Untitled-1उदयपुर। जितना चुनावी रंग शहर में नहीं दिख रहा उससे कही अधिक सोशल मिडिया पर चुनावी रंग जमा हुआ है। भाजपा, कांग्रेस के प्रत्याशियों के मेसेज और चुनावी पोस्टरों की सोशल मिडिया पर बाढ़ सी आ गयी है। फेसबुक, ट्वीटर और व्हॉट्स अप पर धुआंधार चुनावी प्रचार की जंग छिड़ी हुई है। व्हॉट्स अप पर और फेसबुक के वॉल पर चुनावी प्रचार मैसेजों की बाढ़ आ गई है। इन पर अपने प्रत्याशियों का जम कर प्रचार हो रहा है। शहरी क्षेत्रों के प्रत्याशी तो पूरे जोर शोर से युवाओं को लुभाने में लगे है ही, ग्रामीण प्रत्याशी भी इसमें पीछे नहीं है। क्योंकि गांव में भी व्हॉट्स अप और फेसबुक का खासा चलन है।

फेसबुक पर धुंआधार प्रचार: अचार संहिता के डंडे के चलते कोई प्रत्याशी अपने पोस्टर झंडे और होर्डिंग शहर में नहीं लगा रहा है, लेकिन जैसे ही फेसबुक ऑन करोंगे, तो आपकी वॉल पर अपने शहर के साथ-साथ कई और प्रत्याशियों के मैसेज और चुनाव में उनको वोट डालने की अपील करते फोटो इन बॉक्स में दिखाई देंगे। विकास के वादों का पुलिंदा होगा। शहरी प्रत्याशियों की पूरी की पूरी टीम इस काम को अंजाम देने में लगी हुई है। प्रत्याशियों ने फेसबुक प्रचार के लिए पूरी एक सेल गठित कर रखी है, जो कि दिनभर उनके मैसेज फेसबुक पर अपलोड करने का काम करते हंै।

कई पेज और ग्रुप: फेसबुक पर प्रत्याशियों के पेज और ग्रुप बने हुए हैं, जहां अपने क्षेत्रों के युवा एवं महिलाओं को ऐड करके समर्थक प्रत्याशियों को जिताने की अपील करते हैं। फिर दिनभर वहां कमेंट और समर्थन का दौर चलता है। भाजपा और कांग्रेस समर्थित पेज बने हुए हैं, जहां अपनी-अपनी पार्टियों की खूबियां बताई जाती है। कांग्रेस के प्रत्याशी दिनेश श्रीमाली ने भी पिछले दिनों अपना फेसबुक पेज बनाकर प्रचार शुरू कर दिया है। गुलाबचंद कटारिया का फेसबुक पेज पहले ही बना हुआ है।

पांचवीं पास प्रत्याशी और अंग्रेजी में मैसेज: फेसबुक के प्रभाव और लोकप्रियता से ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्याशी भी अछूते नहीं है। उन्होंने भी सोश्यिल मीडिया की ताकत को समझकर उस पर अपनी आईडी और पेज बना लिए हैं। मावली के भाजपा प्रत्याशी दलीचंद डांगी भले ही पांचवीं पास हो, लेकिन उनका फेसबुक पर पेज बना हुआ है, जहां वह युवाओं से अंग्रेजी में वोट मांगते नजर आ रहे हैं। झाड़ोल के कांग्रेस प्रत्याशी हीरालाल दरांगी आठवीं पास है, लेकिन उनका भी फेसबुक पर आईडी है और वे युवाओं से अपने फोटो के नीचे लिखे मैसेज में वोट मांगते हुए नजऱ आ रहे हैं।

लड़की की आईडी बनाकर वोट की अपील: फेसबुक पर इन दिनों युवाओं को सुन्दर लड़कियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट आ रही है और उन लड़कियों को फ्रेंड लिस्ट में ऐड करते ही वो चैटिंग शुरू हो जाएगी। थोड़ी देर में अपनी ख़ास मतलब की बात पर आकर पूछेगी कि आप इस बार किसको वोट डालोंगे और फिर अपने प्रत्याशी के पक्ष या भाजपा व कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने की अपील की जाएगी। सूत्रों के अनुसार यह पार्टियों की टीम के ही लोग होते हैं, जो जाली फेसबुक आईडी से युवाओं को लुभा रहे हंै।

व्हॉट्स अप पर मैसेज: आज कल व्हॉट्स अप मैसेंजर हर स्मार्ट मोबाइल में मिल जाता है। बिना व्हॉट्स अप के आज का युवा खुद को अधूरा समझता ही और यही व्हॉट्स अप इन दिनों चुनावी प्रचार का माध्यम बन गया है। इस पर प्रत्याशियों के समर्थक अपने फ्रेंड लिस्ट में व्हॉट्स अप फें्रड्स को दिनभर कोई न कोई मैसेज भेजते रहते हैं। यहां तक की प्रत्याशी के दिनभर का ब्यौरा भी व्हॉट्स अप पर आ जाता है कि आज प्रत्याशी ने कहां-कहां के दौरे किए और किसने स्वागत किए। यह मैसेज आगे से आगे चलते रहते हंै। कई मैसेज तो वायरल बन गए है। खासकर क्रजैन वाद हटा कर ब्राह्मण को जिताना है।ञ्ज, यह मैसेज इन दिनों शहर में वायरल बना हुआ है।

ट्वीटर पर पार्टी का प्रचार: ट्वीटर इस मामले में अपनी अलग छवि बनाए हुए हैं। इसमें दिनभर भाजपा, कांग्रेस में क्या-क्या बयानबाजी हुई, उसको स्थानीय स्तर पर जोड़ते हुए समर्थक कांग्रेस और भाजपा लाने कि बात कहते हैं।

: सोशियल मिडिया पर पेड विज्ञापनों पर चुनाव अधिकारी नजऱ रखे हुए है। कोई भी उम्मीदवार फेसबुक व्हाट्स अप पर अपनी फेसबुक आई डी या पेज के माध्यम से प्रचार कर सकता है। यह अचार संहिता के उलंघन कि श्रेणी में नहीं आता है।

आशुतोष पेडणेकर, जिला कलेक्टर, उदयपुर

Previous articleएमएमपीएस का श्रेष्ठ प्रदर्शन
Next articleऔसतन आयु में वृद्धि के साथ बीमारि भी बढ़ी: डॉ. कुमार
Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here