चलती गाडियों के कांच फ़ोडे
शोरूम के शीशे पर मारा पत्थर
उदयपुर, बी.एन. कॉलेज में अध्ययनरत छात्र की मौत के पश्चात जहां दिनभर एम.बी. चिकित्सालय में तनावपूर्ण माहौल बना रहा वहीं देर रात बी.एन. कॉलेज के बाहर कुछ छात्रों ने घटना का विरोध करना शुरू कर दिया और वहां आती जाती गाडियों के कांच प*ोड दिए। छात्रों ने विरोध स्वरूप कॉलेज के सामने ही स्थित मनामा मोटर्स के शोरूम के कांच पर पत्थर मारा जिससे कांच तडक गया।
घटना की जानकारी मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। सडक पर विरोध कर रहे छात्र पुलिसकर्मियों को देख बी.एन. कॉलेज में भाग गए। जहां पुलिसकर्मियों ने भी कॉलेज में प्रवेश किया एवं हुडदंग मचा रहे छात्रों में से दो-तीन जनों को पकड लिया। एहतियात के तौर बी.एन. कॉलेज संस्थान के गेट पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए।
ज्ञातव्य है कि आज दोपहर में दो छात्र गुटों के बीच हुए संघर्ष में बी.एन. कॉलेज के बीएससी के छात्र की चाकूवार कर हत्या कर दी गई। जिसकी पांच सूत्रीय मांग को लेकर युवक का शव अभी तक मोर्चरी में ही रखा हुआ है।
उग्र छात्रों ने बी.एन. कॉलेज के बाहर किया प्रदर्शन
दिनदहाडे चाकू घोप कॉलेज छात्र की हत्या
चाय की थडी पर भिडे दो छात्र गुट
दो दिन पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान हुई थी झडप
पांच सूत्रीय मांग को लेकर अडे मृतक के परिजन व कॉलेज छात्र
तीन कॉलेज छात्र हिरासत में
उदयपुर, एम.बी. कॉलेज के सामने दो छात्र गुटों में हुई कहासुनी के दौरान चाकू वार में एक छात्र की मौत हो गई व एक छात्र घायल हो गया। एहतियात के तौर पर कॉलेज प्रशासन ने कॉमर्स कॉलेज व विज्ञान कॉलेज में चल रही कक्षाओं को बंद कर कॉलेज को खाली करवाए। घटना के बाद एम.बी. चिकित्सालय व वारदात स्थल पर भारी बल जाब्ता तैनात कर दिया गया। पुलिस ने मामले में पुलिस ने तीन छात्रों को हिरासत में लिया है।
प्रकरण के अनुसार आज दोपहर एम.बी. कॉलेज के सामने एक चाय की थडी पर पाली हॉल बी.एन. हॉस्टल निवासी जयपाल सिंह अपने साथी जगदीश सिंह देवडा, जयपाल मेडतिया के साथ चाय पीने गया था। इसी दौरान दूसरे गुट के धर्मेश टांक, करन जाट, पर्वत सिंह राणा, करण मेघवाल, हरीश मीणा व अन्य साथियों में दो दिन पूर्व सांस्कृतिक समारोह के दौरान हुई कहासुनी की बात को लेकर भिडंत हो गई। इस दौरान दोनों गुट के छात्र आपस में सडक पर ही लडने लगे। एक गुट द्वारा चाकू निकालने पर छात्र इधर-उधर भागने लगे। इसी दौरान जयपाल सिंह पुत्र छगनपाल सिंह पदमपुरा एम.बी. कॉलेज मैदान के स्पोर्टस कॉम्पलेक्स की तरप* भागा। जहां हमलावर छात्रों ने उसका पीछा कर उस पर चाकू से वार कर दिए। घटनास्थल पर ही जयपाल के अत्यधिक रत्त* स्त्राव हो गया। उसे घायलावस्था में पहले एक निजी चिकित्सालय ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मृतक के शव को एम.बी. चिकित्सालय मोर्चरी लाया गया। हमले में विरोधी गुट के धर्मेश टांक भी घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए एम.बी. चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। मृतक जयपाल सिंह बी.एन. कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था।
घटना की सूचना मिलते ही क्षत्रिय महासभा व बी.एन. संस्थान के छात्र भारी संख्या में अस्पताल परिसर में एकत्रित हो गए। घटना से आक्रोशित बी.एन. छात्रों द्वारा हत्यारों की गिरप*तारी, मृतक के बडे भाई को सरकारी नौकरी, दस लाख रूपये मुआवजा, पिता व परिवार को मुप*त मेडिकल सुविधा और आरोपी छात्रों को कॉलेज से निष्कासन की पांच सूत्रीय मांग पर लिखित में देने तक पोस्टमार्टम कार्यवाही नहीं करने पर अड गये। इस संबंध में मृतक का शव मोर्चरी में पडा है वहीं दूसरी ओर पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अधिकारियों से वार्ता जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने चिकित्सालय पहुंच भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात करवाया है। पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए हमलावरों की तलाश के लिए विभिन्न टीमें गठित कर विरोधी गुट के घायल छात्र धर्मेश टांक को हिरासत में लिया है।
घटना से माहौल तनावपूर्ण होता देख जिला कलक्टर विकास भाले एवं पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा सांय एम.बी. चिकित्सालय मोर्चरी पहुंच कर धरने पर बैठे लोगों को सरकारी सहायता ५० हजार देने तथा हमलावर धर्मेश टांक, भरत चौधरी, करण मेघवाल को गिरप*तार करने की जानकारी दी। लेकिन आक्रोषित लोगों ने घोषणा को नाकाप*ी बताते हुए मानने से इंकार कर दिया। शव एमबी चिकित्सालय मोर्चरी में पडा है। मांगे माने जाने पर मंगलवार को पोस्टमार्टम होने की संभावना जताई जा रही है।
१० छात्र निलंबितः घटना के बाद सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी ने घटना की निंदा करते हुए छात्र अरविंद कोटेड, पर्वत राणा, हरीश मीणा, धर्मेश टांक, करण मेघवाल, भरत जाट, मयूरध्वज सिंह, गोल्डी उर्प* हर्षवर्धन सिंह केलावत, यशवंत चौधरी व योगेश को कॉलेज से निलंबित कर दिया है।
बंद करवाए कॉलेजः घटना के बाद एहतियात के तौर पर कॉलेज प्रशासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए विज्ञान महाविद्यालय व कॉमर्स महाविद्यालय में चल रही कक्षाओं का अध्ययन बीच में बंद कर कॉलेज को खाली करवा दिए।
दो दिन पूर्व हुई थीी कहासुनीः घटना की शुरूआत दो दिन पूर्व कॉलेज के सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान हुई थी। जयपाल उस समय अपने साथियों के साथ कार्यक्रम देखने गया था। इसी दौरान उसकी हमलावरों से कहासुनी हुई थी। इस संबंध में पुलिस ने दोनों पक्षों की समझाइश की थी। रंजिशवश आज पुनः दोनों गुट आमने-सामने हो गए थे।
सुविवि के केन्द्रीय छात्रसंघ का सांस्कृतिक समारोह स्वर्णिम 2012 शुरु
उदयपुर, सुखाडिया विश्वविद्यालय के केन्द्रीय छात्रसंघ के तत्वावधान में आयोजित सांस्कृतिक समारोह स्वर्णिम 2012 सोमवार को शुरु हुआ। पहले दिन कई साहित्यिक प्रतियोगिताएं हुई।
प्रबन्ध अध्ययन संकाय के सभागार में समारोह का उद्घाटन राजसमन्द विधायक किरण माहेश्वरी ने किया। श्रीमती माहेश्वरी ने इस अवसर पर कहा कि सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं छात्र छात्राओं की प्रतिभा निखारने में सहायक सिद्ध होती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो आई वी त्रिवेदी ने की। विशिष्ट अतिथि छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो़ डीएस चुंडावत व शिक्षा संकाय के फेकल्टी चेयरमेन प्रो कैलाश सोढाणी थे। छात्रसंघ अध्यक्ष पंकज बोराणा तथा उपाध्यक्ष प्रवीणसिंह आसोलिया ने अतिथियों का स्वागत किया।
पहले दिन मेहंदी, रंगोली, पोस्टर, कार्टून, कोलाज, फेस पेन्टिंग,, वाद विवाद तथा आशुभाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इन सब प्रतियोगिताओं में छात्र छात्राओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। आन द स्पोट फोटोग्राफी में प्रतिभागियों ने बेहतरीन दृश्य कैद किए। संचालन संयुक्त सचिव कृतिका सिंघवी तथा सांस्कृतिक सचिव गरिमा कोठारी ने
किया।
बीमा योजना रोक सकती है मौताणा
मोहनलाल सुखाडिया विष्वविद्यालय तथा राजस्थान पुलिस उदयपुर रेन्ज के संयुक्त तत्वाधान में 2 दिवसीय मौताणा विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी कान्फ्रेन्स हाल पुलिस लाईन्स उदयपुर मे षुरू हुई। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त डॉ0 सुबोध अग्रवाल ने कहा कि आदिवासी समाज मे प्रचलित मौताणा जैसी प्रथाओं को रोकने के लिये गैर आदिवासी समाज में जनश्री बीमा जैसी योजनाए संचालित करनी होंगी क्योंकि मौताणा जैसी समस्याओं का मूल आर्थिक समस्याओं में निहित है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता न्यायाधीष श्री मुकेष भार्गव ने कहा आदिवासी क्षेत्रों में प्रचलित प्रथाए भी कानून का स्वरूप रखती हैं, यदि वे युक्तियुक्त हो तो संविधान इन्हें स्वीकारता है। ऐसे में यह आवष्यक है कि हम मौताणा जैसी समस्याओं को कम करने के लिये वैकल्पिक माध्यमों में ढूढें, जिनमें किसी मृतक से तत्काल सरकारी कोष से सहायता प्रदान करना सम्मिलित है। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. आई.वी. त्रिवेदी ने कहा विष्वविद्यालय प्रतिवर्ष 2 ऐसे विद्यार्थियों में पीएच डी. षोध के लिये प्रोत्साहित करेगा जो मौताणा जैसे विषय पर कार्य करेंगे तथा ऐसे 2 छात्रों को जनजाति विकास विभाग प्रतिवर्ष छात्रवृति भी देगा।
विष्वविद्यालय संगोष्ठी में प्राप्त होने वाले सुझावों के आधार पर राज्य सरकार मे षीघ्र ही नितिगत सुझाव भेजेगा। विषिष्ट अतिथि श्री हरि प्रसाद षर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक उदयपुर ने कहा कि मौताणा समस्या की मूल वजह समाज के पंच पटेल हैं तथा बेरोजगार युवा इसे बढाने में योगदान देते हैं तथा पुलिस तन्त्र के लिये विवषता उत्पन्न हो जाती है। श्रीमान महानिरीक्षक पुलिस उदयपुर, रेन्ज, उदयपुर का कहना था कि यह प्रथा पूर्व में प्रचलित नहीं थी, किन्तु विगत कुछ वर्षो से विकराल रूप ले लिया है तथा भ्रमित युवा सही राह नहीं ढूढ पा रहा है। संगोष्ठी में झारखण्ड केन्द्रीय विष्वविद्यालय से पधारे प्रो. एन.सी. बेहरा सामाजिक कार्यकर्ता वैलाराम गुगरा, प्रो. संजय लोढा, ई.टी.वी. के रवि षर्मा, आस्था से भरत श्रीमाली एवं श्री कालूराम रावत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) उदयपुर ने अपने पत्रवाचनों से संबोधित किया।
पिज्जा हट ने उदयपुर में अपना पहला रेस्टोरेंट खोला
उदयपुर । देश के पश्चिमी भाग में अपनी मौजूदगी को बढ़ाते हुए भारत के प्रमुख सुविधाजनक कैजुअल खानपान रेस्त्रां ब्रांड पिज्जा हट, ने लेक सिटी मॉल, अशोक नगर उदयपुर में अपना पहला रेस्टोरेंट खोला है। शहर में इस रेस्टोरेंट की शुरुआत के साथ ही ब्रांड ने राजस्थान में अपनी उपस्थिति को और मजबूत किया है। लेक सिटी मॉल, उदयपुर में यह ब्रांड का 120 वां रेस्टोरेंट है, जो कि कैजुअल डेकोर, बेहतरीन लाइटिंग, आकर्षक टोंस, विभिन्न आकार के दोस्तों और परिवार के समूहों के बैठने का प्रबंध और दीवारों पर मूड ग्राफिक्स से यह सामान्य मेलजोल के लिए एक उम्दा जगह है। इसके मैन्यू में सिग्नेचर पैन पिज्जा, पास्ता से लेकर एप्पटाइजर्स-स्कीवर्स, कुआडिलाज, पेय में मोजिटोज, शेक्स, मॉकटेल्स और डेसर्ट्स में चीज केक, गेलोटोज शामिल हैं। इन सब के साथ पिज्जा हट ने बरेली में बेहद सुविधाजनक दरों में विश्वस्तरी डाइनिंग सुविधाएं प्रदान की हैं। इस मौके पर श्री संदीप कटारिया, ब्रांड जनरल मैनेजर, पिज्जा हट इंडिया ने कहा कि एक ब्रांड के तौर पर हम सभी क्षेत्रों में अधिकतम ग्राहकों तक पहुंचना चाहते हैं। उदयपुर में पिज्जा हट के इस प्रथम रेस्टोरेंट से शुरुआत करते हुए देश के सबे खूबसूरत शहरों में से एक में हम अपने ग्राहकों को उनके पसंदीदा खानपान उपलब्ध करवा पाएंगे। पिज्जा हट की सुविधाजनक कैजुअल डाइनिंग प्रदान करने की रणनीति को बनाए रखते हुए यह रेस्टोरेंट अपने मेहमानों को शानदार माहौल, दोस्ताना सर्विस और हमारे खानेपीने की विस्तृत वैरायटी भी प्रस्तुत की जा रही है। हमें गर्व है कि इस नए लॉन्च के साथ पिज्जा हट अपने ग्राहकों को शानदार खानपान का अनुभव प्रदान कर पाएगा जो कि उदयपुर में आपके दोस्तों और परिवार का पसंदीदा रेस्टोरेंट भी बनेगा, जिसमें पिज्जा, पास्ता, एप्पटाइजर्स, पेय, डेसट्र्स सहित काफी कुछ प्रदान करेगा।
ज्वैलरी शो रूम से 40 लाख की चोरी
फिल्मी स्टाइल में दुकान के नीचे स्थित नाले से घुसे
उदयपुर, 17 दिसम्बर। चित्तौडगढ शहर के व्यस्ततम चौराहा के निकट स्थित एक ज्वैलर्स के यहां फिल्मी स्टाइल में चोर दुकान के नीचे स्थित नाले से प्रवेश कर करीब 300 ग्राम सोना व 50 किलो चांदी चुरा ले गए।
चित्तौडगढ शहर के पांच बत्ती चौराहे के समीप अप्सरा छविगृह की दीवार से सटे दीप श्री ज्वैलर्स को उसके मालिक लोकेश चिप्पड शनिवार रात बंद कर अपने घर चले गए थे। इसके पश्चात रविवार को शो रूम बंद रहा। आज प्रातः करीब 9 बजे जब दुकान मालिक ने ताला खोला तो शो रूम के काउंटर व शो केस में लगे ज्वैलरी आभूषण व चांदी के बर्तन गायब होने पर उसके होश उड गए। शो रूम मालिक ने इसकी सूचना चित्तौडगढ कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस जांच में पाया कि शोरूम के नीचे से एक नाला गुजर रहा है जहं से चोरों ने दुकान में नीचे से छेद कर अंदर प्रवेश किया। चोरों ने सबसे पहले शोरूम के सीसीटीवी कैमरों व सायरन के कनेक्शन काट दिए। इसके पश्चात चोरी की घटना को अंजाम दिया। पुलिस के अनुसार शोरूम से करीब 40 लाख के स्वर्ण आभूषण व चांदी के बर्तन चोरी होने का अनुमान है। समाचार लिखे जाने तक भारी मात्रा में पुलिस जाप्ता मौके पर मौजूद था एवं घटना की सम्पूर्ण जानकारी पुलिस जुटा रही थी। सीसीटीवी कैमरे व सायरन के कनेक्शन काटने एवं पूरी सुझबुझ से घटना को अंजाम देने में पुलिस किसी जानकार का हाथ होने की भी संभावना जता रही है।
इण्डियन डेन्टल एसोसिएशन उदयपुर शाखा
तीन दिवसीय डेन्टल कांफ्रेस सम्पन्न
दंत चिकित्सा हेतु आमजन को शिक्षित करने का आव्हान
उदयपुर, दंत चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम तकनीक से दर्द रहित उपचार को आम जन में आसानी से सुलभ कराने, दंत चिकित्सा हेतु शिक्षित करने व ग्रामीण क्षेत्रो में स्वस्थ दंत बनाने का संदेश देने के संकल्प के साथ इण्डियन डेन्टल एसोसिएशन की उदयपुर शाखा के आतिथ्य में ३ दिवसीय राजस्थान स्टेट डेन्टल कांफ्रेस रविवार को पेसिफिक यूनिवरसिटी के सभागार में सम्पन्न हुयी। अन्तिम दिन ५ दंत विशेषज्ञो ने अपने महत्व पूर्ण व्याख्यान दिये। जबकि डेन्टल विद्यार्थियों द्वारा निर्मित ६० पोस्टरो की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसे ८०० प्रतिभागियो ने देखा और सराहा। इसके अलावा विद्यार्थियों द्वारा ७० पत्रवाचन भी प्रस्तुत किये गये। समापन समारोह में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने श्रेष्ठ २० पत्र व पोस्टर के विजेता को प्रशंसी पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेट कर सम्मानित किया। ये जानकारी देते हुए आयोजन सचिव डॉ. निखिल वर्मा ने बताया कि शोध पत्रो की दृष्टि से भी कांफ्रेस सफल रही। जिसमें डेन्टल विद्यार्थियो ने दंत चिकित्सा सांइटिफिक पहलुओ से लेकर ज्योतिष विद्या का भी उल्लेख किया। जिसमें व्यक्ति हस्तरेखा देखकर उसकी दांतो की तकलीफ पता लगाने के भी पत्रवाचन हुए। इसके अलावा दंत चिकित्सा में आयुर्वेदिक औषधियों की उपयोगिता और महत्व पर भी चर्चा हुई।
आयोजन सह सचिव डॉ. बालाजी मनोहर और डॉ. विनोद ने बताया कि रविवार को आयोजित ५ व्याख्यानों में डॉ. अजय लोगानी ने नॉन सर्जिकल मेनेजमेन्ट ऑफ लार्ज प्रिन्सिपल लेसन ऑफ इंडोडोन्टिक्स आर्गन पर अपना व्याख्यान दिया। जयपुर से आए डॉ. दीपक राय सिंघानिया ने एडो डोन्टिक्स में रूड केनाल्ड़, फिलिंग, केप आदि के जरिये दांतो की जड़ो का इलाज करने विधि बताते हुए कहा कि रोटरी एडोडोन्टिक्स की नई पद्धति से कम समय में बेहतर उपचार के परिणाम मिल रहे है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली दंत शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र के डॉ. विजय प्रकाश माथुर ने बी.डी.ए. कार्यक्रम के पश्चात डेन्टल विद्यार्थियो के लिए देश और विदेश में भविष्य के अवसर पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। राजकोट गुजरात से आए डॉ. निगम बुच ने डेन्टल इनप्लांट के आस-पास हड्डी निर्माण (बोन ग्राफटिंग) डालने की पद्वति पर चर्चा करते हुए बताया कि दांतो की मजबूती के लिए जबड़ो के आस-पास की बीमार व खराब हड्डीयों निकाल कर शरीर के दूसरे भाग की स्वस्थ्य हड्डी या सेन्थिटिक्स हड्डी को सर्जरी से इनप्लांट किया जा सकता है। इसमे पीजोटोन अल्ट्रासोनिक बोन सर्जरी की नयी तकनीक का बेहतर इस्तेमाल किया जा रहा है। डॉ. अजित शालिगराम ने रूड़ केनाल्ड उपचार में निर्णय लेने के विषय पर व्याख्यान देते हुए बताया कि रूड़ केल्नाड़ सर्जरी पहले डॉक्टर मरीज के दांतो की सही स्थिति पता करके और मरीज को विश्वास में लेकर बेहतर परिणामों के साथ उपचार कर सकते है। कांफ्रेस के सफल समापन में डॉ. ललित माथुर, डॉ. एम.एस. नाहर, डॉ. ए. भगवानदास राय, डॉ. विवेक शर्मा, कांफ्रेस सचिव डॉ. शिवराम चौधरी, डॉ. विनोद पुनाना, डॉ. संदीप जैन, डॉ. अमित एवं डॉ प्रीत जैन आदि का सक्रिय सहयोग रहा। (आयोजन सचिव डॉ. निखिल वर्मा)
हिंसक मुर्गे को तलाश रही है पुलिस!
जबलपुर। बडे़-बडे़ अपराधियों को पक़डने का दावा करने वाली मध्य प्रदेश की पुलिस के लिए एक मुर्गा सिरदर्द बन गया है, क्योंकि रिपोर्ट दर्ज होने के सात दिन बाद भी जबलपुर की पुलिस मुर्गा को पक़डना तो दूर, उसका पता तक नहीं लगा पाई है।
जबलपुर के हनुमान थाना क्षेत्र में एक मुर्गा कई दिनों से सक्रिय है। हिंसक हो चुके इस मुर्गे ने कई बच्चों पर हमला किया है। इस मुर्गे ने लोगों को इतना परेशान कर दिया कि उन्हें रिपोर्ट दर्ज कराने थाने तक जाना प़डा। स्थानीय निवासी राजू का कहना है कि एक मस्त मुर्गा आता है और स़डक पर खेल रहे बच्चे से लेकर राहगीर तक पर चोंच मार देता है।
इस मुर्गे के हमले ने कई लोगों को लहूलुहान कर दिया है। यह मुर्गा किसका है, यह पता नहीं चल पा रहा है। गोहलपुर क्षेत्र के नगर पुलिस अधीक्षक एम. टी. बेग ने शनिवार को बताया कि हनुमान गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
पिछले सात दिनों से मुर्गे की तलाश की जा रही है, लेकिन उसका पता नहीं चला है। साथ ही उसके मालिक का भी पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस मुर्गे को तलाश रही है। मध्य प्रदेश में संभवत: यह पहला मौका है, जब अपराधियों के बजाय किसी हिंसक जानवर की तलाश के लिए पुलिस को सक्रिय होना प़डा है।
बताया गया है कि मुर्गे की हिंसक गतिविधियों के कारण बच्चों ने स़डक पर खेलना कम कर दिया है और स़डक से गुजरने वाले भी सतर्क रहने लगे हैं। स्थिति यह है कि स़डक से गुजरते वक्त मुर्गा या मुर्गी नजर आने पर लोग ठिठक जाते हैं।
दूध तलाई के हाल “अंधेर नगरी चोपट राजा”
ठेले ओर खोमचे वालों ने कर रखा है अतिक्रमण
उदयपुर, झीलो को लेकर प्रशासन कोर्ट और झील संरक्षण समिति इतनी चिंताए जताते है , योजनाएं बनाते है यह सारे दावें ओर योजनाएं दुधतलाई का नजारा देख कर धरे के धरे रह जाते है दूध तलाई के हाल अंधेर नगरी चौपट राजा जैसे है।
हाईकोर्ट, प्रशासन ओर नगर परिषद की सारी सख्ती के बावजूद दूधतलाई पर हाल बेहाल है दूध तलाई की सफाई की बात करे तो नगर परिशद ने तो मानों यहां से पल्ला झाड रखा हो पूरी तलाई मे काई, बडी बडी घास, प्लास्टिक के कचरे का अम्बार लगा हुआ है। जिसे साफ करने की किसी ने सुध नहीं की है। यहां सबसे अधिक टयूरिस्ट आते है एक तरफ पिछोला ओर एक तरफ दूधतलाई होने से यह छोटी सी पाल पर्यटको के आकष्रण का केन्द्र होती है। यही पर दो सुंदर गार्डन माणिक्यला वर्मा और पण्डित दीनदयाल पार्क है और यही पर रोप वे भी है। यहां आने वाले पर्यटको को दूधतलाई में फैली गंदगी से उठने वाली दुर्गन्ध का सामना करना पडता है। नगर निकाय का इस ओर ध्यान नहीं है अगर नगर परिषद सभापति या स्वास्थ्य सफाई समिति अध्यक्ष से पूछो तो सफाई का ठेका नहीं हुआ कह कर टाल देते है। ऐसे ही यहां के अतिक्रमण का हाल है पूरी दूधतलाई की पाल पर ठेले ओर खोमचे वालों का राज है। तथा नो प्लास्टिक जोन होते हुए भी प्लास्टिक की थेली आदि का इस्तेमाल धडल्ले से हो रहा है। ठेले वालों का यह आलम है कि एक चाय के ठैले वाले ने रेलिंग तोड ठेला अंदर घुसा रखा है उसने अपनी दादागिरी के चलते पांच अन्य ठेले नारियल पानी, कोल्ड ड्रिंक, पकौडी आदि के ठेले लगा रखे है जिसको कोई रोकने वाला नहीं है। वाटर वक्र्स के बाहर एक कट में ४ ठेले लग चुके है।
संभागीय आयुक्त भी फतहसागर की चिन्ता और वहां की साफ सफाई पर ध्यान देते है यहां कहीं किसी का ध्यान नहीं इसलिए शहर के सुंदर पर्यटक स्थल पर गंदगी के साथ साथ अव्यवस्थाओं का राज है।