उदयपुर। पुलवामा में हुए आतंकी हमले में ४४ जवानों के शहीद होने के बाद लोगों का आक्रोश अपने चरम पर है। इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर भारत बंद के आह्वान के चलते शनिवार को शहर में सुबह से बाजार स्वत: बंद रहे। बाजार में कई कुछ सुबह दुकानें खुली थी वह भी बाद में बंद रही। हालांकि बाजार में दुकाने बंद कराने किसी भी सामाजिक संगठन के नेता नहीं थे। सिर्फ युवाओं की टोलियां मोटरसाइकिल पर रैली के रूप में बाजार में भारत माता के व शहीदों के नारे लगाते शहर के चौराहों पर प्रदर्शन किया व आतंकवाद के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पुतले फूंके। जो दुकाने खुली थी उनसे बंद में समर्थन का आग्रह किया।
सुबह से दोपहर दो बजे तक बाजार बंद रहे। इस दौरान आपात सेवाएं, अस्पताल, स्कूल खुले रहे। बंद के दौरान जहां भी रैली के साथ युवाओं ने प्रदर्शन किया वहीं शहीदों को दो मिनिट मौन रख कर श्रद्धांजलि भी दी।
कई जगह युवाओं की टोली पैदल ही नारे लगाते हुए बाजारों में निकल पड़ी. यह युवा
हाथीपोल, देहलीगेट, धानमंडी, मंडी की नाल होते हुए वापस बड़ा बाजार पहुंची. इन युवाओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए इन सभी बाजारों में व्यापारियों ने कुछ देर के लिए दुकानें बंद की. धानमंडी में एएसपी अनंत कुमार ने इस टोली से करीब 15 मिनट तक वार्ता की. उन्होंने समझाया कि सभी आहत हैं, लेकिन सभी अपनी भावनाएं अलग-अलग तरीके से प्रदर्शित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जोर-जबरदस्ती करके बाजार बंद कराना उचित नहीं. आप लोग आग्रह कीजिये, जिन्हें बंद करनी होंगी वे कर लेंगे. ऐसा नहीं है कि व्यापारियों की भावनाएं नहीं हैं, लेकिन एक बार बाजार खुलने के बाद बंद करने से व्यापारियों को भी परेशानी होती है. इसके बाद युवाओं की टोली के साथ सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल भी चला. युवाओं की टोली दोपहर तक विभिन्न बाजारों में घूमकर बंद का आग्रह करती रही. जानकारी यह भी मिली कि कुछ युवाओं ने सुखाडिय़ा सर्कल पहुंचकर भी बंद कराया.
इस बीच, व्यापारियों ने यह भी कहा कि बंद व्यवस्थित कराया जाना चाहिए. चेम्बर ऑफ कॉमर्स पूर्व सूचना दे तो सभी व्यापारी बंद रखेंगे. कौन होगा जिसे इतने जवानों के शहीद होने का दर्द नहीं हो. इस पर सभी ने कहा कि चेम्बर से भी आग्रह किया जाएगा.
शहीद हुए वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने के साथ साथ युवाओं ने चेतक चौराहे पर भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का पुतला दहन किया। इस दौरान युवाओं ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए ईट का जवाब पत्थर से देने की मांग की। इसके बाद युवाओं ने रैली के रूप में शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए उन दुकानों को भी बंद करवाया जो कि खुली दिखाई दी। इस दौरान किसी तरह का कोई माहौल नहीं बिगड़े इसके लिए पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए था।
पुरे शहर में देर शाम तक हर जगह कई संगठनों द्वारा शहीदों को श्रद्धांजली दी गयी। युवाओं द्वारा शाम को आयद स्थित विवेकानंद चौराहे पर भी मोमबत्ती जला कर श्रद्धांजली दीगयी बाद में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए रैली निकाली गयी।

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