युवाओं की चाहत: ‘मेरी नौकरी, मेरी छोकरी’

3373571-256-201221उदयपुर ,फिल्म 3 इडियट्स में एक डॉयलॉग है कि ‘डिग्री नहीं तो नौकरी नहीं, नौकरी नहीं तो कोई बाप अपनी बेटी नहीं देगा, बैंक क्रेडिट कार्ड नहीं देगा और सोसायटी रिस्पेक्ट नहीं देगी।’ जो शायद आजकल के जमाने में बिल्कुल फिट होती है। आज का युवा बहुत जानकार है, उसे बहस करना, बातें करना, सवाल उठाना आता है। वो आसानी से हर चीज को स्वीकार नहीं कर पाता है। लेकिन जहां वो बहुत ज्यादा उर्जावान है, वहीं वो ज्यादा आक्रोशित भी है। वो नाराज भी बहुत जल्दी हो जाता है। इन्‍हीं सबके बीच हम आपको बतायेंगे कि आज के युवाओं में क्या-क्या बातें हैं जो उन्हें पहले के मुकाबले ज्यादा बलवान और अलग करती हैं। मशहूर लेखक चेतन भगत ने कहा था कि आज के युवाओं की बस एक मांग हैं “मेरी नौकरी, मेरी छोकरी।” मतलब कहने का कि अगर आप की बातें उनके लिए फायदेमंद होती है तो वो आपके साथ हैं लेकिन अगर नहीं तो आप चिल्लाते रह जाइये वो आप की नहीं सुनेंगे। चेतन भगत के हिसाब से तो आज का युवा काफी मतलबी हो गया है।

एंग्रीयंग मैन बनने की चाहत

आज के युवाओं को लगता है कि जितना गु्स्सा करो वो उतने ही ज्यादा स्मार्ट दिखेंगे। टीवी, फिल्में इस मामले में उनकी हद से ज्यादा मदद कर रहे हैं। युवाओं को लगता है कि एंग्रीयंग मैन बनने से ही वो औरों से अलग बनेगें। अमिताभ बच्चन, राहुल गांधी, वरुण सोबती की कॉपी करने वाले युवागण को लगता है कि गुस्सा हर चीज का समाधान है।

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सेक्सी दिखने की चाहत

मनोरंजक चैनलों या फिर पाश्चात्य सभ्यता का असर कहे,आज कल युवाओं में सेक्सी दिखने की सबसे ज्यादा चाहत है। लड़का हो या लड़की हर किसी की कोशिश सेक्सी शब्द सुनने की होती है। इसलिेए जो संपन्न घर से ताल्लुक रखते हैं या फिर अपने दम पर जिंदगी जी रहे हैं अपनी आधी कमाई सौंदर्य प्रसाधन पर खर्च करते हैं।

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मॉडर्न बनने का दिखावा

आज का युवा हद से ज्यादा मार्डन है। वो सच्चाई को स्वीकार रहा है इसलिए वो खुलकर सेक्स और पोर्न जैसे शब्दों का प्रयोग करता है और उन पर खुलकर बात करता है। उसे अब इन शब्दों के प्रयोग में झिझक नहीं होती।

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ऑपोजिट सेक्स के प्रति दोस्ती

आज कल युवाओं के दिलों में यह बात घर कर गयी है कि अगर किसी लड़के पास लड़कियो की दोस्ती हैं, या फिर लड़कियों के पास दोस्त के रूप में लड़के ज्यादा हैं वो तो सक्सेफुल हैं। वो सिगरेट, शराब को भी आधुनिकता के चलते गले लगा रहे हैं।

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लिव-इन रिलेशन

आज का युवा परंपराओं पर भरोसा करता है लेकिन उसे किसी बंधन में बंधने की जरूरत महसूस नहीं होती है। इसलिए आज लिवइनरिलेशन के केस बढ़ रहे हैं। उन्हे जब तक रिश्तों की जरूरत होती है निभाते हैं, जब नहीं होती तो वो रिश्ता खत्म हो जाता है।

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प्रयोगधर्मी युवा

आज की पीढ़ी प्रयोगधर्मी हैं, उसे कुछ नया करने पर विश्वास है। उसे लगता है कि क्यों वो पुरानी बैसाखियों पर चले वो खुद अपने रास्ते बनाता है। उसे कथनी से ज्यादा करनी पर भरोसा है।

शार्टकट पर भरोसा

आज के युवाओं की चाहत केवल गाड़ी, बंगला और मोटर है, उन्हें लगता है, जिसके पास ज्यादा पैसा वो ज्यादा सफल है। इसलिए वो दिन-रात काम करते हैं। कुछ लोग ऐसे भी है वो शार्ट कट अपनाने से भी घबराते नहीं है।

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धैर्य की कमी

आज की युवा पीढ़ी में धैर्य की कमी है, उसे हर वो काम बुरा लगता है जिसमें समय लगता है शायद इसके पीछे कारण है उनके खुद के पास समय की कमी। आज का युवा हर चीज का त्वरित फैसला चाहता है।

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आत्मविश्वासी होना

बदलते युग ने आज युवाओं को आत्मविश्वासी बना दिया है। जिसके चलते वो आज दौड़ती-भागती जिंदगी में लोगों का सामना कर रहा है। वो अपनी बात खुलकर लोगों से कर रहा है, जिसके कारण उसके ज्ञान में इजाफा हो रहा है।

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लेकसिटी में जोर आजमाएगे 1400 खिलाडी

उदयपुर मोहनलाल सुखाडिया विश्व विद्यालय द्वारा अखिल भारतीय स्तर की पॉवर लिफ्टिंग वेट लिफ्टिंग और बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता २१ फरवरी को होने जा रही है जिसमे देश भर से १४०० खिलाडी ११४ पदक के लिए अपना जोर आजमायेगे । इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए अब तक देशभर के 56 विश्वविद्यालयों से सहमति-पत्र प्राप्त हो चुके हैं। इनके अलावा प्रविष्टियां जमा कराने की आखिरी तिथि 10 फरवरी तक करीब 15 और सहमति पत्र मिलने की संभावना है।

 

उल्लेखनीय है कि सन् 1983 के बाद उदयपुर का मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय एक बार फिर अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है। इसी महीने 21 से 28 फरवरी तक चलने वाली झीलों की नगरी की अब तक की सबसे बड़ी प्रतियोगिता में देशभर के कई विश्वविद्यालयों के 1400 से ज्यादा महिला-पुरुष खिलाड़ी शामिल होंगे। स्पोटर््स बोर्ड के सचिव डॉ. दीपेंद्रसिंह चौहान के मुताबिक प्रतियोगिताओं के दौरान 38 भार वर्गों में कुल 114 स्वर्ण, रजत व कांस्य पदकों पर खिताबी मुकाबले खेले जाएंगे।

 

खिलाड़ी बहा रहे हैं पसीना

 

पदकों की लंबी फहरिस्त में से कुछ खास पदक अपनी झोली में डालने के लिए मेजबान विश्वविद्यालय के खिलाडिय़ों द्वारा कड़ी मशक्कत की जा रही है। लव कुश स्टेडियम में प्रशिक्षक अमृतलाल कल्याणी के निर्देशन में वेट लिफ्टिंग के लिए अर्जुन पालीवाल, प्रेम डांगी, किशन डांगी और तौसीÈ खान, पॉवर के लिए लिए समीर खान, मोहम्मद जावेद, दिव्यांश सोनी, शेखर शर्मा, गोविंद प्रजापत, भगवतसिंह, भूपेश कुमार और करमजीतसिंह आदि तैयारी कर रहे हैं। विश्वविद्यालय को इनसे पदकों की उम्मीद है।

वेदान्ता हिन्दुस्तान ज़िंक और कृष्णा पूनिया के बिच हुआ करार

भारत की कृष्णा पूनिया को 2014 में एषियन खेलो तथा कामनवेल्थ खेलो की तैयारी के लिए मिला आर्थिक सहयोग

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उदयपुर, 7 फरवरी, आगामी 2014 में एषियन खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली राजस्थान की स्टार एथलीट कृष्णा पूनिया एवं वेदान्ता हिन्दुस्तान जिंक के बीच गुरूवार को दो वर्षो के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए। यषद भवन में आयोजित समारोह में इस अनुबंध के तहत् वेदान्ता हिन्दुस्तान जिंक अगले दो वर्ष तक एथलीट कृष्णा पूनिया को उनके खेल के लिए आवष्यक सुविधाओं हेतू आर्थिक सहयोग प्रदान करेगी।

 

इस अवसर पर कृष्णा पूनिया ने वेदान्ता हिन्दुस्तान जिंक को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके खेल के लिए वेदान्ता हिन्दुस्तान जिंक जैसे उद्योग की पहल उनकी प्रतिभा को उत्कृष्ट आयाम देने में प्रभावी साबित होगी। पूनिया ने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार हिन्दुस्तान जिंक विशिष्ट खिलाड़ियों जैसे भूपेन्द्र व्यास – विष्व पॉवर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप, माला सुखववाल-विष्व वेट लिफ्टर चैम्पियनषिप, भक्ति शर्मा – विश्व तैराकी चैम्पियन तथा जब्बार मोहम्मद जो एक डेफ एवं डम्ब वॉलीबाल का खिलाड़ी को भी पूर्व में आर्थिक सहायता प्रदान कर सम्मानित किया है। जो कि खिलाडियों के लिए बेहद जरूरी है।

कृष्णा पुनिया ने महिलाओं पर बड रही हिंसा के बारे में कहा की इसके लिए महिलाओं को शिक्षा में आगे लाना चाहिए और कन्या भ्रूण हत्या जेसे कृत्य रोक कर लड़का और लड़की को सामान समझना चाहिए ।

समारोह में हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अखिलेष जोषी ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक उदयपुर जिले एवं राज्य में षिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास में अग्रणी रहा है। अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत् हर क्षेत्र में कार्यक्रमों, कलाकारो, खिलाडियों और प्रतिभाओं को प्रोत्साहन में अग्रणी रहा है। श्री जोषी ने कहा कि भारत का नाम रोषन करने वाली एथलीट कृष्णा पूनिया को उनके खेेल के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्षन के लिए सहयोग प्रदान कर गोरवान्वित महसूस कर रहे है जिसके लिए हिन्दुस्तान जिंक हमेषा हर सम्भव मदद के लिए तैयार रहेगी।

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वेदान्ता ग्रुप की कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क भारत की राष्ट्रीय महिला चैंपियन डिस्कस थ्रो एवं राष्ट्रमण्डल खेल 2010 में टैªक और फील्ड स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला कृष्णा पूनिया को अगले दो साल तक प्रयोजित करेगी। कृष्णा पूनिया 2014 में दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित एषियाई खेल तथा स्कॉटलैण्ड के ग्लासगो में राष्ट्रमण्डल खेलों और 2016 में रियो में ओलंपिक खेलों में भाग लेगी।कृष्णा पूनिया 2006 में गुआंगजौ और दोहा में तथा चीन में 2010 में आयोजित एषियाई खेलों में दो बार पदक विजेता तथा देष के 2010 अर्जुन अवार्ड और 2011 में पदमश्री प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित की जा चुकी है।
हेड – कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशन श्री पवन कौशिक ने कृष्णा पूनिया के डिस्कस थ्रो खेल में प्राप्त विभिन्न उपलब्धियों एवं प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी तथा कंपनी द्वारा चलाये जा रहे सामाजिक कार्यों का ब्यौरा दिया।
समारोह के उपरान्त कृष्णा पूनिया हिन्दुस्तान जिंक की देबारी ईकाई के गा्रमीण विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत संचालित आंगनवाडी केन्द्र के बच्चों एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से भी मिली और आंगनवा$डी केन्द्र एवं स्वयं सहायता समूह के बारे में विस्तार से बातचीत की।

 

मोर्निंग फ्रेंड्स क्लब का सम्मान समारोह

IMG_2163उदयपुर । प्रातः भ्रमण करने वाले मोर्निंग फ्रेन्ड क्लब के श्री सुधीर दवे का संयुक्त निदेशक पद पर पदौन्नति व श्री दीपाल सिंह (बन्टी) द्वारा मुंबई मेराथन में 21 किलोमीटर दौड कर पूर्ण करने पर सम्मानित किया गया। इस संबंध में गुलाब बाग में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । सम्मान समारोह में क्लब के वरिष्ठ सदस्य श्री गोपाल कृष्ण गर्ग द्वारा श्री दवे एवं श्री सिंह का माल्यार्पण कर उपरणा धारण करा स्वागत व सम्मान किया गया।

इस अवसर पर गर्ग द्वारा अपने उद्बोधन में क्लब के अन्य सदस्यों को भी इससे प्रेरणा लेकर समाज हित के कार्य करने को प्रेरित किया गया तथा प्रातः भ्रमण हेतु आमजन को जागरूक करने पर बल दिया गया ताकि भ्रमण कार्यक्रम से सभी को लाभ मिल सकें एवं हमेशा स्वस्थ्थ जीवन व्यतीत कर सकें। समारोह में क्लब के रोहित भटनागर, बालकृष्ण तनेजा, राकेश व्यास, निकुंज जेठलिया, राजेन्द्र जैन एवं क्लब के अन्य सदस्य तथा गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

इस अवसर पर क्लब के सदस्यों ने समाज हित में रक्तदान, वृक्षारोपण, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर जरूरतमंद बच्चों को पाठ्य सामग्री व गणवेश वितरण के कार्य हाथ में लेने का संकल्प लिया।

जाऊं तो जाऊं कहाँ

ब्रिटेन में बर्फबारी और ठंड की वजह से आम जनजीवन अस्तव्यस्त है . स्कूल, यातायात आम जनजीवन सब बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है .
ब्रिटेन में बर्फबारी और ठंड की वजह से आम जनजीवन अस्तव्यस्त है . स्कूल, यातायात आम जनजीवन सब बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है .
इंग्लैंड के डरहम के बंदरगाह के पास बेहद तेज़ हवाओं ने समुद्री में बेहद बड़ी लहरों को पैदा कर दिया.
इंग्लैंड के डरहम के बंदरगाह के पास बेहद तेज़ हवाओं ने समुद्री में बेहद बड़ी लहरों को पैदा कर दिया.
लंदन में नैचरल हिस्ट्री म्यूज़ियम में एक महिला कर्मी डोडो नाम के एक पक्षी की प्रतिकृति निहारते हुए.
लंदन में नैचरल हिस्ट्री म्यूज़ियम में एक महिला कर्मी डोडो नाम के एक पक्षी की प्रतिकृति निहारते हुए.
ओलंपिक में स्कीइंग स्वर्ण पदक विजेता लिंडसे वॉन ऑस्ट्रिया में एल्पाइन स्कीइंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप के पहले ही दिन दुर्घटनाग्रस्त हो गईं. उन्हें एयरलिफ्ट कर ले जाते दो बचावकर्मी.
ओलंपिक में स्कीइंग स्वर्ण पदक विजेता लिंडसे वॉन ऑस्ट्रिया में एल्पाइन स्कीइंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप के पहले ही दिन दुर्घटनाग्रस्त हो गईं. उन्हें एयरलिफ्ट कर ले जाते दो बचावकर्मी.
अर्जेंटीना में पर्यटक रियो मोंडेज़ नदी में.
अर्जेंटीना में पर्यटक रियो मोंडेज़ नदी में.
उगांडा के एक छोटे उत्खनन केंद्र बुगिरी में एक स्वर्ण खनिक साइकल पर एक बोरा बलुआ मिट्टी ले जाते हुए
उगांडा के एक छोटे उत्खनन केंद्र बुगिरी में एक स्वर्ण खनिक साइकल पर एक बोरा बलुआ मिट्टी ले जाते हुए
ट्यूनीशिया में एक प्रमुख विपक्षी नेता शौकिरी बेलेद के शव को एक एब्युलेंस में ले जाया जा रहा है . उन्हें राजधानी ट्युनिस में उनके घर के पास ही गोली मार दी गयी थी .
ट्यूनीशिया में एक प्रमुख विपक्षी नेता शौकिरी बेलेद के शव को एक एब्युलेंस में ले जाया जा रहा है . उन्हें राजधानी ट्युनिस में उनके घर के पास ही गोली मार दी गयी थी .

 

सो. बी बी सी

 

 

 

 

इमाम सिद्दकी वापिस आ गए हैं अपनी ‘नौटंकी’ के साथ!

Imam in Nautanki - Pic 3 (1)बिग बॉस सीजन 6 में एक वाइल्ड कार्ड एंट्री में अपने ठहराव के बाद इमाम सिद्दकी अब, वह वापिस आ गए हैं… वह कलर्स के नए कॉमेडी धारावाहिक, नौटंकी – दि कॉमेडी थियेटर में इस शनिवार और रविवार क0 रात 9.00 बजे अपनी प्रतिभा दिखाएंगे।

इस धारावाहिक में इमाम का किरदार बेहद रोमांचक हैं क्योंकि उन्हें बिग बॉस हाउस के कुख्यात ‘गब्बर सिंह’ द्वारा किडनैप किया जाएगा। इस कहानी में ‘गब्बर सिंह’ और उसे गैंग द्वारा कैद कर लिए जाने के बाद इमाम अपने-आपको एक पागल के रूप में दिखाएंगे। इमाम मजाक करने की अपनी अतुल्य आदत और लगभग हर किसी को गुस्सा दिला देने के प्रतिभा से विलेन के सब्र का इम्तिहान लेंगे।

यह बात बिल्कुल तय है कि इमाम सिद्दकी नौटंकी धारावाहिक में अपने किरदार में अपना अतिरिक्त चटपटा मसाला जरूर डालेंगे। वह बिग बॉस में अपनी रचनात्मकता को पहले ही दिखा चुके हैं, मिसाल के तौर पर अपने अनंत कॉस्ट्यूम डिज़ाइन, हाव-भाव, नाचने की निपुणता आदि। नौटंकी का एक हिस्सा होने के बारे में, इमाम का कहना था, “टेलीविजन मेरे लिए बहुत शानदार अनुभव रहा है और मैं छोटे पर्दे पर वापिस लौटने का इंतजार कर रहा हूँ। मेरे दर्शकों को बैठना और उन सभी ताज्जुबों को देखना होगा जो मैं इस धारावाहिक में लेकर आऊंगा।”

नाथद्वारा रोड पर दो घंटे तक जलता रहा ट्रोला

उदयपुर। नाथद्वारा-उदयपुर नेशनल हाइवे पर आठ पर नाथद्वारा के पास चढ़ाई चढ़ते समय मंगलवार रात एक ट्रोले में शॉर्ट-सर्किट से आग लग गई। कुछ ही देर में ट्रोले का केबिन और टायर धू-धू कर जल गए। घटना के कारण नेशनल हाइवे पर दो घंटे तक वाहनों की आवाजाही बंद रही। हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है।

मंगलवार रात को जिला मुख्यालय की ओर से आ रहा 30 पहियों वाला ट्रोला नगर के पास नाथद्वारा से उदयपुर की ओर बायपास घाटे पर बाघेरी नाका कार्यालय के सामने चढ़ाई चढ़ रहा था। थोड़ा आगे जाने के बाद ओवरलोड होने के चलते सीधी चढ़ाई में ट्रोले के इंजन के अधिक गर्म होने से ट्रोले के तारों में आग लग गई। इससे शार्ट सर्किट हो गया। कुछ ही देर में तेज हवा के कारण देखते ही देखते ट्रोले के आगे के हिस्से में धू धू कर लपटे उठने लगी और टायरों ने आग पकड़ ली। आग लगते ही ट्रोले के ड्राइवर ने हेंड ब्रेक लगा कूद कर अपनी जान बचाई।

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उदयपुर से जोधपुर वाया अजमेर चल सकती है ट्रेन

0उदयपुर. उदयपुर से जोधपुर के बीच ट्रेन चलाने के लिए रेल सलाहकार समितियों ने नया रास्ता सुझाया है। कोलकाता-उदयपुर के बीच सप्ताह में एक बार चलने वाली ट्रेनों को सप्ताह में दो दिन वाया अजमेर फुलेरा होकर जोधपुर चलाने की मांग की गई है। समिति के सदस्यों ने रेल मंत्री को अवगत कराया कि उदयपुर में 50 घंटे से अधिक समय तक खड़े रहने वाले अनन्या व शालीमार गाडिय़ों के रेक जोधपुर तक चलाए जा सकते हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे की जोनल सलाहकार समिति के सदस्य गोपाल कृष्ण शर्मा व एम.एस. खमेसरा ने रेल मंत्री को सुझाव पत्र भेजा है।

 

ऐसे चलाएं : जोनल सलाहकार समिति के सदस्यों के सुझाव के मुताबिक दोनों ट्रेनों के रैक उदयपुर सिटी के यार्ड में फालतू खड़े न रख कर सप्ताह में एक-एक बार जोधपुर तक चलाए जा सकते हैं। रेलवे को सिर्फ डीजल इंजन के इंतजाम करने होंगे। डिब्बों की जरूरत नहीं पड़ेगी।

 

रेल शुरू होने से जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर, रामदेवरा तथा नाकोड़ा भैरव जाने वाले पर्यटकों को सुविधा मिलेगी। मारवाड़ से नाथद्वारा, कांकरोली, उदयपुर आने वाले पर्यटक रेल का लाभ ले सकेंगे। वर्तमान में जोधपुर जाने के लिए दो मार्ग वाया रणकपुर व वाया देसूरी हैं। दोनों मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं जिन पर वाहनों का संचालन सुरक्षित नहीं है। जोधपुर तक ट्रेन या विमान की सुविधा न होने से सड़क मार्ग ही सहारा है।

 

उदयपुर से शताब्दी चलाने की दरकार

उच्च दर्जे की ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस उदयपुर-दिल्ली के बीच चला कर हवाई यात्रियों को सफर की वैकल्पिक सुविधा दी जा सकती है। दिल्ली-अजमेर के बीच नियमित रूप से चलने वाली शताब्दी उदयपुर तक चलाने की मांग रेल मंत्री पवन बंसल से सांसद रघुवीर मीणा ने की है। मीणा ने रेल मंत्री को भेजे पत्र में बताया कि एक रैक का अतिरिक्त इंतजाम करने से शताब्दी एक्सप्रेस दिल्ली-उदयपुर के बीच चलाई जा सकेगी। इससे टूरिस्ट सीजन में एयरलाइन कंपनियों का यात्री भार कम होगा।

हादसे में मावली के तीन युवकों की मौत

उदयपुर. डबोक थाना क्षेत्र में मावली रोड पर बुधवार देर रात हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना सड़क के बीचो-बीच खड़े डंपर के कारण हुई, जिसे ड्राइवर खराबी के कारण छोड़ कर कहीं चला गया था। पुलिस के मुताबिक हादसा सालेरा कलां के पास रात साढ़े 11 बजे हुआ। उदयपुर से मावली जा रही कार सड़क किनारे खड़े डंपर के नीचे जा घुसी। डंपर पत्थरों से लदा हुआ था।

 

हादसे में वैन में सवार मावली निवासी नरेश (40) पुत्र श्याम लाल गुर्जर, नरेश (30) पुत्र शोभा लाल जटिया और विनोद (22) पुत्र रामलाल जटिया निवासी विशनपुरा की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। सूचना पर डबोक थानाधिकारी राकेश शर्मा जाप्ता लेकर पहुंचे। शवों को निकालने में पुलिस को करीब डेढ़ घंटे मशक्कत करनी पड़ी। तीनों शव एमबी हॉस्पिटल के मुर्दाघर भिजवाने के साथ पुलिस ने परिजनों को इत्तला करवा दी। हादसे के बाद पुलिस ने शव एंबुलेंस में रवाना करवा दिए, लेकिन डंपर नहीं हटाया जा सका। इससे और हादसे का अंदेशा बना हुआ था। पुलिस ने वहां कोई जवान भी तैनात नहीं किया।

राजस्थान घूमना हो तो सिर्फ टोल टैक्स में देने होंगे रु. 2100

5543_tollउदयपुर .अगर आप गुजरात से राजस्थान में जेसे ही प्रवेश करते है तो शुरू होता हे भरी भरकम टोल का सफ़र और राजधानी जयपुर जाते जाते 320 रुपया टोल का देना होता है । जयपुर से बाड़मेर (550 किलोमीटर) की यात्रा कार से करते हैं तो आपको टोल टैक्स 85 रुपए देने होंगे। वहीं, अगर दिल्ली (240 किमी) जाते हैं तो टोल टैक्स 240 रुपए देने होंगे। यानी, एक रुपया प्रति किलोमीटर। इतना ही नहीं, भरतपुर (180 किमी) जाने के 140 रुपए टोल देना होगा। अगर आप सड़क मार्ग से पूरे प्रदेश की यात्रा करें तो आपको 81 टोलों से गुजरना होगा और कम से कम 2100 रुपए टोल टैक्स चुकाना पड़ेगा।

नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की बनाई सड़कों पर हर साल टोल टैक्स में बढ़ोतरी होती है। टोल प्लाजा पर वसूली का कोई हिसाब राज्य सरकार के पास नहीं है। ये टोल नाके ठेके पर निजी फर्मो को दिए हुए हैं।

एनएचएआई के चीफ जनरल मैनेजर पीआर पटेलिया के अनुसार टोल दर बढ़ाने के लिए थोक मूल्य सूचकांक को आधार बनाया जाता है। इससे 4 से 7 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हर साल होती है। प्रदेश में एनएचएआई के पांच राजमार्गो पर 23 स्थानों पर टोल लगता है।

पीडब्ल्यूडी, आरएसआरडीसी या रिडकोर की बनाई गई सड़कों पर टोल की दरें दो साल में 10 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रावधान है।

पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता (एनएच) आरके गुप्ता के अनुसार दो साल में बदली जाने वाली दरों का अगला बदलाव अप्रैल, 2013 के गजट नोटिफिकेशन से होगा।

पीडब्ल्यूडी के पीपीपी मॉडल में दी सड़कों में टोल की दर विभाग तय करता है, लेकिन आय का ब्यौरा नहीं रखता। रिडकोर और राजस्थान स्टेट रोड डवलपमेंट कॉपरेरेशन (आरएसआरडीसी) की बनाई सड़कों और मेगा हाइवे पर टोल वसूली और इसकी पूरे होने की अवधि का हिसाब ही राज्य सरकार के पास होता है।

महाराष्ट्र की जनता को टोल ठेकेदार रोज देता है हिसाब

महाराष्ट्र का नियम : रोज पैसा दे रहे हैं तो रोज हिसाब भी क्यों न लें

जून 2012 तक महाराष्ट्र में भी किसी टोल पर यह हिसाब नहीं लिखा जाता था। इसके बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने आंदोलन किया और सभी टोल पर डिजिटल डिस्प्ले में टोल के रोज का हिसाब दर्शाने की मांग की। अब वहां अधिकतर नाकों पर ये डिजिटल बोर्ड लग गए हैं, जिन पर हर वक्तअब तक की वसूली और टोल की बकाया राशि का डिस्प्ले होता रहता है। जिस दिन बकाया राशि खत्म, उसी दिन से टोल नाका भी खत्म।

गौरतलब है कि राजस्थान की तरह वहां भी टोल वसूली पूरी होने के बाद भी कई नाकों पर टैक्स वसूला जाता था। इस प्रक्रिया के बाद ऐसे कई टोल नाके बंद हो गए। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव जेसी महांति कहते हैं- राजस्थान टोल ठेकेदारों के साथ ऐसी कोई शर्त नहीं है। महाराष्ट्र से हम इस बारे में रिपोर्ट पता करवाते हैं। अगर फिजिबल हुआ तो इसे यहां भी लागू कर सकते हैं।