74147_412766838801013_1822084882_n (1)जयपुर. कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पार्टी के वाइस प्रेसिडेंट (उपाध्‍यक्ष) बनाए गए हैं। बिड़ला सभागार में चल रहे चिंतिन शिविर में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल को बड़ी जिम्‍मेदारी देने पर फैसला हुआ है। पार्टी के मुख्‍य प्रवक्‍ता जनार्दन द्विवेद्वी ने राहुल को वाइस प्रेसिडेंट बनाए जाने के फैसले का ऐलान किया। उन्‍होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस में राहुल की हैसियत नंबर दो की हो गई है। जनार्दन द्विवेद्वी ने कहा कि 2014 के आम चुनाव में राहुल गांधी कांग्रेस का नेतृत्‍व करेंगे। उन्‍होंने बताया कि ए के एंटनी ने राहुल को वाइस प्रेसिडेंट बनाए जाने का प्रस्‍ताव रखा जिस पर कांग्रेस कार्यसमिति ने सर्वसम्‍मति से मुहर लगा दी।

 

राहुल को बड़ी जिम्‍मेदारी दिए जाने के ऐलान से पहले ही चिंतन शिविर के वेन्‍यू बिड़ला सभागार के बाहर युवा कांग्रेस के सदस्‍यों ने जश्‍न मनाना शुरू कर दिया। जयपुर में ढोल-नगाड़े बजने शुरू हो गए हैं। कार्यकर्ता आतिशबाजी कर रहे हैं। राहुल के लिए एक रथ भी सजाया जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्‍ली में 10 जनपथ (सोनिया गांधी के निवास) और कांग्रेस मुख्‍यालय के बाहर भी जश्‍न मना रहे हैं।

शिविर के आखिरी दिन कांग्रेस नेताओं के बीच 2014 में राहुल गांधी को पीएम पद के उम्‍मीदवार के तौर पर पेश किए जाने की मांग तेज होती दिखी।

 

शनिवार को यहां ‘स्‍ट्रेटजी सेशन’ में 130 से अधिक युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के नेताओं ने राहुल गांधी को बड़ी भूमिका दिए जाने की मांग की। केंद्रीय मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया, राजीव शुक्‍ला, जितिन प्रसाद सहित सीनियर लीडर मणिशंकर अय्यर और संजय निरुपम ने भी राहुल को बड़ी जिम्‍मेदारी दिए जाने की पुरजोर वकालत की है। इनका मानना है कि बदलते नए भारत की कमान युवा पी‍ढ़ी के हाथ में सौंपनी चाहिए।

 

सीएम के डिनर में इटालियन स्‍टाल
सीएम के डिनर में इटालियन स्‍टाल

यूपी से कांग्रेस सांसद जितिन प्रसाद ने कहा, ‘हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि युवाओं की हिस्‍सेदारी किस तरह सुनिश्चित की जाए। राहुल गांधी निश्चित तौर पर हमारे नेता हैं और 2014 के चुनावों में कांग्रेस और देश का नेतृत्‍व करेंगे।’

 

केंद्रीय मंत्री वीरप्‍पा मोइली ने कहा, ‘राहुल गांधी पहले से ही हमारे नेता हैं। हमारी पार्टी में स्‍थायी नेताओं की कमी नहीं है और हमें इस पर गर्व है। कांग्रेस ने देश को महान नेतृत्‍व दिया है। यदि किसी तरह कोई दिक्‍कत है तो हम उन चिंताओं पर विचार-विमर्श कर रहे हैं और इसे ठीक करने की कोशिश करेंगे।’

राहुल को बड़ी जिम्‍मेदारी दिए जाने की मांग पर केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्‍ला ने कहा, ‘इस पर आखिरी फैसला सोनिया और राहुल गांधी को करना है। हम केवल मांग कर सकते हैं और मांग कर रहे हैं।’

 

युवा नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा, ‘शिविर में इस बात पर राय बन रही है कि युवाओं को सशक्‍त होना चाहिए।’ कांग्रेस नेता और लोकसभा सदस्‍य संजय निरुपम ने कहा है कि उनकी पार्टी अगला आमचुनाव राहुल गांधी के नेतृत्‍व में लड़ेगी। निरुपम ने कहा, ‘राहुल गांधी पार्टी में पीएम पद के लिए बेस्‍ट उम्‍मीदवार हैं और उन्‍हें पीएम प्रोजेक्‍ट करने में पार्टी के भीतर किसी तरह की हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।वह 2014 चुनावों के बाद पीएम पद के लिए हमारे उम्‍मीदवार होंगे।’

 

लक्षद्वीप से आए कांग्रेस सांसद हमीदुल्‍ला सईद ने कहा कि राहुल गांधी अभी पार्टी की चुनाव समन्‍वय समिति की अगुवाई कर रहे हैं लेकिन पार्टी उन्‍हें सभी मोर्चों पर ‘लीड रोल’ में देखना चाहती है। वहीं, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने बीजेपी को आरएसएस की कठपुतली करार देते हुए कहा है कि भाजपा कांग्रेस की तरह चिंतन शिविर कर ही नहीं सकती है।

कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने बीजेपी को आरएसएस की कठपुतली करार देते हुए कहा है कि भाजपा कांग्रेस की तरह चिंतन शिविर कर ही नहीं सकती है।

 

अय्यर ने कहा, ‘बीजेपी को अपने नेता के नाम का ऐलान करना चाहिए। बीजेपी ने नेता कुत्‍तों और बिल्लियों की तरह झगड़ रहे हैं। हम यहां अपना चिंतन शिविर कर रहे हैं लेकिन बीजेपी इस तरह का शिविर नहीं कर सकती है क्‍योंकि उसके नेता आरएसएस की कठपुतली हैं।’

 

आगामी चुनावों के मद्देनजर युवाओं पर खास फोकस किए जाने की पैरवी पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। पार्टी प्रवक्‍ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस को नौ वर्षों के बाद युवा क्‍यों याद आ रहे हैं? उन्‍होंने कहा कि सोनिया, राहुल गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए 2014 में कोई वैकेंसी नहीं है।

 

यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी समेत चिंतन शिविर में मंत्रियों और कांग्रेस पदाधिकारियों के सम्मान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से रात्रि भोज दिया गया। इस भोज में राजस्थानी, पंजाबी और भारतीय व्यंजनों के साथ इटालियन स्टाल भी विशेष रूप से सजाई गई थी। सोनिया, मनमोहनसिंह और राहुल गांधी रात्रि 8.30 बजे सीएम हाउस गए। वहां गहलोत और उनके परिजनों के साथ राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, निगम, बोर्ड के चेयरमैन आदि लोगों से मिले। बाद में सीएम ने सोनिया गांधी, मनमोहनसिंह और राहुल गांधी के साथ भोजन किया।

 

राज्यपाल नहीं दिखीं रात्रि भोज में: सीएम के यहां रात्रि भोज में राज्यपाल मारग्रेट अल्वा नहीं दिखीं। बाद में इस बारे में सीएम हाउस से बताया गया कि प्रोटोकॉल के कारण राज्यपाल इस भोज में शामिल नहीं हुईं।

20 मिनट अटके रहे चिदम्‍बरम

 

चिंतन शिविर में शामिल होने आए कई कांग्रेसी नेता बदइंतजामी के कारण परेशान हुए। होटल से रवाना होते समय किसी को गाड़ी के लिए इंतजार करना पड़ा तो किसी को एस्कॉर्ट के लिए। यही नहीं, एस्कॉर्ट करने वाले कुछ अफसर तो नेताओं को भी ढूंढते रहे। कई नेताओं को पास भूल जाने के कारण दुबारा से पास बनवाने की मशक्कत करनी पड़ी।

 

सुबह 8 बजे एयरपोर्ट पहुंचे केंद्रीय वित्त मंत्री चिदंबरम और केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री केसी वेणुगोपाल को बाहर निकलने पर पता ही नहीं चल पाया कि किस गाड़ी में जाना है। गाड़ी मिली भी तो वे लालबत्ती वाली गाडिय़ों के जाम में फंसे रहे। प्रोटोकॉल अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी, सीआईएसएफ और एयरपोर्ट डायरेक्टर व एयरपोर्ट प्रबंधन उनकी कार को 20 मिनट बाद निकलवा पाए।

चिंतन शिविर के उद्घाटन सत्र में युवा नेताओं की टीम छाई रही। पहली बार चिंतन शिविर में 100 से ज्यादा युवा नेताओं को शामिल किया गया है। शिविर के लिए 18 से 27 आयु वर्ग के युवाओं को चुना गया है। चिंतन शिविर के उद्घाटन सत्र में युवाओं की टीम एक साथ बैठे दिखाई दी। इन युवा नेताओं को उनकी रुचि के हिसाब से पांचों समूहों में लिया गया है।

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Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

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