हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा किसानों को आधुनिक कृषि एवं तकनीक के साथ ही कृषि प्रसंस्करण की योजना से उन्हें लाभ मिलेगा एवं उनकी आय में वृद्धि होने से विकास होगा। हिन्दुस्तान जिं़क की किसानों को आगे बढ़ने के लिये की गयी पहल अनुकरणीय है। यह बात जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने जावर माइंस क्षेत्र में जावर माता कृषि विकास केन्द्र के शुभारंभ के अवसर पर कही। उन्होंने किसानों को अपने उत्पादों की अच्छी कीमत प्राप्त करने के लिये प्रसंस्करण युनिट से जुड़ने और छोटी इकाईयों को शुरू करने हेतु सरकारी योजनाओं और ऋण की बारे में विस्तार से जानकारी दी। मीणा ने जावर क्षेत्र में शहद के प्रोसेसिंग युनिट की संभावानाओं के प्रति जागरूक किया। उन्होनें हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा ग्रामीण विकास हेतु संचालित परियोजनाओं, स्वयं सहायता समुहों के माध्यम से महिला सशक्तिरण एवं किसानों के लिये किये जा रहे कार्यो की सराहना की।

हिन्दुस्तान जिं़क की समाधान परियोजना के अंतर्गत जावर में इस कृषि विकास केन्द्र से जुडे़ 740 किसान जिनमें से 40 प्रतिशत महिलाएं और जावर माता कृषि विकास केन्द्र के जरिये 37 एफआईजी जुड़े हैं। यह अनूठा कार्यक्रम है जिसके माध्यम से 5 कृषि विकास केन्द्र स्थापित किए गए हैं। इससे किसान लाभार्थियों को कृषि सेवा केन्द्र का लाभ मिलेगा। इस केन्द्र से जुडे किसान हिस्सेदारों को उनकी मांग के अनुरूप एफपीओ के माध्यम से फसल के बीज, उर्वरक, कीटनाशक आदि उचित दर पर उपलब्ध होगें। इसी तरह एफपीओ जावर के अतिरिक्त देबारी, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में स्थापित किए गए हैं।

इसके साथ ही गत दिनों जवार में  किये गए निर्माण कार्य नेवातलाई, सिंघटवाड़ा, अमरपुरा में स्कूलों, जावर माता में रिटेनिंग वाल और टीडी में सीसी रोड के निर्माण कार्य का भी उद्घाटन किया।‘समाधान‘ का उद्देश्य मजबूत समुदाय आधारित संगठनों के माध्यम से समाज की आजीविउका में सुधार के लिए एकीकृत कृषि प्रणालियो ंको बढ़ावा देना है। जावर में ‘समाधान‘ परियोजना 12 गांवों में संचालित है। इस अवसर पर जावर सरपंच प्रकाश मीणा, कृषि उपनिदेशक सुधीर कुमार वर्मा, बागवानी उपनिदेशक डॉ. केएन सिंह, पशुधन उपनिदेशक डॉ. भारद्वाज, बायफ मुख्य कार्यक्रम प्रबंधक सुरेन्द्र वेडिया, आईबीयू जावर के सीईओ विनोद कुमार, हिन्दुस्तान जिंक की सीएसआर प्रमुख अनुपम निधि, जावर माइंस मजदूर संघ के महामंत्री लालूराम, कार्यकारी अध्यक्ष नागाराम एवं किसान मौजूद थे।

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