उदयपुर पोस्ट। क्या कोई पत्नी अपने ही सुहाग को खत्म करवा सकती है। जिसके साथ सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ रहने का वचन अग्नि के सामने लेती है उसी पति को मरवाने के लिए कुछ भी करगुजरने को तैयार हो जाती है। बात हो रही है एक ऐसी ही कलयुगी पत्नी की जिसने अपने पति को मरवाने के लिए दो प्रेमियों के साथ षड़यंत्र रचा और आखिरकार सुखेर थाने की सुनसान सड़क पर अपने सुहाग का खात्मा प्रेमियों द्वारा करवा दिया। हत्या भी ऐसी निर्मम की कोई भी मृतक का चेहरा तक नहीं पहचान पाए। मंगलवार सुबह भोईवाड़ा निवासी विनोद माली का शव दो सौ फीट सड़क पर पड़ा मिला ,इसके बाद से ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और कयास लगाए जा रहे थे कि इतने सीधे और सरल व्यक्तित्व वाले शक्श को आखिरकार कौन मार सकता है, क्योंकि विनोद की किसी से दुष्मनी भी नहीं थी। खाकी ने इस पूरे मामले में छानबिन मृतक के घर से ही शुरू की तो पत्नी मोनिका के बयान संदिग्ध लगे, मोनिका को तुरन्त खाकी ने हिरासत में ले लिया। वहीं मृतक की काॅल डिटेल में भी साफ हो गया था कि उसे फोन करके बुलाया गया था। बुधवार शाम को सुखेर थाना पुलिस ने पूरे हत्याकाण्ड से राज खोलते हुए बताया कि मोनिका तलाकषुदा थी और उसके घरवालों ने जबरन उसकी शादी विनोद माली से करवा दी। लेकिन मोनिका का प्रेमसंबंध दुर्गेष तेली से चल रहा था। शादी के बाद भी मोनिका दुर्गेष के बीच संबंध बरकरार थे, वहीं विनोद माली की बहिन सुनिता के देवर कपिल उर्फ बिट्टू माली से भी मोनिका की मित्रता हो गई। करीब एक महीने पहले मोनिका का फोन व्यस्त रहने से विनोद और उसमें अनबन शुरू हो गई। जिस कारण विनोद में मोनिका की सिम तोड़कर फेंक दी यही बात मोनिका को अखर गई और उसने विनोद का काम तमाम करने की ठान ली। चार दिन पूर्व ही मोनिका फिर पीहर से ससुराल आई थी, इससे पूर्व उसने कपिल और दुर्गेष से विनोद को मारने की योजना बना डाली थी। सताईस नवम्बर को मोनिका ने उसकी सास से फोन से अपने पहले प्रेमी दुर्गेष से बात की और कहा कि या तो मुझे मार दो या उसे। इसके बाद दुर्गेष ने कपिल से बात की ओर एक योजना के तहत उदयपुर पंहुच गया। कपिल जो कि दुर्गेष की बहन का देवर था विनोद को गाड़ी ठीक करने के बहाने से चित्रकूट नगर बुलाया जहां पहले से ही मौजूद दुर्गेष ने विनोद की आंखों में मिर्ची डाल दी। विनोद भागने लगा तो दोनो ने उसका पीछा किया और पत्थरों से उसके चेहरे को इस तरह कुचल डाला की उसकी षिनाख्त तक नहीं हो सके। हत्या की पुश्टि मोनिका ने अपनी पड़ोसन माया के फोन से दुर्गेष और कपिल से की। हत्या के बाद दुर्गेष तो निम्बाहेड़ा वाली बस में फिर बैठ गया, जबकि कपिल फिर से विवाह समारोह में षिरकत करने पंहुच गया।