राजस्थान कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने से पहले बड़ा ‘धमाका’ कर दिया है। ‘धमाका’ ऐसा जिसने भाजपा सहित तमाम सियासी दलों में हड़कंप मचा दिया। दरअसल, सूबे की सियासत में जारी ‘आयाराम-गयाराम’ के तहत कांग्रेस पार्टी में एक और दिग्गज नेता शामिल हो गए। कांग्रेस का दामन थामने वालों में भाजपा से दौसा सांसद हरीश मीणा भी शामिल हैं। मीणा राजस्थान पुलिस के पूर्व डीजीपी हैं। मीणा ने कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट की मौजूदगी में कांग्रेस ज्वाइन की। चुनाव की तारीख से ऐन पहले दौसा सांसद हरीश मीणा कांग्रेस से नाता जोड़ने के बाद भाजपा के साथ ही इसे अन्य दलों के लिए भी तगड़ा झटका माना जा रहा है।

पहले ही इस बात की संभावना थी कि एआईसीसी मुख्यालय पर दोपहर 12 बजे बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में दौसा सांसद हरीश मीणा शामिल हो सकते हैं। प्रेस कांफ्रेंस में औपचारिक पुष्टि और ऐलान के बाद इन सम्भावनाओं पर मुहर लग गई। नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने का सस्पेंस ख़त्म होने के बाद कांग्रेस के साथ ही भाजपा और अन्य दलों में भी चर्चाओं का दौर उफान पर है।

इन नेताओं के आने की भी थी अटकलें

दोपहर 12 बजे बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में जिन अन्य नामों के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाईं जा रहीं थीं उनमें भाजपा से विधायक रहे हबीबुर्रहमान का नाम सबसे ऊपर था । रहमान पांच बार भाजपा से विधायक रह चुके हैं लेकिन इस बार जारी बीजेपी प्रत्यशी सूची में उनका नाम नदारद रहा।
वहीं दूसरा नाम कन्हैयालाल झंवर का बताया जा रहा है। बीकानेर जिले के नोखा विधानसभा के निर्दलीय कन्हैयालाल झंवर को लेकर कांग्रेस और भाजपा में आंतरिक खींचतान मची हुई है। नोखा में उनकी अच्छी पकड़ को देखते हुए कांग्रेस में उनके शामिल अटकलें लगाई जा रही हैं।

सभी को चौंका गया मीणा का नाम
मीणा का नाम सबसे चौंकाने वाला है। हालांकि अब तक उनके कांग्रेस में शामिल होने की वास्तविक वजह सामने नहीं आई है। लेकिन उनका नाम भी उन संभावित नेताओं की फहरिस्त में शुमार हुआ है जो कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं।

इधर, कांग्रेस-भाजपा के बागियों पर तीसरे मोर्चे की नजर

राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकत्रांतिक पार्टी और घनश्याम तिवाड़ी की भारत वाहिनी पार्टी ने गठबंधन कर प्रदेश के मतदाताओं को नया विकल्प देने के लिए ताल ठोक दी है। इन दोनों की पार्टियों को अपने प्रत्याशी मैदान में उतारने के लिए कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशियों की सूची का इंतजार है। माना जा रहा है दोनों राजनीतिक पार्टियों से जिनके टिकट कटेंगे, वो बेनीवाल और तिवाड़ी की पार्टी का हाथ थाम सकते हैं।
बीजेपी ने 131 सीट पर प्रत्याशी उतार दिए हैं और प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही यहां बगावत के सुर शुरू हो गए है। वहीं अभी कांग्रेस की सूची का इंतजार है। ऐसे में तिवाड़ी और बेनीवाल ने अभी तक इन बगावत करने वालों को अपने साथ शामिल करने के लिए प्रदेश की विधानसभा सीटों से अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। हालांकि घनश्याम तिवाड़ी खुद सांगानेर से मैदान में उतर चुके हैं। वहीं हनुमान बेनीवाल आज खींवसर से नामांकन दाखिल करेंगे। इसके साथ ही बसपा, आप सहित अन्य पार्टियां अपने प्रत्याशी मैदान में उतार चुकी है।

आप आज जारी करेगी सूची

आप भी राजस्थान के 200 सीट पर चुनाव लडऩे का एलान कर चुकी है। वह अब तक 103 सीट पर अपने प्रत्याशी उतार चुकी है। वहीं करीब 55 से 60 सीट पर आज शाम अपने प्रत्याशियों की घोषणा करेगी। इसके साथ ही बसपा भी मैदान में है। बसपा ने अब तक कुल 61 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। वहीं आमेर से नवीन पिलानियां भी बसपा में शामिल हो चुनाव लडऩे का एलान कर चुके हैं।

 

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