post news. यूक्रेन में इंटरनेशनल जूनियर बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भारत के लिए रजत पदक जितने वाली झलक का पदक जितने के बाद झीलों की नगरी में आगमन पर जोरदार स्वागत हुआ। झलक के सम्मान में शानदार रैली निकाली गयी और बॉक्सिंग संघ हेमराज व्यायाम शाला में झलक और उनके कोच नरपत सिंह चुण्डावत का सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, जिला खेल अधिकारी ललितसिंह झाला थे। बातचीत में झलक ने कहा कि देश के लिए पदक जीतने के बाद अब उनका लक्ष्य है कि ओलिंपिक में देश के लिए पदक जीता जाए। इसके लिए वे अभी से पूरी मेहनत से तैयारी कर रही हैं। झलक ने बताया कि उनकी सफलता का श्रेय कोच की मेहनत माता-पिता की प्रेरणा को जाता है।
दसवींमें पढ़ने वाली झलक मूलतः मुज्जफरनगर नगर की है और यहां अपने मामा के निर्देशन में पढ़ाई कर रही है। सबसे पहले उन्होंने बीएन स्कूल में प्रवेश लिया और कोच वर्धमानसिंह के निर्देशन में बॉक्सिंग सीखने लगी। झलक के पिता तेज तोमर ने बताया कि इसके बाद उन्होंने राजस्थान संघ के अध्यक्ष फतहसिंह राठौड़ से बात की और बॉक्सिंग सीखने हेमराज व्यायामशाला में गई। झलक ने 2016 में जिलास्तरीय टूर्नामेंट में स्वर्ण जीता। फिर जून 2017 में जोधपुर में स्टेट में चैम्पियन बनी और नेशनल के लिए चयनित हुई। नवंबर में रोहतक में नेशनल में कांस्य पदक हासिल किया और श्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर भारतीय टीम के कैंप में चुनी गई। भारतीय टीम में शामिल होकर दिसंबर में देश के लिए रजत पदक जीता।

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