गोगुंदा प्रधान पुष्कर तेली की गिरफ्तारी नहीं होने पर जिले के सभी 17 विकास अधिकारी और 400 से ज्यादा ग्राम सचिव, लिपिक, रोजगार सहायक आदि मंगलवार से तीन दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गए। इससे सभी 17 पंचायत समितियों और 544 ग्राम पंचायतों में कोई काम नहीं हुआ। आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, नरेगा आदि योजनाओं की ऑनलाइन फीडिंग नहीं हो पाई। ना ही विभिन्न योजनाओं में लाभार्थियों का पैसा ऑनलाइन खाते में ट्रांसफर हो पाया। लोग पंचायत समिति और ग्राम पंचायतों में अपने काम को लेकर पहुंचे, लेकिन काेई अधिकारी-कर्मचारी नहीं होने पर उन्हें निराश लौटना पड़ा। कई ग्राम पंचायतों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण अभियान के शिविर और अन्य कार्यक्रमों को भी स्थगित करना पड़ा। पंचायत समिति और ग्राम पंचायतों में अधिकारी-कर्मचारी बुधवार और गुरुवार को भी अवकाश पर रहेंगे। इसके बाद शुक्रवार को कलेक्ट्री पर धरना दिया जाएगा। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही विकास अधिकारियों ने संभागीय आयुक्त और कलेक्टर को ज्ञापन देकर प्रधान की गिरफ्तारी नहीं होने पर सामूहिक अवकाश की चेतावनी दी थी।

ये है मामला : बीते माह 9 जनवरी को गोगुंदा बीडीओ मनहर विश्नाेई के साथ प्रधान पुष्कर तेली के हाथापाई और बीडीओ की गिरेबान पकड़कर गाली-गलौच का मामला सामने आया था। दो दिन बाद बीडीओ ने गोगुंदा पुलिस थाना में राजकार्य में बाधा डालने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। गौरतलब है कि इससे पहले भी बीडीओ पेन डाउन हड़ताल कर चुके हैं।

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