Udaipur Post. उदयपुर के city palace में स्थित darbar hall की गेलेरी में एक पैंथर के घुसने से दशहत का माहौल हो गया। पैलेस में पैंथर के मूवमेंट की सूचना पर वन विभाग की रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंची तो वही दूसरी ओर सिटी पैलेस से पहले समोर बाग में पैंथर के घुसने की सूचना को वन विभाग ने हल्के में लिया ओर वंहा पर पैंथर को पकडने के लिए कोई ठोस कार्यवाही नही की। जिसका परिणाम यह रहा कि पैंथर समोर बाग के बाद सिटी पैलेस की ओर रूख कर गया ओर पैंथर के अंदर घुस जाने से बाद वन विभाग हरकत में आया है ओर अब उसे पकडने के लिए सिटी पैलेस में एक पिंजरा लगाया गया है।
उदयपुर शहर के सिटी पैलेस में उस समय हडकंप मच गया जब यह बात सामने आयी कि पैंथर सिटी पैलेस के अंदर घुस आया है। बताया जा रहा है कि पैंथर रविवार की देर रात करीब साढे 12 बजे दरबार हाल के पास पहुँचा और गेलेरी में जा घुसा। इस दौरान एक सुरक्षाकर्मी की नजर इस पैंथर पर पड़ी जिस पर उसने तुरंत गैलरी के मुख्य द्वार को बंद कर दिया । पैंथर के मूवमेंट के बाद वन विभाग की टीम देर रात से सिटी पैलेस परिसर में डेरा डाले हुए हैं लेकिन पैंथर को पकड़ने में अभी तक वन विभाग की टीम को कामयाबी हासिल नहीं हुई है । वही पैंथर की दहशत में घिरे सिटी पैलेस के दरबार हॉल में पर्यटकों की आवाजाही को पूरी तरीके से रोक दिया गया है । रेस्क्यू टीम ने कई बार पैंथर को ट्रेंकुलाइज करने की कोशिश की लेकिन पैंथर के दूरी पर होने की वजह से से ट्रेंकुलाइजर करने में वन विभाग की टीम को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है । अब वन विभाग की ओर से गैलरी के पास में एक पिंजरा लगाया गया है जिसमें एक बकरे को बांदा गया है । अब वन विभाग की टीम पैंथर के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए हैं । फिलहाल मौके की स्थिति को देखते हुए सोमवार देर शाम तक इस मादा पेेेथर के पकड़ में आने की संभावनाएं नजर नहीं आ रही है ।
बाइट-राजकुमार सिंह,सीसीएफ,वाइल्ड लाइफ
इधर वन विभाग ने समोर बाग में पैंथर होने की सूचना को हल्के में लिया। समोर बाग में बनी पुतली के आसपास भी पैंथर के पद चिन्ह दिखाई दिये जिसके बाद वन विभाग को सूचित किया गया कि समोर बाग में पैंथर की हलचल हुई है लेकिन उस समय किसी ने ध्यान नही दिया ओर अब जब पैंथर सिटी पैलेस में घुस गया तो वन विभाग पूरी तरह से हरकत में आ गया ओर उसे पकडने के लिए अब पिंजरे लगाया गया है।
सिटी पैलेस में घुसा पैंथर को वन विभाग कब तक रेस्क्यू कर पाते है यह देखने वाली बात होगी लेकिन यह जरूर है कि वन विभाग पहले ही चेत जाता तो शायद यह नौबत नही आती।

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