शहर में नील गाय ने मचाई धमाचौकड़ी

उदयपुर हिरणमगरी सेक्टर-5 स्थित आकाशवाणी कॉलोनी में शुक्रवार को नील गाय ने करीब तीन घंटे धमा-चौकड़ी मचाई। इससे वह जख्मी भी हो गई। वन विभाग की टीम ने ट्रंकुलाइज करने के लिए उस पर दो बार शॉट लगाए, लेकिन नाकाम रहे। साढ़े 12 बजे के आसपास नगर निगम की गाड़ी भी आई, जिसके लिए कॉलोनी का दरवाजा खोला गया। यह देख नील गाय इस ओर दौड़ पड़ी। तभी यह काउ कैचर में फंस गई। यहीं नील गाय वन कर्मियों के लिए सॉफ्ट टार्गेट बनी और तीसरे शॉट में बेहोश की जा सकी।

कटारिया पर राजनाथ हुए नाराज, बंद कमरे में बुलाकर सुनाई खरी-खरी

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udaipur जयपुर विधानसभा में अपनी ही सरकार के लाए विधेयक के खिलाफ ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गुलाबचंद कटारिया, विधायक राव राजेंद्र सिंह और घनश्याम तिवाड़ी के बोले जाने को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गंभीरता से लिया है। ओटीएस सभागार में भाजपा विधायक, हारे हुए प्रत्याशियों और प्रदेश पदाधिकारियों की शुक्रवार को शुरू हुई दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में राजनाथ सिंह ने कड़े लहजे में चेताया कि पार्टी या सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी। सिंह ने कहा कि पार्टी एवं सरकार की विश्वसनीयता पर आंच नहीं आनी चाहिए और पदाधिकारी, मंत्री मर्यादा में रहकर काम करें।
बंद कमरे में बुलाकर राजनाथ सिंह ने कटारिया को सुनाई खरी- खरी
राजनाथ सिंह ने बंद कमरे में गुलाबचंद कटारिया और राव राजेंद्र सिंह को, जोगाराम, केसाराम को खरी-खरी भी सुनाई। सूत्रों के मुताबिक राजनाथ सिंह ने कहा कि सार्वजनिक रूप से राय व्यक्तकरने की बजाय कोई आपत्ति थी तो मुख्यमंत्री से बात क्यों नहीं की। उन्होंने समझाया कि सदन में पार्टी लाइन के खिलाफ बोलने से सरकार के खिलाफ गलत मैसेज जाएगा। बाद में कटारिया ने भास्कर के सवाल पर बताया कि बंद कमरे में राजनाथ से मिले थे, लेकिन जो बात हुई उसे बताया नहीं जा सकता। बार-बार पूछे जाने पर खीझ कर कटारिया ने कहा कि सब जानते हैं कि मैं अपनी बात डंके की चोट पर रखता आया हूं और ऐसा करते हुए किसी से डरता नहीं।

बियर बार में आपा खो बैठी युवती, पुलिसवाले को ही जड़ दिया तमाचा

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udaipur जोधपुर रेजिडेंसी रोड स्थित एक बीयर बार में शुक्रवार शाम एक कपल बीयर के पेमेंट को लेकर उलझ पड़ा। खूब हंगामा किया। बीच बचाव करने आए होटल मैनेजर व कर्मचारियों के साथ भी युवती ने मारपीट कर ली। झगड़ा रोड तक भी आ पहुंचा। वहां तैनात पुलिसकर्मी युवती को शांत करने पहुंचा, लेकिन युवती आपा खो बैठी और पुलिसकर्मी को ही थप्पड़ मार दिया। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार शाम चार बजे महामंदिर स्थित मिरासी कॉलोनी निवासी सुमन व शहजाद पुत्र मुश्ताक खान शराब पीने बार पहुंचे। 4 बीयर व एक वोदका की बोतल पीने के बाद वे होश खो बैठे। बार स्टाफ ने बीयर व कुछ खाने की चीजों का 1500 रुपए का बिल दिया। इसके बाद कपल में पेमेंट करने को लेकर विवाद हो गया। झगड़ा बढ़ता देख बार का स्टाफ बीच बचाव करने आया लेकिन युवती ने मारपीट करनी शुरू कर दी। युवती ने अपने साथ आए युवक को भी पीट डाला। युवती ने बार स्टाफ को गालियां देना शुरू कर दी। माहौल खराब होता देख युवक ने बिल का पेमेंट कर युवती को बाहर चलने का कहा।

यामिनी के नृत्य भावों की मुद्राओं को सराहा


उदयपुर। महाराणा कुंभा संगीत परिषद द्वारा टॉउनहॉल में आयोजित तीन दिवसीय महाराणा कुंभा समारोह के प्रथम दिन डॉ. राजा व राधा रेड्डी व याामिनी रेड्डी तथा पदमविभूषण पं. शिवमुनि के सरोद वादन की प्रस्तुति ने रसिक श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। जहां डॉ. राजा, राधा व यामिनी रेड्डी की नृत्य की प्रस्तुति में नौ रसों की भाव व्यंजना ने दर्शकों को मत्रमुग्ध कर दिया, वहीं पं. शिवकुमार शर्मा के संतर वादन पर अलाप व ताल रूपक तथा तीन ताल में बंदिशों की प्रस्तुति देकर सभी को रोमांचित कर दिया।
डॉ. राजा व राधा रेड्डी ने कृष्ण के विभिन्न रूपों को रास रचयिता व गीता के उपदेशक अर्जुन सारथी के रूप को मंच पर प्रदर्शित किया। दोनों रूपों की विविधता व भावाभिनय देखते ही बने। कचिपुड़ी नृत्य की मुख्य विशेषता पात्र प्रवेश जिस के कारण यह नृत्य भारत नाट्यम से भिन्न होता है और इनके नृत्य में स्पष्ट हुआ और उसके भाव प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इनके नृत्य की अंतिम प्रस्तुति तरंगम् तश्तरी पर पद चालन थी, जिसमें राजा राधा रेड्डी के साथ उनकी पुत्री यामिनी रेड्डी ने भी साथ दिया। इनके साथ बांसुरी पर रोहित प्रसन्ना, वॉयलिन पर अन्नादुराई व गायन में कौशल्या रेड्डी व विजयश्री ने साथ देकर कार्यक्रम में चार चंाद लगा दिए। दूसरे सत्र में पं. शिवकुमार शर्मा का संतूर वादन हुआ। उन्होंने राग झ्ंिाझोटी में आलाप, ताल रूपक में त्रिताल में बंदिशों की प्रस्तुति दी। उन्होंने इस अवसर पर शहर में एक श्रेष्ठ ऑडिटोरियम की आवश्यकता जताई। इनके साथ तबले पर बनारस के रामकुमार शर्मा ने तथा जापान से आए। इनके शिष्य टाकाहीरो आराई ने तानपूरे पर संगत की। इनके वादन से रसिक श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। पं. शर्मा ने जहां उदयपुर के रसिक श्रोताओं की भूरी-भूरी पशंसा की, वहीं उन्हें संास्कृतिक संसाधनों की कमी का रंज होना भी प्रतीत हुआ।

बाराती तोता !

IMG_1983उदयपुर। झाड़ोल से बडग़ांव में शादी के लिए शनिवार को आए बारातियों में एक क्रखास बारातीञ्ज भी दिखाई पड़ा। यह था एक तोता। प्रताप गौरव केंद्र के पास बारात गुजर रही थी। दूल्हा घोड़े पर सवार था, बाराती नाचते-गाते चल रहे थे। एक तोता कभी बारातियों के नाच-गान पर पंख फडफ़ड़ाता खुद भी नाचने लगता, कभी दूल्हे के कंधों पर बैठ जाता। पूछने पर पता चला कि यह दूल्हे का पालतू तोता है, जो यहां बारात में भी साथ आया है।

पूर्व विधायक के बेटे का पुतला फूंका

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पुलिस समझाइश के बाद शांत हुए बस्तीवासी, पेट्रोल कम भरने की शिकायत करने वाले युवक से मारपीट का मामला
उदयपुर। रेती स्टैंड चौराहे पर पूर्व विधायक सज्जन कटारा के बेटे विवेक कटारा के पेट्रोल पंप के बाहर आवरी माता कच्ची बस्ती के बाशिंदों ने प्रदर्शन करते हुए विधायक पुत्र का पूतला फूंक दिया। ये लोग बीती रात बस्सी के एक युवक की पेट्रोल पंप कर्मचारियों द्वारा की गई पिटाई से नाराज थे। पिटाई से युवक के दोनों पैर टूट गए हैं और वह अस्पताल में भर्ती है।
आज सुबह करीब पचास से अधिक कच्ची बस्ती के लोग विधायक पुत्र विवेक कटारा के पेट्रोल पंप पर पहुंचे, जहां जोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की गई। इस दौरान आक्रोशित बस्ती वासियों ने विवेक का पुतला भी फूंका। सूचना मिलने पर एएसपी सिटी और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और बस्सी वासियों से समझाइश की। इसके बाद बस्सी के बाशिंदें वहां से चले गए। उल्लेखनीय है कि आवरी माता कच्ची बस्ती निवासी विजय पुत्र देवीलाल सालवी शाम छह बजे पेट्रोल भरवाने गया था। विजय ने तीस रुपए का पेट्रोल भरवाया। बाइक लेकर वह एक किलोमीटर ही चला होगा कि पेट्रोल खत्म हो गया। इस पर वह वापस पेट्रोल पंप पर पहुंचा और कम पेट्रोल भरने की शिकायत की। इस दौरान कहासुनी के बाद पेट्रोल पंप के मैनेजर और कर्मचारियों ने लोहे के सरियों से युवक की पिटाई की। इससे उसके दोनों पैर टूट गए। इस दौरान पेट्रोल पंप के कर्मचारी वहां से भाग गए। बाद में पुलिस ने युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसको भर्ती किया गया है।

तीन चोर गिरफ्तार, 11 वारदाते कबूली

photoहिरणमगरी पुलिस ने किया खुलासा
उदयपुर। हिरणमगरी पुलिस ने तीन चोरों को गिरफ्तार करके शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई चोरी की वारदातों का खुलासा किया है। हालांकि बड़ी वारदातों का खुलासा अब भी अछूता है। पुलिस इन तीनों चोरों से पूछताछ में लगी है। उम्मीद जताई जा रही है कि चोरी की और भी वारदातों का खुलासा हो सकता है।
शहर में बढ़ती चोरियों की वारदातों के मद्देनजर एसपी अजय लांबा ने डिप्टी गोवर्धनलाल खटीक, थानाधिकारी गजेंद्रसिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। इस टीम को सवीना कच्ची बस्ती में ५ दिसंबर, २०१३ को सने मकान में हुई चोरी की वारदात का सुराग लगा। इससे भोपामगरी कच्चीबस्ती निवासी भाइला उर्फ लाला गमेती, ननू उर्फ नानूडिय़ा उर्फ चमनलाल गमेती और भाइला के बेटे शांतिलाल गमेती को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों ने शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई ११ वारदातों को कबूल किया है। पुलिस को इन चोरों से और भी वारदातों के खुलासे की उम्मीद है।
डीजे के घर हुई चोरी का खुलासा नहीं
सेक्टर तीन स्थित एकलिंगनाथ कॉलोनी में कोटा के जिला जज प्रकाशचंद्र के मकान में हुई तीस लाख की चोरी का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। उल्लेखनीय है कि इस वारदात को एक महीने से अधिक समय बीत गया है, लेकिन पुलिस के हाथ कोई ठोस सबूत नहीं लगा है। इस वारदात में तीस तोला सोना, आठ किलो चांदी और नकदी चोरी चली गई थी।

दुनिया बदलने के लिए 5 साल ही काफी होते हैं : नरेंद्र मोदी

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udaipur इंफाल। बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन पर नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों को विकास से महरूम रखने का आरोप लगाया। मोदी ने मनमोहन पर वार करते हुए कहा कि भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री 23 साल से यहां से चुनकर संसद में जाते हैं, लेकिन इतने साल में उन्होंने इस क्षेत्र के लिए क्या किया? उन्होंने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र के विकास के लिए क्या किया।Ó प्रधानमंत्री पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा, ‘दुनिया बदलने के लिए 5 साल ही काफी होते हैं, लेकिन यहां तो 23 साल में भी कोई बदलाव नहीं आया।Ó मोदी ने नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों को देश के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि जब नॉर्थ-ईस्ट का भला होगा, तभी हिंदुस्तान का भी भला होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों की नीतियों के अभाव के कारण हर्बल मेडिसीन को बढ़ावा नहीं दिया जा सका और इससे नॉर्थ ईस्ट के राज्य काफी तरक्की करने से महरूम रह गए, क्योंकि यहां औषधियों का खजाना है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने नॉर्थ-ईस्ट में करप्शन के सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जब हम सत्ता में आएंगे, एक-एक पैसे का हिसाब मांगेंगे।Ó 2014 के चुनाव में बीजेपी की जीत की तरफ इशारा करते हुए ​उन्होंने कहा कि अब ज्यादा दिन बाकी नहीं है।

आसाराम जिंदगी भर रहेंगे सलाखों के पीछे

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udaipur। नाबालिग से यौन शोषण मामले में जोधपुर अदालत से आसाराम को बड़ा झटका मिला है। अदालत ने आसाराम पर पुलिस चार्जशीट के सभी गंभीर आरोप कायम रखे हैं, जिनमें ताउम्र या आजीवन कारावास तक की सजा मिल सकती है। अदालत ने मात्र एक धारा जस्टिस जुवेनाइल सेक्शन 26 को हटाया है। नाबालिग के शोषण के तहत लगने वाली इस धारा में अधिकतम तीन साल तक की सजा थी। इस मामले में आसाराम सहित सभी आरोपियों को औपचारिक रूप से आरोप 13 फरवरी को सुनाए जाएंगे। सेशन न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास की अदालत ने आसाराम सहित पांचों आरोपियों के खिलाफ चार्ज आदेश शुक्रवार को सुना दिए। आदेश में सभी आरोप यथावत रखे। इस दौरान अदालत में आसाराम समेत सभी आरोपी शिवा, शिल्पी, शरदचन्द्र्र और प्रकाश मौजूद थे।

निजी स्कूलों में एडमिशन फार्म के नाम पर लूट

Apply_Hand२०० से एक हजार रुपए कट रही है पेरेंट्स की जेब
उदयपुर। निजी अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों में बच्चों का दाखिला होगा या नहीं, यह तो दूर की बात है। अपने नन्हे-मुन्नों के लिए दाखिले का आवेदन फ़ार्म खरीदने में ही लोगों को हजारों रुपए का झटका लग रहा है। किसी निजी स्कूल में 250 रुपए, तो कहीं 500 रुपए, कही फार्म और स्कूल के नियमों की बुक सहित 1000 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। अगर कोई माता-पिता अपने बच्चे का एडमिशन अच्छी स्कूल में कराने के लिए तीन जगह से फार्म लेते है, तो उनकी जेब से अच्छी खासी रकम सिर्फ एडमिशन फार्म के नाम पर खर्च हो रही है। इन दिनों बच्चों के प्रवेश के लिए जुट हुए अभिभावकों का कहना है कि निजी स्कूलों में प्रवेश आवेदन फार्म विश्वविद्यालय के आवेदन फार्म से भी मंहगे हैं। फिर भी मजबूरी में उन्हें खरीदना पड़ रहा है।
लाखों की कमाई
नामचीन स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान लाखों रुपए के आवेदन फार्म बेच दिए जाते हैं, जबकि उनके पास सीटें 20 से 50 ही होती है।
ऐसी स्थिति में बाद में स्कूल प्रबंधन द्वारा यह कह दिया जाता है कि सीटें भर चुकी है। इसलिए अब एडमिशन नहीं हो सकता।
बड़ी परीक्षाओं से भी कम शुल्क
राज्य और संघ लोक सेवा आयोग, एसएससी, सहित अन्य बड़ी परीक्षाओं के आवेदन शुल्क भी 500 से कम होते है, जबकि इनमें तो परीक्षा तक शामिल होती हैं, जिसमें और कॉपियां जांचने का खर्च भी आता है, जबकि नर्सरी और पहली कक्षा में दाखिले के लिए इससे ज्यादा राशि वसूली जा रही है।
> प्रवेश के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। आवेदन फार्म की फीस इतनी है, की आम लोगों की कमर टूट जाती है। फार्म की कीमत ज्यादा से ज्यादा 100 रुपए होनी चाहिए।
-स्नेहलता साबू, अभिभावक
> बेटे के लिए फिलहाल एक स्कूल के लिए आवेदन भरा है। जिसके लिए 700 रुपए तक देने पड़ गए। यह मनमानी है, लेकिन मजबूरी है, आखिर इन पर नकेल कौन कसेगा।
-रामप्रताप सैनी, अभिभावक
> स्कूलों की ओर से मंहगे आवेदन पत्र बेचे जाने की शिकायत आई है। संस्थाएं ऐसा नहीं कर सकती है। यह मुनाफाखोरी है आवेदन प्रपत्र का एक निर्धारित शुल्क ही होना चाहिए। आखिर इसमें कितना खर्च आता है।
-शिव कुमार शर्मा, अध्यक्ष राज्य स्तरीय फीस निर्धारित समिति