उदयपुर। केरल के कोझिकोड जिले में Nipah Virus के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 12 हो गई है। उधर इस बीमारी को लेकर राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है। सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के वाट्सएप ग्रुप पर पुणे स्थित वायरोलॉजी लैब से इस वायरस के संबंध में जो भी अपडेट आ रहे हैं, उनको मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को भेजा जा रहा है।
निपाह वायरस खजूर के पेड़ों में रहने वाले चमगादडों से फैलता है और इस वायरस के संक्रमण से दिमागी बुखार होता है और फिर मरीज कोमा में चला जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक निपाह वायरस हवा के जरिये नहीं फैलता। इसके फैलने का मुख्य कारण साधारण व्यक्ति का पीड़ित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आना होता है।
इस वायरस के फैलने की शुरुआत दिमाग से होती है। पीड़ित व्यक्ति का दिमाग सूजने लगता है जिससे कुछ दिनों के लिए बुखार आ सकता है। चक्कर आना और दिमाग अच्छे से काम नहीं करना भी इसके लक्षण हैं। डॉक्टर्स बताते हैं कि यदि इसका समय रहते इलाज नहीं किया गया, तो पीड़ित कोमा में भी जा सकता है। इसलिए इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

खतरनाक वायरस से अभी केरल है ‘शिकार’ केरल के कोझिकोड में फैले निपाह वायरस (एनआईवी) से मंगलवार को दो और लोगों की मौत हो गई, जिससे इस जानलेवा बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। इससे प्रभावित नौ लोगों का उपचार चल रहा है। घातक वायरस की चपेट में आए मरीजों के उपचार में लगी पेरम्बरा तालुक अस्पताल की नर्स लिनी (31) की भी एनआईवी की चपेट में आने से मौत हो गई।
सूत्रों ने बताया कि तेज बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती पेराम्बरा के राजन और अशोकन की मंगलवार सुबह मौत हो गई। दोनों के रक्त नमूने जांच के लिए नेशनल वॉयरोलोजी इंस्टीट्यूट भेजे गए हैं।
निपाह पर दहशत में नहीं आएं, स्थिति नियंत्रण में: नड्डा इधर, केंद्र सरकार ने केरल में निपाह विषाणु के प्रभाव को नियंत्रण में बताया और लोगों से सोशल मीडिया में चल रही अटकलों तथा अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने यहां निपाह से निपटने के उपायों पर एक समीक्षा बैठक के बाद यह टिप्पणी की।
बैठक में केरल में सामने आए निपाह वायरस के मामलों और इनमें हुई मौतों के संंबंधों में विस्तृत चर्चा की गई। नड्डा ने संबंधित अधिकारियों को निपाह से बचाव के लिए केरल सरकार को हरसंभव सहयोग और मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। केंद्रीय चिकित्सकों के दल ने कई स्थानों का दौरा किया है और कुछ पीडि़त परिवारों के आवास को भी देखा है। इन आवासों से पकड़े गए चमगादडों के 60 नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। दो मामलों में निपाह विषाणु की पुष्टि हुई है।
कर्नाटक और मप्र में हाई अलर्ट
उत्तरी केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस के संक्रमण फैलाव के मद्देनजर कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है। इसी तरह, निपाह वायरस के कारण कुछ लोगों की मौत की सूचना के बाद मध्यप्रदेश में भी सरकार ने विशेष अलर्ट जारी कर दिया है।

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