महाराणा प्रताप के जीवन चरित्र पर सोनी चेनल पर प्रसारित धारावाहिक की रोक लगाने की मॉंग

maharana-pratapउदयपुर, महाराणा प्रताप के जीवन चरित्र पर सोनी चेनल पर प्रसारित धारावाहिक में अनावष्यक आपत्तिजनक अष्लील दृष्य संवाद देने वाले, बनाने वाले भारतीय सभ्यता व संस्कृति से खिलवाड़ करने वाले इस धारावाहिक पर मेवाड़ क्षत्रिय महासभा संस्थान, उदयपुर शहर ने तुरन्त रोक लगाने की मांग की है। बुधवार को मेवाड़ क्षत्रिय महासभा की बैठक में अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र सिंह जगत ने कहा कि वीर षिरोमणि महाराणा प्रताप का चरित्र देष के गोरवमयी अतीत का स्मरण कराता है। इस षिषाओं में आत्म विष्वास के ओज द्वीप तथा रक्तकणों का संचार करता है। अतः हमारी सभ्यता तथा संस्कृति को कलंकित करने वाले निर्माता निर्देषक पर अविलम्ब उचित कार्यवाही की जाए तथा इस धारावाहिक पर तुरन्त रोक लगाइ जाये। बैठक में पूर्व महामंत्री दिलीप सिंह बान्सी, महामन्त्री कुन्दन सिंह मुरोली, उपाध्यक्ष विरेन्द्र सिंह बोहडा, संगठन मन्त्री चन्द्रवीर सिंह करेलिया, गोपाल कुवर भैरवी, दुल्हे सिंह देबारी, मानसिंह तितरडी, रणजीत सिंह सिहाड़ तथा भोपाल नोबल्स महाविद्यालय के अध्यक्ष राजदीप सिंह नेतावल ने कड़ा आक्रोष जताया है।
(डॉ. राजेन्द्र सिंह जगत)अध्यक्ष
सोनी चेनल पर प्रसारित महाराणा प्रताप के धारावाहिक पर तुरन्त रोक लगाने की मॉंग

उदयपुर, सोनी चैनल पर रात 10.00 बजे प्रसारित महाराणा प्रताप धारावाहिक को तुरन्त रोक लगाने की मांग श्री राजपूत करणी सेना ने की है। करणी सेना के संभाग प्रभारी कुलदीप सिंह ताल ने कहा कि इस धारावाहिक में आपत्तिजनक अष्लील दृष्य संवाद दिखाये जा रहे है अतः मेवाड़ की सभ्यता तथा संस्कृति को कलंकित करने वाले निर्माता निर्देषक पर कड़ी कार्यवाही की जाए तथा इस धारावाहिक पर तुरन्त रोक लगाई जाए वरन् करणी सेना की ओर से मेवाड़ भर में आन्दोलन किए जाएंगे।
अध्यक्ष महेन्द्र सिंह पाटिया, उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र सिंह भीण्डर महासचिव भूपेन्द्र सिंह, डॉ. जयसिंह जोधा सहित कार्यकारिणी ने इस धारावाहिक पर तुरन्त रोक लगाने की मॉंग की है।
(कुलदीप सिंह ताल)
सम्भाग प्रभारी

लंबे समय तक रहें जवां

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अगर आप भी चाहती हैं कि आपकी त्वचा लंबे समय तक जवां बनी रहे, तो वैज्ञानिकों की यह नई खोज आपके लिए मददगार हो सकती है। टायरॉन नामक एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों के नुकसान से बचाता है और लंबे समय तक जवां दिखने मेंमददगार है। एक नए शोध में वैज्ञानिकों ने एक ऎसे तत्व की खोज करने का दावा किया है, जो आपकी त्वचा को लंबे समय तक जवां रखने मेंसहायक हो सकता है।

ताउम्र जवां दिखने की चाहत तो हर किसी की होती है और इसके लिए लोग तरह-तरह के जतन भी करते हैं। भले ही ताउम्र जवां दिखना संभव न हो। लेकिन हाल में वैज्ञानिकों ने त्वचा को लंबे समय तक जवां बनाए रखने का एक फार्मूला खोज निकालने का दावा किया है। न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने टायरॉन नामक एंटीऑक्सीडेंट की खोज की है, जो त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों के नुकसान से बचाता है और लंबे समय तक जवां दिखने में मददगार है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यूवी रेडिएशन से त्वचा की कोशिकाएं नष्ट होती हैं।

इस तत्व से कोशिकाओं को न सिर्फ नष्ट होने से रोका जा सकता है, बल्कि यह त्वचा में कोलाजन को बचाता है, जो त्वचा को लचीला बनाता है। शोधकर्ताओं का दावा है कि सब्जियों और कॉस्मेटिक में इसकी मौजूदगी से अल्ट्रावॉयलेट किरणों से100 प्रतिशत बचाव संभव है। यह शोध द फैसब जर्नल में प्रकाशित किया गया

जब बाप ने ठोंका बेटे पर एक करोड़ का मुकदमा

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बिहार में एक पिता ने अपने बेटे पर मानहानि का मुकदमा इसलिए दायर कर दिया है क्योंकि बेटे ने अपने से ‘नीची’ जाति की लड़की से विवाह कर लिया था. अदालत ने इस मामले की सुनवाई शुरू कर दी है.

सिद्ध नाथ शर्मा पेशे से वकील हैं और उन्होंने अपने बेटे सुशांत जासु पर एक करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा दायर किया है. उन्होंने अपने बेटे से यह भी कहा है कि वह उनके ‘सरनेम’ का इस्तेमाल न करे. सरनेम से किसी की जाति का अंदाजा लगाया जा सकता है.
इस मामले से पता चलता है कि भारतीय समाज में जाति की जड़े कितनी गहरी हैं. वे लोग जो अपनी जाति के बाहर शादी करते हैं, अक्सर अपने परिवार और समुदाय से बाहर कर दिए जाते हैं. सिद्ध नाथ शर्मा ने अपने बेटे सुशांत जासु के खिलाफ इस महीने की शुरुआत में मुकदमा दायर किया था. सुशांत आयकर मामलों का काम देखते हैं और उन्होंने एक बैंक अधिकारी से विवाह किया है.

हफ्ते के आखिर में हुई सुनवाई के दौरान पटना के दानापुर कोर्ट ने एडवोकेट शर्मा की दलीलें सुनी. सुनवाई की अगली तारीख 25 जनवरी की तय की गई है. सिद्ध नाथ शर्मा ने अदालत से कहा कि उनके बेटे ने इस महिला के साथ प्यार में पड़कर उससे विवाह करने का फैसला ठीक नहीं किया है.

उन्होंने जज त्रिभुवन नाथ से कहा, “जब कोई व्यक्ति पूरी नींद नहीं सोता है, वह बेचैन हो जाता है और फिर वह सही फैसला ले ही नहीं सकता. जैसा कि मेरा बेटा किसी के प्यार में पड़कर बेचैन हो गया और सही फैसला नहीं ले सका.” मामले की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकील मौजूद नहीं थे और सुशांत जासु ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

सामंती समाज

सुशांत जासु ने बीबीसी से कहा, “यह एक पारिवारिक मामला है और मैं इस बारे में बात नहीं करूंगा.” इस दंपत्ति ने बीते साल नवंबर में विवाह कर लिया था और वे गुजरात में रह रहे हैं.

इससे पहले सिद्ध नाथ शर्मा ने बीबीसी से कहा, “अपनी जाति से बाहर की लड़की से विवाह करके मेरे बेटे ने न केवल मेरी प्रतिष्ठा धूमिल की है बल्कि 400 सालों से चले आ रहे हमारे खानदान की परंपरा को भी ध्वस्त कर दिया है. अब उसे अपनी गलतियों का हरजाना मुझे चुकाना होगा. उसे बाप के नाम के तौर पर मेरे नाम का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए.”

सिद्ध नाथ शर्मा अपने बेटे के बर्ताव से बेहद दुखी थे. उन्होंने कहा, “लोग कहते हैं कि प्यार अंधा होता है लेकिन प्यार किसी को पहले से चले आ रहे प्रेम को खत्म करने की इजाजत नहीं देता है, वो प्यार जो कि उसका हमारे परिवार के अन्य सदस्यों से था.” हालांकि शर्मा जी की पत्नी, तीनों बहनें और परिवार के अन्य सदस्य सुशांत के प्रेम विवाह में शरीक हुए.

इस पर वे कहते हैं कि परिवार के लोगों ने ‘भावनात्मक दबाव में आकर’ इस विवाह को स्वीकार किया. उनका कहना है कि मेरे बेटे को अपनी पत्नी को ‘उसकी सहमति से’ तलाक दे देना चाहिए और ‘अपनी ही जाति की किसी अन्य लड़की के साथ विवाह करने के लिए तैयार’ हो जाना चाहिए.

इस मसले पर समाज विज्ञानी श्रीकांत कहते हैं कि बिहार जैसे सामंती ढाँचे वाले समाज में जाति एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दा है.

एक और दिलचस्प बात ये भी है कि बिहार सरकार ने अंतरजातीय विवाहों को बढ़ावा देने के लिए 50 हज़ार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का एलान कर रखा है.

आशीष शर्मा ने रंगरसिया में अपने किरदार के लिए आमिर खान के तरीके को अपनाया

Ashish Sharma as Rudra in Rangrasiya - Pic 1बेदर्द सैन्य अधिकारी रुद्रा के किरदार को वाजिब ठहराने की निष्ठावान खोज में – इस बार आशीष शर्मा ने रंगरसिया धारावाहिक में एक आने वाले सीन के लिए एक चरम मार्ग को अपनाया है।
परिपूर्ण तरीके से निढाल और थका-पिटा दिखाई देने के लिए, आशीष शर्मा ने मास्टर शॉट से पहले दो रात जागते हुए बिताई थीं। उस जैसे अच्छे दिखाई देने वाली शख्स के लिए बिल्कुल थका और निढाल दिखाई देना कोई आसान काम नहीं था।
अपनी इन कोशिशों के बारे में चर्चा करते हुए, आशीष का कहना था – “मुझे एक ऐसा सीन करना था जिसमें गुंडे मेरी पिटाई करते हैं और इसलिए मुझे पूरा निढाल, थका-पिटा दिखना था। इसलिए मैं पूरी रात जगा रहा। और पूरे दिन शूटिंग के बाद भी, मैं पैक-अप के बाद भी दौड़ने के लिए जाया करता था। और परफेक्शन हासिल करने के लिए, अतिरिक्त मेहनत तो करनी पड़ती है जिसके नतीजे आप सबको शो में दिखाई देंगे।“

सैयदना साहब की संपत्ति पर विवाद

syedna-264x300उदयपुर। बोहरा समुदाय के धर्मगुरु डॉ सैयदना बुरहानुद्दीन के देहावसान के बाद आम जन उनके शोक से अब तक उबर नहीं पाए, वहीं, धर्मगुरु के पुत्र मुफद्दल भाई साहब तथा उनके माजून खोजेमा कुतबुद्दीन द्वारा खुद के 53वें धर्मगुरु होने के परस्पर दावे किए जा रहे हैं।
खोजेमा भाई साहब का कहना हैं कि उनको आज से 50 वर्ष पूर्व जब माजून अर्थात डॉ. सैयदना का उत्तराधिकारी घोषित किया गया था, जो तभी से उनका उनका ओहदा निर्विवाद चला आ रहा है, जबकि मुफद्दल भाई साहब का कहना है कि उन्हें आज से दो वर्ष पूर्व उत्तराधिकारी घोषित किया गया है। बोहरा समुदाय के शास्त्रों में उत्तराधिकारी होने के लिए पुत्र होना आवश्यक नहीं है, बल्कि उत्तराधिकार के लिए अपने व अन्य धर्म शास्त्रों में पारगंत होना तथा मानवीय मूल्यों के लिए समर्पित होना आवश्यक है। विगत धर्मगुुरुओं के चयन में यही प्रक्रिया अपनाई जाती रही है।
विवाद का मूल कारण यह बताया जा रहा है कि वर्तमान मान्यताआें के अनुसार धर्मगुरु विश्व की समस्त दाउदी बोहरा समुदाय की संपत्तियों का एकल स्वामी होता है। इन अकूत संपत्तियों पर स्वामित्व पाने के लिए ही यह विवाद उत्पन्न हुआ है। बोहरा समुदाय में चल रहे सुधारवादी आंदोलनकारियों को एेसी स्थिति पैदा होने का पूर्वाभास था। इसलिये काफी समय से यह मांग की जाती रही है कि एकल स्वामित्व की व्यवस्था को समाप्त किया जाए, जिसकी कोई धार्मिक मान्यता नहीं है। इस पर कोई कार्रवाई न होने से अंतत: सुधारवादी बोहराआें ने वक्फ प्राधिकरण में वाद दर्ज किया है, जो कि न्यायालय में विचाराधीन है।

भारतीय संस्कृति की पहचान है संस्कृत: श्रीवर्धन

IMG_2473उदयपुर। हमारी भारतीय संस्कृति को पुर्नजन्म, आत्मा की अमरता आदि बातों से विश्व की अन्य संस्कृति सेे अलग करता है, क्योंकि हजारों वर्षों के बाद भी आज अपने मूल स्वरूप में है, क्योंकि हमारी संस्कृति में प्राचीनता, निरंतरता, सहिष्णुता एवं उदारता के कारण उसमें गृहणशीलता और अनैकता में एकता हैं। उक्त विचार राष्ट्रीय सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक श्रीवर्धन ने सोमवार को जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के श्रमजीवी महाविद्यालय के संस्कृत विभाग की तरफ से आयोजित सिल्वर जुबली हॉल में मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान द्वारा अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण की प्रथम दीक्षा के समापन समारोह में बतौर अतिथि अपने उद्बोधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अपनी विरासत को समझने के लिए संस्कृत का ज्ञान जरूरी है। साथ ही उन्होंने अध्यापकों से कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ वे छात्रों में भारतीय संस्कृति के अनुरूप संस्कारों के बीज डाले। विभागाध्यक्ष डॉ. धीरज प्रकाश जोशी ने बताया कि मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने कहा कि संस्कृत संसार की सबसे समृद्घ भाषा है। इसे संस्कृत के अध्ययन, अध्यापन में भारत दुनिया के सिरमोर राष्ट्र के रूप में स्थापित है। जब पश्चिमी राष्ट्रों में लोग पेड़ों की छाल और पत्ते पहना करते थे उस समय भारत में वैद की रचना हो चुकी थी। अध्यक्षता करते हुए डीन डॉ. सुमन पामेचा ने कहा कि संस्कृत भाषा में ज्ञान का विशाल भंडार छिपा है।
संस्कत भाषा भारत की संस्कृति की पहचान है, जहां वासुदेव कुटुम्बकम सर्वे भवंतु सुखिना से हमारी संस्कृति को पहचाना जाता है। विशिष्ठ अतिथि पद पर बोलते हुए अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के उमेश ओझा ने कहा कि भारतीय संस्कृति आश्रम व्यवस्था के साथ धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष, चारों पुरूषार्थों का विशिष्ठ स्थान दिया गया है। दीक्षा समारोह में शहर के बीबी आरआई, सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय तथा राजस्थान विद्यपीठ के ४५ विद्यार्थियों को तीन महीने के पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण दिया गया तथा प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।

कड़ाके की सर्दी में बारिश की झड़ी

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उदयपुर। कड़ाके की सर्दी से पीछा नहीं छूटा, वहीं आधी रात के बाद ओलो के साथ आई बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। देर रात साढ़े तीन बजे से ओले गिरने के साथ शुरू हुई बारिश रुक-रुककर दिन तक जारी रही। एक बारगी, तो ऐसा लग रहा है कि मानो सर्दी में सावन आ गया हो। रात साढ़े तीन बजे गरज के साथ ओले गिरे और बारिश शुरू हुई। ओले एक बार गिर कर बंद हो गए लेकिन बारिश दिन में भी रुक-रुककर चलती रही। सुबह होते-होते तो शहर की सड़कों का हाल सावन में बारिश गिरने जैसा हो गया। शहर की गलियों और मुख्य सड़कों पर पानी भर गया, लोग छातें और बरसाती लेकर निकल गए। चारों ओर कोहरा छाया हुआ है। सुबह 11 बजे तक आठ मिमी बारिश गिर चुकी थी। बारिश के साथ ही ठण्ड ने और ज्यादा जोर जमा लिया और दिन का टेम्प्रेचर गिर कर 14.4 हो गया, जबकि रात का बारिश गिरने के बाद तापमान 5 डिग्री से भी नीचे चला गया। जहां मावठ की इस लगातार बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई, वहीं सावों की शादियों पर भी पानी फिर गया है।
कोहरे में कैद हुआ शहर : बारिश के साथ-साथ कोहरा भी बढ़ गया है। सुबह 11 बजे तो यह हाल थे कि आस-पास की पहाडिय़ां ही नजऱ नहीं आ रही थी। फतहसागर पर झील के बीच नेहरू गार्डन भी गायब हो गया और सड़क से देखने पर मोतीमगरी भी नहीं दिखाई दे रही थी। हाइवे पर सफर करने वालों के लिए कोहरा और बारिश दोनों मुसीबत बनी हुई है।
स्कूलों और ऑफिस में अनुपस्थिति कम : सरकारी ऑफिस और स्कूलों में रोज की तरफ आज उपस्थिति कम रही। नन्हें-मुन्नों को माता पिता ने बारिश को देखते हुए स्कूल नहीं भेजा। सुबह स्कूल जाने वाले ऑटो काफी खाली गए । स्कूल बसों के इंतज़ार में भी इक्का-दुक्का बच्चे खड़े दिखाई दिए। वही बड़ों ने भी बारिश को देखते हुए अपने ऑफिस से छुट्टी मार ली। कलेक्ट्री, युआईटी, तहसील कार्यालय और कई सरकारी विभागों में तो 11 बजे तक अपनी सीट पर इक्का दुक्का कर्मचारी ही नजऱ आ रहे थे। अधिकतर कर्मचारी ने आकस्मिक छुट्टी लेकर घर पर ही दुबके रहे।

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उदयपुर को वेनिस बनाने पर कार्य शुरू करने के निर्देश

ayad-riverउदयपुर। आयड़ नदी विकास परियोजना की बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर आशुतोष पेडणेकर ने इस प्रस्तावित परियोजना को साकार रूप देने के लिए राजकीय विभागों को प्रारंभिक कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। वेप्कोस लिमिटेड द्वारा दिए गए पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन को उन्होंने बहुत ध्यान से देखा व महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर दिशा-निर्देश दिए तथा अन्य विभागों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों पर भी सहमति व्यक्त की। वेप्कोस लिमिटेड द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार इस परियोजना में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान सहित पूरे प्रोजेक्ट पर अनुमानित २७५ करोड़ रुपए खर्च होंगे। बैठक में आयड़ के प्रवाह को सुचारू रूप से चलाने, नदी किनारे के सौंदर्यीकरण व नदी के पानी में प्रदूषण को समाप्त करने के सभी तरीकों पर विस्तृत विश्लेषण व चर्चा की गई। जिला कलेक्टर ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को प्रारंभ करने से पूर्व सभी आवश्यक कार्य शीघ्रतापूर्वक प्रारंभ किए जाएंगे। इनमें यूआईटी द्वारा भूमि का चिह्निकरण, नदी किनारे की सड़क व फुटपाथ के बेहतरीन डिजाइन व हाई फ्लड लाइन का कार्य तुरन्त शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर में आगामी मानसून से पूर्व सीवर ट्रीटमेंट प्लान पर तुरन्त कार्य प्रारंभ किया जाना आवश्यक है, ताकि सरकारी धनराशि स्वीकृत होने के बाद इस परियोजना को शीघ्रातीशीघ्र पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि नदी के सौंदर्यीकरण द्वारा पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा, जिससे झीलों की नगरी उदयपुर को वेनिस बनाने का सपना भी पूरा हो सकेगा। वेप्कोस लिमिटेड के प्रतिनिधि ने प्रोजेक्ट पर विस्तृत चर्चा करते हुए जिला कलेक्टर का नदी में फैले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न उपायों पर ध्यान आकर्षित किया। रिहायशी इलाकों, नदी किनारे बसे गांवों व उद्योगों द्वारा लगातार अपशिष्ट नदी में मिलने से आयड़ अत्यधिक प्रदूषित हो रही है।
जानवरों का लगातार आवागमन, बरसाती पानी द्वारा रेत व मिट्टी का पानी में जमा होना, रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक प्रयोग भी प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है। जिला कलेक्टर ने सभी सुझावों को ध्यान पूर्वक सुनने के बाद सीवर ट्रीटमेंट प्लान व वैज्ञानिक प्रबंधन द्वारा इन पर रोक लगाए जाने के उपायों पर चर्चा की। औद्योगिक अपशिष्ट के निस्तारण के लिए भी छोटे-बड़े सभी उद्योगों को साथ मिलकर या व्यक्तिगत रूप से कदम उठाने आवश्यक है। बैठक में वेप्कोस लिमिटेड के प्रतिनिधि व इंजीनियर्स के साथ नगर निगम महापौर रजनी डांगी और नगर विकास प्रन्यास के सचिव डॉ. आरपी शर्मा भी मौजूद थे।

दो दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन

Exibhition-on-road-safty_20janउदयपुर। २३वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान यातायात नियमों की जानकारी प्रदान करने एवं आम जन में सड़क सुरक्षा के लिये जागरूकता के लिए दो दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन अपर परिवहन आयुक्त जितेंद्रसिंह द्वारा सोमवार सुबह सूचना केंद्र में किया गया। यह जानकारी देते हुए उप परिवहन आयुक्त मन्नालाल रावत ने बताया कि व्याख्याता, मीरां कन्या महाविद्यालय के डॉ. महेश शर्मा द्वारा तैयार किए गए तथा भारत सरकार द्वारा प्राप्त चित्रों की इस दो दिवसीय फोटो प्रदर्शनी में सुरक्षित यातायात संचालन एवं सड़क सुरक्षा के लिए जन जागरूकता के लिए फोटो के माध्यम से अत्यंत शिक्षा एवं सूचनाप्रद जानकारी प्रदर्शित की गई है। प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए अपर परिवहन आयुक्त जितेंद्र सिंह ने आम लोगों से अपील की है कि प्रदर्शनी के लिए समय निकाल कर आवश्यक रूप से अवलोकन किया जाना चाहिए, ताकि वाहन चलाने वाले एवं सड़क पर चलने वाले अन्य व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। फोटो प्रदर्शनी में वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात नहीं करने, शराब पीकर वाहन नहीं चलाने, सीट बेल्ट लगाकर एवं हेलमेट पहन कर वाहन संचालित करने के अलावा यातायात के नियमों एवं सुरक्षित वाहन संचालन आदि के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश फोटो के माध्यम से रोचक तरीके से प्रस्तुत किए गए हैं। इस अवसर पर परिवहन, यातायात पुलिस विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं शहर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

लक्ष्य राज आज लेंगे सात फेरे, 28 को आयेगे बिग बी और सलमान

21_01_2014-21weddingउदयपुर । मेवाड़ राजघराने के लक्ष्यराज अपनी दुल्हनिया को लेने के लिये मंगलवार सुबह बॉलिंगर (उड़ीसा) के लिए रवाना हो गये हलाकि बारिश ने उनको तय समय से एक घंटा लेट कर दिया दुल्हे के साथ करीब 80 मेहमान भी रवाना हुए। आज रात 12.30 बजे फेरे होंगे और गुरूवार को मेवाड़ की होने वाली राजकुमारी को अपने साथ लेकर आयेगे । 28 जनवरी को जगमंदिर में होने वाले रिशेप्शन में फ़िल्मी सितारों का जमघट लगेगा जिसमे अमिताभ बच्चन और सलमान खान भी आयेगे।
मेवाड़ के मोस्ट बैचलर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ अपनी दुल्हनिया को लेने के लिये मेवाड़ की परम्परा के अनुसार पुरे ताम झाम के साथ सोमवार रात १०.३० बजे वर निकासी के साथ अपने महल से निकल पड़े थे और रात को होटल लीला में रुके सुबह ९ बजे दो चार्टर प्लेन बरात के लिए डबोक एयरपोर्ट पर तैयार खड़े थे बारिश और कोहरे की वजह से एक घंटे की देरी हो गयी । ४०-४० सीटर के दो चार्टर प्लेन दुल्हे सहित देश विदेश के ८० मेहमानों को लेकर बॉलिंगर रवाना होगये । आज रात लक्ष्य राज २१ पंडितों के मंत्रोच्चारण के बिच कुमारी निवृति के संग रात १२.३० बजे सात फेरे लेंगे।
फ़िल्मी सितारों का लगेगा जमघट :
सूत्रों के अनुसार शादी के बाद २८ जनवरी को जगमंदिर में दिए जाने वाले ख़ास रिशेप्शन में फ़िल्म स्टार बिग बी अमिताभ बच्चन, सलमान खान, प्रियंका चोपड़ा , केटरीना कैफ, रेखा, सहित कई फ़िल्मी हस्तियां शरीक होंगी साथ ही कई राज नेता भी इस रिशेप्शन में शामिल होंगे|
गुरूवार को गृह प्रेवेश :
२३ जनवरी को सुबह १० बजे लक्ष्यराज अपनी अपनी दुल्हनिया को लेकर लेकसिटी आयेगे । यहाँ दुल्हा दुल्हन का स्वागत पुरे शाही लवाजमे के साथ किया जाएगा । विंटेज कारों का काफिला दुल्हन को लेकर पैलेस पहुचेगा उससे पहले मेवाड़ के राजघराने की इस जोड़ी का लेकसिटी में कदम रखते ही एयरपोर्ट से ही मेवाड़ी परम्परा के अनुसार स्वागत किया जाएगा । कई संगठन और समाज के लोग उनके स्वागत में एयरपोर्ट पहुचेगे। २४ जनवरी को होटल शिकार बाड़ी में शादी का रिशेप्शन होगा जिसमे ख़ास मेहमान आमंत्रित होंगे ।