ठण्डे बस्ते से निकला ओवर ब्रिज का मामला

सिटी स्टेशन से कोर्ट चौराहा तक है प्रस्तावित

elevatedउदयपुर, सिटी स्टेशन से कोर्ट चोराहा तक ओवरब्रिज का मामला एक बार फिर ठण्डे बस्ते से निकल कर आकार लेने लगा है।

यूआईटी चेयरमेन ओर नगर परिषद सभापति ने शहर की बढती ट्राफिक समस्या को देखते हुए उच्च अधिकारी और मुख्यमंत्री तक बात पहुंचाने की कवायद शुरू की है।

कुछ समय पूर्व नगरीय शासन सचिव जी.एस.संधु ने उदयपुर प्रवास के दौरान सिटी स्टेशन से कोर्ट चौराहा तक के ओवर ब्रिज तकनीकी दृस्टि से खामियां बताते हुए पूरी तरह नकार दिया था। उसके बाद से ओवरब्रिज की योजना ठण्डे बस्ते में चली गयी थी। लेकिन यातायात के लगातार बढते दबाव व आये दिन की जाम की परेशानी को देखते हुए यूआईटी अध्यक्ष रूप कुमार खुराना ने इस योजना के नये सिरे से क्रियान्वित करने के लिए अधिकारियों को विशेष निर्देश दिये ओर सभापति रजनी डांगी ने भी बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक पत्र लिखकर इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया है।

पिछले दिनों भी जयपुर में हुई मिटिंग में सभापति रजनी डांगी ने उदयपुर की यातयात समस्या से निबटने के लिये ओवरब्रिज के निर्माण पर पुन:विचार करने के लिए कहा था जहां संधु ने उन्हें आश्वासन दिया था कि इसके लिए जरूर कोई सकारात्मक कदम उठाया जायेगा। यूआईटी द्वारा शहर में सिटी स्टेशन से कोर्ट चौराहा तक यातायात के समाधान के लिए एलीवेटेड रोड का प्लान पूरी तरह बन चुका था इसकी डीपीआर भी बना ली गयी थी। इस बीच प्रमुख शासन सचिव जी.एस.संधु ने ही अचानक इस प्रस्ताव को निरस्त कर दिया।

अभी तक की तकनीकी रिपोर्टो ने कोर्ट चौराहा सिटी स्टेशन तक ओवरब्रिज को संभव बताया है। अभी तक एक भी रिपोर्ट नहीं आयी जिससे इस निर्माण को असंभव बताया है। सिर्प* प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की इच्छा शक्ति की कमी के कारण यह मामला अटका हुआ हे। निर्माण क्षेत्र के विशेषज्ञों ने भी माना कि कोर्ट चौराहा से सिटी स्टेशन तक के ओवरब्रिज का निर्माण संभव है। पिछले दिनों लोक निर्माण विभाग से सेवानिवृत मुख्य अभियंता जीएस संधु ने इस संबंध में जिला प्रशासन व यूआईटी को तकनिकी रूप से ओवरब्रिज का निर्माण संभव होना बताया है। अब जिला प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी रूचि लेते दिखाई दे रहे हे। बुधवार को सभापति ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यातायात समस्या को उदयपुर की सबसे बडी समस्या बताई थी। ओवरब्रिज के निर्माण मे रूचि लेकर कार्यवाही आगे बढाने को कहा है।

 

विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क हेल्प लाईन शुरू

एजेन्टो की कारगुजारी पर लगेगा अंकुश

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उदयपुर किसी भी शहर में किसी भी कॉलेज में अध्ययन के लिए जाएं, लेकिन जब तक उस कॉलेज मे संचालित होने वाले वाले कोर्स की फीस के बारें में पता नहीं हो तो कॉलेज एजेंटो द्वारा मनमानें तरीके के उस कोर्स की फीस ले ली जाती और उस छात्र को पता भी नहीं चलता है। उसके साथ कई बार धोखाधडी होती है लेकिन वह किसी को कह नहीं सकता है। छात्र को इस प्रकार की किसी भी धोखाधडी से बचाने के लिए आर के स्टूडेन्ट हेल्पलाईन ने एक नि:शुल्क सेवा शुरू की है।

सनराईज कॉलेज ऑफ नर्सिंग के हरीश राजानी ने आज यहंा आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि गांवो या अन्य शहरों से आने वाले विद्यार्थियों के साथ इस प्रकार की धोखाधडी अनेकों बार देखने को मिलती है लेकिन विद्यार्थी संकोचवश बोल नहीं पाता है। छात्रों को इस प्रकार की धोखाधडी से बचाने के लिए उक्त हेल्पलाईन शुरू की है। शुरूआत में हेल्पलाईन के बारें में विभिन्न माध्यमों के जरिये प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि विद्यार्थियों को इस बारें में पता चले ताकि वे इस प्रकार की धोखाधडी से बच सकें।

संस्था के मोहित आचार्य ने बताया कि आर के स्टूडेन्ट हेल्प लाईन गांवो एंव अन्य राज्यों व शहरों से आने वाले छात्रों का पुलिस वेरिफिकेशन भी रखेगी ताकि वे छात्र किसी भी प्रकार की अपराधिक गतिविधियों में शािमल हो तो पता चल सके। हेल्पलाईन ने शहर के अनेक कॅालेजों से अनुबंन्ध किया है। यदि किसी कॉलेज एजेंट मार्केटिंग एक्जिक्यूटिव द्वारा किसी कोर्स की फीस अधिक ली गई है तो हेल्पलाईन उस कॉलेज प्रशासन से बात कर उस छात्र की समस्या का हल निकालने का प्रयास करेगी। २४ घंटे सातों दिन हर समय तैयार रहने वाली इस हेल्प लाईन नं. 8854909999 पर छात्र कभी भी अपनी समस्या हेल्पलाईन के साथ साझा कर सकता है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘‘झिलमिल-2013‘‘

12236112211833628872eeyrsja_Disco_Dancers.svg.medउदयपुर। विद्या भवन रुरल इन्स्टीट्यूट के सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘‘झिलमिल-2013‘‘ में गुरूवार को कार्यक्रमों का शुभारम्भ मां सरस्वती की स्तुति एवं गणपति वंदना के साथ हुआ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती रजनीडांगी,सभापति,नगर परिषद,उदयपुर, बंशीलाल कुम्हार, पूर्व प्रधान, बडगाँव पंचायत समिति, विशिष्ट अतिथि एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष मांगी लाल जी जोशी, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य,उदयपुर ने दीप प्रज्वलित किया एवं मां सरस्वती को माल्यापर्ण किया। संस्थान की निदेशक डॉ. टी.पी. शर्मा एवं छात्र संघ अध्यक्ष गौरव प्रजापत ने अतिथियों का स्वागत किया। आयोजित एकल गान, एकल नृत्य, समूह नृत्य, समूह गान एवं विचित्र वेशभूषा प्रतियोगिताओं में छात्रों ने बढचढ कर हिस्सा लिया। ऑर्केस्ट्रा की संगीत ध्वनियों पर छात्रों ने अपनी गायन एवं नृत्य क्षमता का प्रदर्शन किया। उपस्थित छात्र श्रोताओं ने प्रतिभागियों का शानदार उत्साहवद्र्घन किया।

इस अवसर पर छात्रों को उद्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि ‘‘झिलमिल २०१३‘‘ के शब्द झिलमिल की तरह ही विद्यार्थियों को अपना जीवन झिलमिल बनाना है। स्वामी विवेकानन्द का उदहारण देते हुए उन्होनें कहा कि उनके पथ का अनुकरण करते हुए एवं स्वयं को कर्मठ बनाते हुए छात्र अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते है। विशिष्ट अतिथि ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए सभी छात्रों को बधाई दी।*एकल गान प्रतियोगिता में शालु वर्मा, प्रथम, एम.जी.कॉलेज, द्वितीय प्रीतम,वी.भ.रू.ई. तथा ज्योति पण्ड्या,वी.भ.रू.ई., तृतीय रहे। समूह गान प्रतियोगिता में प्रीतम एवं समूह प्रथम,वी.भ.रू.ई., शालु वर्मा एवं समूह,एम.जी.कॉलेज, द्वितीय तथा सरिता एवं समूह तृतीय रहे। एकल नृत्य प्रतियोगिता में फूल सोनी,गुरू नानक गल्र्स कॉलेज, प्रथम, महेन्द्र गोजा, वी.भ.रू.ई. द्वितीय तथा डिम्पल अटवाल, एम.जी. सुनील पालीवाल एवं वैशाली माखिजा तृतीय घोषित किए गए। समूह नृत्य प्रतियोगिता में डिम्पल अटवाल एवं समूह,एम.जी.कॉलेज, प्रथम, प्रीतम एवं समूह द्वितीय, भाविका एवं वसुन्धरा, गुरू नानक गल्र्स कॉलेज, तृतीय रहे। विचित्र वेशभूषा प्रतियोगिता में विनोद यादव,वी.भ.रू.ई.,प्रथम एवं प्रवीण यादव,वी.भ.रू.ई.,द्वितीय रहे।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. अन्जु जैन एवं श्रीमती हर्षिता भटनागर के निर्देशन में संजय आमेटा, गिरीराज वैष्णव एवं आकाश जोशी व लविना चौहान ने किया। डॉ. कविता अजमेरा, डॉ. अनिता जैन एवं डॉ. दक्षा शर्मा ने मंच संचालन में सहयोग किया।

 

चौहदवां सामुहिक विवाह समारोह एवं स्वामीवात्सल्य 26 को

mahavir3उदयपुर, श्री महावीर युवा मंच संस्थान एवं सामुहिक विवाह समारोह समिति के संयुक्त तत्ववावधान में आयोजित होने वाले सकल जैन समाज का चौहदवां सामुहिक विवाह समारोह का निमंत्रण पत्र गणपति महाराज को धारण करने के साथ विवाह समारोह के निमंत्रण वितरण शुरू कर दिया है। परिणय सूत्र में बधंने के लिए अब तक २५ जोडों का पंजीयन हो चुका है। सामुहिक विवाह समारोह की तैयारीयां जोर शौर से चल रही है।

महामंत्री कुलदीप लोढा ने बताया की सामुहिक विवाह की बारात फतह स्कूल से प्रारम्भ होकर सिख कॉलोनी होती हुई बी. एन. कॉलेज मैदान में पहुचेंगी।

आबकारी धावों में 423 व्यक्ति गिरफ्तार

article-new_ehow_images_a07_d2_1f_open-trick-handcuffs-800x800उदयपुर, /आबकारी विभाग द्वारा प्रदेश में अवैध मदिरा एवं मादक पदार्थो की रोकथाम रोकथाम के लिए बोले गए धावों एवं गश्त के दौरान 423 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर मादक पदार्थ सामग्री बरामद की गई है।

आबकारी विभाग के अतिरिक्त आयुक्त ने बताया कि दिसम्बर माह में 777 साधारण, 20 विशेष, 73 बीएलसी तथा एक एनडीपीएस प्रकार के अभियोग दर्ज किए गए। उन्होंने बताया कि इस दौरान 29 हजार 620 बोतल भारत निर्मित विदेशी मदिरा, 645 बोतल बीयर, 2750 बोतल देशी मदिरा, 3468 बोतल नाजायज शराब, 2620 लीटर वाश, 05 लीटर स्प्रिट, 48 किलो डोडा पोस्त, जब्त किया गया है। माह में की गई कार्यवाही के दौरान 2 ट्रक, 4 कार, 2 ओटो, 8 मोटरसाईकिल, एक-एक स्कूटर व साईकिल भी जब्त कि गई है।

 

वोल्वो का ग्राहक सम्मलेन

volvo-logo1उदयपुर, वोल्वो इण्डिया लि. के राजस्थान राज्य के ऑथराईज ड्रिल्कॉन राज. प्रा.लि.ने 20 जनवरी को कोटा के डाबी क्षेत्र में एक ग्राहक सम्मलेन आयोजित करने का निर्णय लिया है।

इस सम्मेलन में डाबी, सलावटिया, बिजौलिया,झालावाड़ रामगंज मंडी एवं आसपास के खनन क्षेत्र के लगभग 300 ग्राहकों के भाग लेने की संभावना है।

ड्रिलकॉन कम्पनी के प्रबंध निदेशक प्रफुल मेहता इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे। कम्पनी के जनसंपर्क अधिकारी नरेन्द्र वर्मा ने बताया कि इस सम्मेलन में नई एवं पुरानी वॉल्वो मशीनों के संचालन को एवं रख रखाव के बारे में आवश्यक जानकारी खनन क्षेत्र के ग्राहकों को दी जायेगी।

डाबी क्षेत्र के ग्राहकों को अच्छी एवं अत्याधुनिक सुविधा उनके वर्कशॉप के माध्यम से दी जाएगी। इस सम्मलेन में वाल्वो मशीनों की गुणवता बढ़ाने एवं नये मशीनी उत्पाद के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। इस ग्राहक सम्मलेन से खनन क्षैत्र में कार्यरत कर्मचारियों, मालिको द्वारा महत्वपूर्ण खनन विकास कार्यो में तेजी आयेगी।

 

‘स्पन्दन’ में वनवासी बन्धुओं को कम्बल वितरीत की गई

Picture_091उदयपुर, आलोक संस्थान, आलोक समाज सेवा प्रकोश्ठ व आलोक इन्टरेक्ट क्लब, हिरण मगरी के संयुक्त तत्वावधान में आज आलोक सीरियर सैकण्डरी स्कूल, हिरण मगरी के व्यास सभागार में ‘‘स्पन्दन’’ कार्यक्रम के तहत वनवासी बन्धुओं को ऊनी कम्बलें एवं ऊनी वस्त्र वितरीत किए गए।

कार्यक्रम के संयोजक संस्थान के निदेषक डॉ. प्रदीप कुमावत थे। मुख्य अतिथि भारत विकास परिशद् के रामजी वार्श्णेय थे। इस अवसर पर रोटरी क्लब उदयपुर के अध्यक्ष रो. सुषील बांठिया, रो. बी.एल. मेहता, रो. सुरेन्द्र जैन, रो. संजय भटनागर, रो. राजेन्द्र श्रीमाली आदि उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में डॉ. प्रदीप कुमावत, मुख्य अतिथि एवं अन्य रोटरी बन्धुओं ने अपने विचार रखे। डॉ. कुमावत ने कहा कि दान पुण्य से सेवा का भाव उत्पन्न होता है एवं देष के प्रति भी जागरूकता पैदा होती है। हमें जरूरतमन्दों का सहयोग करना चाहिए।

डॉ. कुमावत ने बताया कि स्पन्दन कार्यक्रम के अन्तर्गत सुदूर गाँवों का चयन कर वहाँ सर्वे करा कर ही कार्य वितरण किया जाता है। रिमोट एरिया से लोगों को आमंत्रित कर इन सामग्रियों का वितरण किया गया

तेल कंपनियां बढ़ाएंगी डीज़ल के दाम

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भारत में इस्तेमाल होने वाले ईंधन का 80 फीसदी आयात के ज़रिए आता है.
भारत में इस्तेमाल होने वाले ईंधन का 80 फीसदी आयात के ज़रिए आता है.

तेल मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा है कि सरकार की ओर से चलाई जा रहीं तेल कंपनियां, विश्व में बढ़ते कच्चे तेल के दाम के मुताबिक देश में डीज़ल का दाम बढ़ा सकती हैं.

 

उन्होंने कहा कि इससे कंपनियां डीज़ल पर हो रहे 9.60 रुपए प्रति लीटर के नुकसान की भरपाई कर पाएंगी.

तेल मंत्रालय में सचिव जीसी चतुर्वेदी ने पत्रकारों को बताया, “तेल कंपनियों को कुछ समय के अंतराल में डीज़ल का दाम थोड़ा-थोड़ा बढ़ाने की अनुमति दी गई है.”

 

हालांकि उन्होंने इस समयावधि के बारे में कोई जानकारी नहीं दी.

 

भारत में रिफाइन्ड तेल की ख़पत में 40 फीसदी हिस्सा डीज़ल का है. भारत सरकार डीज़ल के दाम पर सब्सिडी देती है और इस कदम के ज़रिए सब्सिडी का बोझ घटने की उम्मीद है.

 

वर्ष 2010 में भारत सरकार ने निजी कंपनियों को पेट्रोल के दाम तय करने की छूट दी थी.

 

पर उसके बाद भी समय समय पर वैश्विक बाज़ार में तेल की कीमतें बढ़ने के बावजूद सरकार देश में पेट्रोल की कीमतें उतना नहीं बढ़ने देती रही है.

ज़्यादा एलपीजी सिलेंडर

इस घोषणा के बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन, आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा, “अगर तेल मंत्री का बयान डीज़ल के दामों के विनियमित की ओर पहला कदम है, तो ये एक साहसी फैसला है जिसे बहुत पहले ही ले लिया जाना चाहिए था.”

 

राजनीतिक मामलों पर कैबिनेट समिति की बैठक में लिए गए फैसलों में सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की सालाना संख्या को छह से बढ़ाकर नौ कर दिया गया.

 

बैठक के बाद तेल मंत्री वीरप्पा मोइली ने पत्रकारों को बताया कि फिलहाल एलपीजी और केरोसीन के दामों में वृद्धि नहीं होगी.

 

उपभोक्ताओं को सितंबर 2012 और मार्च 2013 के बीच पांच सिलेंडर मिलेंगे और पहली अप्रैल 2013 के बाद वो सालाना नौ सिलेंडर ले सकेंगे.

 

सो. बी बी सी

हर मिनट के देने होंगे 1 रुपये ,महंगी होगी कॉल रेट

2286_mobile_jpg_1207771eदेश भर में फ्री रोमिंग लागू होने के बाद कॉल महंगी होना तय है। लिहाजा, एक बार फिर देश भर में कॉल दरें एक रुपया प्रति मिनट हो सकती हैं।

 

देश की कई प्रमुख मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों का कहना है कि अगर देश भर में रोमिंग खत्म होती है तो इसके चलते कॉल दरों में बढ़ोतरी होना तय है। कंपनियों का कहना है कि कॉलिंग की दरों को अगर देशव्यापी स्तर पर समान बनाने की बात आई, तो कॉल रेट एक रुपया प्रति मिनट हो सकता है।

कंपनियों का कहना है कि यह न्यूनतम बढ़ोतरी होगी। कॉल रेट इससे भी ज्यादा हो सकते हैं। 2013 में देश भर में रोमिंग मुफ्त हो जाएगी। केंद्र सरकार नई टेलीकॉम नीति 2012 के तहत इसका ऐलान कर चुकी है। वहीं, टेलीकॉम नियामक ट्राई ने दिसंबर 2012 में प्री-कंसल्टेशन पेपर भी जारी कर दिया है।

इसके तहत सभी कंपनियों और अन्य हिस्सेदारों से उनके सुझाव मांगे गए हैं। हालांकि, शुरुआती दौर में कंपनियां इसका विरोध कर रही हैं। लेकिन, अगर नीति लागू होती है तो कंपनियों के सामने कॉल दरों में बढ़ोतरी करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा।

देश की एक प्रमुख मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रोमिंग समाप्त होने का फायदा तकरीबन 5-8 फीसदी ग्राहकों को होगा।

 

लेकिन, कंपनियों के राजस्व पर इसका नकारात्मक असर 8-10 फीसदी का होगा। अधिकारी ने बताया कि मौजूदा समय में मोबाइल उद्योग को तकरीबन 13,500 करोड़ रुपये की आमदनी रोमिंग के जरिए होती है। ऐसे में कंपनियों को इतनी ही पूंजी कॉल रेट में बढ़ोतरी कर हासिल करनी होगी। उन्होंने बताया कि कॉलिंग की दरें देश भर में एक रुपया प्रति मिनट के स्तर पर स्थिर हो सकती हैं।

एक अन्य मोबाइल कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि मुफ्त रोमिंग लागू होने के बाद कॉल दरें एक रुपया प्रति मिनट से भी ज्यादा हो सकती हैं। लेकिन, बाद में प्रतिस्पर्धा के हिसाब से इनमें कमी भी आ सकती है।

सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल राजन मैथ्यू ने बताया कि फ्री रोमिंग के लिए बहुत सारे मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है। हर सर्किल में स्पेक्ट्रम की कीमत अलग है। इसके अलावा, हर सर्किल में टैरिफ भी अलग हैं।

लिहाजा, फ्री रोमिंग को लागू करने से पहले इन सब मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है। अगर फ्री रोमिंग लागू होती है तो इसका सीधा बोझ ग्राहकों पर ज्यादा कॉल रेट के रूप में पड़ेगा।

क्या होना है-

चालू वर्ष में देश भर में रोमिंग हो जाएगी मुफ्त

सरकार नई टेलीकॉम नीति के तहत कर चुकी है इसका ऐलान

 

 

कंपनियों का मत-

रोमिंग समाप्त होने का फायदा तकरीबन 5-8% ग्राहकों को होगा

लेकिन कंपनियों के राजस्व पर इसका नकारात्मक असर 8-10 फीसदी का होगा

 

हो जाइए तैयार सस्ते इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए

6994_intनई दिल्ली: वित्त वर्ष 2013-14 के केंद्रीय बजट में ब्रॉडबैंड सेवाओं पर सर्विस टैक्स खत्म होने का ऐलान हो सकता है। ब्रॉडबैंड और इंटरनेट सेवाएं फिलहाल सर्विस टैक्स के दायरे में आती हैं। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (डॉट) के सूत्रों ने ‘ बताया कि मंत्रालय की तरफ से इस संबंध में वित्त मंत्रालय को सिफारिश भेज दी गई है।

 

सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय बजट में ब्रॉडबैंड सेवाओं पर सर्विस टैक्स खत्म होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि इंटरनेट सेवाओं के विस्तार के लिए मंत्रालय ने वर्ष 2017 तक 17.5 करोड़ ब्रॉडबैंड ग्राहकों का लक्ष्य तय किया है। लेकिन इंटरनेट सेवा महंगी पड़ने के चलते यह लक्ष्य पूरा होना मुश्किल है। लिहाजा, इंटरनेट सेवाओं को किफायती बनाने के मकसद से सर्विस टैक्स खत्म करने की सिफारिश भेजी गई है।

सूत्रों ने बताया कि इस सिफारिश को मंजूर किए जाने की उम्मीद है। वहीं, डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम की तरफ से टेलीकॉम उपकरण निर्माण को बढ़ावा देने के मकसद से भी वित्त मंत्रालय को कई सिफारिशें भेजी गई हैं। सूत्रों ने बताया कि मौजूदा समय में रिसर्च पर किए जाने वाले कुल खर्च का 200 फीसदी कर योग्य आय से घटाया जाता है। डॉट ने सिफारिश की है कि इस सीमा को बढ़ाकर 300 फीसदी किया जाए जिससे कि देश में रिसर्च को तेजी के साथ बढ़ावा मिले।

फिलहाल भारत में रिसर्च पर दुनिया भर के मुकाबले बेहद कम खर्च किया जाता है। लिहाजा, बजट में अगर यह प्रावधान होता है तो इससे घरेलू स्तर पर रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, आयातित टेलीकॉम उपकरणों पर एक्साइज ड्यूटी को डेफेर्ड पेमेंट के तौर पर देने के प्रावधान की भी मांग की गई है। सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्रालय को भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि टेलीकॉम उपकरणों के आयात पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी (जो सीवीडी के तौर पर लगती है) को पांच वर्षो के दौरान ब्याज मुक्त किस्तों के तौर पर देने की छूट दी जाए।

बात बढ़ी आगे-

मंत्रालय की तरफ से इस संबंध में वित्त मंत्रालय को भेज दी गई है सिफारिश

 

और क्या सिफारिश-

डॉट की तरफ से टेलीकॉम उपकरण निर्माण को बढ़ावा देने के मकसद से भी वित्त मंत्रालय को भेजी गई हैं कई सिफारिशे

 

राहत कैसे संभव-

मंत्रालय ने 2017 तक 17.5 करोड़ ब्रॉडबैंड ग्राहकों का लक्ष्य किया है तय लेकिन इंटरनेट सेवा महंगी पड़ने के चलते यह लक्ष्य पूरा होना मुश्किल

नए टेलीकॉम लाइसेंसों पर गाइडलाइंस अगले माह-

 

सरकार नए टेलीकॉम लाइसेंसों के बारे में अगले महीने दिशा-निर्देश जारी कर सकती है। यह जानकारी दूरसंचार सचिव आर.चंद्रशेखर ने यहां दी। उन्होंने यहां आयोजित एक संगोष्ठी के दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत मे अलग से बताया, ‘हम फरवरी महीने में यूनीफायड लाइसेंस पर गाइडलाइंस जारी किए जाने की उम्मीद कर रहे हैं इसके बाद वर्तमान टेलीकॉम लाइसेंस से यूनीफायड लाइसेंस में माइग्रेट करने की प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए।’

 

दूरसंचार विभाग द्वारा इससे पहले जारी किए गए दिशा-निर्देशों में यह कहा गया था कि यूनीफायड लाइसेंस पाने वाली कंपनियां अपने मौजूदा लाइसेंस के तहत दी जा रही सेवाएं मुहैया कराने के साथ-साथ स्पेक्ट्रम वगैरह को दूसरी फर्मो के साथ साझा भी कर सकेंगी।