उदयपुर। शहर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में एक नौकर ने मालिक द्वारा पैसे नहीं दिए जाने पर मालिक के पुत्र का अपहरण कर लिया। नौकर इस मासूम को लेकर अहमदाबाद चला गया। सूचना मिलने पर पुलिस ने अहमदाबाद पुलिस की सहायता से इस मासूम को बरामद कर लिया है और आरोपी युवक को भी गिरफ्तार कर लिया है। जिसे लेकर पुलिस की टीम उदयपुर आ चुकी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार रणजीतसिंह पुत्र विजय राज सिंह निवासी पालम महु खुर्द जौनपुर हाल कालकामाता रोड़ का सात वर्षीय पुत्र अमनसिंह क्षेत्र में ही स्थित नवदीप एकेडमी में पढ़ता है। इस मासूम को इसी के साथ काम करने वाला सोनू चौहान निवासी दरियागंज उत्तरप्रदेश मंगलवार को स्कूल छोडऩे के लिए गया था। स्कूल की छुट्टी होने के बाद अमन घर पर नहीं आया तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। तलाशी में सोनू का भी पता नहीं चलने के कारण परिजनों के होंश उड़ गए। परिजनों ने दोपहर तक लगातार ढूंढा फिर भी मासूम और नौकर का पता नहीं चलने के कारण परिजन भागते हुए थाने पहुंचे और पुलिस को रिपोर्ट दी। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आरोपी युवक और मासूम की तलाश शुरू कर दी। इधर-उधर से जानकारी जुटाने के बाद पुलिस को मासूम और आरोपी के अहमदाबाद में होने का पता चला तो पुलिस ने अहमदाबाद पुलिस से सम्पर्क किया और उदयपुर से एक टीम को भी अहमदाबाद भेजा। जहां पर पुलिस ने मासूम को बरामद करते हुए आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस की टीम आरोपी और मासूम को लेकर उदयपुर के लिए रवाना हो गए है। उदयपुर आने के बाद पुलिस ने आरोपी सोनू से पूछताछ की तो आरोपी ने अपना नाम सोनू उर्फ शैलेन्द्रसिंह पुत्र स्व. प्रेमनारायण चौहान निवासी दरियावगंज उत्तरप्रदेश होना बताया है। आरोपी ने बताया कि उसके माता-पिता की बचपन में ही मौत हो चुकी है और उसे रिश्तेदारों ने पाल पोस कर बढ़ा किया है। इधर अपहृत बालक के पिता ने किसी तरह की उधारी बाकी नहीं होना बताया है और बताया कि वह तो इस महिने आरोपी का सारा हिसाब करने वाले थे। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही थी।
कड़ी से कड़ी जोडक़र पकड़ा आरोपी को
थानाधिकारी मंजीतसिंह ने बताया कि जानकारी मिलते ही आरोपी के उदयपुर में रहने वाले सभी रिश्तेदारों को बुलाया गया। रिश्तेदारों के आने पर पुलिस ने सभी से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उत्तरप्रदेश के ही रहने वाले बृजेश नामक युवक कुछ असहज दिखाई दिया। जिस पर पुलिस ने इस युवक से पूछताछ की तो सामने आया कि आरोपी सोनू बच्चे को लेकर अहमदाबाद चला गया है। बृजेश ने बताया कि अहमदाबाद में रहने वाले आरोपी सोनू के मामा मनोज चौहान के दो पुत्र सनी और अजय चौहान का बृजेश के पास फोन आया था और सोनू के साथ एक छोटे बच्चे के बारे में पूछा था तो बृजेश ने दोनों को यह बच्चा सोनू के मालिक रणजीतसिंह का होना बताया। इधर जैसे ही पुलिस को पता चला तो एक टीम को अहमदाबाद के लिए रवाना कर दिया। इधर पुलिस ने अजय व सनी से फोन पर सम्पर्क कर अपहरण के बारे में बताया और अपना एड्रेस देने के लिए कहा। यह सुनकर सनी और अमित घबरा गए और यह कहते हुए फोन काट दिया कि सोनू बच्चे को लेकर मुम्बई जाने वाली ट्रेन में बैठ गए है। यह सुनकर पुलिस के भी होंश उड़ गए और तत्काल मुम्बई जीआरपी से सम्पर्क कर इस बारे में बताया और बच्चे व सोनू का फोटो भेजकर स्टेशन पर तलाश करवाने के लिए कहा।
ऐसे पहुंची पुलिस की टीम बच्चे तक
थानाधिकारी मंजीतसिंह ने बताया कि जैसे ही अजय व सनी ने फोन काट दिया तो पुलिस के सामने इतने बड़े अहमदाबाद में अजय व सनी को ढूंढना एक बड़ी चुनौती बन गई थी। इसी दौरान बृजेश ने बताया कि अजय व सनी का गांव उसके गांव के पास ही है। जिस पर पुलिस ने बृजेश के भाई से उसके गांव में सम्पर्क किया और इस बारे में बताते हुए अजय व सनी के पिता मनोज चौहान के नम्बर प्राप्त करने के लिए कहा। इधर बृजेश ने अजय व सनी के गांव में जाकर मनोज चौहान के नम्बर लेकर आए। इसके बाद पुलिस ने अजयसिंह से फोन पर सम्पर्क किया और उसका पता पूछा तो उसने नवी पुलिस चौकी अहमदाबाद के पास होना बताया। जिसके बाद पुलिस ने स्थानीय पुलिस से सम्पर्क किया और इसी दौरान पुलिस की एक टीम अहमदाबाद पहुंच चुकी थी। दोनों टीमों ने मिलकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और बच्चे को पकडक़र उदयपुर के लिए रवाना हो गई। जो शाम तक उदयपुर पहुंच गई।
मात्र ४५ हजार के लिए अपहरण
थानाधिकारी मंजीतसिंह ने बताया कि सोनू चौहान पिछले एक वर्ष से रणजीतसिंह के पास काम कर रहा था। रणजीतसिंह की आदत थी कि वह लोगों के पैसे नहीं देता था। वहीं आरोपी सोनू ४५ हजार रूपए मांगता था। इसी कारण उसने इस बच्चे का अपहरण किया था। हालांकि बच्चे के साथ आरोपी ने कोई गलत कदम नहीं उठाया है।



