उदयपुर। इन्कमटेक्स अधिकारी ने सिर्फ अपने अहंकार के चलते अपने ओहदे का रौब दिखाते हुए पुलिस कर्मियों से पहले की बदसलूकी उसके बाद उनके खिलाफ शिकायत कर बेकसूर पुलिस कर्मियों को लाइन हाज़िर करवा दिया। यही नहीं अपने इन्कमटेक्स अधिकारियों के व्हाट्सप्प ग्रुप में झूठे आरोप लगा कर अपने प्रति सहानुभूति अर्जित करने की चाल भी चली। मामला बढ़ता देख शाम को जिला पुलिस अधीक्षक ने मामले की सच्चाई के साथ अवगत करवाया।
जानकारी के अनुसार 5 मई को अम्बामाता थाना पुलिस के दो कांस्टेबल लक्षमण और संजय सलमान बैग मिर्ज़ा पिता सलीम बैग मिर्जा के नाम कोर्ट का जमानती वारंट लेकर सज्जन नगर 80 फिट रोड पर गए। लक्षमण और संजय ने 80 फिट निवासी कुछ लोगों से सलमान बैग मिर्ज़ा का मकान पूछा तो उन्होंने इन्कमटेक्स अधिकारी अज़हर बैग मिर्जा के घर के बारे में बताया कि वह भी मिर्ज़ा है शायद वह आपको बता देंगे। लक्षण और संजय ने अज़हर बैग मिर्ज़ा के घर में जाकर आवाज़ लगाईं अंदर से अज़हर बैग मिर्ज़ा का छोटा भाई अख्तर बैग मिर्ज़ा बाहर आया। पुलिस कर्मियों ने अख्तर बैग मिर्ज़ा से पूछा कि क्या सलमान बैग मिर्ज़ा यहाँ पर रहता है तो अख्तर ने उनसे बदतमीज़ी से मना कर दिया। पुलिस कर्मियों ने जब अख्तर बैग मिर्ज़ा से सलाम के बारे में पूछा तो अख्तर बैग मिर्ज़ा भड़क गया। यही नहीं पुलिस कर्मियों ने अख्तर से सिर्फ इतना पूछा लिया कि उसका नाम क्या है ? तो अख्तर को यह बात का इतना बुरा लगा कि उसने पुलिस कर्मियों से गालीगलोच कर घर से निकल जाने को कहा। पुलिस कर्मियों को यह कहते हुए घर से बाहर जाने को कहा की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई घर के दरवाज़े तक आने की। जब अख्तर की बदतमीज़ी बढ़ गयी तो गश्त कर रही पुलिस जीप को भी कांस्टेबल लक्षमण ने वहां बुला लिया। इधर इन्कमटेक्स अधिकारी अज़हर बैग मिर्ज़ा और उसके परिजन भी आगये और पुलिस कर्मियों से बदसलूकी करने पर उतारू होगये, वहां पहुंचे पुलिस जाप्ते के पांच पुलिस कर्मी ने मामला समझकर सुलझाने का प्रयास किया लेकिन अज़हर बैग मिर्ज़ा और उसके परिजन सुनाने को तैयार ही नहीं थे। पुलिस कर्मियों के लाख समझाने पर आखिर नाम ही पूछा हमने कोनसा गुनाह करदिया लेकिन वहां खड़े सातों पुलिस कर्मियों से बदतमीजी और बुरा भला कहने पर उतारू इनकम टेक्स अधिकारी और उसके परिजन समझने को तैयार ही नहीं हुए। बाद में पुलिस कर्मी वहां से चले गए।
लेकिन इन्कमटेक्स अधिकारी ने इस घटना को अपने अहम् का सवाल बनाते हुए अपने अधिकारियों के व्हाट्सअप ग्रुप में झूठी खबर यह फैला दी की उन्होंने कुछ दिनों पहले शराब तस्करों के यहाँ आयकर का छापा मारा था इसलिए पुलिस वाले तस्करों के साथ मिल कर हमको डराने के लिए आये थे। अज़हर बैग मिर्ज़ा आज पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल से भी मिले और उन्होंने पुलिस कर्मियों के खिलाफ झूठ शिकायतों का पुलिंदा बना कर रख दिया। पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल ने जांच प्रभावित नहीं हो इसलिए घटना में शामिल तीन पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। लेकिन बाद में सारी सच्चाई का पता चला।
जो वीडियो पुलिस कर्मियों ने बनाया और अज़हर बैग मिर्जा के परिजनों ने बनाया उसमे सिर्फ अज़हर बैग मिर्जा के परिजन पुलिस कर्मियों को बुरा भला कहते दिख रहे है जबकि अज़हर बैग मिर्ज़ा ने अपने ओहदे का फ़ायदा उठा कर पुलिस कर्मियों के खिलाफ झूठी शिकायत करदी की तस्करों के साथ मिलकर घर पर डराने के लिए आये थे यही नहीं उन्होंने पुलिस कर्मनियों के खिलाफ मारपीट और तोड़ फोड़ का भी आरोप लगाया।

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1 COMMENT

  1. भाई सा गजब का लाईव टेलीकास्ट कोमेन्डरी हे जेसे सब अपके सामने गुजरा हो
    वीडियो भी पोस्ट कर देते 😜
    दुसरे पक्ष की बात आपने रखी ही नही यह स्वस्थ पत्रकारिता नही हे ।
    पुलिस की शराब ठेकेदार से लेनदेन की पुरी डायरी मिर्जा बेग ने ईन्कम टेक्स छापे मे बरामद की हे अब जब डायरी के पन्ने पलटेगे तो आला से आला अधिकारी के नाम आने तय हे तो डायरी लाए कोन? वही ठेका लेगा जो पक्का दलाल होगा । जय हो लाईन यही चला रहे हे ओर ठेकेदारों के ठेकेदारजी हे ।

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