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तुलसी प्रजापति फर्जी मुठभेड़ के आरोपी मंबई की तलोजा जेल जाने को तैयार नहीं
अहमदाबाद। एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से मशहूर जिन पुलिस अफसरों के नाम से खूंखार गुनाहगार कांप उठते थे, उन्हें मुंबई की तलोजा जेल के उत्पाती चूहे डरा रहे हैं। यही वजह है कि तुलसी प्रजापति एनकाउंटर केस के आरोपी पुलिस अधिकारी मुंबई जाने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। सोहराबुद्दीन शेख और तुलसी प्रजापति केस में वे मुंबई कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। उन्हें डर है कि मुंबई में हाजिर होने के बाद उन्हें तलोजा जेल जाना पड़ सकता है।
सूत्र बताते हैं कि उन्हें डर लग रहा है कि तलोजा जेल में चूहे उन्हें काट लेंगे। उल्लेखनीय है कि स्वयं डीजी वंजारा समेत अन्य अधिकारियों ने जेल में चूहे की धमाचौकड़ी के बारे में पहले भी अर्जी लगाई है। दूसरी तरफ, कोर्ट ने इस मामले में सभी आरोपियों को 16 जून तक हर हाल में कोर्ट में हाजिर होने के लिए ताकीद कर दी है। सोहराब केस मुंबई ट्रांसफर होने के बाद वंजारा, पांडियन, चुडासमा, अमीन, दिनेश एमएन सहित नौ आरोपियों को मुंबई जेल में ट्रांसफर कर दिया गया था। इसके कुछ ही दिनों बाद उन्होंने कोर्ट में अर्जी दी थी, ‘हमें छोटी सी कोठरी में रखा गया है, जहां कॉमन टॉइलेट और बाथरूम हैं। यहां इतने ज्यादा मच्छर और चूहे हैं कि हम परेशान हो गए हैं। हमारी नींद हराम हो गई है।Ó उसके बाद एक-एक कर आरोपियों को छोड़ा गया। अभी चार ही जेल में हैं, जिनमें स्वयं डीजी वंजारा साबरमती जेल और बाकी राजस्थान के तीन अधिकारी तलोजा जेल में हैं।
तुलसी-सोहराब केस की सुनवाई एक साथ करने का आदेश सुप्रीम कोर्ट से आने पर तुलसी प्रजापति केस को भी मुंबई ले जाया गया है। सोहराब केस के आरोपी अधिकारियों के चूहे से संबंधित अर्जी कोर्ट में करने से तुलसी केस के 11 आरोपी अधिकारी भी चिंतित हैं। उन्हें चूहों का खौ‌फ सता रहा है और वे पालनपुर जेल से जाना नहीं चाहते हैं। वे चाहते हैं, मुंबई जाने से पहले चूहे से बचाव के पूरे इंतजाम हो जाएं।
गौरतलब है कि सोहराबुद्दीन शेख और उनकी पत्नी कौसर बी को गुजारत के ऐंटि टेररिजम स्क्वॉयड ने हैदराबाद से उठाया था और नवंबर 2005 में फर्जी एनकाउंटर में दोनों की हत्या हुई थी। तुलसी प्रजापति इस केस का इकलौते गवाह था, जिनका एनकाउंटर 2006 में कर दिया गया था।

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