टायर रिसाईक्लिंग पर सेमीनार

उदयपुर, रबर व टायर को चार विधियों से रिसाइकल किया जा सकता है। लेकिन हर विधि में जन सुरक्षा, प्रकृति सुरक्षा व दूरगामी आर्थिक सुरक्षा जरूरी है। मैकेनिकल ग्राइंडिंग व क्रायोजिनिक विधियां पाइरोलाइसिस विधि से बेहतर है। पाइरोसिस विधि भी एक पू्रवन विधि है लेकिन इसमें बहुत जरूरी हैं कि प्रक्रिया में उत्पन्न होने वाली प्रदूशणकारी गैसों का उचित उपचार हो तथा बनने वाले तेल को सीधे प्रयोग में न लेकर उसका षुद्घीकरण व फिलटराईजेषन किया जाये। पाइरोलाइसिस विधि में टायर को उच्च तापक्रम पर दाब पर गलाया जाता है। इसमें उच्च स्तर की सुरक्षा जरूरी है।

सरकारी अस्पताल में तार-तार हुई इंसानियत

प्रसव पीडा से कहराती पत्नी के उपचार के लिए वह घूमता रहा रात भर..

महिला साथी साथ नहीं होने से भर्ती नहीं किया

बीच रास्ते पति ने पूर्ण कराई प्रसव क्रिया

जांच कमेटी गठित

उदयपुर, सिर्फ महिला परिचारक साथ नहीं होने से संभाग के सबसे बडे हॉस्पीटल से नकार दी गयी गरीब महिला ने आधी रात को सडक के बीच बच्चे को जन्म दिया और प्रसव कराया उसके पति ने। एक ही रात में बेबसी और मजबूरी की सारी हदे पार हो गई इसी रात को दुनिया बनाने वाले डाक्टर ’’ईश्वर’’ ने उन इंसानी भगवान डाक्टरों को अपना संदेश दे दिया कि साथी महिला अगर डाक्टर भी नहीं हो कोई आस पास नहीं हो आधी रात को तब भी प्रसव हो सकता है ओर इस दुनिया मे आने वाली नन्हीं जान सही सलामत आ सकती है।

प्रकरण के अनुसार गुरूवार रात एकलव्य कालोनी निवासी बाबु लाल गमेती जो कि ट्रेक्टर पर भराव उठाने का काम करता है की पत्नी चम्पा बाई को प्रसव पीडा के बाद अपनी एक साल की छोटी बेटी के साथ करीब ११ बजे महाराणा भूपाल चिकित्सालय ले गया। जहां पन्नाधाय जनाना में भर्ती फार्म भरने के बाद नर्सिंग कर्मी और डाक्टरों द्वारा यह कह कर प्रसव नहीं कराया कि पहले किसी महिला परिचारक को बुलाओं फिर प्रसव होगा तब तक बाहर बैठो। बाबु लील के लाख कहने पर की उसका यहां कोई नहीं ना ही उसके पास कोई मोबाइल है कि किसी को बुला सकता हूँ लेकिन गरीब की नहीं सुनी। बेबस बाबु लाल अपनी पत्नी चम्पा के साथ अस्पताल के गार्डन में रात डेढ बजे तक बेठा रहा बार बार जाकर पुछता रहा लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी आखिरकार बाबु लाल ने अपनी पत्नी बेटी और अपनी बेबसी को लेकर पैदल ही अम्बामाता सेटेलाइट हॉस्पीटल पहुंचा वहां भी उसको महिला परिचारक नहीं होने से उसको चलता किया। थकहार कर रात ३ बजे बाबु चम्पा को लेकर सेटेलाइट से भी निकल गया सौ मीटर पहुंचा ही होगा की चरक हॉस्टल के सामने चम्पा को प्रसव पीडा बढ गयी ओर वहीं मिट्टी से भरे छोटे से गार्डन में चम्पा ने बच्चे को जन्म दिया और इस बच्चे को जन्म दिलाने में चम्पा का साथ देने वाला वहां सिर्फ उसका पति था। यहां दर्द ओर मजबुरी की इंतेहा थी बाबु जिसके एक हाथ में नवजात एक तरफ एक साल की बच्ची और मिट्टी में सुनसान रात में लेटी अधमरी हालत में उसकी पत्नी लेकिन हिम्मत अभी बाकी थी और इश्वर भी साथ था। दोनो बच्चो को उठाये उसकी पत्नी को सहारा दे जेसे तेसे बाबु लाल घर तक आया और शेविंग ब्लेड से बच्चे की नाल काटी। सुबह जब उसके सेठ हितेष छाजेड को बात पता तो हितेष ने उसकी पत्नी और बच्चे को हास्पीटली में भर्ती कराया।

इनका कहना है

इस सम्बन्ध में जनाना अध्यक्ष डा.राजरानी का कहना है कि हास्पीटल में रोज कितनी ही डिलीवरी होती है किसी को मना नहीं किया जाना पि*र भी हमने जांच कमेटी बनायी है जिसमें डा.अरूण, डा.पूनम पोसवाल और मेटनर्स कृष्णा माथुर है अगर कोई दोषी पाया गया तो कार्यवाही की जाएगी।

बापूबाजार व्यवसाइयों को परेशानी है टाउन हाल मे मेले से

उदयपुर, नगर परिषद द्वारा टाउनहाल प्रांगण में लगाये जाने वाली दीपावली मेले के स्थान में परिवर्तन की मांग को लेकर बापू बाजार के व्यापारियों के एक प्रतिनिधि मण्डल ने सुखचैन ङ्क्षसह कण्डा के नेतृत्व में जिलाधीश की अनुपस्थिति में एडीएम सिटी से भेंट कर ज्ञापन सौंपा।

बापू बाजार व्यापारी संघ के महामंत्री सुखलाल साहू ने बताया कि व्यापारियों ने एडीएम सिटी को मेले से उत्पन्न स्थिति से व्यापारियों को होने वाले नुकसान से अवगत कराते हुए मेले में हर वर्ष बढने वाली भी$ड से आमजन की सुरक्षा को खतरा बताते हुए मेला स्थल परिवर्तन कराने की मांग की है।

साहू ने बताया कि व्यापारी मेले स्थल बदलने की मांग को लेकर इस बार चरणबद्घ रूप से विरोध करेंगे।

हेन्ड कार्ट्स घोटाले का हल्ला करने वालों को करारा जवाब

निर्धारित वजन से भी अधिक निकली हेण्ड कार्र्ट्स

स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष ने की विपक्ष की निंदा

उदयपुर, नगर परिषद में स्वास्थ्य समिति द्वारा क्रय किये गये हेण्ड कार्ट्स को लेकर शुक्रवार को माहौल गर्माया रहा और स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष ने सबके सामने हेण्ड कार्ट्स को तुलवा कर घोटाले के आरोपों को निराधार साबित कर दिया।

बुधवार को सम्पन्न नगर परिषद में साधारण सभा की बैठक में स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष द्वारा हेण्ड कार्ट्स के क्रय का प्रस्ताव पास करवाया था। उन कार्ट्स की क्वालिटी को लेकर कांग्रेस पार्षद मोहम्मद अय्युब ने सवाल उठाये थे और उसी बात को लेकर गुरूवार को प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली, मो.अयुब सहित अन्य कांग्रेसी पार्षदों ने हेण्ड कार्ट्स खरीद प*रोख्त में घोटाले का आरोप लगाते हुए आयुत्त* को जांच करवाने और क्रय आर्डर निरस्त करवाने के लिए पत्र लिखा था कि सेम्पल में आये हैण्ड कार्टस और आर्डर के बन के आये हेण्ड कार्ट्स में वजन और क्वालिटी का कोई प*र्क है इनके जवाब में शुक्रवार को स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिघंवी ने सभी समिति अध्यक्षों को बुलाया ओर उनके सामने सत्यापन के लिए सेम्पल और आर्डर के बनकर आये हेण्ड कार्ट्स का वजन कराया जिसमें सेम्पल में आये कार्टस को वजन से आर्डन में बन कर आये कार्टस २ किलो और ज्यादा निकला। पारस सिघंवी ने सिर्प* हंगामा किया ओर माहौल शांत बनाने के लिए विपक्ष के बेबुनियाद आरोपो की निंदा की।

झोला छाप डॉक्टर के यहां छापा

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डूंगरपुर, विगत एक पखवाडे से भी अधिक समय से जिले भर में मौसमी बीमारी के कारण आम जन खासा परेशान नजर आ रहा है और ऐसे में जिलें भर में सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी नीम हकीमों की पौ बारह हो गई है। और वे ग्रामीण क्षेत्र की गरीब जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड कर रहे है। यही नहीं जिला मुख्यालय पर स्थित सामान्य चिकित्सालय में भी प्रतिदिन रोगियों की संख्या का अम्बार लगा हुआ है। आखिरकार शुक्रवार को लगातार समाचार पत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं रामभरोसे के समाचारों के बाद प्रशासन चेता है। और उपखण्ड अधिकारी वंदना खोईयाल, तहसीलदार नीता वसीटा, ब्लॉक चिकित्साधिकारी तथा बिछीवाडा पुलिस दल के साथ छापी में एक क्लीनिक पर छापा मारा। जहां चिकित्सक के रूप में कार्यरत तलैया निवासी सूरजमल गमैती जो कि मैट्रिक भी नहीं है। आमजन का इलाज कर रहा था। इस मामले में तलाशी के बाद इसके पास सारे दस्तावेज फर्जी पाये गये। इधर उपखण्ड अधिकारी के निर्देश पर क्लीनिक को सीलचस्पा कर दिया है। तथा फर्जी चिकित्सक को एहतिहातन पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है।

फिल्ड क्लब में चौके छक्के की जगह चले घूंसे और लांतें

उदयपुर. यहां फील्ड क्लब मैदान पर गुरुवार को जमकर गुंडागर्दी हुई। दो गुटों में हुए झगड़े में लात, घूसे और बेल्ट का उपयोग किया गया। इसमें एक खिलाड़ी घायल हो गया। वेटरन्स प्रीमियर लीग के सेमिफाइनल मैच में हूटिंग को लेकर झगड़े की शुरुआत हुई थी, लेकिन इसकी वजह वरिष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों के बीच विवाद माना जा रहा है।

 मैच के दौरान उदयपुर रॉयल्स के खिलाड़ी शाहिद और बाहर खड़े वरिष्ठ खिलाड़ी रविंद्रपाल कप्पू के बीच कहासुनी हुई। उस वक्त मामला शांत हो गया, लेकिन मैच के बाद दोनों में फिर हाथापाई हो गई। दोनों गुटों की ओर से बाहर से बुलाए लोगों ने लात घूसे चलाए। दोनों पक्षों की ओर से अंबामाता थाने में एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।

यह है मामला

फील्ड क्लब ग्राउंड पर वेटरन्स प्रीमियर लीग का पहला सेमीफाइनल उदयपुर रॉयल्स और सरस्वती नर्सिग के बीच खेला जा रहा था। सरस्वती की टीम बैटिंग कर रही थी। इस दौरान मैदान के बाहर रविंद्र पाल सिंह मैच देख रहे थे और हूटिंग भी कर रहे थे। हूटिंग के दौरान फील्डिंग कर रहे शाहिद शेख को लगा कि उन्हें गाली दी जा रही है, शाहिद दौड़कर कप्पू की ओर झपटे और कहा कि मुझे गाली कैसे दे रहे हो। इस पर दोनों में झगड़ा हो गया। आयोजकों और रणजी सलेक्टर विवेकभान सिंह ने मामला शांत कराकर मैच फिर से शुरू कराया।

कोच मनोज चौधरी पर लगे आरोप इस झगड़े के लिए क्रिकेट कोच मनोज चौधरी को जिम्मेदार माना जा रहा है। झगड़े के बीच सरस्वती टीम के कप्तान कुबेर सिंह ने मनोज चौधरी पर आरोप लगाया है कि इस झगड़े की वजह चौधरी हैं जो इस तरह मैचों में पहले भी झगड़ा करवा चुके हैं। ऐसा करने से उदयपुर में क्रिकेट को नुकसान हो रहा है।

मारपीट का मामला दर्ज अंबामाता पुलिस के अनुसार रविंद्र पाल सिंह कप्पू ने मो. शाहिद व साथियों के खिलाफ एक राय होकर मारपीट का केस धारा 323, 141, 341 के तहत दर्ज कराया है। वहीं मो. शाहिद ने भी रविंद्र पाल सिंह पर इसी आधार पर मामला दर्ज कराया है।

झीलों की किसी को फिकर नहीं

उदयपुर, नगर परिषद में बैठे जनप्रतिनिधि ओर अधिकारी को जनहितों का तो ख्याल है नहीं साथ ही जिस वजह से उदयपुर पुरे विश्व में पहचाना जाता है हमारी झीलें उनको लेकर भी फिक्रमंद नहीं है। बुधवार को बोर्ड की बैठक में एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोप लडने झगडने का पुरा समय था लेकिन झीलों में फैल रही गंदगी को लेकर कोई एक शब्द नहीं बोला। झीलों की सफाई से नगर परिषद ने ऐसा मुंह मोडा की कोई उधर झांक कर नहीं देखता जबकी झीलों से नगर परिषद को लाखों की आय होती है। फिर भी झीलो की सफाई को लेकर परिषद ने अभी तक कोई टेण्डर नहीं निकाले। पिछोला,फतहसागर मुख्य झीले है फतह सागर में घास ओर गंदगी धीरे धीरे बढती जा रही है पानी बह रहा है तब तक कचरा बहाव के साथ निकल रहा था। लेकिन ओवरप*लो बंद होने के साथ ही झील में जमा होने लगी है। जनता को फतहसागर से प्रेम है इसलिए कई स्थानिय लोग और स्वयं सेवी संस्थाए फतहसागर, पिछोला की सफाई में जुट है। नगर परिषद तो झीलो की सुध नहीं लेती नही प्रशासन ने भी पूरी तरह मुंह मोड रखा है एनएलसीपी के तहत लाखों रूपये का बजट झीलों के विकास के लिए आता है लेकिन सफाई के लिए हमेशा बजट नहीं होता जबकि उदयपुर की शान है यह झीले। स्वरूपसागर ओर रंग सागर की तो यह स्थिति है कि धीरे धीरे जलकुंभी ओर काई अपने पेर पसारने लगी है। स्वयं सेवी संस्थाओं को सफाई करता देख नगर परिषद यूआईटी, प्रशासन खुश तो है लेकिन अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते है।

 

हेण्ड कार्डस खरीद निरस्त करने की मांग

घोटाले की आशंका के चलते प्रतिपक्ष ने दिया ज्ञापन

उदयपुर, नगर परिषद में स्वास्थ्य एवं सफाई समिति द्वारा ४०० हेण्ड कार्डस की खरीद पर घोटाले और घपले की आशंका के चलते प्रतिपक्ष के नेता दिनेश श्रीमाली ने आयुक्त को पत्र लिखकर क्रय आदेश निरस्त करने की मांग की है।

श्रीमाली ने बताया कि स्वास्थ्य समिति सदस्य अय्युब लोहार ने मैसर्स जैन ट्रेडर्स व अम्बाला केन्ट से प्राप्त हेण्ड कार्डस नियमानुसार नहीं है। प्राप्त हैण्डकार्डस का फिजिकल वेरीफिकेशन कराया जाय। उन्होंने कहा कि क्रय आदेश के पूर्व भेजे गये सेम्पल के अनुसार नहीं है तथा भेजे गये सेम्पल के आधे वजन के हेण्ड कार्डस है। उन्होंने बोर्ड बैठक में सभापति एवं स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष ने राज्य सरकार के दिशा निर्देश पर क्रय करने का बहाना बनाकर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया।

प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली के साथ अन्य पार्षद अय्युब लोहार, कैलाश साहू, बाबुलाल घावरी ने परिषद आयुक्त को घटिया सामग्री की जांच कर क्रय आदेश निरस्त करने की मांग की है।

इधर, स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष ने अपने उपर लगाये आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि जांच करवा लेंगे और कहीं कमी पाई जाती है तो आदेश निरस्त कर दिये जायेंगे।

 

जलदायकर्मियों ने रैली निकालकर दिया ज्ञापन

उदयपुर, भारतीय जलदाय कर्मचारी संघ ने अपनी ६ सूत्री मांगों को लेकर शहर में वाहन रैली निकाली और संभागीय आयुक्त को ज्ञापन दिया।

गुरूवार को जलदाय कर्मचारी संघ ने अपनी छ: सूत्री मांगों को लेकर संभागभर के जलदाय कर्मियों ने रैली निकाल प्रदर्शन किया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश सिंह चौहान ने मांगों के बारे में बताते हुए कहा कि छ: सूत्री मांगों में ८ वीं पास कर्मचारी बेलदारों को सहायक पद पर पदोन्नति, रित्त* पदों को जल्दी भरने, ठेका प्रथा पर कार्य कर रहे श्रमिकों को विभाग मे ंनियमित करने आदि है। रैली गुलाबबाग स्थित संघ कार्यालय से निकल सूरजपोल, बापूबाजार, चेटक होते हुए संभागीय आयुक्त कार्यालय पहुंची जहां कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया व आयुक्त को ज्ञापन सौंप सभी कर्मचारी नेताओं ने कहा कि उक्त मांगों को अविलम्ब अमल में लाया जाय अन्यथा संगठन को उग्र आंदोलन पर उतारू होना प$डेगा।

 

प्रो.दिव्य प्रभा सदस्य मनोनीत

उदयपुर, । राष्ट्रीय अध्यापक परिषद नई दिल्ली द्वारा १९ सितम्बर २०१२ को एक अधिसूचना जारी कर जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय उदयपुर की पूर्व वाइस चांसलर प्रो.दिव्य प्रभा नागर को तत्काल प्रभाव से उत्तर क्षेत्रीय समिति उदयपुर के सदस्य के रूप में नामित किया गया है।