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पिछले कई सालों से परीक्षाओं में एक ट्रेंड देखने को मिला है कि लड़कों के मुक़ाबले लड़कियों का प्रदर्शन बेहतर होता है.

सोशल मीडिया पर गुरुवार को कुछ ऐसी ही चर्चा ट्रेंड कर रही है. सवाल पूछे जा रहे हैं कि स्कूल की परीक्षाओं में लड़कियों को लड़कों के मुक़ाबले अधिक नंबर क्यों मिलते हैं?

आक्रामकता अधिक होने से क्या लड़के अपने होमवर्क पर कम समय देते हैं?

क्या लड़कियों के मुक़ाबले लड़के कक्षाएं अधिक छोड़ते हैं?

ट्विटर पर ट्रेंड

ट्विटर पर #WhyGirlsGotHighmarksट्रेंड कर रहा है, जिसमें लोग लड़कियों को अधिक नंबर मिलने को अपने नज़रिए से बता रहे हैं.

पुन्येष कुमार ने ट्वीट किया कि क्योंकि लड़के ट्विटर पर बेवकूफ़ी भरे सवाल पूछते रहते हैं.

एक और यूजर रावण ठाकुर ने ट्वीट किया, “लड़कियों के मुक़ाबले लड़कियां अधिक गंभीर होती हैं, क्योंकि उन्हें पता होता है कि हमारे समाज में उनके आगे बढ़ने के मौक़े कम हैं.”

एक यूज़र जया प्रिया लिखती हैं, “आसान है, लड़कियां ज़्यादा मेहनती, करियर माइंडेड और प्रगतिशील होती हैं.”

वहीं चेन्नई वासी ने ‏@Talk2gokul हैंडल से लिखा है, “जब लड़के ट्विटर पर ऐसे हैशटैग बना रहे होते हैं लड़की उसी समय में पढ़ाई कर रही होती हैं.”

एक यूजर ने हैंडल @samarunaसे ट्वीट कुछ यूँ किया, “मुझे लगता है कि कॉपियां जाँचने वाले लड़कियों की हैंडराइटिंग पहचानने में माहिर होते हैं. अच्छी तरह तैयारी करने के बाद लड़कियों की तरह लिखने का अभ्यास करो.”

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