पूनम के सितार वादन, विद्यार्थियों के आर्केस्ट्रा ने मन मोहा

उदयपुर, । महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ के निर्देशन पर फाउण्डेशन द्वारा जीवंत विरासत संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे बहुआयामी कार्यों के तहत यहां सिटी पैलेस के जनाना महल में रजवाड़ी वाद्ययंत्रों की संग्रह दीर्घा लगाई गई है। सिम्फनी ऑफ मेवाड़, ए रॉयल कलेक्शन ऑफ म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंटस नामक इस दीर्घा का उद्घाटन सोमवार शाम को अहमदाबाद की आयकर आयुक्त श्रीमती रोली अग्रवाल ने किया।

उद्घाटन अवसर पर श्रीमती रोली अग्रवाल ने कहा कि फाउण्डेशन द्वारा ऐतिहासिक धरोहर के साथ संग्रहालय में किए जा रहे नित्य नए कार्य भावी पीढ़ी के लिए भी शिक्षाप्रद है। उन्होंने धरोहर संरक्षण के लिए फाउण्डेशन द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी श्रीजी अरविंद सिंह मेवाड़ ने कहा कि मेवाड़ की कॉमर्शियल एवं नॉन कॉमर्शियल इकाइयों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में जीवंत विरासत के क्षेत्र में किए जा रहे बहुआयामी प्रयासों के तहत सिटी पैलेस म्यूजियम में म्यूजिक गैलेरी की स्थापना एक नई कड़ी है। हाल ही में म्यूजियम में सिल्वर गैलेरी की भी स्थापना की गई थी। उन्होंने बताया कि म्यूजिक गैलेरी की स्थापना इस बात का प्रमाण है कि मेवाड़ रियासत में कई सौ वर्षों से पहले संगीत को प्रोत्साहन दिया एवं संगीतकारों को नवाजा भी।

महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के उपसचिव प्रशासन भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि जनाना महल के जोन डी के एक भाग को भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय के आर्थिक सहयोग से पुनर्निर्माण कर म्यूजिक गैलेरी का रूप दिया गया है। करीब सौ वर्ष पुराने 23 शाही वाद्ययंत्रों को इस गैलरी में संग्रहित किया गया है। वाद्ययंत्रों की विस्तृत जानकारी राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय के संगीत विभाग के अध्यक्ष डॉ. सीमा राठौड़ ने मुहैया कराई है। म्यूजिक गैलरी में बेबी वायलिन विथ बो, कामच्या, मंजीरा, तबला डागा पेयर, मॉडल ऑफ सितार, रस्सीवाला पखावज, ताओस, सितार, फ्लैट सितार, सितार टोप एवं बॉटम, बड़ीवाली पखावज, इंडियन बैंजो, पैरों से बजाने वाला हारमोनियम, पांच कली का तानपुरा, सुरपेटी, स्केल चेंजर जर्मन रीड हारमोनियम, ग्रामोफोन प्लेयर, दिलरूबा एण्ड गज, इसराज, तबला डागा पेयर एण्ड हैमर, पियानो रखा गया है। इसके अलावा मेवाड़ परिवार द्वारा ऐतिहासिक समारोह में बजाए गए वाद्ययंत्रों के चित्र भी प्रदर्शित किए गए हैं।

सोमवार शाम को आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय की संगीत शिक्षिका एवं कत्थक नृत्यांगना डॉ. पूनम जोशी सितार वादन प्रस्तुत किया। उन्होंने राग रागेश्वरी, अलाप, जोड़, विलंबित मजीद खानी, द्रुत एक ताल तथा द्रुत तीन ताल में सितार वादन किया। उनके साथ तबले पर संगत जयपुर निवासी निसार हुसैन खान ने की। इस अवसर पर महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल में चलाए जा रहे ग्रीष्मकालीन शिविर के 27 विद्यार्थियों द्वारा आर्केस्ट्रा में राग हंस ध्वनि में प्रस्तुति दी गई। इन विद्यार्थियों ने तबला, सितार, गिटार, हारमोनियम एवं सिंथेसाइजर पर संगत की। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि ने कलाकारों को सरोपाव भेंट कर सम्मानित किया। समारोह में फाउण्डेशन के ट्रस्टी लक्ष्यराज सिंह मेवाड़, श्रीमती विजयराज कुमारी जी मेवाड़ सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन निधि शर्मा ने किया।

Photo1म्यूजिक गैलेरी का अवलोकन करते अतिथि।

Photo2सितार वादन करती डॉ. पूनम जोशी।

Photo3 स्कूली आर्केस्ट्रा में प्रस्तुति देते विद्यार्थी।

 

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