udaipur पंचकूला. देश-दुनिया में गूगल ब्वॉय के नाम से मशहूर हो रहा 6 साल का कौटिल्य पंडित पंचकूला के भवन विद्यालय, सेक्टर-15 में पढ़ेगा। बुधवार को कौटिल्य अपने पिता सतीश शर्मा और दादा जयकिशन शर्मा के साथ स्कूल में एडमिशन लेने पहुंचा। कौटिल्य को क्लास-2 में एडमिशन दिया गया है। इसी स्कूल में कौटिल्य की बहन दीक्षा ने तीसरी और मृदुल ने पांचवीं में एडमिशन लिया है।
एडमिशन के दौरान कौटिल्य हमेशा की तरह एक्टिव दिखा। उसने प्रिंसिपल से स्कूल की ड्रेस और क्लासरूम दिखाने को कहा। स्कूल की एंट्रेंस पर लगी संस्थापक की मूर्ति के सामने नमन किया। दीवारों पर लिखे श्लोक पढ़े। स्कूल को मिली ट्रॉफीज और फोटोग्राफ भी देखे। वहीं लगी कपिल सिब्बल की तस्वीर देखकर कौटिल्य बोला- कपिल सिब्बल चंडीगढ़ के सेंट जोंस में पढ़े हैं।
भवन विद्यालय के ऑनरेरी सेक्रेटरी कुलभूषण गोयल ने कहा कि कौटिल्य और उसकी बहनों को एडमिशन देकर स्कूल गर्व महसूस करता है। इनकी पढ़ाई का पूरा खर्च विद्यालय उठाएगा। इस बात का खास ध्यान रखा जाएगा कि उनका ओवरऑल डेवलपमेंट हो और इंडियन कल्चर की भी जानकारी मिले। सतीश शर्मा के फ्रेंड एके सिंगला ने उन्हें इस स्कूल में एडमिशन लेने की सलाह दी। सिंगला का बेटा भी इसी स्कूल से पढ़ा है और अब पेक से इंजीनियरिंग कर रहा है।
देश में है अनेक कौटिल्य-दादा जयकिशन
कौटिल्य के माध्यम से मैं यह संदेश देना चाहता हूं कि देशभर में अनेक कौटिल्य हैं। आप अपने बच्चे की प्रतिभा को पहचानिए। खास तौर पर घर के बुजुर्ग बच्चों को पूरा समय दें। उनकी उत्सुकता शांत करें। उनकी प्रतिभा को पहचानकर सामने लाएं।
-जयकिशन शर्मा, कौटिल्य के दादा
जिज्ञासा से ही कौटिल्य बना गूगल ब्वॉय: शर्मा
कौटिल्य में जिज्ञासा है। हमने भी उसकी जिज्ञासा को जीवित रखा। कई पेरेंट्स अपने बच्चों को अभी छोटा होने के कारण सारी जानकारी नहीं देते। कौटिल्य हमसे पूछता रहा और हम उसके हर सवाल का जवाब देते रहे, कई सवालों के जवाब हमें भी किताबों में ढूंढऩे पड़े। बेटे की नॉलेज इतनी बढ़ गई कि लोग उसे गूगल ब्वॉय कहते हैं। मैं चाहता हूं कि सीबीएसई में टॉप करने के बजाय वह वर्ल्ड टॉपर बने।
-सतीश शर्मा, कौटिल्य के पिता

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