Udaipur Post. ना ना ये आज़ादी का नारा कन्हैया कुमार के पार्टी का नहीं है ना ही ये केंद्र मै बैठी मोदी सरकार के खिलाफ लगाया जा रहा है। ये खेरवाडा के आगे नेशनल हाइवे पर जमा एसटी के युवाओं का नारा है जो राजस्थान सरकार के खिलाफ लगा रहे है

 उदयपुर  अहमदाबाद हाइवे यानी ें एच ८ जाम है।  कहा जाम है खेरवाड़ा के आगे यानी खेरवाड़ा और बिछीवाड़ा के बिच काकी दुगरी नाम का स्थान है जहाँ पर हज़ारों एसटी के युवा अपनी मांगों को लेकर धरने प्रदर्शन आगजनी और पथराव में मशगूल है इसलिए जाम है। shukrwaar yaani 25 सितम्बर को भी हालात पूरी तरह से काबू में नहीं है।

चलिए एक बार इस घटना पर और इस घटना के वजह पर नज़र डालते है।

 शिक्षक भर्ती 2018 में अनारक्षित वर्ग की 1167 सीटों को जनजाति वर्ग से भरने की मांग को लेकर धरना दे रहे सैकड़ों अभ्यर्थियों ने उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाइवे पर 7 सितम्बर यानी पिचले 18 दिनों से धरना दे रहे थे। गुरुवार को आसपास के हज़ारों युवा इकट्ठा हो गए और हाइवे जाम कर दिया। फिर शुरू हुआ युवाओं का हुड़दंग।  जिसके बाद जो युवा अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे वो खुद कब उपद्रवियों में तब्दील हो गए।  पुलिस पर पथराव आगजनी और रात होते होते तो लूटपाट तक होने लग गयी। जहाँ होना चाहिए की सरकार को मजबूर करते वहां आसपास के क्षेत्र के लोग हाइवे पर होटल व्यवसायी दहशत में आगे।  शुक्रवार सुबह तक भी स्थिति यही बनी हुई है कि हाइवे जाम है पुलिस मुस्तेद है और युवा आसपास की पहाड़ियों पर जमे हुए है जो बार बार कही से भी उतारकर आते है पथराव करते है और वापस पहाड़ियों पर चढ़ जाते है।

आखिर पिचले 18 दिनों से क्यूँ प्रदर्शन किया जा रहा है।

शिक्षक भर्ती 2018 में अनारक्षित वर्ग की 1167 सीटों को जनजाति वर्ग से भरने की मांग की जा रही है। इसके लिए कांकरी डूंगरी पर अभ्यर्थी पड़ाव डाले हुए है। राज्य सरकार ने इस मामले के लिए कमेटी भी गठित की थी, लेकिन अब तक मांगे पूरी नहीं होने का हवाला देते हुए अभ्यर्थी हाइवे पर आ गए।

अभ्यर्थियों को थानाधिकारी बिछीवाड़ा, तहसीलदार बिछीवाड़ा, उपखंड अधिकारी बिछीवाड़ा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डूंगरपुर ने वार्ता कर समझाया भी था। इस पहाड़ी पर अपना पड़ाव ना डालें। जिला कलेक्टर से अनुमति प्राप्त कर उनके द्वारा निर्देशित स्थान पर कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए अपना धरना प्रदर्शन करें। इसके बाद भी नियमों को ताक में रख कर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस पर बिछीवाड़ा पुलिस ने कोविड की धारा व गैर जमानती धारा में दो अलग अलग मामले दर्ज किए थे। लेकिन  गुरुवार को अचानक हाइवे पर उतर आए। हाइवे जाम कर दिया और फिर जो उपद्रव चला तो अभी हालात एक तरह से बेकाबू है या काबू में है दोनों।

गुरुवार को क्या हुआ ये भी जान लीजिये।  और फिर आपको बता देंगे की ताजा यानी आज के हालात वहां पर क्या है।

18 दिन से खेरवाडा के आगे हाइवे आर काकी डूंगरी पर पढाव डाले एसटी के युवा  हजारों की संख्या में अभ्यर्थी और समर्थक पहाड़ी से उतर कर हाइवे पर आ गए तथा चक्काजाम कर दिया। सूचना पर पहुंचे पुलिस दल पर जमकर पथराव किया। इसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपति महावर, बिछीवाड़ा थानाधिकारी इंद्रजीत परमार सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने कई राउण्ड हवाई फायर किए तथा आंसु गैस के गाले दागे, लेकिन उपद्रवी हादवे से नहीं हटे।

समझाइश के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इसमें एएसपी व थानाधिकारी सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने वहां से भाग कर जान बचाई। देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए। पुलिस ने हवाई फायरिंग तथा आंसु गैस के गोले दागे। प्रदर्शनकारियों ने सड़क तथा पहाडिय़ों से पुलिस पर जमकर पथराव किया। इससे पुलिस को दो बार घटनास्थल से पीछे हटना पड़ा। भीड़ ने पुलिस के पीछे भागते हुए पथराव किए इससे पुलिस हाइवे के दोनों छोर पर करीब 5-5 किलोमीटर पीछे हट गई। देर शाम को एक बार फिर पुलिस ने फायरिंग शुरू की, लेकिन इस बार भी पुलिस को पीछे ही हटना पड़ा।

देर रात्रि से सुबह तड़के तक प्रदर्शनियों का उपद्रव जारी रहा। देर रात्रि को उपद्रवियों ने यहां एक होटल में लूटपाट करते हुए भारी तोड़फोड़ कर यहां खड़े वाहनों को आग लगा दी। वहीं, हाइवे पर खड़े ट्रांसपोर्ट के वाहनों, सरकारी वाहनों आदि में भी तोडफ़ोड़ करते हुए ट्रकों से खाद्य सामग्री, जूते आदि सामग्री लूट ली। हाइवे पर करीब दर्जन भर से अधिक वाहन अब भी धूं-धूं कर जलते हुए दिख रहे है।

शुक्रवार सुबह पुलिस ने मोतली मोड़ से करीब एक से डेढ़ तक का हाइवे का हिस्सा खाली करवाते हुए प्रदर्शनकारियों को पहाड़ियों पर चढ़ा दिया था। इस दौरान हाइवे पर पड़े पत्थर, जले हुए टायर, जले हुए वाहन आदि को हटाने के लिए जेसीबी का सहारा लिया। लेकिन, एक घंटे के दरम्यान ही एक बार फिर पहाडिय़ों से उपद्रवियों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इस पर पुलिस को वापस लौटना पड़ा। ऐसे में फिलहाल मोतली मोड़ से बिछीवाड़ा मार्ग उपद्रवियों के कब्जे में हैं तथा वहां पहाडिय़ों से भारी चित्कार एवं पत्थर बरसाए जा रहे हैं। हालांकि, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और हालात पर नजर रखे हुए हैं।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर जाम होने से उदयपुर अहमदाबाद मार्ग को डायवर्ट किया है। सभी वाहनों को डूंगरपुर शहर के मध्य से होते हुए गुजारा जा रहा है

Watch Full video On YouTube – https://youtu.be/k_nso6cUbYY

Previous articleहिंदुस्तान जिंक ने सीईओ वाटर मैंडेट पहल से जुड़ कर जल संरक्षण प्रतिबद्धता को दोहराया
Next articleCMHO कोरोना से 44 मौतें बता रहे , RNT 87 गिना रहा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here