उदयपुर। गोवर्धनविलास थाना क्षेत्र दो दिन पूर्व सड़क हादसे में युवक की मौत हो गई थी, उसके शव की सोमवार तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस के अनुसार शनिवार रात को बारापाल में एक वाहन ने एक युवक को चपेट में ले लिया। हादसे में युवक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा देर रात होने के कारण शव रातभर सड़क पर ही पड़ा रहा, जिसके कारण शव के ऊपर से कई वाहन गुजर गए और शव का चेहरा बिगड़ गया। रविवार सुबह राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने शव को एमबी अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया। पुलिस को स्थानीय लोगों ने बताया कि उक्त युवक लंबे समय से हाइवे पर घूम रहा था और होटलों पर खाना मांग कर खाता था। पुलिस मृतक के परिजनों की तलाश कर रही है।
कांग्रेसी नेता पंकज शर्मा के नर्सिंग कॉलेज पर एसीबी की कार्रवाई
उदयपुर। जयपुर में नर्सिंग काउंसलिंग के सलाहकार महेशचन्द्र शर्मा को घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद उसके पास से मिले दस्तावेजों के आधार पर राज्य के नौ नर्सिंग कॉलेजों में उसकी भागीदारी के साक्ष्य मिले, जिसमें उदयपुर में कांग्रेसी नेता पंकज शर्मा का मेवाड़ नर्सिंग कॉलेज भी शामिल है। जयपुर से मेवाड़ नर्सिंग कॉलेज की जांच के आदेश आने के बाद रविवार को कॉलेज सीज कर दिया और आज सुबह वहां पर एसीबी ने जांच शुरू कर दी है।
मापदंड के अनुरूप नहीं पाया गया:
एसीबी के प्रसन्न खमेसरा ने बताया कि जांच अभी जारी है। प्रारंभिक जांच में महेशचंद्र शर्मा का इस कॉलेज में पार्टनर होने के कोई दस्तावेज नहीं मिले हैं, लेकिन नर्सिंग कॉलेज मानक मापदंड़ों के अनुसार नहीं है। कॉलेज 23 हजार, 800 वर्गफीट पर बना होना चाहिए, जबकि यह कॉलेज आधे से भी कम क्षेत्रफल में बना हुआ है।
सारा स्टाफ छुट्टी पर: एसीबी ने बताया कि हाजरी रजिस्टर से पता चला कि यहां 25 का स्टॉफ हैं। जिसमें से शनिवार को छह लोग छुट्टी पर थे, लेकिन आज 25 में से मात्र छह ही लोग उपस्थित है। बाकी कोई नहीं आया। खमेसरा ने बताया कि जांच जारी है।
चेन स्नेचरों के टारगेट पर जैन वृद्ध महिलाएं
उदयपुर। शहर में जैन समाज की वृद्ध महिलाएं चेन स्नेचरों के टारगेट पर हैं। पिछले तीन दिनों में आज सुबह दूसरी वारदात हुई हैं, जिसमें जैन मंदिर से घर लौटती वृद्धा के गले से चेन छीन कर बाइक सवार बदमाश फरार हो गए हैं। पिछले माह की शुरुआत में बीएसएनएल ऑफिस के सामने एक खटीक समाज की महिला के गले से साढ़े सात तोला सोने का हार बदमाश खींच ले गए, जिसका भी अभी तक पता नहीं चल पाया है। भूपालपुरा थाना क्षेत्र के अशोकनगर रोड पर बाइक सवार दो बदमाश अशोकनगर निवासी चंद्रादेवी पत्नी महावीर प्रसाद जैन के गले से सोने की चेन छीन ले गए। यह वारदात अशोक नगर के रोड नंबर १४ पर आज सुबह आठ बजे हुई है। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची और शहरभर में नाकाबंदी की गई, लेकिन बदमाश का पता नहीं चल पाया है। इसी प्रकार सेक्टर चार में जैन मंदिर से लौटते समय बीते शनिवार बाइक सवार दो बदमाश वहीं की रहने वाली झंकार देवी जैन के गले से पांच तोला सोने का मंगलसूत्र और सोने की चेन छीन ले गए थे।
आईजी डामोर होंगे राजीव गांधी ट्रायबल यूनिवर्सिटी के पहले वीसी
उदयपुर। आईजी टीसी डामोर राजीव गांधी ट्रायबल यूनिवर्सिटी के पहले वाइस चांसलर नियुक्त किए गए हैं।टी. सी. डामोर को राजीव गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय का कुलपति बनाए जाने की चर्चा सियासी गलियारों में लंबे समय से चल रही थी। गौरतलब है कि डामोर ने हाल ही में सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय से पी. एच. डी. की है।
पिछले दिनों उदयपुर संभाग से कुछ आदिवासी नेताओं ने मुख्यमंत्री से मिलकर जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के शिक्षा में पिछड़े आदिवासी छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किसी आदिवासी को ही वीसी बनाने की मांग की थी जो, मुख्यमंत्री ने मान ली और उदयपुर के आईजी टीसी डामोर को पहला वीसी नियुक्तकर दिया।राजीव गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा राज्य सरकार ने 2012 के बजट में की थी। लेकिन स्थान और कुलपति नियुक्त करने को लेकर लंबे समय से मामला लटका हुआ था।
स्कूलों में लोटी रोनक
उदयपुर। डेड़ महीने की छुट्टी के बाद आज सरकारी और सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूल खुल गए। सोमवार सुबह से ही स्कूलों और सड़कों की रोनक हँसते खेलते शरारतों से भरे बच्चों के खिल खिलाते चेहरों से लोट आई कुछ ख़ुशी ख़ुशी स्कूल पहुचे तो कुछ रोते हुए अपने माता पिता के साथ लेकिन स्कूल के पहले दिन की ख़ुशी ज्यादा थी बड़े छात्र जो पिछले डेड़ महीने से अपने स्कूली मित्रों को मिस कर रहे थे वे भी बड़े ख़ुशी ख़ुशी स्कूल गए और मित्रों का गले लग कर अभिवादन किया।
स्कूल जाने की तैयारी हर घरमे पिछले दो तीन दिन से चल रही थी हर मां अपने बच्चों के बेग टिफ़िन जूते किताबे आदि की तैयार करने में जुटी थी और आज सुबह सुबह सजे धजे अपने नन्हे मुन्नों को स्कूल तक छोड़ कर आई तो कोई बस और टेम्पो तक। कोई अपने पापा की ऊँगली पकड़ कर स्कूल तक गया तो बिटिया रोते हुए मम्मा की गोद में स्कूल तक पहुची ।
पिछले डेड़ महीने से छुट्टिय चल रही थी हालाकिं सीबीएससी से सम्बंधित कुछ स्कूल पहले ही खुल चुके है ।
अभिभावकों के उठने का समय भी बदला :
पिछले डेड़ महीने से बच्चों की छुट्टियाँ थी तो अभिभावक भी आराम में थे। जल्दी उठने की टेंशन नहीं थी लेकिन आज से उन्हें भी अपना टाइम टेबल बदलना पड़ा माताओं को बच्चों के टिफिन और कपड़ों की तैयारी के लिए उठाना ही होता है, तो पिता को अपने लाडलों को स्कूल तक छोड़ने जाने के लिए उठना पड़ा।
ओटो अंकल भी मुस्तेद :
बच्चों के स्कूल की तैयारी और पढाई में जितना योगदान माता पिता और गुरु का होता है । उतना ही योगदान ओटो अंकल का भी होता है। चाहे गर्मी हो बारिश हो या सर्दी ओटो अंकल सही समय पर बच्चों के सारथि बन कर ठीक समय पर घर के आगे आजाते है । और बच्चे भी ख़ुशी से चिल्लाते हे “ओटो अंकल आगये ” आज सुबह से उन्ही ओटो अंकल का इंतजार हर घर के बहार बच्चे करते मिले और हर गली सडक पर ओटो अंकल बच्चों को लेने जा पहुचे ।
चूड़ासमा के गुर्गे थे सोहराब और तुलसी
उदयपुर। सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में सीबीआई द्वारा पेश की गई पूरक चार्जशीट में महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है कि कुख्यात अपराधी सोहराब और तुलसी गुजरात के आईपीएस अभय चूड़ासमा और अन्य पुलिस अधिकारियों के लिए काम करते थे। सीबीआई ने उदयपुर के अपराधी शराफत अली उर्फ कालू व मुश्ताक अहमद के बयानों के आधार पर इस बात की पुष्टि करते हुए न्यायालय में चार्जशीट पेश की है। एक अंग्रेजी दैनिक अखबार में छपी खबर के अनुसार सीबीआई को अभय चूड़ासमा के फर्जी मुठभेड़ में शामिल होने का शक था, लेकिन पर्याप्त साक्ष्य नहीं थे। हाल ही में मुंबई की एक अदालत में आरोप पत्र पेश किया गया, जिसमें उदयपुर के शराफत अली के बयान से यह खुलासा हुआ कि चूड़ासमा फर्जी मुठभेड़ में लिप्त थे।
शराफत अली के बयान: शराफत अली ने सीबीआई को सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दिए हैं, जिन्हें अब बदला नहीं जा सकता। अली ने बताया कि जब वह आम्र्स एक्ट के मामले में उदयपुर जेल में बंद था। उस दौरान वह तुलसी प्रजापति से मिला था और तुलसी ने उसको बताया था कि जब गुजरात में उसको चूड़ासमा ने गिरफ्तार किया था, तब चूड़ासमा सोहराबुद्दीन और तुलसी की गतिविधियों से खुश नहीं थे। तुलसी ने चूड़ासमा को कहा था कि हम क्या गलत कर रहे हैं और आपके सारे निर्देशों को मान रहे हैं। चूड़ासमा ने तुलसी को विश्वास में लेकर सोहराबुद्दीन का पता जाना था, तब चुड़ासमा ने कहा था कि हम उसका एनकाउंटर नहीं करेंगे। बस कोई छोटे-मोटे मामले में जेल में डाल देंगे। लेकिन बाद में सोहराबुद्दीन को गिरफ्तार कर एक फर्जी मुठभेड़ में उसे मार दिया गया।
मुश्ताक अहमद के बयान
उदयपुर के ही 55 वर्षीय अपराधी मुश्ताक के बयान भी आरोप पत्र में दर्ज है, जिसमें मुश्ताक ने बयान दिए है कि सोहराबुद्दीन की उससे साबरमति जेल में मुलाकात हुई थी, तब सोहराबुद्दीन ने उसको बताया था कि गुजरात के कई बड़े पुलिस अधिकारियों से उसके अच्छे संपर्क है। उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने चूड़ासमा को सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ के मामले में अप्रेल, 2010 में गिरफ्तार कर लिया था। चूड़ासमा ने सोहराबुद्दीन और तुलसी का एनकाउंटर करना स्वीकारा था। शराफत और मुश्ताक के बयान सीबीआई ने चूड़ासमा की गिरफ्तारी के बाद लिए थे। सोहराब और तुलसी क्रमश: 2005 और 2006 में फर्जी एनकाउंटर में मारे गए थे। उल्लेखनीय है कि सीबीआई द्वारा आरोप पत्र में राजस्थान के तत्कालीन गृहमंत्री और प्रतिप्रक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया सहित चार जनों के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई है, जिसमें कटारिया की जमानत पर पांच जुलाई को सुनवाई है।
झलक दिखला जा के मंच पर सत्ते पे सत्ता‘
7 नई वाइल्ड कार्ड इंट्री को 7 जुलाई, 2013 को रात 9 बजे कलर्स पर.
सेलीब्रिटी डांस रिएलिटी शो में इस बार दिन बीतने के साथ मुकाबले का स्तर ऊंचा उठता जा रहा है और मुकाबला तगड़ा होता जा रहा है। झलक के दो सीजन की मेजबानी करने के बाद, अपने भाई के साथ रोनित रॉय इस शो में मुकाबला करते नजर आएंगे, ।
पहले भी रिएलिटी शो का हिस्सा रहना और बॉलीवुड फिल्म के लिए एक आइटम नंबर करना ही मुक्ति मोहन के लिए काफी नहीं था। कंटमपरेरी और इंडियन क्लासिकल में प्रोफेशनली ट्रेन्ड डांसर मुक्ति झलक के मंच पर प्रतिस्पर्धा का लेवल ऊपर ले जाने के लिए तैयार हैं।
एक और सेलीब्रिटी हैं जो क्रिकेट की पिच से निकल कर झलक की पिच पर अपना कारनामा दिखाने के लिए तैयार है, वे और कोई नहीं रोचेली मरिया राव हैं। कुछ-कुछ होता है की अंजली के नाम से जानी जाने वाली साना सईद शो का हिस्सा बनने को लेकर काफी उत्साहित हैं।
टेलीविजन एक्टर करण पटेल झलक के मंच पर पहली बार डांस करते हुए नजर आएंगे।
शहद जैसी आंखों वाले वत्सल सेठ को आशा है कि वे अपने साथी प्रतियोगियों को कड़ी टक्टर देने में कामयाब होंगे। एक और हरफनमौला-आरजे मंत्रा, जो एक एक्टर, टेलीविजन प्रस्तोता, मॉडल, रेडियो जॉकी और वोइस ओवर आर्टिस्ट हैं, अब डंास के नए क्षेत्र में अपने हाथ आजमाते नजर जाएंगे।
शेर खान ने दिया 20 लाख का मौताणा,पुलिस ने फिर निभाई बिचोलिये की भूमिका
उदयपुर। चित्तौडग़ढ़ के सावा कस्बे में डम्पर की चपेट में आए युवक की मौत के बाद भड़के दंगे में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बिचौलिये की भूमिका निभाई और सावा के शेर खान से मृतक के परिजनों को २० लाख का मौताणे का चेक दिलवाया है। जबकि शुक्रवार को ही राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष एचआर कुड़ी ने मौताणा मामले में पुलिस को बिचौलिये की भूमिका निभाने से बचने के निर्देश दिए थे। हालांकि शेर खान ने कहा है कि उन्होंने किसी को कोई मौताणा नहीं दिया है और ना ही पुलिस व प्रशासन के दबाव में कोई राशि दी है। उन्होंंने कहा कि कस्बे में शांति व्यवस्था बनी रहे। इसके लिए यह मुआवजा टैंकर मालिक से दिलवाया गया है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कभी यहां पर हिंदु-मुस्लिम दंगें नहीं हुए हैं। यह पहला मौका है, जब बाहरी तत्वों ने आकर इस घटना को अंजाम दिया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को सावा में डम्पर की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई थी। बाद में ग्रामीणों द्वारा आगजनी और तोडफ़ोड़ की गई। बाद में कुछ लोग ख्वाजा बाग स्थित मोहम्मद शेर खान के ख्वाजा बाग मकान में तोडफ़ोड़ के लिए गए, जिन्हें फायरिंग करके खदेड़ा गया।
: आजादी के बाद सावा में कभी हिंदू-मुस्लिम दंगा नहीं हुआ। यहां सभी भाईचारे से रहते हैं। सिर्फ कुछ शरारती तत्वों ने इस हरकत को अंजाम दिया है। हमने 20 लाख रूपए सिर्फ गांव में शांति व्यवस्था बहाली और गांव के बच्चे के परिवार की सहायता के लिए दिए हैं।
-मोहम्मद शेर खान, मार्बल व्यवसायी, सावा
घटना को लेकर सावा व्यापरियों का बंद: कल की घटना और बचे लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सावा के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे हैं। व्यापारियों की मांग है की कल फायरिंग की घटना व आगजनी में शामिल कई लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिनको गिरफ्तार किया जाए।
समय पर पुलिस पहुंचती तो घटना नहीं होती: सूत्रों के अनुसार डम्पर की चपेट में युवक के आने पर डम्पर चालक को सीधा स्थानीय लोग थाने में ले गए और सरेंडर करवाया। इसके बाद भी पुलिस ने तुरंत एक्शन नहीं लिया, जिससे मामला बढ़ गया। कुछ उपद्रवियों ने मिलकर आगजनी कर दी, जिससे घटना ने सांप्रदायिक रूप ले लिया।
कटारिया की अगली सुनवाई 6 जुलाई को
उदयपुर। सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ के मामले में आज सुबह मुम्बई के लोअर कोर्ट में नेता प्रतिपक्ष और शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया मार्बल व्यवसायी विमल पाटनी सहित दो आईपीएस अधिकारी मुम्बई की लोअर कोर्ट में पेश हुए जिन्हें 6 तारीख को फिर पेश होने को कहा गया है।
एडवोकेट रोशनलाल जैन ने बताया कि सीबीआई की ओर से दायर चार्ज शीट मामले में शनिवार को मुंबई कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई में सभी पक्षों की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख आगामी 6 जुलाई तय की है।
गौरतलब है कि इस मामले में पिछले दिनों मुंबई कोर्ट में सुनवाई हुई थी। जिसमें कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 29 जून की तारीख तय की थी। सोहराबुद्दीन मामले में ही कटारिया ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी भी लगा रखी है।
उस पर सुनवाई आगामी 5 जुलाई को होनी है। ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं व कटारिया समर्थकों की निगाहें अब आगामी जुलाई माह की 5 व 6 तारीख पर जा टिकी है। अगर 5 जुलाई को मुंबई अपर कोर्ट द्वारा जमानत कि अवधि नहीं बड़ाई जाती है तो कटारिया कि मुश्किलें बढ सकती है ।
मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया कप्तान साहब ने:ङॉ.गिरिजा
उदयपुर। केन्द्रीय शहरी विकास एंव गरीबी उन्मूलन मंत्री डॅा. गिरिजा व्यास ने कहा कि कप्तान दुर्गाप्रसाद चोधरी ने अपने जीवन ने कभी मूल्यों से समझौता नही किया। उन्हेोनं अपने जीवन में पत्रकारिता करना ,आजादी की जंग एवं किसानों के हितों के लिए लडऩा जैसे मुख्य कार्र्य किए। दैनिक नवज्योति के संपादक दीनबन्धु चौधरी उन्हंी के पदचिन्हों पर चलते हुए उनके व्यक्तित्व को छूने का प्रयास किया।
रविन्द्रनाथ टेगौर मेडीकल कॉलेज में आयोजित कप्तान दुूर्गांप्रसाद चौधरी पत्रकारिता पुरूस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि वक्त के साथ पत्रकारिता के अर्थ भी बदल गए हैं। दैनिक नवज्योति ने इस बदले युग में भी अपना स्थान बनाये रखा है। कितने ही बदलाव हुए लेकिन प्रिन्ट मीडिया का स्थान आज भी है और कल भी रहेगा।
दैनिक नवज्योति के मुख्य उप संपादक एल. एल. शर्मा ने बताया कि वर्ष 1996 में शुरू किया गया कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी पुरस्कार आज राष्ट्रीय स्तर पर अपनी ख्याति अर्जित कर चुका है। पुरस्कार पूर्व में प्रतिवर्ष एक ही पत्रकार को दिया जाता था लेकिन समय के साथ अब इनकी संख्या बढ़ाकर 5 कर दी गई है। इसके चयन के लिए निर्णायक कमेटी गठित की गई। इस बार मेवाड़ को ध्यान में रखते हुए पुरस्कार का चयन किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस बार प्रथम पुरस्कार 31 हजार रुपए नकद बांसवाड़ा के दीपक श्रीमाल को प्रदान किया गया। इसके साथ उन्हें पगड़ी पहनाकर शॉल, स्मृति चिह्न, प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त पांच अन्य पुरस्कार 11 हजार रुपए नकद के डॉ. केशव पथिक, सुदर्शनसिंह भाटी, लोकेन्द्रसिंह, हरीश कुमार पण्ड्या और राजकुमार कोठारी को प्रदान किए गए। कार्यक्रम में सांसद रघुवीरसिंह मीणा, महापौर रजनी डांगी, यूआईटी चेयरमैन रूप कुमार खुराना भी अतिथियों के रूप में मौजूद थे।
इससे पूर्व दया किशन ने डॉ. गिरिजा व्यास को स्मृति चिह्न भेंटकर स्वागत किया। इससे पहले दैनिक नवज्योति के जयपुर संस्करण के संपादक महेश शर्मा ने विधायक सज्जन कटारा को बुके भेंट कर स्वागत किया। शालिनी चौधरी ने महापौर रजनी डांगी को शॉल ओढ़ा बुके भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर हर्ष चौधरी, नवज्योति के स्थानीय ब्यूरो चीफ बी. एम. गोयल भी मौजूद थे।