पृथ्वी दिवस के अवसर पर…..

IMG_8553उदयपुर , धरती , पानी , हवा और आकाश में बढ़ रहे प्रदुषण वनो का विनाश एअत्यधिक जल उपयोग एवं प्रकृति के अत्यधिक दोहन को पृथ्वी दिवस के अवसर पर सज्जनगढ़ में आयोजित उपली बड़ी उच्च प्राथमिक विद्यालय के छात्रों एवं पर्यावरण हितैषियों के मध्य हुए संवाद में खतरनाक बतलाया । इस अवसर पर छात्रों ए शिक्षको ए पर्यावरण प्रेमियों ए दिल्लीए हैदराबाद एवं यूरोप से आये सैलानियों ने शपथ ली कि हम सभी अपने घर के साथ साथ अपने मोहल्ले को साफ़ रखने में अपना योगदान देंगे। हम लोग खुद एक एक पेड़ लगाएंगे और हर व्यक्ति एक एक बालक को एक एक पेड़ लगाने को प्रेरित करेगा। बड़ी विद्यालय ए पर्यावरण शिक्षा समितिए झील हितेषी नागरिक मंच ए पहल वन विभाग एवं डॉ मोहन सिंह मेहता मेमोरियल के सयुक्त तत्वावधान में आयोजान किया गया।
पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ सतीश शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि पृथ्वी को आदमी के जीने लायक बनाएँ रखने के लिए जल थल एवं नभ को प्रदुषण रहित बनाये रखने के साथ ही वनो का संरक्षण ए जानवरो का संरक्षण ए पेय जल स्त्रोतों का संरक्षण जरुरी है।
डॉ मोहन सिंह मेहता ट्रस्ट के सचिव नन्द किशोर शर्मा ने कहा की पृथ्वी कई तरह कीजैव विविधता से भरी हुई है और ये विविधता धीरे धीरे लुप्त हो रही है इसके बारे में विद्यालय स्तर से ही बालको में जानकारी साझा करने की जरुरत है। शर्मा ने ग्लोबल वार्मिंग एवं क्लाइमेट चेंज का कारण धरती एवं आकाश पर बढ़ता प्रदुषण बतलाया।
झील हितेषी नागरिक मंच के हांजी सरदार मोहम्मद ने जल स्त्रोतों पर सफाई बनाये रखने का आग्रह किया।
पर्यावरण शिक्षा एवं समन्वयन समिति के प्रकाश तिवारी ने कहा की धरती हमारी माता है वन उसके श्रृंगार है हमें कोशिश करनी चाहिए कि ये धरती श्रृंगारित हो और खूबसूरत बानी रहे।
हैदराबाद से आये पर्यटकों ने ख़ुशी जताते हुए कहा की शहर की झीले बहुत साफ़ है जबकि हैदराबाद का हुसैन सागर झील बहुत गन्दी और प्रदूषित है। विद्यालय की प्राचार्य झाला ने कहा कि पर्यावरण शिक्षा बालक के लिए निहायत जरुरी है। प्रकृति को बालक अपने बहुत नजदीक पाता है इसके महत्त्व की चेतना बालक में शुरू से ही आनी चाहिए। संवाद में शिक्षको ए शैलानिओ एवं पयावरण हितैषियों ने भी अपने विचार रखे।

नितेश सिंह
कार्यालय प्रशाशक

धारावाहिक मिशन सपने 27 अप्रैल से हर रविवार रात 8:00 बजे कलर्स पर

Ranbir Kapoor for Mission Sapne04फिल्म, खेल और टेलीविजन उद्योग की जानी मानी हस्तियां आम आदमी की मदद के लिए एक मंच पर मिशन सपने 27 अप्रैल, से हर रविवार रात 8:00 बजे कलर्स पर
धारावाहिक मिशन सपने 27 अप्रैल, 2014 से शुरू हो रहा है जो हर रविवार रात8:00 बजे सिर्फ कलर्स पर दिखाया जाएगा। इसके निर्माता सोबो फिल्म्स हैं और सोनाली बेन्द्रे इसे होस्ट करेंगी। मिशन सपने कलर्स की अग्रणी प्रोग्रामिंग पहल है जो जीवन के विविध क्षेत्रों से जुड़ी प्रसिद्ध हस्तियों को एक साथ लाती है तथा उन्हें आम आदमी के फायदे के लिए अपनी प्रसिद्धि का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करती है। धारावाहिक के अंग के रूप में, दर्शकों को अपनी पसंदीदा हस्ती को एक दिन के लिए आम आदमी के रूप में काम करते हुए और अपनी दैनिक प्रतिदान कमाते हुए देखने का मौका मिलेगा।
धारावाहिक के पहले सीजन में बॉलीवुड, टेलीविजन, खेल और संगीत जगत की सुप्रसिद्ध हस्तियां इस मिशन में स्वयंसेवा करती नजर आएंगी जिनमें सलमान खान (नाई), वरुण धवन (पाटी वाला), हरभजन सिंह (नमकीन विक्रेता), मीका सिंह (चाय वाला), रोनित रॉय (कॉस्मेटिक विक्रेता), रणबीर कपूर (वडा-पाव विक्रेता), राम कपूर (टेक्सी चालक), करण जौहर (फोटोग्राफर), दृष्टि धामी (नींबू-मिर्ची विक्रेता) और सिद्धार्थ मल्होत्रा (सब्जी विक्रेता) शामिल हैं। सच्चे व्यक्ति के रूप में मदद करने के लिए यह हस्तियां अपने ऐशो आराम को छोड़कर टैक्सी चलाते, सब्जी बेचते या घर-घर जाकर सामान बेचने वाले सेल्समैन के रूप में नजर आएंगे तथा अपनी प्रतिभा, बुद्धि और स्टार व्यक्तित्व का इस्तेमाल साधारण एवं मुश्किल जीवन में बदलाव लाने के लिए करेंगे। यह सभी हस्तियां अनेक मुश्किलों का सामना और परिचय भी कराएंगे जो अल्पसुविधा प्राप्त लोगों को हमारे जीवन में आराम लाने के लिए झेलनी पड़ती है।

वकील की पत्नी की हत्या

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चित्तौडग़ढ़ के हनुमान दरवाजे के पास मिली लाश
उदयपुर/चित्तौडग़ढ़। यहां किला रोड पर हनुमान दरवाजे के पास आज सुबह एक वकील की पत्नी की लाश मिली है। हत्या के बाद लाश को वहां फेंका गया था। मृतका के शरीर पर पहने गहने मौजूद है, जिससे लूट की आशंका भी नहीं जताई जा रही है। हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चला है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
पुलिस के अनुसार आज सुबह हनुमान दरवाजे के पास शास्त्री नगर निवासी वकील शंकरलाल सिंघवी की पत्नी कुमुद (४८) की लाश मिली है। मृतका के गले पर चाकू से वार किया गया है। घटनास्थल पर खून के निशान नहीं है। इससे पता चलता है कि हत्या करने के बाद लाश वहां फेेंकी गई थी। मृतका के शरीर पर पहने हुए सभी गहने मौजूद है, जिससे लूट की आशंका भी नहीं जताई जा रही है। हत्या के कारणों का पुलिस अभी पता लगा रही है। वकील शंकरलाल ने कल शाम को छह बजे कोतवाली थाने में उसकी पत्नी कुमुद की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। कुमुद कल सुबह 11 बजे एलआईसी की किश्त जमा कराने के लिए घर से निकली थी। उसने किश्त भी जमा करवा दी, लेकिन बाद में उसका अपहरण कर लिया गया, जिसकी रात को हत्या के बाद शव हनुमान दरवाजे के पास फेंक दिया गया था। शंकरलाल पहले वकालात करते थे, लेकिन अभी उन्होंने प्रेक्ट्सि छोड़ दी है।
॥प्रथम दृष्ट्या लूट जैसा कोई मामला प्रतीत नहीं हो रहा है। अज्ञात के खिलाफ अपहरण और हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
-प्रसन्न कुमार खमेसरा, एसपी चित्तौडग़ढ़

मोदी चुनाव के बाद कांग्रेस के साथ काम करने को तैयार

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नमो ने कहा – सरकार की आर्थिक नीतियां जारी रहेंगी
लोगों ने पूछा – फिर क्यों हो अबकी बार मोदी सरकार
– डी भट्टाचार्य/पार्था घोष –
गांधीनगर/नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए को बहुमत मिलने को लेकर आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे हैं। मोदी का कहना है कि कांग्रेस का सफाया होना ‘लगभग तयÓ है। हालांकि, चुनाव, नीतियों और गवर्नेंस के बारे में इकनॉमिक टाइम्स से बातचीत में मोदी ने कहा कि अभी जो जंग चल रही है, वह चुनाव के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच सहयोग के आड़े नहीं आएगी। बीजेपी के पीएम कैंडिडेट ने क्रईटीञ्ज की ओर से ईमेल के जरिए भेजे गए तमाम सवालों के जवाब दिए और इस दौरान उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ‘इन्वेस्टर सेंटिमेंटÓ की रक्षा करना उनकी टॉप प्रायॉरिटी है। उन्होंने यहां तक अगर रोजगार पैदा होंगे तो मल्टि-ब्रैंड रीटेल में भी एफडीआई का स्वागत है। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ भी की और कहा कि पीएम के रूप में उनके नॉन-परफॉर्मेंस की वजह ‘अधिकार और स्वतंत्रताÓ की कमी थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह सरकार में आए तो इकनॉमिक पॉलिसी की निरंतरता जारी रखेंगे।
जीत का भरोसा : चुनाव में जीत का भरोसा जताते हुए मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस की हार तो तय है ही, वह अब तक की सबसे कम सीटों पर सिमटने जा रही है। मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर कांग्रेस किसी भी राज्य में 10 सीटें भी न जीत पाए। यह लगभग तय है कि राष्ट्रीय स्तर पर वह 100 के आंकड़े तक नहीं पहुंचेगी। बीजेपी और एनडीए, दोनों ही अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ करने जा रहे हैं। एनडीए के प्री-पोल अलायंस को साफ बहुमत मिलना निश्चित है।Ó
इकॉनमी में सुधार पहली प्राथमिकता : मोदी ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि नई सरकार के सामने इकॉनमी की बुरी हालत से निपटने की चुनौती होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें पता नहीं कि क्या यूपीए सरकार ने जान-बूझकर इकॉनमी को ऐसे हालत में छोड़ा है। हो सकता है कि यह कांग्रेस का तरीका हो कि आने वाली सरकार के लिए हालात मुश्किल करके जाएं।
कांग्रेस के साथ काम करने को तैयार : मोदी ने चुनाव के बाद कांग्रेस के साथ सहयोग का संकेत भी दिया। उन्होंने कहा, ‘मैच्योर नेता मिलकर काम करने की अहमियत समझते हैं।Ó मोदी ने कहा कि चुनाव के दौरान तो हमले तेज होते ही हैं। हमने यूपीए के 10 साल के दौरान फूड सिक्यॉरिटी बिल, भूमि अधिग्रहण बिल, लोकपाल बिल जैसे कई मुद्दों पर सरकार का साथ दिया। हमारे रिश्ते इतने भी नहीं खराब हुए हैं।
अच्छे वित्त मंत्री थे मनमोहन : मोदी ने ईटी से कहा, ‘मनमोहन सिंह ने नरसिंह राव सरकार में फाइनैंस मिनिस्टर के रूप में जो काम किए, उनके लिए मैं उन्हें निश्चित तौर पर श्रेय दूंगा। अगर उन्हें अधिकार और काम करने की स्वतंत्रता दी गई होती तो वह प्रधानमंत्री के रूप में भी अच्छा काम कर सकते थे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि एक व्यक्ति के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूं।Ó
एफडीआई पर सारे विकल्प खुले : मोदी ने कहा कि हमने मल्टि-ब्रैंड रीटेल में एफडीआई को लेकर आपत्ति जताई है, लेकिन हमारे मैनिफेस्टो में साफ तौर पर कहा गया है कि हम सभी सेक्टर्स में एफडीआई का स्वागत करेंगे। जहां भी हमें लगेगा कि एफडीआई से युवाओं के लिए रोजगार पैदा होगा, वहां हम इसे बढ़ावा देंगे।
इन्वेस्टर सेंटिमेंट सबसे अहम : मोदी ने कहा कि अगर वह सरकार में आए तो यह सुनिश्चित करेंगे कि निर्णय करने के मोर्चे पर निरंतरता रहे और ऐसा कोई मेसेज न दिया जाए जिससे फॉरेन इन्वेस्टर्स के सेंटिमेंट पर ‘बुरा असरÓ पड़े। मोदी ने कहा, ‘हम इन्वेस्टर सेंटिमेंट्स का ध्यान रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा कोई मेसेज न जाए जिससे लगे कि अनिश्चितता और फैसले लेने की प्रक्रिया प्रॉसेस में निरंतरता की कमी है, जिनसे फॉरेन इन्वेस्टर्स सहित सभी निवेशकों के भरोसे पर बुरा असर पड़ता हो।Ó (साभार : एनबीटी)
गिरिराज और तोगडिय़ा के बयान से परेशानी
नई दिल्ली। हाल ही में बिहार बीजेपी नेता गिरिराज सिंह और फिर विश्व हिंदू परिषद के प्रवीण तोगडिय़ा के विवादास्पद बयानों की वजह से विरोधियों के निशाने पर आए नरेंद्र मोदी ने चुप्पी तोड़ी है। मोदी ने बिना किसी का नाम लिए सख्त लहजे में कहा है कि मैं इस तरह के किसी भी गैरजिम्मेदाराना बयान की निंदा करता हूं। उन्होंने तोगडिय़ा का नाम लिए बिना कहा कि बीजेपी के शुभचिंतक होने का दावा करने वाले लोगों के उल्टे-सीधे बयान पार्टी की चुनावी कैंपेन को डिवेलपमेंट और गुड गवर्नेंस के मुद्दे से भटका रहे हैं।
गौरतलब है कि वीएचपी के नेता प्रवीण तोगडिय़ा ने हिंदू बहुल इलाकों में घर खरीदने वाले मुसलमानों के खिलाफ जहर उगलते हुए बहुसंख्यकों को उकसाने वाला बयान दिया था। भावनगर में हिन्दू बहुल इलाके में घर खरीदने वाले मुस्लिम व्यापारी के विरोध में उनके घर के बाहर जमा वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से तोगडिय़ा ने कहा कि अगर वह 48 घंटे में घर खाली नहीं करते हैं तो इस पर कब्जा कर लें। इस बयान के लेकर काफी बवाल मचा। बाद में तोगडिय़ा के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई।
इसके पहले एक चुनावी सभा में बिहार बीजेपी के नेता और नरेंद्र मोदी के बड़े समर्थक गिरिराज सिंह ने कहा था, ‘जो लोग नरेंद्र मोदी को रोकना चाहते हैं, वे पाकिस्तान की ओर देख रहे हैं। आने वाले दिनों में उनके लिए भारत में कोई जगह नहीं होगी। उनके लिए बस पाकिस्तान में जगह बचेगी।Ó उस रैली में गिरिराज सिंह के साथ बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी भी मौजूद थे। इस मामले में गिरिराज के खिलाफ भी कई एफआईआर दर्ज किए गए हैं। इन दोनों के अलावा भी संघ परिवार से जुड़े कई लोगों ने विवादास्पद बयान दिए हैं। खासकर अल्पसंख्यकों के बारे में।
जब चुनावी प्रचार अपने चरम पर हैं ऐसे में ये विवादास्पद बयान नरेंद्र मोदी के लिए परेशानी पैदा करने लगे हैं। अब तक नरेंद्र मोदी ने खुद इस तरह की बयानों की निंदा नहीं की थी। लेकिन, जब इन बयानों को लेकर मीडिया का दबाव बढऩे लगा तो खुद सफाई देने सामने आए।
मंगलवार की सुबह उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘बीजेपी के शुभचिंतक होने का दावा करने वाले लोगों के उल्टे-सीधे बयान पार्टी की चुनावी कैंपेन को डिवेलपमेंट और गुड गवर्नेंस के मुद्दे से भटका रहे हैं।Ó इसके बाद अपने अगले ट्वीट में मोदी ने लिखा, ‘मैं इस तरह के किसी भी गैरजिम्मेदाराना बयान की निंदा करता हूं और उन लोगों से अपील करता हूं कि कृपया इस तरह के बयानों से परहेज करें।Ó

महाकाल ट्रस्ट पर फतहसागर में भराव डालने का आरोप

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पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष के बीच जुबानी जंग

उदयपुर। महाकालेश्वर मंदिर ट्रस्ट द्वारा मंदिर के पीछे की जमीन का प्राकृतिक स्वरूप बिगाड़कर भराव फतहसागर झील में डाला जा रहा है। पिछवाड़े में जो निर्माण करवाया जा रहा है। उसकी कोई आवश्यकता नहीं है। ऐसे आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्त को ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष सहित कई लोगों ने वर्तमान अध्यक्ष व पदाधिकारियों के खिलाफ शिकायत की है।
जिला कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में बताया की मौजूदा ट्रस्ट द्वारा सारे नियमों को ताक में रखकर महाकाल के भक्तों की सहयोग राशि में दिए रुपयों का दुरूपयोग किया जा रहा है। मंदिर में बिना आवश्यकता के निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। झील संरक्षण क्षेत्र होने के बावजूद भी निर्माण करवाया जा रहा है। मंदिर के पीछे जेसीबी से खुदाई कर भराव झील में डाला जा रहा है। ज्ञापन में यह भी बताया गया कि मौजूदा ट्रस्ट ने मंदिर में कई निर्माण ऐसे करवा दिए हैं जिनकी आवश्यता नहीं थी। वाहनों के आने पर रोक लगा दी है। निर्माण कार्य के लिए भक्तों से जो सहयोग राशि ली जाती है, उसका आज तक मौजूदा ट्रस्ट ने हिसाब-किताब नहीं दिया है।
पूर्व ट्रस्ट के अध्यक्ष दयाशंकर कुमावत ने कहा कि जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्त से मांग की गई है कि ट्रस्ट द्वारा करवाए जा रहे निर्माण कार्यों की जांच की जाए। ट्रस्ट द्वारा किए गए खर्च को सार्वजनिक किया जाए तथा महाकाल मंदिर के आसपास की जमीन का जो प्राकृतिक स्वरूप बिगाड़ा जा रहा है, उस पर रोक लगाई जाए। साथ ही झील में डाले जा रहे भराव को रोका जाए।

> सारे आरोप निराधार है। आज महाकाल मंदिर का विस्तार हो रहा है और बहुत अच्छा काम हो रहा है। ये विस्तार और कार्य कुछ गिने चुने लोगों को अच्छा नहीं लग रहा, जो ऐसे आरोप लगा रहे हैं। उनमें पूर्व अध्यक्ष दयाशंकर कुमावत भी शामिल है, जो अपने कार्यकाल के दौरान महाकाल की संपत्ति को निजी कामों में उपयोग में लिया करते थे। आने वाले समय में मंदिर के पीछे वाली जगह पर घाट बनाया जाएगा, जहां से बोटें संचालित की जाएगी। भक्त बोटिंग का आनंद लेते हुए महाकाल के दर्शन करने आ सकेंगे।
-तेजसिंह सरुपरिया, अध्यक्ष, महाकालेश्वर मंदिर ट्रस्ट

बस्ती की पंचायत करेगी फैसला, बच्चे का पिता कौन?

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jp6613122-04-2014-02-43-99Nदेशभर में तो नारी सुरक्षा चुनावों में सबसे बड़ा मुद्या बन रहा है, वहीं दूसरी ओर विद्याधर नगर में अमानीशाह नाले के पास की बस्ती की पंचायत एक अजीबोगरीब, लेकिन पूरे शहर को शर्मशार करने वाले मामले की सुनवाई कर रही है। पीडित है एक किशोरी, जिसने तीन दिन पहले शनिवार को एक बच्चे का जन्म दिया।

वो पंचायत से कहती है कि उसे नहीं पता कि नवजात का बाप कौन है। मां बनी इस पन्द्रह वर्षीय युवती का कहना है कि तीन लोगों ने उसे हवस का शिकार बनाया। अब बस्ती की पंचायत पसोपेश में है कि तीनों लोगों में से बच्चे की जिम्मेदारी कौन उठाएगा। बहराल, अब पंचायत इस मामले में फैसला करेगी और नहीं मानने पर आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का निर्णय किया जाएगा।

पहले मकान मालिक, फिर पड़ोसी और बस्ती के एक युवक नेे बनाया शिकार

15 वर्षीय किशोरी ने बताया कि उसके माता-पिता दिन में काम पर चले जाते हैं। अक्टूबर 2013 में 40 वर्षीय मकान मालिक ने अकेला देख उसके साथ गलत काम किया और किसी को न बताने की धमकी दी। माता-पिता की डांट से बचने और डर के मारे वह चुप ही रही। इसके बाद मकान मालिक ने दीपावली तक चार बार उसके साथ ऎसा किया। इस दौरान पड़ोस में रहने वाले एक एक वयस्क ने दो बार और बस्ती में ही रहने वाले एक युवक ने भी एक बार उसके साथ गलत काम किया।

किशोरी की मां ने बताया कि चार माह पहले बेटी ने पेट में दर्द की शिकायत की। अस्पताल ले गई तो चिकित्सक ने पांच माह की गर्भवती होना बताया। डॉक्टर ने यह भी बताया कि अब गर्भपात संभव नहीं है। बार-बार पूछने के बाद सहमी हुई बेटी ने आरोपियों के नाम बताए। तीन दिन पहले उसने बेटे को जन्म दिया तो बात पूरी बस्ती में फैल गई।

मकान मालिक ही पिता!

किशोरी की मां ने आरोप लगाया कि बेटी के साथ मकान मालिक ने चार बार गलत काम किया। उसने अपनी बेटी की उम्र की युवती से दुष्कर्म किया है, वह ही बच्चे को ले जाए, वे अपनी बेटी को लेकर कहीं और चले जाएंगे।

शर्मसार तर्क

बच्चे की जिम्मेदारी कौन ले, इसे लेकर बस्ती में पंचायत बैठी। पंचायत में मौजूद कुछ लोगों ने तो यहां तक कह दिया कि किशोरी को भी मकान मालिक के पास छोड़ दो, लेकिन किशोरी इसके लिए तैयार नहीं हुई।

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सौतेले पिता ने किया 11 वर्षीय बेटी से दुष्कर्म, पत्नी ने खोला राज

7870_22_4बासनी थाना क्षेत्र के रामेश्वर नगर में रहने वाली एक महिला ने रविवार को अपने पति पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म व अप्राकृतिक यौन शोषण का आरोप लगाया है। आरोपी नाबालिग बेटी का सौतेला पिता है। बासनी पुलिस ने पॉक्सो एक्ट व विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्जकर जांच शुरू की है। आरोपी आदतन अपराधी बताया जा रहा है।
उस पर लूट, चोरी, चेन स्नैचिंग व घर में घुसकर अभद्र व्यवहार करने के संगीन आरोप लग चुके है और हाल ही में प्रतापनगर पुलिस ने रविवार को उसे चेन स्नैचिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले में उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया। अब बासनी पुलिस उसे प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर दुष्कर्म के मामले में पूछताछ करेगी।
मां ने खोले राज
बासनी पुलिस के अनुसार नाबालिग की मां ने रविवार को रिपोर्ट दर्ज करवाकर बताया कि उसने करीब 11 साल पहले महेंद्र पुत्र सुखराम वाल्मीकि से दूसरी शादी की थी। उसके पहले पति से उसे एक पुत्री व दूसरे पति महेंद्र से दो पुत्रियां व एक बेटा हैं। करीब एक माह पहले महेंद्र ने अपनी 11 वर्षीय नाबालिग सौतेली बेटी से दुष्कर्म किया था। इसका विरोध करने पर उसने मेरे व मेरी पुत्री के साथ मारपीट भी की।
पति-पत्नी दोनों की दूसरी शादीत्न आरोपी महेंद्र ने अपनी पहली पत्नी को छोड़कर प्रार्थी महिला से दूसरी शादी की थी। वहीं महिला ने भी अपने पहले पति को छोड़ चुकी है। आरोपी जिस मकान में रहता है उसे भी उसने फर्जी नाम से किराए पर ले रखा है। महेंद्र वाल्मीकि को रविवार को प्रतापनगर पुलिस ने कमला नेहरू नगर में एक महिला के गले से सोने की चेन लूटने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले में उसे सोमवार को कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया।

साथी कर्मचारी पर दुष्कर्म का आरोप
मंडोर थाना क्षेत्र में मिड डे मिल का खाना बनाने वाली कंपनी में हेल्पर का काम करने वाली एक महिला ने सोमवार को अपने साथी कर्मचारी पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया। मंडोर थानाधिकारी किशोर सिंह ने बताया कि किशोरबाग रहने वाली विवाहिता ने सोमवार को पुलिस में रिपोर्ट दी कि निंबानिमड़ी में स्थित अक्षयपात्र फाउंडेशन में मिड डे मिल का खाना बनाया जाता है। यहां वो हेल्पर का काम करती है।

रविवार सुबह उसके साथी कर्मचारी मध्यप्रदेश के लाडपुरा निवासी जितेंद्र जाटव ने उसे फोन कर बताया कि उसे मैनेजर ऑफिस में बुला रहे हैं। फाउंडेशन के ऑफिस पहुंचने पर उसने मुझे चाय में नशीला पदार्थ खिला रात भर बंधक बना दुष्कर्म किया। सोमवार सुबह मेरे पति और अन्य लोगों ने मुझे मौके से छुड़ाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की।

ट्रैक्टर ने ली तीन की जान

ud3522-04-2014-02-06-99Nमावली तहसील के घासा थानान्तर्गत नूरड़ा पंचायत के पीपरोली गांव में सोमवार को एक बेकाबू ट्रैक्टर ने मोटरसाइकिल व राह चलते चार लोगों को कुचल दिया जिसमें से तीन की मौत हो गई। हादसा इतना भीषणा था कि दो ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि एक ने उदयपुर के एमबी. चिकित्सालय में दम तोड़ा। गंभीर रूप से घायल एक किशोर को निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत नाजुक है। हादसे के शिकार सभी लोग एक ही गांव के होने से पूरे गांव में शोक की लहर छा गई।

पुलिस ने बताया कि सुबह 11 बजे नूरड़ा निवासी गोपालसिंह (16) पुत्र रतनसिंह व लोकेशदास (19) पुत्र रमेशदास मोटरसाइकिल पर नूरड़ा से पीपरोली जा रहे थे। पीपरोली स्कूल के पास ही उनके आगे नूरड़ा निवासी अंकित (14) पुत्र रतनलाल मेहता व राहुल (14) पुत्र बाबूलाल मेहता पैदल जा रहे थे। तभी सामने से तेज गति से आए ट्रैक्टर ने चारों को चपेट में ले लिया। हादसे के बाद ट्रैक्टर सभी को करीब 10 फीट तक घसीटता हुआ कांटे की बाड़ तोड़कर खेत में जा घुसा। दुर्घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया। खेत में काम कर रही महिला ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी।

ट्रैक्टर को उठाकर निकाले शव व घायल

दुर्घटना इतनी भीषण थी कि तीन किशोर व एक युवक ट्रैक्टर के पहिये तले दब गए। उन्हें निकालने के लिए ग्रामीणों ने पहले जेसीबी की व्यवस्था की। समय अधिक लगने पर सभी ने अपने स्तर पर ट्रैक्टर को उठाकर चारों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक गोपालसिंह व लोकेश ने दम तोड़ दिया। पूर्व सरपंच रतनसिंह ने 108 एम्बुलेंस को सूचना देकर घायल राहुल व अंकित को उदयपुर एमबी. चिकित्सालय भिजवाया जहां अंकित ने दम तोड़ दिया। सूचना पर घासा थानाधिकारी गोवर्घनसिंह भाटी जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तीनों मृतकों का पोस्टमार्टम कराया। दो के शव परिजनों के सुपुर्द किए जबकि एक के पिता मुंबई में होने से उनके इंतजार मे अभी शव मुर्दाघर में रखा हुआ है।

तीसरे मृतक के परिजनों से छिपाई सूचना

हादसे में तीसरे मृतक अंकित अपने परिवार का इकलौता चिराग था। दो बहनो में सबसे छोटे अंकित की मौत के समाचार सुनते ही चंद परिजन एमबी. चिकित्सालय दौड़ पड़े। घर पर रहे अन्य परिजनों को देर रात तक किसी ने उसकी मौत की खबर नहीं दी। अंकित के पिता मुंबई में दुग्ध व्यवसायी हैं। उनके आने तक पुलिस ने शव को मुर्दाघर में रखवाया है

राहुल की हालत नाजुक

हादसे में घायल राहुल की नाजुक हालत बनी हुई है। उसे यहां उदयपुर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। परिजनों उसकी सलामती की दुआएं कर रही है। मृतक गोपाल कक्षा 9, लोकेश व अंकित कक्षा 10 तथा घायल राहुल कक्षा 8 के
छात्र था।

रूदन, कंदन व चीत्कार
रूदन, कंदन व चीत्कार और ढाढंस बंधाते सैकड़ों लोग….कुछ यहीं माहौल था सोमवार को घासा के नूरड़ा व पीपरोली गांव का। दोनों ही गांव के तीन जनों की एक साथ मौत ने सभी को गमगीन दिया। दोपहरबाद गोपालसिंह व लोकेशदास के शव उनके घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। परिजनों का विलाप “म्हारो सब कुछ लूटी ग्यो, घणो दुख देखीने मोटा कर्या, हे मारा लाल….थारे वणा मा अबै कितर जीवेगा” वहां मौजूद हर व्यक्ति का सीना चाक कर रहा था। शाम को जब दोनो मृतकों के शव उनके घर के आंगन से उठे तो परिजनों की हालत खराब हो गई। मृतक गोपालसिंह व लोकेशदास की अर्थी को कांधा देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ दोनों अर्थियों को पूरे गांव से श्मसान घाट लेकर पहुंची वहां पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ तीन की मौत पर दोनों ही गांव में चूल्हा भी नहीं जला।

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देवास-2 प्रोजेक्ट: इस मानसून पीछोला में हो सकती है आकोदड़ा से पानी की आवक

8502_31उदयपुर. परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो आकोदड़ा बांध का पानी इस मानसून में शहर की झीलों में पहुंच जाएगा। देवास-2 प्रोजेक्ट (मोहनलाल सुखाडिय़ा जल अपवर्तन योजना) के तहत निर्माणाधीन आकोदड़ा बांध का काम इतना हो चुका है कि पानी मेन टनल से झीलों की ओर डायवर्ट किया जा सके। जल संसाधन विभाग इस मानसून को ही लक्ष्य मानकर काम पूरा करने में जुटा है।

जल संसाधन अधिकारियों के मुताबिक आकोदड़ा बांध का पानी 11 किमी लंबी मेन टनल (मुख्य सुरंग) से उदयपुर की झीलों की ओर डायवर्ड करने के लिए समुद्र तल से 632 मीटर तक निर्माण जरूरी है। यह वह बैड लेवल है, जहां तक निर्माण होने के बाद आकोदड़ा का पानी सुरंग से पीछोला की ओर डायवर्ट किया जा सकता है। यह काम हो चुका है। बांध के सात भागों (ब्लॉक) में अब तक करीब 632 मीटर तक निर्माण हो चुका है। यानी इस मानसून में आकोदड़ा बांध का पानी उदयपुर लाने की तैयारी है। दोनों किनारों पर नॉन ओवरफ्लो वाले सेक्शन का लेवल उठाने का काम जोरों पर है। यह अभी करीब 625 मीटर तक ही पहुंचा है।

गौरतलब है कि उदयपुर की झीलों को लबालब करने में 302 एमसीएफटी भराव क्षमता वाले आकोदड़ा बांध का सबसे अहम रोल रहेगा। कुल 85 एमसीएफटी भराव क्षमता वाले मादड़ी डेम का काम पहले ही पूरा हो चुका है।

मुख्य अभियंता ने लिया जायजा
विभाग के मुख्य अभियंता (गुण नियंत्रण) गौरेश गुप्ता ने रविवार को मौका मुआयना कर आकोदड़ा बांध की कार्य प्रगति की जानकारी ली। अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुमनेश माथुर ने उन्हें अब तक हुए काम की जानकारी दी। गौरतलब है कि ठेकेदार के छोड़कर चले जाने से आकोदड़ा का काम पूरा नहीं हो सका। विभाग को अधूरा काम पूरा करवाने नए सिरे से टेंडर करना पड़ा। नए ठेकेदार को काम पूरा करने के लिए दिसंबर 2014 तक का समय दिया गया है।

लोकसभा चुनाव में तीन दिन छुट्टी के बाद भी लेट पहुंचे कर्मचारी

8969_32उदयपुर. लोकसभा चुनाव करवाने में 42 दिन तक व्यस्त रहे विभिन्न विभागों के कर्मचारी-अधिकारी तीन दिन की छुट्टियां मनाने के बाद भी सोमवार को निर्धारित समय पर कार्यालय नहीं पहुंचे। जनता से सीधे जुड़े विभागों में तो हालात यह थे कि आमजन सुबह आठ बजे ही आ गए। कलेक्ट्रेट में कलेक्टर और यूआईटी में सचिव को छोड़कर अन्य विभागों में कोई अधिकारी समय पर नहीं था। बिजली निगम में जिला व संभाग स्तरीय अधिकारी, एक्सईएन, एईएन कार्यालय पर सुबह 10 बजे तक ताले थे। जबकि, दो दिन बारिश के कारण दर्जनों जगह लाइनों में फॉल्ट और दूसरी परेशानियों की कंपलेंट्स दर्ज कराई गई थीं। कार्यालयों में अधीनस्थ कर्मचारी टाइम पर नहीं आए।

कलेक्ट्रेट में जहां कलेक्टर और एडीएम सिटी समय पर पहुंच गए थे, वहीं अन्य शाखाओं के स्टाफ का पता ही नहीं था। स्वीपर, ड्राइवर निर्धारित समय पर अपने काम करते नजर आए।

कलेक्टर, यूआईटी सचिव को छोड़ सब पहुंचे 10 बजे

कलेक्ट्रेट- सुबह 9:29 पर कलेक्टर आशुतोष पेडणेकर भी पहुंच गए। पौने 10 बजे एडीएम-सिटी मोहम्मद यासिन पठान पहुंचे। तब कोष कार्यालय और रसद विभाग में काम से आए लोग स्टाफ का इंतजार कर रहे थे।

कोष कार्यालय- सामाजिक सुरक्षा पेंशन संबंधित समस्याओं वाले पेंशनर्स सुबह 8 बजे ही आ गए थे, लेकिन अधिकारी के नहीं आने पर इंतजार करना पड़ा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने बताया कि समय तो हो गया है, साहब आते ही होंगे।

रसद विभाग- सुबह 10 बजे तक न कोई अधिकारी था और न कर्मचारी। मुख्य द्वार खुला था। अधिकारी और कर्मचारी सुबह दस बजे के बाद ही कार्यालय पहुंचे।

बिजली व जलदाय- इन दोनों विभागों में जिला और संभाग स्तरीय अधिकारी सुबह 10 बजे तक नहीं पहुंचे। बिजली निगम में तो शिकायतकर्ता बार बार चक्कर काट रहे थे, लेकिन कोई जिम्मेदार मौके पर नहीं था। अधिकारी, दोपहर तक पहुंचे।

परिवहन विभाग- विभाग में आरटीओ व एक डीटीओ अवकाश पर गए हैं। पीछे रहे एक डीटीओ भी समय पर कार्यालय नहीं आए। सुबह 10:20 बजे तक लोग चक्कर काट रहे थे, लेकिन उन्हें संतोषप्रद जवाब देने वाला भी कोई नहीं था।

यूआईटी- यूआईटी सचिव रामनिवास मेहता सही समय पर अपने कार्यालय में थे। जबकि अधिकांश कर्मचारी नहीं पहुंच पाए थे। यूआईटी की अन्य शाखाओं में 9:55 तक कोई नहीं था।

एमबी अस्पताल- आउटडोर में सुबह 8:50 तक डॉक्टर्स नहीं आए थे। जबकि मरीज आउटडोर के निर्धारित समय सुबह 8 बजे से ही इंतजार कर रहे थे। मरीजों ने बताया कि डॉक्टर अपने निर्धारित समय पर नहीं आते हैं। पंद्रह से बीस मिनट देरी से ही आते हैं।

अधिकारी बोले
जलदाय विभाग के एसई डीके गौड़ ने कहा कलेक्ट्रेट में वीसी थी। वहीं, डीटीओ कानसिंह ने कहा किसी काम से कलेक्ट्रेट गया था। रसद अधिकारी हिम्मतसिंह भाटी ने कहा मैं और मेरी टीम अब भी चुनावी ड्यूटी में हैं। बिजली निगम के एसई अविनाश करणपुरिया ने कहा गुलाबबाग पावर हाउस का दौरा करने गया था तो एमबी अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. तरुण गुप्ता ने कहा कि आउटडोर का समय आठ बजे का है, लेकिन कुछ डॉक्टर्स को इस दौरान कक्षाएं भी लेनी होती है।

सभी विभागों के कर्मचारियों अधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे निर्धारित समय पर कार्यालय आएं और जाएं। इससे आमजन से जुड़े कार्य समय रहते निबटाए जा सकें। आमजन को इंतजार नहीं करना पड़े।
आशुतोष पेडणेकर, कलेक्टर, उदयपुर