सुखाड़िया विश्वविद्यालय में असिस्टेंट रजिस्ट्रार के पदों पर भर्ती में हुई गड़बड़ियां सामने आने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शेष सभी नॉन-टीचिंग पदों पर भर्तियों को रद्द कर दिया है। भर्तियों के तहत अबतक जो भी प्रक्रिया हुई, उसे रद्द कर दोबारा नए सिरे से विज्ञापित किया जाएगा। इसके लिए योग्यता और नियमों में बदलाव भी यूजीसी और अन्य विवि के मानदंडों को देखते हुए किए जाएंगे। अब भर्तियां नए सिरे से निकाली जाएंगी। इससे पहले बुधवार सुबह गेस्ट फैकल्टी शिक्षकों ने प्रशासनिक भवन की घेराबंदी कर विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और परीक्षाओं का बहिष्कार किया। इससे विवि प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने आनन-फानन में आपातकालीन व्यवस्थाएं करते हुए गैरशैक्षिक कर्मचारियों को परीक्षा लेने के लिए लगाया। दैनिक भास्कर ने मंगलवार को असिस्टेंट रजिस्ट्रार की भर्तियों में हुई गड़बड़ी के संबंध में खबर प्रकाशित कर इस मामले का पूरा खुलासा किया था। इसके बाद बीसियों ऐसे पात्र अभ्यर्थी खुलकर सामने आए, जिन्हें एक अन्य कमेटी ने वंचित कर दिया था। इन सबने विवि प्रशासन का कड़ा विरोध किया था। मामले में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार शुरू से भर्तियों के विरोध में नजर आए, इसे भी सिर्फ भास्कर ने ही प्रकाशित किया। इसी का असर रहा कि आखिरकार विवि प्रशासन ने भर्तियों को रद्द कर दोबारा भर्तियां कराने का निर्णय लिया है।

इन भर्तियों को रद्द करने के बाद यूनिवर्सिटी ने 7 सदस्यीय नई स्क्रीनिंग कमेटी बनाई है। इस कमेटी में विवि के चारों कॉलेजों के डीन प्रो. आनंद पालीवाल, प्रो. जी. सोरेल, प्रो. बीएल आहूजा और प्रो. साधना कोठारी हैं। कमेटी के मेम्बर सेक्रेटरी रजिस्ट्रार हिम्मत सिंह भाटी होंगे। कमेटी में दो इनवाइटी मेम्बर भूगोल विभाग की अध्यक्ष सीमा जालान और जिओलॉजी विभाग के प्रो. एमएल नागौरी होंगे। ये नई स्क्रीनिंग कमेटी अब भर्तियों के लिए यूजीसी के तहत नए नियम-कायदे बनाएगी। इसके बाद सभी भर्तियों को री-एडवर्टाइज किया जाएगा।

नए भर्तियों के तहत डिप्टी कंप्ट्रोलर के पद के लिए 1, डिप्टी रजिस्ट्रार के पद के लिए 2 , असिस्टेंट रजिस्ट्रार के पद के लिए 3, स्टेटिस्टिकल असिस्टेंट के पद पर 1, लैब टेक्नीशियन के पद पर 4, जूनियर टेक्नीकल असिस्टेंट के पद पर 3 और एचएलए के पद पर 1 नियुक्तियां दोबारा होगी। इन 7 पदों के लिए यूनिवर्सिटी विज्ञापन देकर नए पद निकालेगी।
25 साल से यूजीसी और अन्य यूनिवर्सिटी के परे जाकर हो रही थी भर्तियां
सुखाड़िया विवि अबतक जिन नियम और कायदों का हवाला देकर नियुक्ति प्रक्रिया को सही ठहरा रही थी, अब उस पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल असिस्टेंट रजिस्ट्रार के पद पर भर्ती के लिए जो योग्यताएं तय की गई हैं, वे यूजीसी और प्रदेश के अन्य राज्य विवि के नियमों से बिलकुल अलग थी। यूजीसी और प्रदेश की अन्य स्टेट यूनिवर्सिटीज में 5 साल का शैक्षणिक अनुभव अनिवार्य ही नहीं हैं। सुखाड़िया यूनिवर्सिटी इसे अनिवार्य कर भर्तियां करती थी। यह नियम पिछले 25 साल से हो रही भर्तियों में लागू थे। यह बात यूनिवर्सिटी के कुलपति और रजिस्ट्रार ने भी मानी है।
ऐसे हल हुआ पूरा प्रकरण
बुधवार सुबह गेस्ट फैकल्टी ने जैसे ही 11 से 2 बजे वाली पारी की परीक्षा के बायकाट का फैसला लिया। पूरा हंगामा रहा। 60-70 गेस्ट फैकल्टी सुबह से प्रशासनिक भवन के बाहर प्रदर्शन और नारेबाजी करते रहे। इस दौरान कुलपति कार्यालय को ताला जड़ दिया। लेकिन कुलपति पिछले तीन दिन से जयपुर में थे। वे बुधवार दोपहर बाद लाैटे तो तीन बजे बातचीत हुई और भर्तियां रद्द करने पर वे सहमत हो गए। इसके बाद ही नई स्क्रीनिंग कमेटी के गठन का एलान हुआ।

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