उदयपुर। उदयपुर शहर के एक थाना अधिकारी को ही आज जेल की हवा खानी पड़ी चाहे थोड़ी देर के लिए ही सही लेकिन नाराज़ हुए जज ने कोर्ट ने अवमानना के जुर्म में हवालात में दाल दिया बाद में जमानत पर रिहा किया गया।
कानून सबके लिए एक है, चाहे वह कानून की पालना करवाने वाला हो या कोई आम आदमी। प्रदेश के दौसा जिले की एक कोर्ट ने गुरूवार को इस मिथ्या को भी गलत साबित कर दिया कि कानून अंधा होता है। शहर के धानमंडी थाने के सीआई राजेश शर्मा को पेशी पर नहीं जाने की वजह से सलाखों के पीछे जाना पड़ा। जानकारी के अनुसार प्रकरण के अनुसार 10 वर्ष पूर्व दोसा के कोलवा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी राजेश शर्मा के विरूद्घ आईपीसी 166 के तहत एक मामला इस्तगासा से दर्ज हुआ था। उक्त प्रकरण में शर्मा को न्यायालय ने कई बार तलब किया लेकिन वे पेश नहीं हुए, बार बार तलब करने के बाद भी सीआई राजेश शर्मा  न्यायालय में पेश नहीं हुए। जब गुरूवार को राजेश शर्मा दौसा ग्राम न्यायालय पहुचे तो माननीय न्यायाधीष ने नाराजगी जाहिर करते हुए कोर्ट में उपस्थित नहीं होने की वजह पूछी और संतुष्ट पूर्ण जवाब नहीं मिलने पर अदालत में उपस्थित नहीं होने को अदालत की अवमाना माना और  उन्हें कोर्ट के आदेष की पालना नहीं करने के लिए कोर्ट परिसर में ही बने हवालात में भेजने का फैसला सूना दिया। हालाँकि थोड़ी देर बाद ही सीआई को जमानत मिल गयी उसके बाद उन्हें जेल से निकाला गया।
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