पोस्ट न्यूज़ . पद्मावत फिल्म पर विवाद ज्यों का त्यों कायम है . सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ कह दिया कि पद्मावत फिल्म के रिलीज़ होने के निर्देश पहले ही दे चुके है और पुरे देश में फिल्म रिलीज़ होगी . इसके साथ ही कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक हटाने के खिलाफ दायर की गईं मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार की पिटीशंस खारिज कर दीं। गुरुवार को कोर्ट ने गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में फिल्म की रिलीज न किए जाने के नोटिफिकेशन पर रोक लगा दी थी। उधर, करणी सेना इस फिल्म को देखने को तैयार हो गई है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद पद्मावत 25 तारीख को रिलीज होगी। इसके साथ ही करनी सेना व् अन्य राजपूत संगठन का विरोध भी बरकरार है . करनी सेना ने 25 को जनता कर्फ्यू का एलान किया है साथ ही सोमवार को करनी सेना के लोकेन्द्र singh कालवी ने कहा था कि अगर संजय लीला भंसाली चाहे तो हम फिल्म देखने को तय्यार है. लेकिन अभी तक संजय लीला भंसाली की तरफ से कोई सन्देश नहीं आया है जबकि पूर्व में लीला भंसाली कुछ लोगों को फिल्म दिखा चुके है जिसमे उदयपुर के पूर्व राज घराने के अरविन्द सिंह मेवाड़ भी थे जिन्होंने पद्मावत फिल्म को रिलीज़ नहीं करने की सिफारिश भी की हाई .

राजस्थान सरकार की ओर से पेश हुए एडीशनल सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, “हम यह नहीं कह रहे हैं कि हमें फिल्म बैन करने की इजाजत दी जाए, बल्कि हम सुप्रीम कोर्ट के पहले दिए गए ऑर्डर में कुछ सुधार चाहते हैं।”

– हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऑर्डर में सुधार करने से इनकार कर दिया। साथ ही राज्यों सरकारों की ओर से दायर की गईं पिटीशंस खारिज कर दीं।

– कोर्ट ने कहा कि फिल्म की रिलीज के दौरान कानून-व्यवस्था बनी रहे यह राज्यों सरकारों को तय करना चाहिए।

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