p-4-300x200उदयपुर। रूडा (रूरल नॉन फार्म डवलपमेंट एजेंसी) की तरफ से टाऊनहॉल में आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला ‘गांधी शिल्प बाजार 2013Ó में शिल्पकारों द्वारा लगाई गई विभिन्न उत्पादों की स्टॉलों को पसंद किया जा रहा है। मुरादाबाद से आए रईस अहमद मेले में रांग धातु से बना ब्रास का ऐसा लेम्प लेकर आए है, जिसमें जलते हुए सामान्य दीपक की तुलना में तीन गुना अधिक दीपक जलता है, जिस कारण दीपक में होने वाले खर्च में भी कमी आती है। रईस अहमद बताते है कि मंदिरों में जलने वाला सामान्य दीपक औसतन यदि चार घंटे चलता है, तो इस लेम्प में वहीं दीपक 12 घंटे चलता है। लेम्प को इस तरह से बनाया गया है कि उसमें जलने वाला दीपक हवा से और अचानक तरीके से भी नहीं बुझता है। इसके लेम्प गर्म होकर उसमें लगे कांच टूटे नहीं इसके लिए शिल्पकार ने उन कांच को रांग धातु से जोड़ा गया है, जो कांच को गर्म होने से रोकता है। दीपक के बाउल्स ब्रास के होने के कारण वे लेम्प व दीपक मदिरों व पूजा घर में ही काम आते है। रईस अहमद बताते हैं कि पूर्व में रोशनी के लिए काम आने वाले लेम्प का प्रयोग अब बहुत कम हो चुका है। लेम्प को नये रूप व अंदाज में इस तरह से बाजार में उतारा कि उसे जनता द्वारा अब पसंद किया जाने लगा है, जिस कारण वह बाजार में अपने खोये हुए अस्तित्व को पुन: पाने का प्रयास कर रहा है। रईस अहमद अब तक जयपुर, नाथद्वारा सहित अनेक स्थानों पर स्टॉल लगाकर जनता को इस उत्पाद की तरफ आकर्षित करने में कामयाब हुए हैं। रूडा के महाप्रबंधक दिनेश सेठी ने बताया कि दिन ब दिन मेले में जनता की बढ़ती भीड़ के कारण मेले की बिक्री अब तक 21 लाख तक पहुंच चुकी है।

Previous articleबिनानी सीमेंट में सुरक्षा गार्ड ने लुटेरे को गोली से उड़ाया
Next articleऋतिक-सुज़ैन की शादी टूटने की खबर से बॉलीवुड भी दुखी ,जानें किसने क्या कहा?
Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here