उदयपुर। आखिर हो क्या रहा है कौन है ये लोग क्यों बच्चियों को छोटी बेटियों को निशाना बना रहे है। कठुआ का मामला अभी शांत हुआ नहीं कि जयपुर में दिनदहाड़े ९ साल की बच्ची के अपहरण की घटना सामने आगयी वह तो ठीक है कि बच्ची ने बहादुरी दिखाई और विरोध कर खुद का बचाव किया और घर की तरफ भाग गयी। लेकिन सवाल यह है कि ऐसे लोगों को हिम्मत कहाँ से आगयी कि अब छोटे बच्चों को निशाना बना रहे है कही हमारा समाज ही तो इसका जिम्मेदार नहीं बन रहा एक रेपिस्टों और अपराधियों का महिमा मंडन या उनके बचाव में राजनीति से ही तो ऐसे जानवर अपना पंचा इन बच्चियों की तरफ फैलाने लगे है। गुरुवार को जयपुर के भरेपूरे बाजार में एक ९ साल की बच्ची का अपहरण करने की कोशिश अपने आपन में कई सवाल खड़े करती है।
जयपुर के व्यस्ततम गोपालपुरा बाईपास पर मूर्तिकला कॉलोनी के पास गुरुवार सुबह 6:38 बजे 9 साल की बच्ची को बाइक सवार बदमाश उठा ले गया। बच्ची चिल्लाई तो लोहे की वस्तु से सीने पर वार किया। बच्ची ने विरोध लगातार जारी रखा। हड़बड़ाहट में बदमाश से बाइक बंद हो गई और बच्ची कूदकर घर की तरफ भाग छूटी। बच्ची सुबह दूध लेकर घर की तरफ आरही थी और यह हादसा अंजाम हुआ।
यह घटना सबसे बड़ा सवाल उठाती है की आज हर घरमे बेटियां मौजूद है और समाज में अपनों की भीड़ में छुपे यह भेड़िये भी मौजूद है जो ज़रा सी शाह पा कर अपनी हरकतों को अंजाम देने से नहीं चूकते ऐसे में इन जानवरों को पहचानना और इन्हे सख्त सज़ा देना जरूरी है।

बाइक सवार से छुट कर भागती बच्ची

गुरुवार को जयपुर में हुआ मामला क्या है :
दैनिक अखबार दैनिक भास्कर में छपी खबर के अनुसार घटना बुधवार सुबह 6:38 बजे की है। गोपालपुरा बाईपास मूर्तिकला निवासी बच्ची घर से करीब 50 मीटर दूर दुकान पर दूध लेने गई थी। वापस घर आने लगी तो बाइक सवार युवक आया और बच्ची को पता पूछने के बहाने रोककर जबरन बाइक पर आगे बैठा लिया। वहां से बदमाश बच्ची को करीब दो सौ मीटर दूर एक निजी स्कूल तक ले गया। इस दौरान बच्ची चिल्लाई और विरोध करने लगी। बाइक सवार युवक ने लोहे की किसी गोल वस्तु से सीने पर प्रहार किया, लेकिन बच्ची ने विरोध जारी रखा। आखिर बाइक का संतुलन बिगड़ा, वह बंद हो गई। बच्ची बाइक से कूदी और तेजी से घर की तरफ भागी। युवक भी बाइक से पीछे आया। लेकिन फिर भाग खड़ा हुआ। बच्ची ने घर आकर पिता को आपबीती बताई। इसके बाद परिजन व आसपास के लोगों ने बाइक सवार युवक को तलाशा लेकिन वह नहीं मिला।

इसके बाद सुबह 7:30 बजे परिजन बच्ची को साथ लेकर बजाजनगर थाने पहुंचे। अपहरण के प्रयास की सूचना पर पुलिस कमिश्नरेट में हड़कंप मच गया। डीसीपी ईस्ट कुंवर राष्ट्रदीप थाने पर पहुंच गए। एडिशनल डीसीपी हनुमान प्रसाद मीणा और ट्रेनी आईपीएस कावेन्द्र कुमार सागर ने मौके पर पहुंच कर सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाली। मूर्तिकला कॉलोनी में कोचिंग सेंटरों पर लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपी की तस्वीरें कैद हुई हैं। बच्ची ने बताया कि अंकल का रंग सांवला था और चश्मा लगा रखा था। आरोपी के पास एक बैग भी था। पुलिस ने पीड़ित बालिका के पिता की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर बच्ची का मेडिकल कराया और आरोपी की तलाश शुरू कर दी।

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