हंट कार रैली का आयोजन किया जाता रहा है, लेकिन इस वर्ष कुछ हटकर नया करने की सोच से इस प्रतियोगिता के आयोजन की सोच पैदा की। इस अवसर पर नितिन गट्टानी, कुशाग्र हिंगड़, पंकज दुग्गड़, उदयपुर यूनाइटेड राउंड टेबल इंडिया के चेयरमैन सिद्धार्थ सिंघवी, सौरभ गांधी, ऋषभ वर्डिय़ा, सलिल सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे।

सबसे पहले मेवाड़ ने बनाया हिन्दी को राजभाषा

IMG-187x300उदयपुर। हिन्दी को देश की राजभाषा का दर्जा दिलाने में मेवाड़ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मेवाड़ रियासत के भारतीय गणतंत्र में विलीनीकरण से पूर्व ही तत्कालीन महाराणा भूपालसिंह ने हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दे दिया था इसका उल्लेख मेवाड़ के संविधान में भी किया गया है।

उल्लेखनीय है कि महाराणा भूपालसिंह ने 23 मई १९४७ को चंपाबाग में आयोजित एक भव्य समारोह में मेवाड़ का संविधान घोषित कर अंगीकार किया था। इस अवसर पर देश की कई रियासतों के राजा-महाराजा और स्वतंत्रता आंदोलन के नेता भी मौजूद थे। मेवाड़ के इस संविधान में राज-काज हिन्दी में करने के संकल्प के साथ ही हिन्दी के विकास के लिए महाराणा प्रताप विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। मेवाड़ के इस कदम से भारतीय संविधान सभा में हिन्दी के पक्षधरों को बहुत ताकत प्राप्त हुई। अन्यथा पं. जवाहरलाल नेहरू क्रहिन्दुस्तानीञ्ज को राजभाषा बनाने के पक्षधर थे। अंतत: बहुमत को देखते हुए उन्होंने भी हिन्दी को स्वीकार कर लिया। इस सफलता में उदयपुर के मास्टर बलवंतसिंह महता की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही।

मजदूरों के स्वास्थ्य को लेकर अधिकारी रहे सचेत: कुड़ी

DSC_0084-300x199 (1)उदयपुर। राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष एचआर कुड़ी ने माइंस और खानों में काम करने वाले मजदूरों को होने वाली जानलेवा बीमारियों के बारे में चिंता जताते हुए कहा कि इससे संबंधित सभी विभागों को इस दिशा में सचेत होने की आवश्यकता है। श्रमिकों, खानों के मालिकों और अधिकारियों को पाबंद करने तथा श्रमिकों को जागरूक करने की आवश्यकता है।

एक दिन के उदयपुर प्रवास के दौरान कुड़ी ने माइंस में काम करने वालों को होने वाली बीमारियों को लेकर माइंस अधिकारियों, चिकित्सा अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की एक बैठक ली। इसमे खान एवं भू-विज्ञान विभाग के निदेशक डॉ. एस. मारू ने बताया कि एसबेस्टस माइंस में काम करने वालों को मुख्यत: सिलिकोसिस नामक बीमारी होती है। मार्बल श्रमिकों को धूल, मिट्टी और मार्बल के पाउडर से लंग्स की बीमारी हो जाती है। इसमें मजदूरों की मृत्यु तक हो जाती है। कुड़ी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा की इसके लिए माइंस मालिकों और अधिकारियों की सेमीनार कर इस बीमारी से बचाव के उपाय सुझाए जाए और मजदूरों को भी जागरूक किया जाए कि वे काम करते वक्त मास्क, हेलमेट और गम बूट आदि का उपयोग नियमित रूप से करे तथा माइंस मालिकों को पाबंद किया जाए कि वे खानों में इस तरह कि सुविधा उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि नियम के खिलाफ कोई भी खान संचालित होती हुई पाई जाए, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

श्री कुड़ी ने कहा कि जिन श्रमिकों को इस तरह की बिमारी हो चुकी है। उनको चिह्नित कर अच्छे से अच्छा इलाज करवाया जाए। मुख्यमंत्री सहायता कोष से उन्हें हर संभव सहायता दिलाई जाए तथा जिन श्रमिकों की इस बीमारी से मृत्यु हो चुकी है। उन्हें सरकार की तरफ से मुआवजा दिलाया जाए।

श्री कुड़ी ने कहा की चाहे माइंस में काम करते हुए मास्क व हेलमेट लगाना हो, दुपहिया वाहन चलाते हुए हेलमेट का प्रयोग हो, या चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग हो। यह सब खुद की सुरक्षा के साधन है। इनका खुद को ध्यान रखने की तथा जनता को खुद ही जागरूक होने की आवश्यकता है।