उदयपुर। राजसमन्द में प्रशासन द्वारा मूर्ति हटाने को लेकर हुए तनाव से पुरे संभाग में अफवाहों का बाज़ार गर्म रहा। व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी के समझदार लोगों ने दिन भर अपनी घटिया व्हाट्सएपिया शिक्षा का नमूना पेश किया। इन विद्वान लोगों ने दंगे और कर्फ्यू को लेकर whatsapp पर मेसेज वायरल करते रहे। कही मस्जिद तोड़ने के झूठे और पुराने विडियो वायरल करते रहे तो कही मंदिर पर हमले को लेकर मेसेज वायरल होते रहे। कुछ समझदार लोग मेसेज और ग्रुप में अफवाहें नहीं फैलाने का अनुरोध भी करते नज़र आये। जिन लोगों को इन व्हाट्सप्प यूनिवर्सिटी की प्रवर्ति मालूम हे उन्होंने सच्चाई पता लगाने के लिए अपने पुलिस और पत्रकार संपर्कों से सच्चाई पूछ सही बात को भी रखा। लेकिन आजकल नफरत का मोल ज्यादा है सच्चाई और भाईचारे का नहीं।
राजसमन्द के बाघपुरा गाँव में चारागाह की ज़मीं जिसको पंचायत ने नमाज़ के लिए दी थी वहां पर हनुमान जी की मूर्ति लगाने और उसके बाद मुस्लिम समुदाय की शिकायत पर प्रशासन द्वारा मूर्ति हटाये जाने और फिर से अगले दिन वहां मूर्ति नहीं देख हिन्दू समुदाय में आक्रोश और पुनः मूर्ति स्थापित किये जाने के घटना क्रम से सिर्फ राजसमन्द ही नहीं संभाग भर में गलत और अफवाहों के मेसेज होने से माहोल में तनाव पैदा हो गया। राजसमन्द में बाद में मूर्ति हटाने को लेकर सेकड़ों लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन दे कर लोटते लोगों में पथराव होने की वजह से अफरातफरी मच गयी पुलिस ने बल का प्रयोग कर सबको वहां से तितर बितर किया। बाघपुरा में स्कूल के सामने एक साल से खड़ी कार में शाम को आग लगाने के बाद शहर के कमल तलाई क्षेत्र में किसी ने रूई की बंद दुकान में केरोसीन डालकर जलती हुई तीली डाल दी। इससे दुकान में रूई, गद्दे सहित सामान जल गया। दोपहर को पथराव के बाद लाठीचार्ज और आग लगाने की घटनाओं से शहर में तनाव बढ़ गया है। कलेक्टर पीसी बेरवाल, एसपी मनोजकुमार चौधरी ने रात को बाघपुरा में चारागाह स्थल का दौरा किया। उन्होंने यहां के साथ शहर में भी हालात को लेकर जानकारी ली। यहां उन्होंने अधीनस्थ पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों को हालात पर नजर रखने को कहा। तनाव के बाद शहर में टोंक की स्पेशल टास्क फोर्स सहित जिलेभर के डिप्टी, थानाधिकारी, थानों और पुलिस लाइन का अतिरिक्त जाप्ता लगा दिया है। इससे पहले शाम को जवानों ने शहर में फ्लेग मार्च निकाला। बाघपुरा में उपजे विवाद के बाद बुधवार को कलेक्टर सर्व समाज के लोगों के साथ बैठक करेंगे। तनाव के बीच कुछ लोगों ने रात को शहर के कमल तलाई में स्थित जमालुद्दीन पिंजारा की बंद दुकान में शटर के नीचे से केरोसीन डालकर आग लगा दी। इससे दुकान के अंदर सिलाई मशीन, पानी का कैम्पर, गद्दे, रूई जल गए। बाद में यहां आग बुझाई गई।
कलेक्टर, एसपी का कहना है कि बाघपुरा में चारागाह पर नमाज पढ़ने के लिए पंचायत ने जमीन दी थी। एक सप्ताह पहले ही कुछ लोगों ने यहां हनुमानजी की मूर्ति स्थापित कर दी। इधर, विरोध जताने वाले लोगों का कहना है कि यहां पहले कब्जा था, जिसे प्रशासन ने कुछ लोगों के कहने पर हटा दिया। बाद में इसे नमाज पढ़ने के लिए दे दिया। हनुमानजी की मूर्ति को हटाने के लिए सोमवार को ज्ञापन दिया था।
पुलिस ने पत्थर फेंकने पर कुछ लोगों को हिरासत में लिया
कलेक्टरके आश्वासन से संतुष्ट नहीं होने पर आक्रोशित लोग शाम चार बजे कलेक्ट्री से पैदल रवाना होकर नारेबाजी करते हुए बाघपुरा की तरफ रवाना हो गए। मुखर्जी चौराहा पर कुछ लोगों ने एक मकान पर पत्थर फेंक दिए। यहां पुलिस ने भीड़ पर हल्का बल प्रयोग करते हुए खदेड़ लिया। इसके बाद बांडियावाला, बाघपुरा मस्जिद, मदानी कॉलोनी में पथराव हो गया। पुलिस ने एक साथ तीनों ही जगहों पर लाठीचार्ज कर पत्थर फेंकने वाले लोगों को हिरासत में लिया है।

Previous articleवहाबी बता, बेटे को माँ के जनाजे में जाने से रोका – पुलिस के साए में ले जाया गया जनाज़ा
Next articleRestoring the Statue of Liberty with ZINC

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here