26_07-road_and_rail_734013f-300x247 (1)उदयपुर। राजस्थान रोडवेज की बसों में कंडक्टरों के हाथ में दिखने वाली इटीएम (इलेक्ट्रोनिक टिकिट मशीन) अब हाईटेक होने वाली है। इससे रोडवेज कंडक्टर की हेराफेरी से जो घाटा होता है। वह बहुत कम होने की उम्मीद है। नई आने वाली इटीएम मशीनें अब सीधे सर्वर से जुड़ी होंगी। हर यात्री वैध तरीके से यात्रा कर सकेगा।

ऐसा होगा : राजस्थान रोडवेज के कंडक्टर अब टिकिट की राशि और यात्रा के स्थलों में हेराफेरी नहीं कर सकेंगे, क्योंकि अब इटीएम मशीन ऑनलाइन सर्वर से जुड़ जाएगी और सैकड़ों किलोमीटर दूर चल रही बस में कटने वाली टिकिट और उसमे जो भी कार्य हो रहा है। उसको मुख्यालय पर बैठे अधिकारी देख पाएंगे।

हेराफेरी पर अंकुश

अभी अक्सर रोडवेज बसों में हेराफेरी होती है, कोई यात्री उदयपुर से बस में बैठता है और उसको चित्तौड़ जाना है, तो परिचालक उसका टिकिट बीच में किसी स्टेशन से बना देता है। जबकि टिकिट उदयपुर से चित्तौड़ तक का लेता है, यदि बीच में कोई फ्लाइंग आ जाती है, तो वह जल्दी से टिकिट पिछले स्टेशन उदयपुर का बना देता है। इस प्रकार फ्लाइंग को चकमा दे देता हैं। जबकि अब ऐसा नहीं हो जाएगा। अब नई सर्वर से जुड़ी मशीनों में यदि कोई स्टेशन निकल गया और परिचालक ने पिछले स्टेशन का टिकिट बनाया, तो नहीं बनेगा। स्टेशन निकलने के बाद मशीन से उस स्टेशन का नाम गायब हो जाएगा और परिचालक के हाथ में इटीएम मशीन की हर जानकारी मुख्यालय पर बैठा अधिकारी देख सकेगा।

॥यह मशीन अभी उदयपुर से चलने वाली बसों में नहीं लगी है। जयपुर से लम्बी दूरी तक चलने वाली बसों में अभी ऐसी ही मशीनें परिचालक के पास है और उनकी मॉनिटरिंग जयपुर में बैठे अधिकारी कर रहे हैं। उदयपुर में भी बहुत जल्दी नई सर्वर से जुड़ी मशीनें आ जाएगी।

-सीपी चतुर्वेदी, उदयपुर डीपो मैनेजर

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